सोहना नगर परिषद की जमीन पर कब्जे की कोशिश:भू-माफियाओं ने बोर्ड उखाड़े, जेसीबी से तोड़ी गई सड़कें

सोहना नगर परिषद की जमीन पर कब्जे की कोशिश:भू-माफियाओं ने बोर्ड उखाड़े, जेसीबी से तोड़ी गई सड़कें

हरियाणा के गुरुग्राम जिले के सोहना में भू-माफियाओं की दबंगई का मामला सामने आया है, जहां उन्होंने गांव रायपुर के पास करीब दो एकड़ शामलात पट्टी की सरकारी जमीन पर अवैध प्लाटिंग शुरू कर दी। यह जमीन करोड़ों रुपए की बताई जा रही है। नगर परिषद ने पहले ही इस जमीन पर अपने बोर्ड लगा रखे थे, जिनमें स्पष्ट लिखा था कि यह भूमि वार्ड नंबर 12 में स्थित शामलात पट्टी की है और किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है। कार्रवाई में जुटे नगर परिषद अधिकारी भू-माफियाओं ने न केवल इन बोर्डों को उखाड़ फेंका, बल्कि जमीन को समतल कर सड़कें बना दी और अवैध प्लाटिंग की कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की जानकारी मिलते ही नगर परिषद की टीम तुरंत कार्रवाई में जुट गई। परिषद ने जेसीबी की मदद से अवैध सड़कों को तोड़ दिया और प्लाटों की नींव को उखाड़ दिया। साथ ही ट्रैक्टर चलवाकर जमीन को पहले जैसी स्थिति में लाने का प्रयास किया। अवैध प्लाटिंग की अनुमति नहीं ; ईओ नगर परिषद की ईओ सुमन लता ने स्पष्ट किया है कि किसी भी कीमत पर वहां अवैध प्लाटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह भी पता चला है कि भू-माफियाओं ने शामलात पट्टी की कुछ जमीन को एग्रीमेंट के जरिए बेच दिया है, जिसकी जांच परिषद कर रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सभी शामलात जमीनें पंचायत या नगर निगम/परिषद के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। इस संबंध में सरकार की ओर से भी स्पष्ट निर्देश जारी किए जा चुके हैं। हरियाणा के गुरुग्राम जिले के सोहना में भू-माफियाओं की दबंगई का मामला सामने आया है, जहां उन्होंने गांव रायपुर के पास करीब दो एकड़ शामलात पट्टी की सरकारी जमीन पर अवैध प्लाटिंग शुरू कर दी। यह जमीन करोड़ों रुपए की बताई जा रही है। नगर परिषद ने पहले ही इस जमीन पर अपने बोर्ड लगा रखे थे, जिनमें स्पष्ट लिखा था कि यह भूमि वार्ड नंबर 12 में स्थित शामलात पट्टी की है और किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है। कार्रवाई में जुटे नगर परिषद अधिकारी भू-माफियाओं ने न केवल इन बोर्डों को उखाड़ फेंका, बल्कि जमीन को समतल कर सड़कें बना दी और अवैध प्लाटिंग की कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की जानकारी मिलते ही नगर परिषद की टीम तुरंत कार्रवाई में जुट गई। परिषद ने जेसीबी की मदद से अवैध सड़कों को तोड़ दिया और प्लाटों की नींव को उखाड़ दिया। साथ ही ट्रैक्टर चलवाकर जमीन को पहले जैसी स्थिति में लाने का प्रयास किया। अवैध प्लाटिंग की अनुमति नहीं ; ईओ नगर परिषद की ईओ सुमन लता ने स्पष्ट किया है कि किसी भी कीमत पर वहां अवैध प्लाटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह भी पता चला है कि भू-माफियाओं ने शामलात पट्टी की कुछ जमीन को एग्रीमेंट के जरिए बेच दिया है, जिसकी जांच परिषद कर रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सभी शामलात जमीनें पंचायत या नगर निगम/परिषद के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। इस संबंध में सरकार की ओर से भी स्पष्ट निर्देश जारी किए जा चुके हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर