सिरसा जिले में सीआईए सिरसा व ऐलनाबाद पुलिस टीम ने बुधवार रात पोहड़का क्षेत्र में पिकअप गाड़ी छीनने की वारदात को सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। सीआईए सिरसा प्रभारी सब इंस्पेक्टर प्रेम कुमार ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा। सब्जियां लेकर ऐलनाबाद जा रहा था सुखबीर सिंह पुत्र दौलत राम निवासी गांव चाईया जिला हनुमानगढ़ राजस्थान ने ऐलनाबाद थाना में शिकायत दी थी कि उसकी गाड़ी पर सुरेश कुमार पुत्र ओम प्रकाश गांव चिलकनी ढाब ड्राइवर का काम करता है। 27 नवंबर 2024 को वह पिकअप गाड़ी में सब्जियां लाद कर चिलकनी ढाब से ऐलनाबाद की तरफ आ रहा था। ड्राइवर ने उसे फोन कर बताया कि गाड़ी के आगे एक मोटरसाइकिल पर तीन लड़के आए और गाड़ी छीनने का प्रयास कर रहे हैं। चिलकनी ढाब क्षेत्र से आरोपी को किया काबू थोड़ी देर बाद ड्राइवर का फोन स्विच ऑफ आने लगा। शिकायत के आधार पर ऐलनाबाद थाना पुलिस ने छीना झपटी का अभियोग दर्ज कर जांच शुरू दी। सीआईए प्रभारी ने बताया कि सीआईए व ऐलनाबाद थाना की एक पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर आरोपी को चिलकनी ढाब क्षेत्र से काबू कर लिया। गिरफ्तार किए आरोपी की पहचान पवन कुमार पुत्र भूप सिंह निवासी चिलकनी ढाब के रूप में हुई है। आरोपी पवन कुमार की निशानदेही पर छीनी गई पिकअप गाड़ी बरामद कर उसके दो अन्य साथियों की पहचान कर ली है, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। सिरसा जिले में सीआईए सिरसा व ऐलनाबाद पुलिस टीम ने बुधवार रात पोहड़का क्षेत्र में पिकअप गाड़ी छीनने की वारदात को सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। सीआईए सिरसा प्रभारी सब इंस्पेक्टर प्रेम कुमार ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा। सब्जियां लेकर ऐलनाबाद जा रहा था सुखबीर सिंह पुत्र दौलत राम निवासी गांव चाईया जिला हनुमानगढ़ राजस्थान ने ऐलनाबाद थाना में शिकायत दी थी कि उसकी गाड़ी पर सुरेश कुमार पुत्र ओम प्रकाश गांव चिलकनी ढाब ड्राइवर का काम करता है। 27 नवंबर 2024 को वह पिकअप गाड़ी में सब्जियां लाद कर चिलकनी ढाब से ऐलनाबाद की तरफ आ रहा था। ड्राइवर ने उसे फोन कर बताया कि गाड़ी के आगे एक मोटरसाइकिल पर तीन लड़के आए और गाड़ी छीनने का प्रयास कर रहे हैं। चिलकनी ढाब क्षेत्र से आरोपी को किया काबू थोड़ी देर बाद ड्राइवर का फोन स्विच ऑफ आने लगा। शिकायत के आधार पर ऐलनाबाद थाना पुलिस ने छीना झपटी का अभियोग दर्ज कर जांच शुरू दी। सीआईए प्रभारी ने बताया कि सीआईए व ऐलनाबाद थाना की एक पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर आरोपी को चिलकनी ढाब क्षेत्र से काबू कर लिया। गिरफ्तार किए आरोपी की पहचान पवन कुमार पुत्र भूप सिंह निवासी चिलकनी ढाब के रूप में हुई है। आरोपी पवन कुमार की निशानदेही पर छीनी गई पिकअप गाड़ी बरामद कर उसके दो अन्य साथियों की पहचान कर ली है, जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में पुराने भाजपाईयों के बगावती सुर:खोला का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान; सतीश- कापड़ीवास और सन्नी आज लेंगे निर्णय हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी पहली सूची में रेवाड़ी और कोसली सीट पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव को रेवाड़ी सीट से उतारा गया हैं, जबकि कोसली में उनकी जगह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खास पूर्व जिला पार्षद अनिल डहीना को मौका दिया गया हैं। दोनों ही प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पुराने भाजपाईयों में नाराजगी बढ़ गई है। रेवाड़ी से लंबे समय से तैयारी करने में लगे परिवार-पहचान-पत्र के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डा. सतीश खोला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हैं। जबकि रेवाड़ी से पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव और प्रशांत उर्फ सन्नी यादव भी आज बड़ा निर्णय ले सकते हैं। तीनों ही नेता अपने समर्थकों से मीटिंग करेंगे। सतीश खोला करेंगे प्रेस कांफ्रेंस सतीश खोला सुबह 11 बजे अपने रेवाड़ी सेक्टर-1 स्थित कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। इस बार सतीश खोला के अलावा पर्यटन निगम के चेयरमैन डा. अरविंद यादव, पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास या उनके भतीजे मुकेश कापड़ीवास, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव, पूर्व जिला पार्षद प्रशांत उर्फ सन्नी यादव टिकट की दावेदारी कर रहे थे। रणधीर सिंह कापड़ीवास, सतीश खोला और डा. अरविंद यादव संगठन के पुराने नेता हैं। ऐसे में उन्हें टिकट की सबसे ज्यादा आस थी। लेकिन पार्टी हाईकमान ने इस सीट पर संगठन और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह दोनों की पसंद से लक्ष्मण सिंह यादव को उतारा हैं। इसी तरह कोसली में पूर्व मंत्री विक्रम ठेकेदार, पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के पीए अभिमन्यु यादव टिकट की दौड़ में थे। इन दोनों को दरकिनार करते हुए पार्टी ने राव इंद्रजीत सिंह के खास अनिल डहीना को टिकट दे दी। ऐसे में विक्रम ठेकेदार भी कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। 2019 में बगावत के चलते हार गई थी बीजेपी बता दें कि, 2019 के चुनाव में भी बीजेपी में टिकट वितरण के बाद बगावत हो गई थी। राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर सीटिंग MLA रणधीर सिंह कापड़ीवास की टिकट काटकर सुनील मुसेपुर को चुनावी मैदान में उतारा गया था। जिसके बाद रणधीर सिंह कापड़ीवास ने बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने से कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव को फायदा मिला और वह जीत गए। हालांकि उस वक्त रणधीर सिंह कापड़ीवास के अलावा किसी दूसरे नेता ने बगावत नहीं की। कुछ इसी तरह के समीकरण इस बार भी बनते दिख रहे हैं। इस बार बगावत करने वालों की फेहरिस्त लंबी हो सकती हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए फिर से पांच साल पुरानी मुश्किल खड़ी हो सकती हैं। टिकट नहीं मिलने पर सतीश खोला ने कहा कि उन्होंने सालों तक पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया हैं। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि पार्टी इस बार उन्हें टिकट जरूर देगी। लक्ष्मण सिंह यादव का हक कोसली में था। उन्हें रेवाड़ी से उतारना हम जैसे कार्यकर्ताओं के लिए निराशा भरा हैं। इसलिए मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है। वहीं डा. अरविंद यादव का कहना है कि हम उम्मीद कर रहे थे कि टिकट मिलेगी, लेकिन जैसा पार्टी का फैसला। वहीं सतीश यादव का कहना है कि हम निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बाकी जनता जो फैसला करेगी उसके अनुरूप निर्णय लिया जाएगा। बावल सीट होल्ड पर रखी गई रेवाड़ी जिले की एक और सीट बावल में अभी बीजेपी की तरफ से किसी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई हैं। इस सीट पर सबसे मजबूत दावेदार कैबिनेट मंत्री डा. बनवारी लाल हैं। लेकिन इस बार उनकी भी टिकट की राह आसान नहीं दिख रही है। डा. बनवारी लाल केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के पुराने समर्थक हैं। लेकिन इस बार राव इंद्रजीत सिंह की उन्हें टिकट दिलाने के मूड में नहीं है। इसके पीछे का कारण डा. बनवारी लाल की राव इंद्रजीत सिंह से दूरिया और उनके विरोधी गुट में कहे जाने वाले नेताओं से नजदीकियां ज्यादा हो गई। यहीं कारण है कि राव इंद्रजीत सिंह बावल की टिकट बदलवाना चाहते हैं। डा. बनवारी लाल के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पैरवी कर रहे हैं। पेंच फंसने के कारण बीजेपी ने इस सीट को अभी होल्ड पर कर दिया है।
भाजपा अध्यक्ष बोले- कांग्रेस देख रही मुंगेरीलाल के सपने:विज कह रहे हैं तो बन जाएं मुख्यमंत्री, लेकिन बनना नायब सैनी को है
भाजपा अध्यक्ष बोले- कांग्रेस देख रही मुंगेरीलाल के सपने:विज कह रहे हैं तो बन जाएं मुख्यमंत्री, लेकिन बनना नायब सैनी को है हरियाणा में चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल को भारतीय जनता पार्टी ने मानने से इनकार कर दिया है। भाजपा अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने इसे गलत करार देते हुए दो महीने पहले के आंकड़ों पर आधारित बताया। इतना ही नहीं, उन्होंने पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के मुख्यमंत्री के दावे को भी खारिज करते हुए नायब सैनी को सीएम चेहरा बताया। भाजपा अध्यक्ष बड़ौली ने एक प्राइवेट चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि कांग्रेस मुंगेरी लाल के सपने देख रही है। भाजपा की इंटरनल रिपोर्ट के अनुसार पार्टी को कांग्रेस से अधिक सीटें मिल रही हैं और बहुमत भी हासिल हो रहा है। जानें मोहन बड़ौली ने क्या कहा- प्रश्न- एग्जिट पोल में कांग्रेस को बहूमत मिला है? उत्तर- दो महीने पहले के आंकड़ें पर ये एग्जिट पोल आए हैं। चुनावों में अंतिम एक सप्ताह बहुत होता है। लास्ट एक सप्ताह में बहुत सारा परिवर्तन होता है। वोटरों के मन कहां जमते हैं, वे लास्ट समय पर पता चलता है। लाइन में लगा वोटर भी अपने फैसले पर जमने का काम करता है। लास्ट समय पर जो बूथों से हमने जानकारी ली है, बीजेपी ने बड़ी मेहनत से काम करते हुए लोगों का विश्वास जीतने का काम किया है। लोगों का विश्वास भारतीय जनता पार्टी पर है। पूर्ण विश्वास से कहता हूं कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। प्रश्न- कांग्रेस बोल रही है- मुंगेरलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। उत्तर- मुंगेरीलाल के हसीन सपने कांग्रेस को देखने आते हैं। कांग्रेस वाले देख रहे हैं। आज का दिन और है। कल 7 बजे से परिणाम सामने आने शुरू हो जांएगे। वो मुंगेरीलाल के सपने कांग्रेस भूल जाएगी। प्रश्न- कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है? उत्तर- कहावत है्, घड़ी सूत ना पूनी, जुलाहे की खेत में लट्ठम लट्ठा। हरियाणा में एक और कहावत भी है- गांव बसने से पहले घूम जाते हैं। गांव अभी बसा नहीं और वे दौरा करने निकले हैं। ये सपना कांग्रेस का सुबह 7 बजे तक रहेगा। उसके बाद हरियाणा प्रदेश की जनता का फैसला कल खुलेगा और हरियाणा की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को जिताने का काम किया है। प्रश्न – कितनी सीटें भाजपा को मिलती दिख रही हैं? उत्तर- कांग्रेस से अधिक सीटें आ रही हैं और भाजपा पूर्ण बहूमत के साथ आ रही हैं। हैट्रिक लगाने का काम भारतीय जनता पार्टी करेगी। प्रश्न- अगर कोई कमी रहती है तो किसके साथ गठबंधन होगा? उत्तर- सरकार बनाने के लिए बहुत सारी संभावनाएं खुली रहती हैं, जिस प्रकार की सिचुएशन बनेगी, फैसला लिया जाएगा। बीती बार भी 40 विधायक हमारे थे। सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों की जरूरत थी। जब भाजपा बड़ी पार्टी के तौर पर आएगी तो सरकार बनाने का काम भी करेगी। प्रश्न- इनेलो या अन्य पार्टियों से संपर्क किया गया है? उत्तर- हम किसी के संपर्क नहीं हैं, पूरा हरियाणा हमारे संपर्क में है। जब परिणाम आएंगे, सीटों के हिसाब से जो भी जरूरी कदम होगा, उठाया जाएगा। प्रश्न – हरियाणा राजनीति के दो इतिहास हैं। एक, तीन बार सरकार नहीं बनी। दूसरा जो ऊपर सरकार रहती है, वही नीचे रहती है। उत्तर – ये 100 पर्सेंट सही है। जो सरकार केंद्र में रहती है, वहीं राज्य में रहती है। ये हरियाणा का स्वभाव है, हरियाणा के वोटरों का स्वभाव है। भाजपा तीसरी बार सरकार बनाएगी और इतिहास रचेगी। हरियाणा की जनता इतिहास रचने के लिए है और इतिहास रचती आई है। वोट ईवीएम में कैद हो चुके हैं। प्रश्न- भाजपा जीतेगी तो ईवीएम को दोषी ठहराया जाएगा। उत्तर- ये तो कांग्रेस की पुरानी आदत है कि वे ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं और ठहराएंगे। बीजेपी 100 फीसदी तैयार है। प्रश्न- अंतिम समय मुख्यमंत्री को बदलने का फैसला सही था या गलत? उत्तर- बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व जो फैसला करता है, वे एकदम ठीक करता है जो भी हुआ वह ठीक रहा। प्रश्न- अशोक तंवर, बरिंदर सिंह, कई नाम अंतिम समय में छोड़ गए? उत्तर – राजनीति में लोग ऐसे ही होते हैं, जिन्हें सम्मान हजम नहीं होता है। हमने सम्मान दिया, उन्हें हजम नहीं हुआ। उन्हें अब भी वही मिलेगा, जो पहले मिलता आया है। प्रश्न – रणजीत चौटाला को हिसार व अशोक तंवर को सिरसा से लड़ाया गया, क्या ये गलत फैसला था। उत्तर- पार्टी ने उन पर विश्वास कर जो फैसला लिया, वे सही था। प्रश्न- भाजपा नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री चेहरा चुन चुकी है। विज भी कह रहे हैं कि मैं भी मुख्यमंत्री बनूंगा। उत्तर – वे कह रहे हैं तो बन जाएंगे। कहकर बन जाएं मुख्यमंत्री। बनना तो नायब सैनी को है, उन्हें बनना है तो वो बन जाएंगे। हमारे नेता हैं वे। प्रश्न- कई भाजपा नेता बोल रहे हैं कि इंटरनल रिपोर्ट आ चुकी है। तो कितनी सीटें बीजेपी ला रही है? उत्तर- बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा, कांग्रेस से बहुत आगे हैं। स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनेगी।
नूंह में 9 गांवों के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे:कोई सुनवाई नहीं हुई, अब 4 जुलाई को महापंचायत, IMT रोजकामेव का काम रोकेंगे
नूंह में 9 गांवों के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे:कोई सुनवाई नहीं हुई, अब 4 जुलाई को महापंचायत, IMT रोजकामेव का काम रोकेंगे नूंह जिले के आईएमटी रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में मुआवजे को लेकर 29 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 9 गांवों के किसानों ने बुधवार शाम बड़ा निर्णय लेते कहा कि मुआवजे की सुनवाई को लेकर प्रशासन व सरकार को 26 जून तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अब किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई हैं। ऐसे अब किसानों ने ऐलान किया है कि 4 जुलाई को महापंचायत करने के साथ आईएमटी रोजकामेव में चल रहे सभी कार्यों को रोकेंगे। जिस तरह से सरकार उनकी नहीं सुन रही अब किसान भी नहीं सुनेंगे। किसान कमेटी के सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद सरपंच मेहरोला, दीनू नंबरदार रूपाहेड़ी, मोहम्मद एसपी, सब्बीर खेड़ी ने कहा कि पिछले 4 महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार मुआवजे पर कोई सुनवाई नहीं कर रहीं हैं। इसके चलते अब किसानों ने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 11 जून को जिला प्रशासन के साथ मीटिंग के बाद किसानों ने 15 दिन का अल्टीमेटम दिया कि अगर 26 जून तक सरकार को किसी प्रकार का कोई संतुष्ट जबाव नहीं मिला तो किसान अब कड़ा निर्णय लेगा। 26 जून तक सरकार की ओर से कोई बात सामने नहीं आई। अब किसानों ने 4 जुलाई को महापंचायत बुलाई है। जिसमें कई किसान संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे और इसके बाद आईएमटी रोजकामेव का काम बंद कराएंगे। मुआवजा बढ़ाने की मांग बता दें कि आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव खेड़ली कंकर, मेहरोला, बडेलाकी, कंवरसीका, रोजकामेव, धीरदोका, रूपाहेड़ी, खोड (बहादरी) और रेवासन के किसानों की वर्ष 2010 में 1600 एकड़ अधिग्रहण की जमीन की गई थी। उस दौरान किसानों की जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देकर प्रति एकड़ अधिग्रहण किया गया था, लेकिन इसके बाद सरकार ने फरीदाबाद के चंदावली, मच्छगर गांवों की जमीन को भी अधिग्रहण किया। वहां के किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जमीन को सस्ते दामों में सरकार पर लेने का आरोप लगाकर मुआवजा बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने किसानों को प्रति एकड़ 2 करोड़ की राशि देने के आदेश दिए थे। किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले इस दौरान जब 9 गांवों के किसानों को पता चला कि उक्त गांवों के किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले हैं तो उन्होंने भी लंबी लड़ाई लड़कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। जिस पर सरकार ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी जमीन को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की बात कही और उनसे एफिडेविट पर साइन करा लिए, ताकि किसान कोर्ट में ना जा सके और सभी किसानों को 21- 21 लाख रुपए देकर कहा कि आगे आपको 25-25 लाख रुपए ओर दे दिए जाएंगे, लेकिन आज तक भी किसानों को 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं।