सपा सांसद के घर तलवार-पत्थर लेकर आई करणी सेना:आगरा में लोग बोले- वो 400 से ज्यादा थे, सीधे हमला किया, पुलिस मिली हुई थी

सपा सांसद के घर तलवार-पत्थर लेकर आई करणी सेना:आगरा में लोग बोले- वो 400 से ज्यादा थे, सीधे हमला किया, पुलिस मिली हुई थी

जगह : सपा सांसद रामजीलाल सुमन का घर, आगरा समय : सुबह 9 बजे, 26 मार्च, 2025 MG रोड पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर के बाहर उनके समर्थक जुटने लगे। 30 मिनट के अंदर 30-35 पुलिस के जवानों ने सांसद के घर को घेर लिया। उधर, यहां से 15km दूर कुबेरपुर इंटरचेंज (यमुना एक्सप्रेस-वे) पर करणी सेना के लोग इकट्‌ठा हो रहे थे। दरोगा ने सांसद के समर्थकों को हिदायत दे दी कि आप लोग घर के अंदर रहेंगे। बाहर जो भी होगा, हम संभाल लेंगे। दोपहर करीब 1.15 बजे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र और वीरू गाड़ी की छत पर बैठकर सांसद के घर जा पहुंचे। 50 गाड़ियों के काफिले में करणी सेना के लोग मौजूद थे। 2 बुलडोजर भी इस काफिले में शामिल थे। इस दौरान पुलिस बेरिकेडिंग को तोड़कर करणी सेना आगे बढ़ती रही। सांसद के घर का गेट तोड़ने का प्रयास किया। घर पर पथराव किया, कुर्सियां फेंकीं। रोकने का प्रयास करने वाले पुलिस के 14 जवान घायल हो गए। करीब 1.40 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज कर करणी सेना को खदेड़ दिया। इसके बाद देर रात तक आगरा की सड़कों और गलियों में सर्च ऑपरेशन जारी रहा। दैनिक भास्कर इस पूरे मामले को समझने के लिए सपा सांसद के घर पहुंची, वहां मौजूद लोगों से पूरी बात समझी। पढ़िए रिपोर्ट… तोताराम बोले- उनके पास लाठी-डंडे, हथियार थे
सांसद के घर में मौजूद तोताराम बताते हैं- मैं सुबह 9 बजे सपा सांसद के आवास के बाहर आ गया था। पुलिस ने कहा था कि आप लोग अंदर ही रहिएगा। इसके बाद हम लोग अंदर ही बैठ गए। नारेबाजी करते हुए करणी सेना के सैकड़ों लोग घर के कंपाउंड में घुस आए। हमने खिड़कियों से देखा कि कई लोगों के हाथ में तलवारें थीं। वे लोग लाठी-डंडे, सरिया और हथियार लिए थे। वो लाइसेंसी थे या नहीं, यह नहीं पता। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि अगर उन्हें पुलिस नहीं रोकती, तो कुछ लोगों को मार भी सकते थे। मुझे लगता है कि प्रशासन की मिलीभगत थी। क्योंकि पर्याप्त फोर्स तैनात ही नहीं की गई थी। पास में मेरा भी फ्लैट है, हम लोग बुरी तरह से डर गए थे। नीरज कांत ने कहा- उन्होंने सीधे हमला कर दिया
यहीं खड़े नीरज कांत कहते हैं- हम लोगों को पार्टी की तरफ से बुलाया गया था। दोपहर करीब 1.20 बजे पूर्व विधायक रणजीत सुमन के साथ बैठे हुए थे। हम 20-25 लोग थे। एक तरफ गेट लॉक था, दूसरी तरफ से भीड़ आई। उन लोगों ने हमला कर दिया, तोड़-फोड़ शुरू कर दी। जबकि पुलिस ने हम लोगों को आश्वास्त किया था कि फोर्स तैनात है। यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। धर्मेंद्र यादव बोले- चेतावनी पहले से दी गई थी, पुलिस जाने क्या करती रही
हरि सिंह कहते हैं- तलवार और पत्थर लेकर लोग घुस आए। वे लोग पत्थर फेंकते आए थे। हाथों में तलवारें थीं। प्रशासन ने पूरी ढील दी। 300-400 आदमी थे। हमारे सामने हमला हुआ। लोग घरों में दुबक गए। सुरेंद्र कुमार ने कहा- इस हमले के बाद पूरा दलित समाज आंदोलन का मन बना रहा है। घटना के वक्त वहां मौजूद धर्मेंद्र यादव कहते हैं- 1 हफ्ते से रामजीलाल सुमन पर हमले की चेतावनी दी जा रही थी। एक संगठन ने साजिश के तहत हमला भी कर दिया। कुबेरपुर से लेकर सपा सांसद के घर तक भीड़ आ रही थी, तब पुलिस क्या कर रही थी? आप देख सकते हैं कि कितनी तोड़-फोड़ की गई? पुलिस तो असहाय ही दिखी। हम कह सकते हैं कि इस सत्ता में अपराधी बेखौफ हैं। सपा सांसद का पौत्र और बहू घर के अंदर मौजूद थे। दयाराम ने कहा- पुलिस तो पहले ही आ गई थी, फिर भी लोग हमला करते हुए आ गए। उन्हें पुलिस रोक नहीं सकी। किसी से कोई बातचीत नहीं हुई, उन्हें सिर्फ हमला कर दिया। घर में घुस जाते, तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी। अब जानिए करणी सेना के इकट्‌ठा होने का मामला… सांसद के घर पर ‘राणा सांगा की जय’ लिखने के लिए इकट्‌ठा हुए
इस मामले की शुरुआत युवा क्षत्रिय करणी सेना (हरियाणा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा के सोशल मीडिया पर सांसद के घर पर ‘राणा सांगा की जय’ लिखने का ऐलान करने से हुई। आगरा में कुबेरपुर इंटरचेंज पर सुबह 10 बजे से करणी सेना के कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हुआ। करीब 10.30 बजे ओकेंद्र राणा अपने साथियों के साथ कुबेरपुर पहुंचे। उनके पहुंचने तक वहां पर 150-200 लोग इकट्‌ठे हो चुके थे। इसके कुछ देर बाद करणी सेना के वीरू प्रताप भी अपने साथियों के साथ पहुंचे। वहां पर पहले से 2 बुलडोजर मंगाए गए थे। उस वक्त वहां करीब 10 पुलिस वाले मौजूद थे। उन्होंने लोगों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन, दोपहर करीब 12.30 बजे तक ये लोग बुलडोजर पर सवार होकर अपने काफिले के साथ सांसद रामजीलाल सुमन के घर की तरफ निकल पडे़। रास्ते में पुलिस ने इनको 2-3 जगह रोकने का प्रयास किया। बुलडोजर से कार्यकर्ताओं को उतार लिया गया। जहां पुलिस तैनात थी, उसे छोड़कर दूसरे गेट से दाखिल हुए
पुलिस करणी सेना के लोगों को रोक नहीं पाई। दोपहर करीब 1.15 बजे कार की छत पर सवार होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद के घर तक पहुंच गए। यहां पर पुलिस फोर्स तैनात थी। हरीपर्वत चौराहे के पास बेरिकेडिंग की गई थी। लेकिन, कार से बेरिकेडिंग तोड़ते हुए करणी सेना के लोग आगे बढ़ गए। सांसद के घर के जिस गेट पर फोर्स थी, वहां से न जाकर ये लोग मुख्य गेट से अंदर घुस गए। करणी सेना के लोग टुकड़ियों में सांसद के घर के आसपास पहले से मौजूद थे। अचानक एक साथ भीड़ पहुंचने से पुलिस उन्हें संभाल नहीं सकी। अब उपद्रव के 20 मिनट का हाल करणी सेना ने मोर्चा लेने वाले सपा समर्थकों को ढूंढ़कर पीटा
पुलिस सुरक्षा को चीरते हुए ओमेंद्र राणा और वीरू प्रताप सांसद के घर के गेट तक पहुंच गए। उन्होंने गेट को तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोका, तो धक्का-मुक्की हो गई। सांसद के समर्थक भी वहां मौजूद थे। करणी सेना के लोगों ने बाहर रखी कुर्सियों को घर पर फेंकना शुरू कर दिया। सपा समर्थकों ने भी विरोध किया। दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। कुछ लोगों ने सपा सांसद के घर के शीशों पर पत्थर मारने शुरू दिए। इससे सोसाइटी में खड़ी 8 गाड़ियों के शीशे टूट गए। पुलिस लोगों को अंदर जाने से रोकने का प्रयास करती रही। करणी सेना के लोगों की संख्या को देखते हुए सपा समर्थक भाग निकले। करणी सेना के लोगों ने सपा समर्थकों को ढूंढ़कर पीटा। पुलिस ने किया लाठीचार्ज
करीब 15 मिनट तक चले बवाल में कई पुलिस वालों के पत्थर लग गए। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार, संजय प्लेस चौकी इंचार्ज योगेश कुमार समेत 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए, उनके खून बहने लगा। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे भगदड़ मच गई और करणी सेना के लोग भाग निकले। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पैर टूटा
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह ने X पर लिखा- राणा सांगा जी के सम्मान में आज आगरा में इतिहास लिखा गया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, मेरा पैर टूट गया है। वहीं, करणी सेना युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा- सांसद रामजीलाल सुमन ने क्षत्रिय समाज के महापुरुष के खिलाफ ओछी बात कही है। हमारे महापुरुष और पूर्वजों को कोई भी गाली दे जाता है। सांसद के घर की हर ईंट पर राणा सांगा लिखना है। इस बार हम माफ नहीं करेंगे। अगर माफी मांगनी है तो रूपवास में महाराणा सांगा के स्मारक पर नाक रगड़कर माफी मांगनी पडे़गी। राजपूत और क्षत्रिय समाज एकजुट होकर दिखा दे कि कोई भी हमारे महापुरुषों के लिए कुछ बोलने से पहले सोचे। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट लिखकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा- हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही। अब पढ़िए सपा सांसद ने राज्यसभा में क्या कहा था… सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। ———————– यह खबर भी पढ़ें… वाराणसी में कोचिंग जा रही छात्रा को कुचला, हंगामा, भीड़ ने ड्राइवर को दौड़ाकर पकड़ा, परिजन बोले- दरोगा ने रिश्वत लेकर छोड़ा, शव हटाया वाराणसी के सारनाथ में कोचिंग जा रही 12वीं की छात्रा को ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचल दिया। छात्रा की मौके पर मौत हो गई, उसकी चचेरी बहन घायल है। लोगों ने ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर को दौड़ाकर पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… जगह : सपा सांसद रामजीलाल सुमन का घर, आगरा समय : सुबह 9 बजे, 26 मार्च, 2025 MG रोड पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर के बाहर उनके समर्थक जुटने लगे। 30 मिनट के अंदर 30-35 पुलिस के जवानों ने सांसद के घर को घेर लिया। उधर, यहां से 15km दूर कुबेरपुर इंटरचेंज (यमुना एक्सप्रेस-वे) पर करणी सेना के लोग इकट्‌ठा हो रहे थे। दरोगा ने सांसद के समर्थकों को हिदायत दे दी कि आप लोग घर के अंदर रहेंगे। बाहर जो भी होगा, हम संभाल लेंगे। दोपहर करीब 1.15 बजे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र और वीरू गाड़ी की छत पर बैठकर सांसद के घर जा पहुंचे। 50 गाड़ियों के काफिले में करणी सेना के लोग मौजूद थे। 2 बुलडोजर भी इस काफिले में शामिल थे। इस दौरान पुलिस बेरिकेडिंग को तोड़कर करणी सेना आगे बढ़ती रही। सांसद के घर का गेट तोड़ने का प्रयास किया। घर पर पथराव किया, कुर्सियां फेंकीं। रोकने का प्रयास करने वाले पुलिस के 14 जवान घायल हो गए। करीब 1.40 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज कर करणी सेना को खदेड़ दिया। इसके बाद देर रात तक आगरा की सड़कों और गलियों में सर्च ऑपरेशन जारी रहा। दैनिक भास्कर इस पूरे मामले को समझने के लिए सपा सांसद के घर पहुंची, वहां मौजूद लोगों से पूरी बात समझी। पढ़िए रिपोर्ट… तोताराम बोले- उनके पास लाठी-डंडे, हथियार थे
सांसद के घर में मौजूद तोताराम बताते हैं- मैं सुबह 9 बजे सपा सांसद के आवास के बाहर आ गया था। पुलिस ने कहा था कि आप लोग अंदर ही रहिएगा। इसके बाद हम लोग अंदर ही बैठ गए। नारेबाजी करते हुए करणी सेना के सैकड़ों लोग घर के कंपाउंड में घुस आए। हमने खिड़कियों से देखा कि कई लोगों के हाथ में तलवारें थीं। वे लोग लाठी-डंडे, सरिया और हथियार लिए थे। वो लाइसेंसी थे या नहीं, यह नहीं पता। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि अगर उन्हें पुलिस नहीं रोकती, तो कुछ लोगों को मार भी सकते थे। मुझे लगता है कि प्रशासन की मिलीभगत थी। क्योंकि पर्याप्त फोर्स तैनात ही नहीं की गई थी। पास में मेरा भी फ्लैट है, हम लोग बुरी तरह से डर गए थे। नीरज कांत ने कहा- उन्होंने सीधे हमला कर दिया
यहीं खड़े नीरज कांत कहते हैं- हम लोगों को पार्टी की तरफ से बुलाया गया था। दोपहर करीब 1.20 बजे पूर्व विधायक रणजीत सुमन के साथ बैठे हुए थे। हम 20-25 लोग थे। एक तरफ गेट लॉक था, दूसरी तरफ से भीड़ आई। उन लोगों ने हमला कर दिया, तोड़-फोड़ शुरू कर दी। जबकि पुलिस ने हम लोगों को आश्वास्त किया था कि फोर्स तैनात है। यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। धर्मेंद्र यादव बोले- चेतावनी पहले से दी गई थी, पुलिस जाने क्या करती रही
हरि सिंह कहते हैं- तलवार और पत्थर लेकर लोग घुस आए। वे लोग पत्थर फेंकते आए थे। हाथों में तलवारें थीं। प्रशासन ने पूरी ढील दी। 300-400 आदमी थे। हमारे सामने हमला हुआ। लोग घरों में दुबक गए। सुरेंद्र कुमार ने कहा- इस हमले के बाद पूरा दलित समाज आंदोलन का मन बना रहा है। घटना के वक्त वहां मौजूद धर्मेंद्र यादव कहते हैं- 1 हफ्ते से रामजीलाल सुमन पर हमले की चेतावनी दी जा रही थी। एक संगठन ने साजिश के तहत हमला भी कर दिया। कुबेरपुर से लेकर सपा सांसद के घर तक भीड़ आ रही थी, तब पुलिस क्या कर रही थी? आप देख सकते हैं कि कितनी तोड़-फोड़ की गई? पुलिस तो असहाय ही दिखी। हम कह सकते हैं कि इस सत्ता में अपराधी बेखौफ हैं। सपा सांसद का पौत्र और बहू घर के अंदर मौजूद थे। दयाराम ने कहा- पुलिस तो पहले ही आ गई थी, फिर भी लोग हमला करते हुए आ गए। उन्हें पुलिस रोक नहीं सकी। किसी से कोई बातचीत नहीं हुई, उन्हें सिर्फ हमला कर दिया। घर में घुस जाते, तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी। अब जानिए करणी सेना के इकट्‌ठा होने का मामला… सांसद के घर पर ‘राणा सांगा की जय’ लिखने के लिए इकट्‌ठा हुए
इस मामले की शुरुआत युवा क्षत्रिय करणी सेना (हरियाणा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा के सोशल मीडिया पर सांसद के घर पर ‘राणा सांगा की जय’ लिखने का ऐलान करने से हुई। आगरा में कुबेरपुर इंटरचेंज पर सुबह 10 बजे से करणी सेना के कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हुआ। करीब 10.30 बजे ओकेंद्र राणा अपने साथियों के साथ कुबेरपुर पहुंचे। उनके पहुंचने तक वहां पर 150-200 लोग इकट्‌ठे हो चुके थे। इसके कुछ देर बाद करणी सेना के वीरू प्रताप भी अपने साथियों के साथ पहुंचे। वहां पर पहले से 2 बुलडोजर मंगाए गए थे। उस वक्त वहां करीब 10 पुलिस वाले मौजूद थे। उन्होंने लोगों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन, दोपहर करीब 12.30 बजे तक ये लोग बुलडोजर पर सवार होकर अपने काफिले के साथ सांसद रामजीलाल सुमन के घर की तरफ निकल पडे़। रास्ते में पुलिस ने इनको 2-3 जगह रोकने का प्रयास किया। बुलडोजर से कार्यकर्ताओं को उतार लिया गया। जहां पुलिस तैनात थी, उसे छोड़कर दूसरे गेट से दाखिल हुए
पुलिस करणी सेना के लोगों को रोक नहीं पाई। दोपहर करीब 1.15 बजे कार की छत पर सवार होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद के घर तक पहुंच गए। यहां पर पुलिस फोर्स तैनात थी। हरीपर्वत चौराहे के पास बेरिकेडिंग की गई थी। लेकिन, कार से बेरिकेडिंग तोड़ते हुए करणी सेना के लोग आगे बढ़ गए। सांसद के घर के जिस गेट पर फोर्स थी, वहां से न जाकर ये लोग मुख्य गेट से अंदर घुस गए। करणी सेना के लोग टुकड़ियों में सांसद के घर के आसपास पहले से मौजूद थे। अचानक एक साथ भीड़ पहुंचने से पुलिस उन्हें संभाल नहीं सकी। अब उपद्रव के 20 मिनट का हाल करणी सेना ने मोर्चा लेने वाले सपा समर्थकों को ढूंढ़कर पीटा
पुलिस सुरक्षा को चीरते हुए ओमेंद्र राणा और वीरू प्रताप सांसद के घर के गेट तक पहुंच गए। उन्होंने गेट को तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोका, तो धक्का-मुक्की हो गई। सांसद के समर्थक भी वहां मौजूद थे। करणी सेना के लोगों ने बाहर रखी कुर्सियों को घर पर फेंकना शुरू कर दिया। सपा समर्थकों ने भी विरोध किया। दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। कुछ लोगों ने सपा सांसद के घर के शीशों पर पत्थर मारने शुरू दिए। इससे सोसाइटी में खड़ी 8 गाड़ियों के शीशे टूट गए। पुलिस लोगों को अंदर जाने से रोकने का प्रयास करती रही। करणी सेना के लोगों की संख्या को देखते हुए सपा समर्थक भाग निकले। करणी सेना के लोगों ने सपा समर्थकों को ढूंढ़कर पीटा। पुलिस ने किया लाठीचार्ज
करीब 15 मिनट तक चले बवाल में कई पुलिस वालों के पत्थर लग गए। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार, संजय प्लेस चौकी इंचार्ज योगेश कुमार समेत 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए, उनके खून बहने लगा। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे भगदड़ मच गई और करणी सेना के लोग भाग निकले। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पैर टूटा
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह ने X पर लिखा- राणा सांगा जी के सम्मान में आज आगरा में इतिहास लिखा गया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, मेरा पैर टूट गया है। वहीं, करणी सेना युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा- सांसद रामजीलाल सुमन ने क्षत्रिय समाज के महापुरुष के खिलाफ ओछी बात कही है। हमारे महापुरुष और पूर्वजों को कोई भी गाली दे जाता है। सांसद के घर की हर ईंट पर राणा सांगा लिखना है। इस बार हम माफ नहीं करेंगे। अगर माफी मांगनी है तो रूपवास में महाराणा सांगा के स्मारक पर नाक रगड़कर माफी मांगनी पडे़गी। राजपूत और क्षत्रिय समाज एकजुट होकर दिखा दे कि कोई भी हमारे महापुरुषों के लिए कुछ बोलने से पहले सोचे। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट लिखकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा- हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही। अब पढ़िए सपा सांसद ने राज्यसभा में क्या कहा था… सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था- भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर को अपना आदर्श नहीं मानता है। वो मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को आदर्श मानता है। ———————– यह खबर भी पढ़ें… वाराणसी में कोचिंग जा रही छात्रा को कुचला, हंगामा, भीड़ ने ड्राइवर को दौड़ाकर पकड़ा, परिजन बोले- दरोगा ने रिश्वत लेकर छोड़ा, शव हटाया वाराणसी के सारनाथ में कोचिंग जा रही 12वीं की छात्रा को ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचल दिया। छात्रा की मौके पर मौत हो गई, उसकी चचेरी बहन घायल है। लोगों ने ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर को दौड़ाकर पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर