हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में आज पांवटा साहिब के बहराल ब्लॉक में वन काटुओं द्वारा प्रतिबंधित खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला दी। मामले में वन विभाग की टीम ने दो आरोपियों को काबू किया है। जानकारी के अनुसार वन विभाग के अधिकारी अमरीक सिंह और विकास शर्मा बहराल बीट में गश्त कर रहे थे। गश्त दौरान गाड़ी पर पड़ी नजर इस दौरान वन विभाग की टीम की नजर सड़क किनारे खड़ी एक पिकअप पर पड़ी। जिसमें कुछ लोग खैर की लकड़ी लाद रहे थे। इसी दौरान जैसे ही आरोपियों ने वन विभाग की टीम को देखा तो वह पिकअप लेकर भागने का प्रयास करने लगे। इस दौरान टीम ने उनकी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वन माफिया टीम ने गाड़ी को अधिकारियों की टीम पर चढ़ाने का प्रयास करते हुए फरार हो गए। टीम ने घटनास्थल से दो आरोपियों जमशाद और हसीब को गिरफ्तार किया। पूछताछ में हुआ खुलासा पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्हें काम के लिए मुन्नावर और उसके भाई केशी ने पैसे दिए थे। फरार आरोपियों में सदाम, सादिक, जावेद, निशाद, टिंकू और कल्लू शामिल है। वन विभाग के गार्ड अमरीक सिंह का कहना है कि मौके से चार हरे खैर के पेड़ काटे गए है, जिसका बाजार मूल्य 2,76,064 रूपए है। उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को पकड़ा गया है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। वन मंडल पांवटा साहिब के डीएफओ ऐश्वर्या राज ने मामले की पुष्टि की। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में आज पांवटा साहिब के बहराल ब्लॉक में वन काटुओं द्वारा प्रतिबंधित खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला दी। मामले में वन विभाग की टीम ने दो आरोपियों को काबू किया है। जानकारी के अनुसार वन विभाग के अधिकारी अमरीक सिंह और विकास शर्मा बहराल बीट में गश्त कर रहे थे। गश्त दौरान गाड़ी पर पड़ी नजर इस दौरान वन विभाग की टीम की नजर सड़क किनारे खड़ी एक पिकअप पर पड़ी। जिसमें कुछ लोग खैर की लकड़ी लाद रहे थे। इसी दौरान जैसे ही आरोपियों ने वन विभाग की टीम को देखा तो वह पिकअप लेकर भागने का प्रयास करने लगे। इस दौरान टीम ने उनकी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वन माफिया टीम ने गाड़ी को अधिकारियों की टीम पर चढ़ाने का प्रयास करते हुए फरार हो गए। टीम ने घटनास्थल से दो आरोपियों जमशाद और हसीब को गिरफ्तार किया। पूछताछ में हुआ खुलासा पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्हें काम के लिए मुन्नावर और उसके भाई केशी ने पैसे दिए थे। फरार आरोपियों में सदाम, सादिक, जावेद, निशाद, टिंकू और कल्लू शामिल है। वन विभाग के गार्ड अमरीक सिंह का कहना है कि मौके से चार हरे खैर के पेड़ काटे गए है, जिसका बाजार मूल्य 2,76,064 रूपए है। उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को पकड़ा गया है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। वन मंडल पांवटा साहिब के डीएफओ ऐश्वर्या राज ने मामले की पुष्टि की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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