भास्कर न्यूज | अमृतसर सारथी कला मंच की तरफ से कंपनी बाग में लोगों के बीच खेल प्रतियोगिता करवाई। खेल में विजय होने पर ईनाम के तौर पर कपड़े भेंट किए गए। कलाकारों और अधिकारियों के सहयोग से करवाए अनोखी खेल प्रतियोगिता में बच्चे, महिलाएं और पुरुष पहुंचे। इस मौके पर समाज सेवक सुमित चड्डा, डिंपल शर्मा मुख्य रूप से शामिल हुए। मंच के संचालक चंचल ने बताया कि कड़ाके की पड़ रही ठंड में शहर के कई ऐसे लोग हैं जो सड़कों में रहते हैं। उन लोगों को यह कपड़े बांटने के लिए खेल प्रतियोगिता करवाई गई ताकि उन्हें गर्म कपड़े दिए जा सके। इस खेल प्रतियोगिता में कई खेल करवाए गए। इस मौके पर परमिंदर गोल्डी, तरुण चावला, दीपक शर्मा, विक्रम सिंह समेत कई लोग मौजूद थे। भास्कर न्यूज | अमृतसर सारथी कला मंच की तरफ से कंपनी बाग में लोगों के बीच खेल प्रतियोगिता करवाई। खेल में विजय होने पर ईनाम के तौर पर कपड़े भेंट किए गए। कलाकारों और अधिकारियों के सहयोग से करवाए अनोखी खेल प्रतियोगिता में बच्चे, महिलाएं और पुरुष पहुंचे। इस मौके पर समाज सेवक सुमित चड्डा, डिंपल शर्मा मुख्य रूप से शामिल हुए। मंच के संचालक चंचल ने बताया कि कड़ाके की पड़ रही ठंड में शहर के कई ऐसे लोग हैं जो सड़कों में रहते हैं। उन लोगों को यह कपड़े बांटने के लिए खेल प्रतियोगिता करवाई गई ताकि उन्हें गर्म कपड़े दिए जा सके। इस खेल प्रतियोगिता में कई खेल करवाए गए। इस मौके पर परमिंदर गोल्डी, तरुण चावला, दीपक शर्मा, विक्रम सिंह समेत कई लोग मौजूद थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में सुपुर्द-ए-खाक हुआ पाक नागरिक:फाजिल्का में सीमा पार करते मारा गया था, सेना के जवानों ने की थी फायरिंग
अबोहर में सुपुर्द-ए-खाक हुआ पाक नागरिक:फाजिल्का में सीमा पार करते मारा गया था, सेना के जवानों ने की थी फायरिंग फाजिल्का में भारत-पाक बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों द्वारा की गई फायरिंग में मारे गए घुसपैठिए का शव अबोहर के पंजपीर स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। जहां मुस्लिम रीति रिवाजों के साथ शव को दफनाया गया। इस मौके पर संबंधित विभाग व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार, मृतक पाकिस्तानी नागरिक के शव को दफनाने को लेकर पिछले तीन दिनों से कशमकश चल रही है। जलालाबाद के गांव पक्का कालेवाला में शव को दफनाने को लेकर हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने पाक घुसपैठिए के शव को दफनाने का विरोध किया। गांव पक्के काले वाला में पाक नागरिक को दफनाने नहीं दिया गया l लोगों का कहना है कि यह दूसरे देश का नागरिक है, वह उसे अपने गांव में दफनाने नही देंगे l शुक्रवार को हुआ था विरोध जानकारी देते हुए गांववासियों ने बताया कि पुलिस द्वारा पाक नागरिक को उनके गांव में वक्फ बोर्ड की जगह बताकर वहां दफनाया जा रहा है l पुलिस के मुताबिक सरपंच के हस्ताक्षर करवा उनके द्वारा यहां पाकिस्तानी घुसपैठिए के शव को दफनाया जाना है l लेकिन गांव के लोग यह नहीं करने देंगे l ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान का नागरिक है उसका उनके साथ कोई लेना-देना नहीं है l इसलिए उनके गांव में दूसरे देश के नागरिक को दफनाने नहीं दिया जाएगा l
पंजाब में अमृतपाल के भाई की रिमांड पर सुनवाई आज:जालंधर पुलिस करेगी पूछताछ, ड्रग मामले में गिरफ्तारी, क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल
पंजाब में अमृतपाल के भाई की रिमांड पर सुनवाई आज:जालंधर पुलिस करेगी पूछताछ, ड्रग मामले में गिरफ्तारी, क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल पंजाब के श्री खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के बड़े भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को फिल्लौर कोर्ट से रिमांड नहीं मिला। इसको लेकर फिल्लौर पुलिस ने जालंधर सेशन कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, जिसमें रिमांड की मांग की गई थी। जिस पर आज यानी शुक्रवार को सुनवाई होगी। हैप्पी को फिल्लौर पुलिस ने उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से पकड़ा था। इनके पास से 4 ग्राम आइस बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के कारण पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल की है। जिस पर आज सुनवाई होगी। वहीं, हैप्पी और लवप्रीत जिस व्यक्ति से ड्रग्स लेकर आए थे, उसे पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मरवाहा का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपने क्रेटा गाड़ी में सवार होकर लुधियाना के हैबोवाल के रहने वाले संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ा लिया था। इस पर एसएसपी अंकुल गुप्ता ने कहा था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे वाली सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग्स लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी थी। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि झूठा पर्चा दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाखोरी की राजनीति की जा रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। इस झूठे केस में उच्च अधिकारी कैसे शामिल हैं, एसएसपी की प्रेसवार्ता से पता चलता है। आगे तो कभी गाड़ियों की चेकिंग हाईवे पर नहीं हुई, मगर आज ही होनी थी। ऐसे में पहले भी अमृतपाल सिंह के परिवार को टारगेट किया गया था। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहते था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू केस में DSP होगा बर्खास्त:सरकार ने मंजूरी दी; हाईकोर्ट ने कहा- SSP भी सस्पेंड होना चाहिए
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू केस में DSP होगा बर्खास्त:सरकार ने मंजूरी दी; हाईकोर्ट ने कहा- SSP भी सस्पेंड होना चाहिए पंजाब पुलिस की कस्टडी में गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू मामले में सस्पेंड DSP गुरशेर सिंह को नौकरी से हटाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है। सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान सरकार ने यह जानकारी दी। सरकार ने बताया कि इसकी फाइल पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन (PPSC) को भेज दी है। यह कार्रवाई SIT की रिपोर्ट के आधार पर की है। 25 अक्टूबर को गुरशेर सिंह को सस्पेंड किया था। उसके साथ 6 और अधिकारी सस्पेंड किए गए थे सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पंजाब DGP के बयान पर भी सवाल उठाया। कोर्ट ने कहा कि जब लॉरेंस इंटरव्यू का मामला उठा था तो उस समय DGP ने यह बात क्यों कही थी कि इंटरव्यू पंजाब में नहीं हुआ है। उन्होंने यह बात किस आधार पर कही थी। जेलों का विभाग DGP के अधीन नहीं आता है। ऐसे में उन्होंने ऐसा बयान कैसे दे दिया। DGP ने जल्दबाजी में पंजाब की जेलों को क्लीन चिट क्यों दी। हाईकोर्ट ने कहा कि अगर गलती हुई है ताे उसे मान लेना चाहिए। SIT ने SSP की नहीं बताई को कोई भूमिका
मोहाली के तत्कालीन एसएसपी विवेकशील सोनी के बारे में हाईकोर्ट ने कहा कि वह उस जिले के मुख्य अधिकारी थे। उन्हें भी सस्पेंड किया चाहिए। इस पर सरकारी वकील ने कहा कि SIT ने उनकी कोई भूमिका नहीं बताई है। उन्हें पहले ही पब्लिक डीलिंग के पद से हटा दिया गया है। इसके साथ हाईकोर्ट ने लॉरेंस को लंबे समय तक CIA खरड़ में रखने संबंधी सवाल किया। कोर्ट ने कहा कि इस चीज की भी जांच होनी चाहिए। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू जारी होने के बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो उसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। 7 अधिकारी सस्पेंड किए
25 अक्टूबर को लॉरेंस के पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार 7 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश को सस्पेंड किया गया था।