<p style=”text-align: justify;”><strong>MP Weather and AQI Update:</strong> मध्य प्रदेश में सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. इस सीजन में पहली बार रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे लुढ़का है. हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 9.5 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग का मानना है कि एक दिन बाद यानी 15 नवंबर से मौसम में सर्द हवाएं चल सकती हैं, जिससे सर्दी में इजाफा होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग ने बताया कि हिमालय की तरफ से वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी देखी गई है, जिसका प्रभाव मध्य प्रदेश के कई शहरों पर देखने को मिल सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश में किन जगहों पर कितना तापमान? </strong><br />हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे रहा है. इसके अलावा मंडला में 12, शहडोल-अमरकंटक में 12.7, शाजापुर में 12.8, बैतूल में 13.4, मलाजखंड में 14.2, राजगढ़ में 14.0, सीधी में 14.0, उमरिया में 14.1 और छिंदवाड़ा में 14.4 तापमान दर्ज किया गया है. बता दें कि प्रदेश में रात के वक्त एसी-कूलर का प्रयोग बंद हो चुका है. लोगों हल्की ठंड से बचने के लिए राजाईयों का इस्तेमाल कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पराली जलाने से बढ़ा प्रदूषण</strong><br />एक तरफ जहां प्रदेश में ठंड ने दस्तक दी है तो दूसरी ओर वायु प्रदूषण का स्तर नीचे गिरा है. राजधानी भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार रहा. प्रदेश में वायु प्रदूषण का ये स्तर बेहद गंभीर माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि देवउठनी ग्यारस के मौके पर आतिशबाजी और पराली जलाने के मौके पर हवा दूषित हो रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वायु के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मध्य प्रदेश नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर बृजेश सक्सेना के मुताबिक एआरआई की स्टडी के मुताबिक हवा को प्रभावित करने वाले कारकों में पराली जलाना भी शामिल है. पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है. शहरों के आसपास पराली जलाने के कारण हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है. कोहरे के दौरान वायु प्रदूषण और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदूषण से हृदयाघात का खतरा</strong><br />हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके वर्मा ने बताया, “वायु प्रदूषण फेफड़ों को गहराई तक नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं, जिस वजह से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती है. इस वजह से दिल का दौरा पड़ने की समस्या भी हो सकती है.” मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बीती रात भोपाल के टीटी नगर में एक्यूआई 314 रहा, जबकि कलेक्ट्रेट में 329 और पर्यावरण परिसर में 394 एक्यूआई रहा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/budhni-vijaypur-bypolls-2024-digvijaya-singh-targets-bjp-claims-many-voters-were-not-allowed-to-vote-ann-2822918″>बुधनी-विजयपुर मतदान पूरा होते ही राजनीति शुरू, दिग्विजय सिंह का आरोप- ‘कइयों को वोट नहीं करने दिया गया'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Weather and AQI Update:</strong> मध्य प्रदेश में सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. इस सीजन में पहली बार रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे लुढ़का है. हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 9.5 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग का मानना है कि एक दिन बाद यानी 15 नवंबर से मौसम में सर्द हवाएं चल सकती हैं, जिससे सर्दी में इजाफा होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग ने बताया कि हिमालय की तरफ से वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी देखी गई है, जिसका प्रभाव मध्य प्रदेश के कई शहरों पर देखने को मिल सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश में किन जगहों पर कितना तापमान? </strong><br />हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे रहा है. इसके अलावा मंडला में 12, शहडोल-अमरकंटक में 12.7, शाजापुर में 12.8, बैतूल में 13.4, मलाजखंड में 14.2, राजगढ़ में 14.0, सीधी में 14.0, उमरिया में 14.1 और छिंदवाड़ा में 14.4 तापमान दर्ज किया गया है. बता दें कि प्रदेश में रात के वक्त एसी-कूलर का प्रयोग बंद हो चुका है. लोगों हल्की ठंड से बचने के लिए राजाईयों का इस्तेमाल कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पराली जलाने से बढ़ा प्रदूषण</strong><br />एक तरफ जहां प्रदेश में ठंड ने दस्तक दी है तो दूसरी ओर वायु प्रदूषण का स्तर नीचे गिरा है. राजधानी भोपाल में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार रहा. प्रदेश में वायु प्रदूषण का ये स्तर बेहद गंभीर माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि देवउठनी ग्यारस के मौके पर आतिशबाजी और पराली जलाने के मौके पर हवा दूषित हो रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वायु के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मध्य प्रदेश नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर बृजेश सक्सेना के मुताबिक एआरआई की स्टडी के मुताबिक हवा को प्रभावित करने वाले कारकों में पराली जलाना भी शामिल है. पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है. शहरों के आसपास पराली जलाने के कारण हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है. कोहरे के दौरान वायु प्रदूषण और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदूषण से हृदयाघात का खतरा</strong><br />हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके वर्मा ने बताया, “वायु प्रदूषण फेफड़ों को गहराई तक नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं, जिस वजह से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती है. इस वजह से दिल का दौरा पड़ने की समस्या भी हो सकती है.” मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बीती रात भोपाल के टीटी नगर में एक्यूआई 314 रहा, जबकि कलेक्ट्रेट में 329 और पर्यावरण परिसर में 394 एक्यूआई रहा. </p>
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