सिरसा के 13 पटवारी सरकार की नजर में भ्रष्ट:सात ने रखे निजी सहायक, इंतकाल व तकसीम के नाम पर ले रहे रिश्वत प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट में 13 पटवारी हरियाणा के सिरसा जिले के भी शामिल हैं। इन 13 में से सात पटवारियों ने सहायक भी रखे हुए हैं। कोई रजिस्ट्री तो कोई इंतकाल की एवज में रिश्वत मांग रहा है। कोई बिना पैसा लिए तकसीम नहीं कर रहा है। खास बात यह है कि सिरसा के भ्रष्ट पटवारी औसतन दो हजार से पांच हजार रुपए की रिश्वत ले रहे हैं।
दरअसल, वित्तायुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में 370 पटवारियों को भ्रष्ट बताते हुए सूची जारी की गई है। इनमें से 170 पटवारियों पर सहायक रखने के आरोप हैं। इन सभी पर जमीन के खाते तकसीम करवाने, पैमाइश, इंतकाल, रिकॉर्ड दुरुस्त करने व नक्शा आदि बनवाने के नाम पर भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं। सहायक के तौर पर रखे गए प्राइवेट व्यक्ति इनके दलालों के तौर पर कार्य करते हैं। डीसी को इन कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 15 दिन में क्रियान्वयन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इन पटवारियों पर लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप दिग्विजय सिंह, बंसी बिश्नोई, राकेश कुमार मेहता, जसमेर सिंह, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, कुलदीप सिंह, कौर सिंह, हनुमान, बसंत सिंह प्रजापत, जोगिंद्र सिंह, सुखदेव सिंह, सुनील कुमार। ये है भ्रष्टाचार करने का तरीका……
– दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि रजिस्ट्री व इंतकाल करवाने की एवज में दो हजार से पांच हजार रुपए तक लेता है। इसका स्वयं का प्रॉपर्टी डीलिंग का काम है। गांव नेजिया निवासी सतपाल को इसने सहायक रखा हुआ है। यूनियन प्रधान बोले, किसने की जांच, इसका पता लगा रहे
पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के सिरसा जिला प्रधान लाभ सिंह ने बताया कि हमारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के साथ इस मसले पर चर्चा हुई है। हम पता लगा रहे हैं कि कौन जांच करके गया है। प्रदेश स्तर पर ही यूनियन की तरफ से आगामी फैसला लिया जाएगा।