संभल हिंसा में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को मारने की साजिश थी। इस बात का खुलासा दंगे के मास्टरमाइंड शारिक साठा के गुर्गे गुलाम ने किया है। उसने बताया कि हर हाल में मस्जिद का सर्वे रोकना था। वकील को मारने के लिए उसे असलहा और फोटो भी उपलब्ध कराई गई थी। संभल एसपी कृष्ण विश्नोई के मुताबिक, आरोपी गुलाम को सपा के पूर्व सपा सांसद राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था। 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान दंगाइयों में गिरफ्तार आरोपी वारिस शामिल था, उसे भी शारिक साठा गैंग ने ही हथियार मुहैया कराए थे। वकील को मारना मकसद था संभल पुलिस ने एक माह पहले दंगाइयों में शामिल आरोपी वारिस को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, हिंसा वाले दिन आरोपी वारिस का ऑडियो सामने आया था। जिसमें उसने हथियार लेकर आने की बात कही थी। यह खुलासा पुलिस ने हिंसा में मारे गए नईम और कैफ के हत्यारोपी वारिस से पूछताछ के बाद किया था। वारिस ने पुलिस को बताया था कि हमको अपनी मस्जिद की हिफाजत करनी थी। बाहर से आए वकील को मार देना था। जो हमारे नबी की शान में गुस्ताखी कर रहा है, इन्हें मारकर मस्जिद की हिफाजत करनी है। SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसात्मक घटना में अब तक 79 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गुरुवार को संभल हिंसा में असलहा उपलब्ध कराने वाले आरोपी गुलाम पुत्र- मुख्तार निवासी दीपा सराय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। गैंग ने कहा था सर्वे रोकना है संभल SP के मुताबिक, आरोपी गुलाम पर संभल के आसपास 20 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि 23 नवंबर को शारिक साठा (बॉस) से बात हुई। उसने किसी भी हालत में सर्वे नहीं होने की बात कही थी। फिलहाल शारिक साठा फर्जी पासपोर्ट पर विदेश चला गया है। इस गैंग के द्वारा चोरी की कार देश के हिस्सों में बेची जाती है। जिसके बदले में गुलाम को असलहे मिलते हैं। गुलाम इन हथियारों को पूरे देश में सप्लाई करता है। मस्जिद को बताया बाबर की निशानी 24 नवम्बर को हुई हिंसा में इनके नेताओं द्वारा इनसे कहा गया कि यह हमारी 500 साल पुरानी बाबर की निशानी है। इसकी हिफाजत करनी है। एक वकील (विष्णु शंकर जैन) है, जो जगह-जगह दरख्वास्त डालता है। उसे खत्म करना है। गुलाम ने मोबाइल से काफी डेटा डिलीट कर दिया है। गोल्ड स्मगलिंग के कुछ वीडियो मिले हैं। इसके मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। फायरिंग पर दर्ज हुआ था केस SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि साल 2014 के चुनाव में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क चुनाव लड़े थे, जो अब नहीं है। तब इसने सुहैल इकबाल पर फायरिंग की थी। इस मामले में गुलाम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। उन्होंने कहा कि जांच में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप सामने आए हैं, जिसमें एक ग्रुप सांसद संभल नाम का ग्रुप था। इस पर 22 नवंबर को लोगों को इकट्ठा होने की बात कही गई। इसमें से कुछ लोगों को बुलाया भी गया। कुछ लोग हाजिर भी नहीं हुए हैं। इस मामले में जांच चल रही है। पुलिस के मुताबिक, गुलाम अपने बॉस शारिक साठा से जंगी एप पर बात करता था। कई बार उसने शारिक साठा की पत्नी के मोबाइल पर भी उससे बात की है। इसी के चलते शारिक साठा की पत्नी का मोबाइल भी बरामद किया गया है। उसकी पत्नी से भी पूछताछ की गई। संभल की मस्जिद का विवाद क्या है? हिंदू पक्ष काफी वक्त से संभल की जामा मस्जिद की जगह पर पहले मंदिर होने का दावा कर रहा है। 19 नवंबर को 8 लोग मामले को लेकर कोर्ट पहुंचे और एक याचिका दायर की। इनमें सुप्रीम कोर्ट के वकील हरिशंकर जैन और उनके बेटे विष्णुशंकर जैन प्रमुख हैं। ये दोनों ताजमहल, कुतुब मीनार, मथुरा, काशी और भोजशाला के मामले भी देख रहे हैं। इनके अलावा याचिकाकर्ताओं में वकील पार्थ यादव, केला मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी, महंत दीनानाथ, सामाजिक कार्यकर्ता वेदपाल सिंह, मदनपाल, राकेश कुमार और जीतपाल यादव का नाम शामिल है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ये जगह पहले श्री हरिहर मंदिर हुआ करती थी, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। संभल कोर्ट में हिंदू पक्ष ने याचिका लगाई। 95 पेज की याचिका में हिंदू पक्ष ने दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया है। इनमें बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी किताब और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 150 साल पुरानी एक रिपोर्ट शामिल है। ————————————– ये भी पढ़ें… महिलाओं को प्रॉपर्टी रजिस्ट्री में मिल सकती है छूट:सड़क-पुलों के लिए 30 हजार करोड़ दिए जाएंगे; योगी के बजट में आज क्या खास रहेगा? योगी सरकार 2.0 का चौथा बजट गुरुवार यानी आज पेश होगा। महिलाओं को कई योजनाओं में राहत दी जा सकती है। मसलन- रजिस्ट्री अगर महिला के नाम से हो रही है तो स्टांप में छूट मिल सकती है। 2 नए एक्सप्रेस-वे मिल सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे के दोनों साइड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए भी बजट प्रावधान हो सकता है। वहीं, स्वास्थ्य का बजट भी बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी रोजगार योजना के लिए एक हजार करोड़ रुपए, अन्नपूर्णा भवनों के लिए 400 करोड़, सड़कों और पुलों के लिए 30 हजार करोड़ से अधिक का प्रावधान हो सकता है। पढ़ें पूरी खबर… संभल हिंसा में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को मारने की साजिश थी। इस बात का खुलासा दंगे के मास्टरमाइंड शारिक साठा के गुर्गे गुलाम ने किया है। उसने बताया कि हर हाल में मस्जिद का सर्वे रोकना था। वकील को मारने के लिए उसे असलहा और फोटो भी उपलब्ध कराई गई थी। संभल एसपी कृष्ण विश्नोई के मुताबिक, आरोपी गुलाम को सपा के पूर्व सपा सांसद राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था। 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान दंगाइयों में गिरफ्तार आरोपी वारिस शामिल था, उसे भी शारिक साठा गैंग ने ही हथियार मुहैया कराए थे। वकील को मारना मकसद था संभल पुलिस ने एक माह पहले दंगाइयों में शामिल आरोपी वारिस को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, हिंसा वाले दिन आरोपी वारिस का ऑडियो सामने आया था। जिसमें उसने हथियार लेकर आने की बात कही थी। यह खुलासा पुलिस ने हिंसा में मारे गए नईम और कैफ के हत्यारोपी वारिस से पूछताछ के बाद किया था। वारिस ने पुलिस को बताया था कि हमको अपनी मस्जिद की हिफाजत करनी थी। बाहर से आए वकील को मार देना था। जो हमारे नबी की शान में गुस्ताखी कर रहा है, इन्हें मारकर मस्जिद की हिफाजत करनी है। SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसात्मक घटना में अब तक 79 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गुरुवार को संभल हिंसा में असलहा उपलब्ध कराने वाले आरोपी गुलाम पुत्र- मुख्तार निवासी दीपा सराय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। गैंग ने कहा था सर्वे रोकना है संभल SP के मुताबिक, आरोपी गुलाम पर संभल के आसपास 20 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि 23 नवंबर को शारिक साठा (बॉस) से बात हुई। उसने किसी भी हालत में सर्वे नहीं होने की बात कही थी। फिलहाल शारिक साठा फर्जी पासपोर्ट पर विदेश चला गया है। इस गैंग के द्वारा चोरी की कार देश के हिस्सों में बेची जाती है। जिसके बदले में गुलाम को असलहे मिलते हैं। गुलाम इन हथियारों को पूरे देश में सप्लाई करता है। मस्जिद को बताया बाबर की निशानी 24 नवम्बर को हुई हिंसा में इनके नेताओं द्वारा इनसे कहा गया कि यह हमारी 500 साल पुरानी बाबर की निशानी है। इसकी हिफाजत करनी है। एक वकील (विष्णु शंकर जैन) है, जो जगह-जगह दरख्वास्त डालता है। उसे खत्म करना है। गुलाम ने मोबाइल से काफी डेटा डिलीट कर दिया है। गोल्ड स्मगलिंग के कुछ वीडियो मिले हैं। इसके मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। फायरिंग पर दर्ज हुआ था केस SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि साल 2014 के चुनाव में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क चुनाव लड़े थे, जो अब नहीं है। तब इसने सुहैल इकबाल पर फायरिंग की थी। इस मामले में गुलाम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। उन्होंने कहा कि जांच में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप सामने आए हैं, जिसमें एक ग्रुप सांसद संभल नाम का ग्रुप था। इस पर 22 नवंबर को लोगों को इकट्ठा होने की बात कही गई। इसमें से कुछ लोगों को बुलाया भी गया। कुछ लोग हाजिर भी नहीं हुए हैं। इस मामले में जांच चल रही है। पुलिस के मुताबिक, गुलाम अपने बॉस शारिक साठा से जंगी एप पर बात करता था। कई बार उसने शारिक साठा की पत्नी के मोबाइल पर भी उससे बात की है। इसी के चलते शारिक साठा की पत्नी का मोबाइल भी बरामद किया गया है। उसकी पत्नी से भी पूछताछ की गई। संभल की मस्जिद का विवाद क्या है? हिंदू पक्ष काफी वक्त से संभल की जामा मस्जिद की जगह पर पहले मंदिर होने का दावा कर रहा है। 19 नवंबर को 8 लोग मामले को लेकर कोर्ट पहुंचे और एक याचिका दायर की। इनमें सुप्रीम कोर्ट के वकील हरिशंकर जैन और उनके बेटे विष्णुशंकर जैन प्रमुख हैं। ये दोनों ताजमहल, कुतुब मीनार, मथुरा, काशी और भोजशाला के मामले भी देख रहे हैं। इनके अलावा याचिकाकर्ताओं में वकील पार्थ यादव, केला मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी, महंत दीनानाथ, सामाजिक कार्यकर्ता वेदपाल सिंह, मदनपाल, राकेश कुमार और जीतपाल यादव का नाम शामिल है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ये जगह पहले श्री हरिहर मंदिर हुआ करती थी, जिसे बाबर ने 1529 में तुड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। संभल कोर्ट में हिंदू पक्ष ने याचिका लगाई। 95 पेज की याचिका में हिंदू पक्ष ने दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया है। इनमें बाबरनामा, आइन-ए-अकबरी किताब और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की 150 साल पुरानी एक रिपोर्ट शामिल है। ————————————– ये भी पढ़ें… महिलाओं को प्रॉपर्टी रजिस्ट्री में मिल सकती है छूट:सड़क-पुलों के लिए 30 हजार करोड़ दिए जाएंगे; योगी के बजट में आज क्या खास रहेगा? योगी सरकार 2.0 का चौथा बजट गुरुवार यानी आज पेश होगा। महिलाओं को कई योजनाओं में राहत दी जा सकती है। मसलन- रजिस्ट्री अगर महिला के नाम से हो रही है तो स्टांप में छूट मिल सकती है। 2 नए एक्सप्रेस-वे मिल सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे के दोनों साइड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए भी बजट प्रावधान हो सकता है। वहीं, स्वास्थ्य का बजट भी बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी रोजगार योजना के लिए एक हजार करोड़ रुपए, अन्नपूर्णा भवनों के लिए 400 करोड़, सड़कों और पुलों के लिए 30 हजार करोड़ से अधिक का प्रावधान हो सकता है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
संभल हिंसा- विष्णु शंकर जैन को मारने की साजिश थी:SP बोले-आरोपी मस्जिद का सर्वे रोकना चाहता था, हत्या के लिए फोटो भी मिली थी
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