हरियाणा के सिरसा शहर की एक महिला को बीमा पॉलिसी में मोटे मुनाफा देने का झांसा देकर 65 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक महिला व उसके पति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। मामले की छानबीन साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम द्वारा की जा रही थी। पुलिस दंपती से पूछताछ कर रही है। सिरसा के एसपी विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुमित कुमार निवासी करावल नगर दिल्ली व तानिया पत्नी सुमित कुमार निवासी अंबेडकर नगर दिल्ली के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इनके कब्जे से चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि इस घटना में संलिप्त पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशान देही पर ठगी की राशि बरामद की जाएगी और उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला के साथ हुई 65 लाख रुपए की ठगी के मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन सिरसा की एक विशेष टीम का गठन किया गया था। पकड़े गए आरोपियों और उनके सहयोगियों ने शहर सिरसा की महिला को बीमा पॉलिसी के नाम पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर 65 लाख रुपए की ठगी की थी। इस संबंध में 27 सितंबर 2023 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। हरियाणा के सिरसा शहर की एक महिला को बीमा पॉलिसी में मोटे मुनाफा देने का झांसा देकर 65 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक महिला व उसके पति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। मामले की छानबीन साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम द्वारा की जा रही थी। पुलिस दंपती से पूछताछ कर रही है। सिरसा के एसपी विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुमित कुमार निवासी करावल नगर दिल्ली व तानिया पत्नी सुमित कुमार निवासी अंबेडकर नगर दिल्ली के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इनके कब्जे से चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि इस घटना में संलिप्त पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशान देही पर ठगी की राशि बरामद की जाएगी और उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला के साथ हुई 65 लाख रुपए की ठगी के मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन सिरसा की एक विशेष टीम का गठन किया गया था। पकड़े गए आरोपियों और उनके सहयोगियों ने शहर सिरसा की महिला को बीमा पॉलिसी के नाम पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर 65 लाख रुपए की ठगी की थी। इस संबंध में 27 सितंबर 2023 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सिरसा में चेन स्नेचिंग का लाइव VIDEO:मंदिर में परिवार संग मत्था टेकने आई थी महिला; झपटमार के पीछे भागते हुए गिरी हरियाणा के सिरसा शहर के आईटीआई रोड स्थित काली माता मंदिर के बाहर एक युवक महिला के गले से सोने की चेन छीन कर ले गया। महिला उसके पीछे दौड़ी, लेकिन रोड पर गिर पड़ी। बाइक पर पति ने युवक का पीछा किया, लेकिन युवक अपने साथियों के साथ कार में सवार होकर डबवाली बाइपास की ओर फरार हो गया। स्नेचिंग के ये वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सिटी पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार हरि विष्णु कालोनी निवासी कपिल सेठी 21 जून की रात को अपनी पत्नी सुनीता और बच्चों के साथ बाइक पर सवार होकर काली माता के मंदिर में मत्था टेकने आया था। रात करीब साढ़े 8 बजे वह मत्था टेककर पत्नी और बच्चों के साथ मंदिर से बाहर आया। कपिल का कहना है कि उसकी पत्नी सुनीता बाइक के पीछे बैठी थी। इतने में पीछे से एक युवक आया और सुनीता के गले से सोने की चेन छीन कर भाग गया। सुनीता उसके पीछे भागी, लेकिन गिर गई। कपिल ने युवक का पीछा किया। कुछ ही दूरी पर युवक के साथी कार लेकर खड़े थे। वह कार में बैठकर फरार हो गया। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में ये वारदात कैद हो गई। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि बच्चों के साथ महिला अपने पति की बाइक पर बैठती है। वे चलने ही वाले होते हैं कि पास खड़े युवक ने पीछे से गले पर झपटा मार कर सोने की चेन तोड़ लेता है। महिला बाइक से उतर उसके पीछे भागती है, लेकिन कुछ कदम चलने पर गिर जाती है। उसका पति कुछ समझ नहीं पाता कि हुआ क्या है। महिला खड़े होकर पति के पास आती है और उनको जानकारी देती है। सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कपिल और सुनीता का बयान दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी में कैद युवक की फुटेज के आधार पर जल्द ही उसकी पहचान कर ली जाएगी।
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पानीपत में युवक ने किया सुसाइड:6 महीने पहले हुई थी शादी; शराब पीकर लगाई फांसी, पत्नी गई थी मंदिर हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी में एक युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर में फंदा लगा लिया। युवक ने उस वक्त ये कदम उठाया, जब घर पर कोई नहीं था। उसकी पत्नी मंदिर गई हुई थी। जिस बहन के पास रहता था वह भी अपनी बेटी संग काम पर गई हुई थी। पत्नी जब मंदिर से वापस लौटी, तो घटना का पता लगा। उसने चीख पुकार कर स्थानीय लोगों को मौके पर इकट्ठा किया। साथ ही ननद को भी फोन कर बुलाया। सभी तुरंत घर पहुंचे। जिसके बाद उसे फंदे से नीचे उतारा। आनन-फानन में उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया। वहीं, पुलिस को भी सूचना दे दी गई। जीजा की मौत के बाद बहन के साथ रहता था
जानकारी देते हुए प्रीति ने बताया कि मृतक साजन (29) उसका भाई था। उसकी 1 जनवरी 2024 को ज्वालापुर की रहने वाली रजनी के साथ शादी हुई थी। प्रीति ने बताया कि काफी समय पहले उसके पति की मौत हो चुकी है। जिसके बाद उसका भाई उसके साथ ही कुटानी रोड पर रहता था। वह मूल रूप से करनाल का रहने वाला था। रविवार सुबह वह अपनी बेटी के साथ काम पर चली गई थी। कुछ देर बाद रजनी भी मंदिर चली गई थी। तीन दिन से साजन लगातार शराब पी रहा था। इसी बीच उसने खुद को घर में अकेला पाकर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बड़े भाई ने भी किया था सुसाइड
प्रीति ने बताया कि उसके बड़े भाई राजा ने भी लॉकडाउन के दिनों में इसी तरह सुसाइड किया था। मरने से पहले उसने भी तीन दिन तक लगातार शराब पी थी। इसी बीच उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। अब साजन की मौत के बाद भी दोनों भाइयों के आत्महत्या के कारणों का भी राज दफन हो गया।
कांग्रेस की एग्रेसिव जाट पॉलिटिक्स से छिटके बाकी वर्ग:19 जाट MLA में 13 कांग्रेस के; सभी 6 अहीर BJP के, पंजाबी-ब्राह्मण और वैश्य-गुर्जर भी ज्यादा
कांग्रेस की एग्रेसिव जाट पॉलिटिक्स से छिटके बाकी वर्ग:19 जाट MLA में 13 कांग्रेस के; सभी 6 अहीर BJP के, पंजाबी-ब्राह्मण और वैश्य-गुर्जर भी ज्यादा ‘ कोई व्यक्ति, नेता या राजनीतिक दल जब सोसाइटी में दबंग समझी जाने वाली बिरादरी की तरफ एक हद से ज्यादा झुकाव और एग्रेशन दिखाने लगे तो बाकी पिछड़े और उपेक्षित वर्ग न सिर्फ उस व्यक्ति, नेता या पार्टी से किनारा कर लेते हैं, बल्कि अंदरखाते उसके खिलाफ एकजुट भी हो जाते हैं।’ यह एक सामान्य फिनोमिना है। हरियाणा चुनाव के नतीजे कुछ हद तक इसी को दिखाते हैं। चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने जाट कम्युनिटी की तरफ जिस तरह का झुकाव और एग्रेशन दिखाना शुरू कर दिया था, उसे देखकर OBC, ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और कुछ हद तक SC बिरादरी खुद को अलग-थलग महसूस करने लगी थी। कांग्रेस की इस पॉलिटिक्स से इन बिरादरियों के मन में कहीं न कहीं असुरक्षा का भाव भी आ गया। इसे BJP के थिंक-टैंक ने भांप लिया। उसके बाद लगातार सैलजा के अपमान और उपेक्षा के मुद्दे को उठाया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि जाटों को छोड़कर दूसरे वर्गों का बड़ा हिस्सा अपनी नाराजगी को छोड़ते हुए भाजपा के साथ आ गया। करनाल की असंध सीट से हारे कांग्रेस कैंडिडेट और पूर्व MLA शमशेर सिंह गोगी ने भी पार्टी की पराजय की यही वजह बताई। दूसरी ओर कांग्रेस के रणनीतिकार, खासकर हुड्डा कैंप, वोटिंग के दिन तक सैलजा से जुड़े मुद्दे का कोई ऐसा हल नहीं निकाल पाया जो पार्टी को हो रहे नुकसान को रोक ले। कुछ हद तक इसके लिए उनका ओवर कॉन्फिडेंस भी जिम्मेदार रहा। अब नतीजा सबके सामने है। कैंडिडेट्स के ऐलान से लेकर चुनाव प्रचार तक, कांग्रेस का जोर 22 से 25% जाटों और 20 से 22% SC मतदाताओं पर रहा। इसके मुकाबले भाजपा ने अपनी गैर-जाट पॉलिसी पर चलते हुए 30 से 32% OBC, 9 से 10% पंजाबी, 8 से 9% ब्राह्मण वोटरों पर फोकस किया। कांग्रेस ने BJP से करीब दोगुने टिकट जाटों को दिए, दोनों दलों के 50% जाट जीते
कांग्रेस ने 90 विधानसभा सीटों में से 27 पर जाट बिरादरी के कैंडिडेट उतारे। इनमें से 13 जीते। गैर-जाट की राजनीति करने वाली BJP ने 16 सीटों पर जाट नेताओं को उतारा। उसके 6 उम्मीदवार विजयी रहे। 13 सीटों पर दोनों पार्टियों के जाट कैंडिडेट आमने-सामने थे। इनमें से 9 सीटें कांग्रेस और 4 भाजपा ने जीतीं। बड़ी बात यह है कि BJP ने इस बार हुड्डा का गढ़ कहे जाने वाले सोनीपत जिले की 6 में से 4 सीटों पर जीत हासिल की। यहां की खरखौदा और गोहाना सीट तो भाजपा ने पहली बार जीती। 2014 और 2019 की मोदी वेव में भी पार्टी ये दोनों सीटें नहीं जीत पाई थी। सोनीपत की बची हुई 2 में से गन्नौर सीट पर भी BJP के बागी देवेंद्र कादियान विजयी रहे। हुड्डा के इस गढ़ में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर विजय मिली। कांग्रेस के जाट कैंडिडेट के सामने BJP का गैर जाट कार्ड
11 विधानसभा सीटें ऐसी भी रहीं जहां कांग्रेस के जाट उम्मीदवार के सामने भाजपा ने दूसरी बिरादरियों के कैंडिडेट उतारे। भाजपा ने ऐसी 4 सीटों पर ब्राह्मण, 2 पर वैश्य और 1-1 सीट पर बिश्नोई, बैरागी, गुर्जर, सैनी व सिख चेहरे को टिकट दिया। इन 11 में से 8 सीटें BJP की झोली में गईं। कांग्रेस के जाट कैंडिडेट सिर्फ 3 सीट पर जीत पाए। जाट बाहुल्य उचाना, गोहाना व पलवल में BJP का गैर जाट कार्ड फिट बैठा। अन्य पार्टियों की बात करें तो इनेलो के दोनों विधायक जाट बिरादरी के हैं। इस बार विजयी रहे 3 निर्दलीय में से भी 2 जाट कम्युनिटी से ताल्लुक रखते हैं। 3 सीटें ऐसी, जहां भाजपा के जाट कैंडिडेट, कांग्रेस ने गैर जाट उतारे
प्रदेश की 3 विधानसभा सीटें ऐसी भी रहीं, जहां BJP ने जाट बिरादरी को टिकट दिए और उनके सामने कांग्रेस ने दूसरी बिरादरी को टिकट दिया। उसने 1 सीट पर पंजाबी, 1 पर ब्राह्मण और 1 पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारा। इनमें से दो सीटें कांग्रेस ने जीतीं, जबकि एक भाजपा के खाते में गई। 17 OBC विधायकों में से 14 भाजपा के
30% आबादी वाली OBC बिरादरी पर भाजपा और कांग्रेस का बराबर फोकस रहा। दोनों दलों ने OBC के 21-21 कैंडिडेट उतारे। 14 सीटों पर तो दोनों पार्टियों के उम्मीदवार OBC बिरादरी के थे। इस बिरादरी के जो 17 विधायक बने, उनमें 14 भाजपा और 3 कांग्रेस के हैं। रानियां सीट ऐसी रही, जहां दोनों दलों ने OBC उम्मीदवार उतारे थे। यहां बाजी इनेलो के अर्जुन चौटाला मार ले गए जो जाट बिरादरी से हैं। दोनों दलों में बंटे SC वोटर
इसी साल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान करने वाले SC वोटर विधानसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस और भाजपा में बंट गए। अनुसूचित जाति (SC) के लिए रिजर्व 17 सीटों में से कांग्रेस ने 9 और भाजपा ने 8 जीतीं। 2019 में भाजपा को 5, कांग्रेस को 7, JJP को 4 और निर्दलीय को एक रिजर्व सीट पर जीत मिली थी। पांचों मुस्लिम MLA कांग्रेस के
इस बार मुस्लिम बिरादरी के जो 5 विधायक बने हैं, वह पांचों कांग्रेस के हैं। मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले की तीनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार विजयी रहे। यमुनानगर की जगाधरी सीट से अकरम खान और पलवल की हथीन सीट से मोहम्मद इसराइल विधायक बने। नूंह जिले की तीनों सीटों पर 2019 में भी कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की थी।