सुखजिंदर रंधावा ने विधायक पद से दिया इस्तीफा:गुरदासपुर से सांसद चुने गए, भाजपा के दिनेश बब्बू को हराया था

सुखजिंदर रंधावा ने विधायक पद से दिया इस्तीफा:गुरदासपुर से सांसद चुने गए, भाजपा के दिनेश बब्बू को हराया था

पंजाब के सीनियर कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने डेरा बाबा नानक सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी तरफ से पंजाब विधानसभा के स्पीकर को इस्तीफा भेज दिया गया है। वह गुरदासपुर से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। उन्होंने भाजपा के दिनेश बब्बू को चुनाव में मात दी है। उन्हें 364043 मत मिले है। वहीं वह मौजूदा समय में वह राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी भी है। 2 विधायकों का इस्तीफा रहा शेष इस बार लोकसभा चुनाव में कुल चार विधायकों ने चुनाव लड़ा था। इसमें कांग्रेस के डेरा बाबा नानक से विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व गिदड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, बरनाला से आप के विधायक व मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल है। इनमें से राज कुमार चब्बेवाल ने अपनी इस्तीफा पहले भी स्पीकर को भेज दिया था। जबकि अब सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस्तीफा भेजा है। वहीं, शेष रहते दोनों विधायकों को भी इस्तीफा देना होगा। इसके बाद स्पीकर द्वारा इस बारे में निर्वाचन आयोग की सूचित किया जाएगा। इसके बाद निर्वाचन आयोग द्वार इन विधायकों की सीटों पर उप चुनाव करवाने संबंधी फैसला लिया जाएगा। हालांकि जालंधर वेस्ट सीट के विधायक शीतल अंगुराल ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दिया था। जहां पर अब चुनाव होने जा रहा है। 20 जून तक सभी को देना होगा इस्तीफा कानूनी माहिरों की माने तो सांसद चुने गए सभी नेताओं को 20 जून से पहले इस्तीफा देना होगा। क्योंकि दोनों पदों एक समय में नहीं रहा जा सकता है। अगर विधायक तय समय में इस्तीफा नहीं देते है, तो निर्वाचन आयोग द्वारा उनकी लोकसभा सीट को खाली समझ लिया जाएगा। क्योंकि इन लोगों को 4 जून 2024 को यह लोग चुनाव जीते थे। इसके बादसभी लोकसभा सांसदों के निर्वाचन से संबंधित अधिसूचना 6 जून 2024 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई हैं। उस अधिसूचना के 14 दिनों में इस्तीफे संबंधी प्रक्रिया को पूरा करना हाेता है। पंजाब के सीनियर कांग्रेस नेता व पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने डेरा बाबा नानक सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी तरफ से पंजाब विधानसभा के स्पीकर को इस्तीफा भेज दिया गया है। वह गुरदासपुर से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। उन्होंने भाजपा के दिनेश बब्बू को चुनाव में मात दी है। उन्हें 364043 मत मिले है। वहीं वह मौजूदा समय में वह राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी भी है। 2 विधायकों का इस्तीफा रहा शेष इस बार लोकसभा चुनाव में कुल चार विधायकों ने चुनाव लड़ा था। इसमें कांग्रेस के डेरा बाबा नानक से विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व गिदड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, बरनाला से आप के विधायक व मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल है। इनमें से राज कुमार चब्बेवाल ने अपनी इस्तीफा पहले भी स्पीकर को भेज दिया था। जबकि अब सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस्तीफा भेजा है। वहीं, शेष रहते दोनों विधायकों को भी इस्तीफा देना होगा। इसके बाद स्पीकर द्वारा इस बारे में निर्वाचन आयोग की सूचित किया जाएगा। इसके बाद निर्वाचन आयोग द्वार इन विधायकों की सीटों पर उप चुनाव करवाने संबंधी फैसला लिया जाएगा। हालांकि जालंधर वेस्ट सीट के विधायक शीतल अंगुराल ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दिया था। जहां पर अब चुनाव होने जा रहा है। 20 जून तक सभी को देना होगा इस्तीफा कानूनी माहिरों की माने तो सांसद चुने गए सभी नेताओं को 20 जून से पहले इस्तीफा देना होगा। क्योंकि दोनों पदों एक समय में नहीं रहा जा सकता है। अगर विधायक तय समय में इस्तीफा नहीं देते है, तो निर्वाचन आयोग द्वारा उनकी लोकसभा सीट को खाली समझ लिया जाएगा। क्योंकि इन लोगों को 4 जून 2024 को यह लोग चुनाव जीते थे। इसके बादसभी लोकसभा सांसदों के निर्वाचन से संबंधित अधिसूचना 6 जून 2024 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई हैं। उस अधिसूचना के 14 दिनों में इस्तीफे संबंधी प्रक्रिया को पूरा करना हाेता है।   पंजाब | दैनिक भास्कर