भास्कर न्यूज | अमृतसर एसजीपीसी दफ्तर में शनिवार को अकाउंट्स क्लर्क दरबारा सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी सुखबीर सिंह, उसके 2 बेटों समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। थाना ई-डिवीजन में मृतक की पत्नी बलविंदर कौर ने अपने बयान में बताया है कि सुखबीर की लड़की विगत में घर से भाग गई थी और वह इसमें दरबारा का हाथ होने को लेकर शक करता था। बता दें कि खैराबाद निवासी दरबारा सिंह के दफ्तर में शनिवार को दोपहर करीब 1.15 बजे धर्म प्रचार कमेटी में ड्यूटी करने वाले सुखबीर निवासी जलालपुरा (वर्तमान 44 बी गोल्डन टैंपल कॉलोनी, सुल्तानविंड) अपने साथ कुछ लोगों को लेकर घुस आया और किरपाण से छाती पर 5 वार किए, जिससे दरबारा जमीन पर गिर गया। दरबारा को अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। दरबारा के बच्चे विदेश में रहते हैं और वह पत्नी के साथ यहां रहते हंै। उनकी 31 अक्टूबर को रिटायरमेंट थी। पुलिस ने मृतक दरबारा सिंह की पत्नी बलविंदर कौर के बयानों पर हत्या का मामला दर्ज किया है। बलविंदर कौर ने अपने बयान में बताया है कि कुछ दिन पहले सुखबीर की लड़की घर से भाग गई थी। इसमें वह दरबारा के हाथ होने का शक करता था और इसी को लेकर रंजिश रखने लगा था। इस बात को लेकर अकसर झगड़ा करता था। इसके बाद पुलिस ने सुखबीर के दोनों बेटों अर्श, साजन के अलावा मलकीत सिंह निवासी टाउन हाल रोड और एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं घटना के बाद एसजीपीसी ने आरोपी सुखबीर को सस्पेंड कर दिया हैं। पुलिस का कहना है कि मृतक दरबारा सिंह की पत्नी के बयानों पर केस दर्ज करके आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। आरोपियों को जल्द काबू कर लिया जाएगा। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित परिवार को जल्द बनता इंसाफ दिलवाया जाएगा। भास्कर न्यूज | अमृतसर एसजीपीसी दफ्तर में शनिवार को अकाउंट्स क्लर्क दरबारा सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी सुखबीर सिंह, उसके 2 बेटों समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। थाना ई-डिवीजन में मृतक की पत्नी बलविंदर कौर ने अपने बयान में बताया है कि सुखबीर की लड़की विगत में घर से भाग गई थी और वह इसमें दरबारा का हाथ होने को लेकर शक करता था। बता दें कि खैराबाद निवासी दरबारा सिंह के दफ्तर में शनिवार को दोपहर करीब 1.15 बजे धर्म प्रचार कमेटी में ड्यूटी करने वाले सुखबीर निवासी जलालपुरा (वर्तमान 44 बी गोल्डन टैंपल कॉलोनी, सुल्तानविंड) अपने साथ कुछ लोगों को लेकर घुस आया और किरपाण से छाती पर 5 वार किए, जिससे दरबारा जमीन पर गिर गया। दरबारा को अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। दरबारा के बच्चे विदेश में रहते हैं और वह पत्नी के साथ यहां रहते हंै। उनकी 31 अक्टूबर को रिटायरमेंट थी। पुलिस ने मृतक दरबारा सिंह की पत्नी बलविंदर कौर के बयानों पर हत्या का मामला दर्ज किया है। बलविंदर कौर ने अपने बयान में बताया है कि कुछ दिन पहले सुखबीर की लड़की घर से भाग गई थी। इसमें वह दरबारा के हाथ होने का शक करता था और इसी को लेकर रंजिश रखने लगा था। इस बात को लेकर अकसर झगड़ा करता था। इसके बाद पुलिस ने सुखबीर के दोनों बेटों अर्श, साजन के अलावा मलकीत सिंह निवासी टाउन हाल रोड और एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं घटना के बाद एसजीपीसी ने आरोपी सुखबीर को सस्पेंड कर दिया हैं। पुलिस का कहना है कि मृतक दरबारा सिंह की पत्नी के बयानों पर केस दर्ज करके आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। आरोपियों को जल्द काबू कर लिया जाएगा। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित परिवार को जल्द बनता इंसाफ दिलवाया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में 3 बच्चों के पिता ने की खुदकुशी:7 साल पहले यूपी से पंजाब में आया, छोटे भाई को भेजा काम पर
लुधियाना में 3 बच्चों के पिता ने की खुदकुशी:7 साल पहले यूपी से पंजाब में आया, छोटे भाई को भेजा काम पर लुधियाना में एक व्यक्ति ले फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक पेंट का काम करता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना लुधियाना के बाडेवाल की है। जहां पास ही फ्लैट में एक प्रवासी मजदूर रहता था। मृतक के भाई नंदलाल निवासी यूपी ने बताया कि वह काम पर गया हुआ था और उसका बड़ा भाई अमरनाथ काम पर नहीं गया, बल्कि घर पर ही रुक गया। देर शाम को जब वह घर लौटा तो देखा कि उसके भाई ने पंखे से फंदा लगा रखा था। जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। तीन बच्चों का पिता है अमरनाथ नंदलाल ने बताया कि उसका 36 वर्षीय बड़ा भाई अमरनाथ तीन बच्चों का पिता था। मृतक के भाई नंदलाल ने बताया कि सात साल पहले लुधियाना में रोजी रोटी कमाने आया था। उसने बताया कि उसका भाई पेंट का काम करता था। घर में किसी से कोई झगडा नहीं था। उसने खुदकुशी क्यों की इसका कुछ पता नहीं। पुलिस ने शुरू की जांच जांच करने पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतक के भाई के बयान पर पुलिस ने अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद ही मौत के कारणों का पता लग सकेगा।
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया
कपूरथला के MLA राणा की RSL पर सेबी का नोटिस:63 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया; 45 दिन का टाइम दिया कपूरथला के MLA और कांग्रेसी नेता राणा गुरजीत सिंह सहित के परिवार को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बड़ा झटका दिया है। जिससे राणा परिवार की आधिपत्य वाली राणा शुगर लिमिटेड (RSL) की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। सेबी ने RSL के निदेशक मंडल सहित पांच फर्मों को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं RSL सहित 6 फर्मों, चेयरमैन, एमडी, डायरेक्टर और प्रमोटर, राणा परिवार के सदस्य पर 63 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया। सेबी के MD की तरफ से जारी फाइनल ऑर्डर में 45 दिन के अंदर राशि का ऑनलाइन भुगतान करने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही RSL को पांच फर्मों से 15 करोड़ रुपए की जुर्माना राशि 60 दिन में रिकवर करने के भी आदेश जारी किए हैं। SEBI के मुख्य महाप्रबंधक जी रामर की ओर से 27 अगस्त को एक फाइनल ऑर्डर जारी किया गया। इसमें RSLके प्रमोटर्स से संबंधित संस्थाओं की ओर से RSL से फंड के डायवर्जन, RSL के वित्तीय विवरणों में गलत बयानी समेत कई कार्रवाई में आरोपी पाया गया। जिससे सेबी एक्ट-1992, सेबी के पीएफयूटीपी रेगुलेशन-2003 और एलओडीआर रेगुलेशन-2015 के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है। इसकी जांच अवधि वित्तीय वर्ष 2014-15 से वित्त वर्ष 2020-21 तक मानी गई है। कंपनी पर कमाई को डायवर्ट की योजना थी
SEBI की जांच में आरोप लगाया गया कि कंपनी ने अपने प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष और परिवार के अन्य सदस्यों सहित अपने प्रमोटर निदेशकों के साथ मिलकर आरएसएल के प्रबंध निदेशक और उनके परिवार के सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित कुछ निजी सीमित कंपनियों का उपयोग करके कंपनी की कमाई को डायवर्ट करने की योजना तैयार की थी। इन निजी कंपनियों को संबंधित पक्ष के रूप में नहीं दिखाया गया, भले ही ये अप्रत्यक्ष रूप से आरएसएल के प्रमोटरों ने इसके प्रबंध निदेशक सहित नियंत्रित थीं। परिणामस्वरूप इन निजी कंपनियों के साथ लेनदेन को भी संबंधित पक्ष के लेनदेन के रूप में नहीं दिखाया गया। इस पर सेबी ने आरएसएल के एमडी-कम-प्रमोटर इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर(राणा परिवार सदस्य), मनोज गुप्ता और पांच फर्म फ्लालेस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, जेआर बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरजे टैक्स फैब प्राइवेट लिमिटेड, आरजीएस ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्टॉक मार्केट में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इन सभी को इस आदेश के लागू होने की तारीख से दो साल की अवधि के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज मार्केट से खरीद, बिक्री या अन्यथा लेनदेन करने या किसी भी तरह से बाजार से जुड़े होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। राणा परिवार के 8 लोगों पर प्रतिबंध
SEBI चीफ की तरफ से जारी ऑर्डर में RSL के एमडी-कम-प्रमोट इंद्र प्रताप सिंह राणा, चेयरमैन-कम-प्रमोटर रणजीत सिंह राणा, डायरेक्टर-कम-प्रमोटर वीर प्रताप सिंह राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर राणा, प्रीत इंद्र सिंह राणा, सुखजिंदर कौर को दो साल के के लिए किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी के निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्ति के रूप में कोई भी पद धारण करने से भी प्रतिबंधित किया गया है। 45 दिन में 63 करोड़ के भुगतान के भी आदेश
SEBI ने नोटिस के मिलने से 45 दिन के भीतर आरएसएल समेत छह फर्मों और राणा परिवार के आठ सदस्यों व एक अन्य व्यक्ति पर लगे 63 करोड़ रुपए के जुर्माने की राशि के ऑनलाइन भुगतान के आदेश जारी किए हैं। जानकारी अनुसार राणा शुगर लिमिटेड को 7 करोड़, इंद्रप्रताप सिंह राणा को 9 करोड़, रणजीत सिंह राणा को 5 करोड़, वीरप्रताप सिंह राणा को 5 करोड़, गुरजीत सिंह राणा को 4 करोड़, करणप्रताप सिंह राणा को 4 करोड़, राजबंस कौर को 4 करोड़, प्रीत इंद्र सिंह राणा को 3 करोड़, सुखजिंदर कौर को 3 करोड़, मनोज गुप्ता को 4 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
लुधियाना में धुंध से विजिबिलिटी हुई कम:अमृतसर में लैंड करवानी पड़ी उप-राष्ट्रपति धनखड़ की फ्लाइट; PAU दौरा हुआ रद्द
लुधियाना में धुंध से विजिबिलिटी हुई कम:अमृतसर में लैंड करवानी पड़ी उप-राष्ट्रपति धनखड़ की फ्लाइट; PAU दौरा हुआ रद्द पंजाब में धुंध के कारण कम विजिबिलिटी होने पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की फ्लाइट को लुधियाना की बजाय अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा। आज उनका कार्यक्रम लुधियाना में था, लेकिन मौसम की स्थिति के कारण उप-राष्ट्रपति लुधियाना पहुंच ही नहीं पाए। जिसके बाद कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। मंगलवार दोपहर अचानक उप-राष्ट्रपति धनखड़ का विमान अमृतसर में लैंड करवाना पड़ा। एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले इसकी सूचना अमृतसर डीसी कार्यालय में दी गई। जिसके बाद डीसी अमृतसर साक्षी साहनी और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर सीधा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। वीआईपी मूवमेंट के चलते रनवे को खाली करवाया गया और उनका प्लेन अमृतसर में लैंड करवाया गया। अधिकारियों के साथ उप राष्ट्रपति की औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान यहां पर विमान की रीफ्यूलिंग की गई, जिसके बाद प्लेन दोबारा से इंदौर के लिए रवाना हो गया। PAU में आयोजित कॉन्फ्रेंस में पहुंचना था उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को आज लुधियाना की पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में पहुंचना था। जहां इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। उनके साथ-साथ पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान भी कार्यक्रम में थे। जब धनखड़ का कार्यक्रम रद्द हुआ तो राज्यपाल और सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक इंटरनेशनल स्कॉलर पहुंचे थे।