पंजाब सीएम भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रधान पद छोड़ने की इच्छा जताई है। उनका कहना है कि वह सीएम पद के साथ ही सात साल से प्रधान पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। लेकिन वह चाहते हैं कि पार्टी को फुल टाइम प्रधान मिले। ताकि अन्य नेताओं को मौका मिल पाए। यह बात उन्होंने होशियारपुर के चब्बेवाल में कहीं है। उन्होंने कहा कि वह इस बात को पार्टी हाईकमान के सामने रखेंगे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही इस बारे में ऐलान हो सकता है। मान की अगुवाई में मिली थी 117 में से 92 सीटें सीएम मान ने बताया कि वह मुख्यमंत्री पद के साथ ही 13-14 जगह विभागों में जिम्मेदार संभाल रहे हैं। ऐसे में वह चाहते हैं कि वह सीएम पद की जिम्मेदारी संभालें। उन्होंने कहा कि वह बतौर वालंटियर काम करते रहेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस पद पर किसे देखना चाहते है ताे उनका जवाब था कि इस बारे में फैसला पार्टी को लेना है। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर बुद्ध राम को साल जून 2023 में कार्यकारी प्रधान लगाया गया था। याद रहे कि सीएम मान की अगुवाई में विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी ने 92 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनाव 2024, पंचायत चुनाव और अब चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव भी उनकी अगुवाई में हो रहे हैं। अब 2027 विधानसभा चुनाव पर फोकस जानकारों की मानें तो अब 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी कोशिश संगठन को मजबूत कर इस जंग को फतह करने है। हालांकि पार्टी प्रधान पद की जिम्मेदारी को देखते ही पार्टी कई समीकरणों पर काम करेगी। वहीं, सूत्रों की मानें तो इस चीज की तैयारी अंदर खाते चल रही थी। पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के विधायकों से एक एक मीटिंग कर उनकी राय भी जानी है। पंजाब सीएम भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रधान पद छोड़ने की इच्छा जताई है। उनका कहना है कि वह सीएम पद के साथ ही सात साल से प्रधान पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। लेकिन वह चाहते हैं कि पार्टी को फुल टाइम प्रधान मिले। ताकि अन्य नेताओं को मौका मिल पाए। यह बात उन्होंने होशियारपुर के चब्बेवाल में कहीं है। उन्होंने कहा कि वह इस बात को पार्टी हाईकमान के सामने रखेंगे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही इस बारे में ऐलान हो सकता है। मान की अगुवाई में मिली थी 117 में से 92 सीटें सीएम मान ने बताया कि वह मुख्यमंत्री पद के साथ ही 13-14 जगह विभागों में जिम्मेदार संभाल रहे हैं। ऐसे में वह चाहते हैं कि वह सीएम पद की जिम्मेदारी संभालें। उन्होंने कहा कि वह बतौर वालंटियर काम करते रहेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस पद पर किसे देखना चाहते है ताे उनका जवाब था कि इस बारे में फैसला पार्टी को लेना है। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर बुद्ध राम को साल जून 2023 में कार्यकारी प्रधान लगाया गया था। याद रहे कि सीएम मान की अगुवाई में विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी ने 92 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनाव 2024, पंचायत चुनाव और अब चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव भी उनकी अगुवाई में हो रहे हैं। अब 2027 विधानसभा चुनाव पर फोकस जानकारों की मानें तो अब 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी कोशिश संगठन को मजबूत कर इस जंग को फतह करने है। हालांकि पार्टी प्रधान पद की जिम्मेदारी को देखते ही पार्टी कई समीकरणों पर काम करेगी। वहीं, सूत्रों की मानें तो इस चीज की तैयारी अंदर खाते चल रही थी। पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के विधायकों से एक एक मीटिंग कर उनकी राय भी जानी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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AAP ने लोकसभा चुनाव में फरीदकोट सीट से करमजीत अनमोल को उम्मीदवार घोषित किया था। हालांकि, उन्हें आजाद उम्मीदवार खालिस्तान समर्थक सर्बजीत सिंह खालसा ने हरा दिया था। करमजीत सिंह अनमोल और CM भगवंत मान एक साथ काम कर चुके हैं। इसलिए दोनों काफी करीबी दोस्त हैं। करमजीत अनमोल का पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। करमजीत अनमोल ने पंजाब में कई सुपरहिट फिल्में की हैं। इनमें कैरी ऑन जट्टा 3, जी वाइफ जी, मां दा शोना, हनीमून, तेरी-मेरी गल बन गई जैसी फिल्में शामिल हैं। करमजीत अनमोल मूल रूप से संगरूर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1972 में हुआ था। पहले वह केवल कॉमेडी ही करते थे, लेकिन उन्हें गाना गाने का भी काफी शौक है। वह पंजाबी लोक गायक कुलदीप मानक के भतीजे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करमजीत ने 6 साल की उम्र से ही गाने का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। इसके अलावा उन्हें मिमिक्री का काफी शौक रहा है। करमजीत अनमोल की पढ़ाई भी उसी कॉलेज से हुई है, जहां से CM मान पढ़े हैं। दोनों साथ थिएटर भी करते थे। CM भगवंत मान का पॉडीवुड का करियर… कॉलेज के दौरान कलाकार बने मान
भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतौज गांव में हुआ। स्कूली पढ़ाई गांव के स्कूल से की। 11वीं में सुनाम के शहीद ऊधम सिंह कॉलेज में दाखिला लिया था। इसी दौरान मान ने कलाकारी की दुनिया में कदम रखा। वह कॉलेज के मंचों पर हास्य कलाकार की भूमिका निभाने लगे थे। शुरुआत में मान मंच पर टीवी एंकर की नकल करते थे। धीरे-धीरे मान कॉलेज यूथ फेस्टिवल में हिस्सा लेने लगे। इससे उन्हें प्रसिद्धि मिलनी शुरू हो गई। उन्होंने 2 बार पंजाबी यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद मान ने अपने साथी कलाकार जगतार जग्गी के साथ जोड़ी बनाई। हास्य कलाकार के रूप में बनाई पहचान
पंजाब में कई कॉमेडी शो करने के बाद CM मान ने 2008 में स्टार प्लस पर ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने पूरे देश में हास्य कलाकार के रूप में अपनी पहचान बना ली। बता दें कि मान नेशनल अवॉर्डी फिल्म मैं मां पंजाब की में भी काम कर चुके हैं। इसके बाद CM मान ने 2014 में AAP से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा। इसमें उन्होंने 2,11,721 मतों से जीत हासिल की थी। 2019 लोकसभा चुनाव में मान ने 1,11,111 मतों से जीत हासिल की थी। 2022 विधानसभा चुनाव में वह धूरी सीट से चुनाव लड़े। 58,206 मतों से जीत हासिल की और राज्य के CM बने। ————————- भगवंत मान की गायिकी से संबंधित यह खबर भी पढ़ें… पंजाब CM ने गाया गीत:गाड़ी में ‘सोने दे कंगणा’ सॉन्ग गाते नजर आए, साथ बैठे बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर सिंह ने की तारीफ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर एक आर्टिस्ट के रूप में लोगों का ध्यान खींचा है। इस बार उन्होंने पुराना पंजाबी गाना ‘सोने दे कंगणा’ गाया। भगवंत मान जब अपनी गाड़ी में बैठकर ये गीत गा रहे थे, उस समय उनकी गाड़ी में बॉलीवुड के मशहूर सिंगर सुखविंदर सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने गाने के बाद CM मान की आवाज की तारीफ की। पूरी खबर पढ़ें…
नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट पर पंजाब की असहमति:स्पीकर संधवां बोले- योजना प्राकृतिक प्रणालियों में बड़ी दखलअंदाजी, समीक्षा की जरूरत
नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट पर पंजाब की असहमति:स्पीकर संधवां बोले- योजना प्राकृतिक प्रणालियों में बड़ी दखलअंदाजी, समीक्षा की जरूरत केंद्र सरकार के नदियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट पर पंजाब सरकार सहमत नहीं है। पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित नदियों को आपस में जोड़ने की योजना को प्राकृतिक प्रणालियों में एक बड़ी दखलअंदाजी करार दिया है। उनका कहना है कि इस योजना की व्यापक समीक्षा और गहन जांच की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार की परियोजनाएं कृषि उत्पादकता और मानसून के पैटर्न पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। मानसून पैटर्न में हो सकता है बदलाव संधवां ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश में केन-बेतवा नदी जोड़ परियोजना का उद्घाटन किया है। हालांकि केंद्र सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में जल संसाधनों का पुनर्वितरण करने का उद्देश्य बताया है। लेकिन वैज्ञानिक शोध दर्शाते हैं कि इस प्रकार का हस्तक्षेप प्राकृतिक जल विज्ञान प्रणालियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। स्पीकर ने चिंता व्यक्त की कि बड़े पैमाने पर जल विज्ञान में परिवर्तन मानसून के स्थापित पैटर्न को बिगाड़ सकते हैं, जिससे कृषि स्थिरता को खतरा हो सकता है और देशभर में कई क्षेत्रों पर असर पड़ सकता है। उन्होंने पानी के संरक्षण और पुनर्चक्रण पहलों को प्राथमिकता देने का समर्थन किया और उन्नत जल शोधन और शुद्धिकरण कार्यक्रमों को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस तरह की है यह योजना गौ केन-बेतवा लिंक परियोजना राष्ट्रीय दृष्टि योजना के तहत 30 योजनाबद्ध पहलों की उद्घाटन परियोजना है, जिसे केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल संसाधन विकास और नदी संपर्क के लिए आयोजित किया गया है। इस परियोजना के तहत मध्य प्रदेश की केन नदी से उत्तर प्रदेश की बेतवा नदी में अतिरिक्त पानी स्थानांतरित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य सूखा प्रभावित बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई क्षमता को बढ़ाना है।