जालंधर| कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (पीएफ ऑफिस) के जालंधर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने कई तरह के सुधार और कामों में पारदर्शिता लाने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। रीजनल कमिश्नर पंकज कुमार ने बताया कि पीएफ ऑफिस अपने सदस्यों को बेहतर सेवाएं देने और ईपीएफ खातों में सुधार व पारदर्शिता लाने और प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। नए संयुक्त घोषणा पत्र में सदस्यों की प्रोफाइल सुधार प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। पुरानी प्रक्रिया में आमतौर पर 20-25 दिन लगते थे, लेकिन सदस्य अब अपना जॉइंट डिक्लेरेशन आवेदन ऑनलाइन ही जमा कर पाएंगे। कुमार ने बताया कि सदस्य अब अपने संयुक्त घोषणा पत्र आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी। नई प्रणाली में दस्तावेजों की आवश्यकताओं को स्पष्ट रूप से बताया गया है, जिससे आवेदन प्रक्रिया आसान होगी। वहीं सदस्य प्रोफाइल से होने वाली धोखाधड़ी के मामलों में भी कमी आएगी। जालंधर| कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (पीएफ ऑफिस) के जालंधर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने कई तरह के सुधार और कामों में पारदर्शिता लाने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। रीजनल कमिश्नर पंकज कुमार ने बताया कि पीएफ ऑफिस अपने सदस्यों को बेहतर सेवाएं देने और ईपीएफ खातों में सुधार व पारदर्शिता लाने और प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। नए संयुक्त घोषणा पत्र में सदस्यों की प्रोफाइल सुधार प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। पुरानी प्रक्रिया में आमतौर पर 20-25 दिन लगते थे, लेकिन सदस्य अब अपना जॉइंट डिक्लेरेशन आवेदन ऑनलाइन ही जमा कर पाएंगे। कुमार ने बताया कि सदस्य अब अपने संयुक्त घोषणा पत्र आवेदन की स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी। नई प्रणाली में दस्तावेजों की आवश्यकताओं को स्पष्ट रूप से बताया गया है, जिससे आवेदन प्रक्रिया आसान होगी। वहीं सदस्य प्रोफाइल से होने वाली धोखाधड़ी के मामलों में भी कमी आएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
श्रीअकाल तख्त साहिब पहुंचे अमृतपाल के पिता-MP सरबजीत:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात, बोले- बादल से वापस लिया जाए फख्र-ए-कौम सम्मान
श्रीअकाल तख्त साहिब पहुंचे अमृतपाल के पिता-MP सरबजीत:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात, बोले- बादल से वापस लिया जाए फख्र-ए-कौम सम्मान फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा और वारिस-ए-पंजाब के मुखी सांसद, अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने उन्हें एक पत्र सौंपा जिसमें विश्वास दिलाया कि सारा पंथ उनके साथ है, इसीलिए वह बिना किसी दबाव के सुखबीर सिंह बादल को लेकर फैसला करें। सांसद अमृतपाल सिंह के पिता और पंजाब संगठन के अध्यक्ष तरसेम सिंह, सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने आज जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात के दौरान मांग की है कि सुखबीर सिंह बादल और अकाली दल के मामले में पहले गुरु पंथ के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई जाए। अकाली दल को पुनर्जीवित करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाना चाहिए और प्रकाश सिंह बादल से फख्र-ए-कौम सम्मान वापस लिया जाना चाहिए। बिना किसी दबाव के करे फैसला : खालसा सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि आज वह श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे और जत्थेदार सिंह जी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली थी कि जत्थेदार साहिबानों के बच्चों की रेकी का जा रही है। वह इसी मुद्दे को लेकर जत्थेदार जी से मुलाकात करने पहुंचे हैं। उन्हें विश्वास दिलाया है कि पूरा पंथ और सभी लोग उनके साथ हैं। वह बिना किसी दबाव के सुखबीर सिंह बादल पर फैसला लें। उन्होंने कहा कि पंथ को सबसे ज्यादा नुकसान उस समय हुआ जब अकाली दल और बीजेपी एक साथ थी। उन्होंने कहा कि अगर कोई जत्थेदार साहिब पर प्रेशर बनाना चाहता है तो ना बनाएं। उन्हें धमकाया ना जाए, क्योंकि सारा सिख पंथ उनके साथ है और हमेशा खड़ा रहेगा। बादल को दी जाए सजा : तरसेम सिंह अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब ने तन्खैया घोषित कर दिया था, उनके खिलाफ जल्द ही फैसला किया जाएगा, उन्होंने जत्थेदार साहिब से अपील की है कि किसी के बहकावे में आकर कोई फैसला न लिया जाए और सुखबीर सिंह बादल को सजा अवश्य दी जाए।
पंजाब के सरकारी कॉलेज अस्पतालों में OPD शुरू:सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद लौटे डॉक्टर, काली पट्टी बांधकर जारी रखेंगे विरोध
पंजाब के सरकारी कॉलेज अस्पतालों में OPD शुरू:सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद लौटे डॉक्टर, काली पट्टी बांधकर जारी रखेंगे विरोध कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त की रात को महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के विरोध में पंजाब में 11 दिनों से चल रही हड़ताल आज खत्म हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म की गई है। डॉक्टर्स विचार-विमर्श कर आज अपने काम पर लौट आए हैं। लेकिन वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। आज यानी शुक्रवार को पीजीआई चंडीगढ़, पटियाला और अमृतसर सरकारी मेडिकल कॉलेज में ओपीडी और अन्य सुविधाएं आम दिनों की तरह बहाल कर दी गई हैं। लेकिन इस दौरान सभी डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर अपनी सेवाएं देंगे और अपना रोष प्रकट करेंगे। दो सप्ताह में राज्यों को उठाने हैं उचित कदम चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने गुरुवार कहा कि डॉक्टर काम पर लौट आएं। अस्पतालों की स्थिति वे जानते हैं। वे खुद एक सरकारी अस्पताल के फर्श पर सोए हैं, जब उनके परिवार का एक सदस्य बीमार था। CJI ने राज्य सरकारों को डॉक्टरों के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम करने को कहा है। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश दिया गया कि वे राज्य के मुख्य सचिवों और DGP के साथ मिलकर डॉक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करें। यह एक्सरसाइज 1 हफ्ते में पूरी करने के लिए कहा गया है। राज्य 2 हफ्ते के अंदर इसे लागू करेंगी। आश्वासन पर विश्वास कर डॉक्टर्स लौटने को तैयार रेजिडेंस डॉक्टर्स एसोसिएशन अमृतसर मेडिकल कॉलेज के एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी डॉ. समर्थ गुप्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद डॉक्टर्स हड़ताल खत्म कर अपने काम पर लौट आए हैं। आज शुक्रवार से ओपीडी व अन्य सभी सुविधाएं आम दिनों की तरह चलेंगी। इससे पहले सिर्फ इमरजेंसी में ही मरीजों को देखा जा रहा था। ओपीडी व अन्य सुविधाओं को ठप कर दिया गया था। केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू करने की उठाई मांग कोलकाता की घटना के बाद डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए। ताकि कोलकाता जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं घटना का शिकार बने डॉक्टर के आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग भी डॉक्टर्स उठा रहे हैं। फिलहाल कोलकाता घटना की जांच सीबीआई कर रही है।
जालंधर में चाचा की हत्या करने वाला भतीजा गिरफ्तार:जमीन विवाद में उतारा मौत के घाट, परिवार समेत था फरार, साथियों की तलाश जारी
जालंधर में चाचा की हत्या करने वाला भतीजा गिरफ्तार:जमीन विवाद में उतारा मौत के घाट, परिवार समेत था फरार, साथियों की तलाश जारी पंजाब के जालंधर में शाहकोट कस्बे के पास जमीनी विवाद में एक भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके तीन साथी अभी भी फरार हैं। पुलिस जल्द ही गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी। आरोपी अपने चाचा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा (65) की हत्या कर परिवार समेत फरार हो गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने के बाद परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। खेत में खून से लथपथ मिला था लक्खा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा का अपने बड़े भाई के बेटों से जमीन का विवाद चल रहा था। भतीजा जसविंदर सिंह चाचा लखवीर सिंह को खेतों में पानी लगाने और कुएं पर जाने से रोकता था। जमीन विवाद को लेकर दोनों के बीच केस भी चल रहा था। कल सुबह करीब 10 बजे लखवीर सिंह खेतों में घूम रहा था, तभी अचानक मक्के के खेत से निकल रहे उसके भतीजों ने उस पर हमला कर दिया। आरोपी भतीजे ने उस पर चाकू से कई बार वार कर उसे घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। शाहकोट से उसे निजी अस्पताल में रेफर किया गया जानकारी के अनुसार, जब ग्रामीणों ने लक्खा को घायल अवस्था में देखा तो उन्होंने तुरंत मामले की सूचना परिजनों को दी। जिसके बाद लक्खा को उपचार के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। अस्पताल में उपचार के दौरान लखवीर सिंह की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम और सरबजीत (दोनों), उनकी मां इंद्रजीत कौर और सुखजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था।