हरियाणा के सिरसा लोकसभा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। सैलजा ने पत्र में सिरसा और फतेहाबाद के एंट्री पॉइंट दुरुस्त करने की मांग है। इसके साथ ही राजमार्ग पर 61 करोड़ की लागत से बनाए गए नाले की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की गई है। उन्होंने पत्र के माध्यम से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को बताया है कि हरियाणा के हिसार-सिरसा 4 लेन पर सिरसा और फतेहाबाद के एंट्री पाॅइंट पर लाइटों का प्रबंध करने और साइन बोर्ड लगाए जाने की मांग की है। कुमारी सैलजा की ओर से लिखा गया पत्र… सैलजा ने कहा कि यात्री में परेशान हो रहे उन्होंने बताया कि हिसार-सिरसा 4 लेन एनएच-10 पर फतेहाबाद नगर स्थित है। जब यात्री हिसार से फतेहाबाद और फतेहाबाद से सिरसा नगर में प्रवेश करते है, तो इस मार्ग पर पहली बार आने वाले यात्रियों को खासकर रात में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन दोनों ही एंट्री पॉइंट पर लाइट का कोई प्रबंध नहीं है और न ही किसी प्रकार के संकेतक लगे हुए हैं। ऐसे में यात्री वाहन गलत दिशा में चले जाते है या सीधे हाईवे पर चढ़ जाते हैं। सिरसा में प्रवेश करने वाला यात्री वाहन डबवाली की ओर चला जाता है, इसी प्रकार फतेहाबाद वाले वाहन भी गलत दिशा में चले जाते है। हिसार से डबवाली नेशनल हाईवे पर नाले की स्लैब टूटी सैलजा ने बताया कि हिसार से डबवाली के बीच मुख्य कस्बों और गांवों के पास करीब 41 किमी लंबा नाला दोनों तरफ बनाया गया है। जिस पर 61 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। नाले की स्लैब टूट जाने के कारण वह वर्तमान में अनुपयोगी है। साथ ही बारिश के पानी की निकासी के नाम पर जो करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए हैं, इसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हरियाणा के सिरसा लोकसभा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। सैलजा ने पत्र में सिरसा और फतेहाबाद के एंट्री पॉइंट दुरुस्त करने की मांग है। इसके साथ ही राजमार्ग पर 61 करोड़ की लागत से बनाए गए नाले की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की गई है। उन्होंने पत्र के माध्यम से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को बताया है कि हरियाणा के हिसार-सिरसा 4 लेन पर सिरसा और फतेहाबाद के एंट्री पाॅइंट पर लाइटों का प्रबंध करने और साइन बोर्ड लगाए जाने की मांग की है। कुमारी सैलजा की ओर से लिखा गया पत्र… सैलजा ने कहा कि यात्री में परेशान हो रहे उन्होंने बताया कि हिसार-सिरसा 4 लेन एनएच-10 पर फतेहाबाद नगर स्थित है। जब यात्री हिसार से फतेहाबाद और फतेहाबाद से सिरसा नगर में प्रवेश करते है, तो इस मार्ग पर पहली बार आने वाले यात्रियों को खासकर रात में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन दोनों ही एंट्री पॉइंट पर लाइट का कोई प्रबंध नहीं है और न ही किसी प्रकार के संकेतक लगे हुए हैं। ऐसे में यात्री वाहन गलत दिशा में चले जाते है या सीधे हाईवे पर चढ़ जाते हैं। सिरसा में प्रवेश करने वाला यात्री वाहन डबवाली की ओर चला जाता है, इसी प्रकार फतेहाबाद वाले वाहन भी गलत दिशा में चले जाते है। हिसार से डबवाली नेशनल हाईवे पर नाले की स्लैब टूटी सैलजा ने बताया कि हिसार से डबवाली के बीच मुख्य कस्बों और गांवों के पास करीब 41 किमी लंबा नाला दोनों तरफ बनाया गया है। जिस पर 61 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। नाले की स्लैब टूट जाने के कारण वह वर्तमान में अनुपयोगी है। साथ ही बारिश के पानी की निकासी के नाम पर जो करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिए हैं, इसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में स्कूल ड्रेस बदलवाने को लेकर पत्नी का कत्ल:दबाव डाला तो नशे में पति ने ब्लेड से गला काटा, फिर सुसाइड किया हरियाणा के रेवाड़ी में पति-पत्नी की गला कटी लाश मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दंपती के बीच शनिवार सुबह बच्चों की स्कूल ड्रेस बदलवाने को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद पति ने शराब के नशे में पत्नी का गला काटा और फिर खुद का भी ब्लेड से गला काटकर खुदकुशी कर ली। दोनों के शव चारपाई पर खून से लथपथ बरामद हुए थे। खोल थाना पुलिस रविवार को दोनों के शव का पोस्टमॉर्टम कराने की कार्रवाई में जुटी है। दोनों के शव चारपाई पर पड़े मिले
शनिवार दोपहर करीब 3 बजकर 15 मिनट कर सिकंदर की 15 साल की बेटी और 10 साल का बेटा स्कूल से घर पहुंचने के बाद कमरे में घुसे तो उसके माता-पिता दोनों घर में चारपाई पर खून से लथपथ पड़े हुए थे। ये देख दोनों बच्चों ने पहले शोर मचाया और फिर बेहोश हो गए। दादा मामूद्दीन के अलावा अन्य परिवार के लोग तुरंत कमरे में पहुंचे। वहां देखा तो सिकंदर और उसकी पत्नी मंजू दोनों के गला कटे हुए थे। पास में ही एक सेविंग ब्लेड पड़ा हुआ था। शराब पीने का आदी था सिकंदर गांव बलवाड़ी के पूर्व सरपंच बिरेंद्र सिंह ने बताया कि सिकंदर (35) शराब पीने का आदी था। अक्सर उसका पत्नी मंजू के साथ झगड़ा होता रहता था। झगड़े के चलते ही मंजू अपने मायके चली जाती थी। कुछ दिन पहले ही सिकंदर मंजू को मायके से लेकर आया था। शनिवार को सिकंदर दोनों बच्चों की स्कूल ड्रेस लेने के लिए बाजार गया था। बेटी की ड्रेस छोटी होने के कारण मंजू ने उसे बदलवाने के लिए सिकंदर को वापस दुकान पर भेजा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। सिकंदर शराब पीने का तो आदी था, लेकिन कल उसने शराब पी हुई थी या नहीं? ये हमे भी मालूम नहीं है। सिकंदर के पिता मामूद्दीन ने हमें भी इतनी ही जानकारी दी है। पिता सेना से रिटायर, सिकंदर कुछ नहीं करता था सिकंदर के पिता 72 वर्षीय मामूद्दीन सेना में सूबेदार के पद से रिटायर्ड हैं। सिकंदर कोई नौकरी-पेशा नहीं करता था। उसका परिवार पिता मामूद्दीन की सेना से मिलने वाली पेंशन पर निर्भर था। परिवार के मुताबिक, कुछ महीने तक सिकंदर रेवाड़ी शहर में किराए पर भी रहा, लेकिन 5 महीने पहले वापस गांव में अपने पैतृक घर में आकर रहने लग गया था। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने बताया कि कल दोपहर 3 बजे हमें पूर्व सरपंच ने फोन पर सूचना दी थी। सूचना के बाद हम तुरंत बलवाड़ी गांव पहुंचे तो वहां पत्नी के और पति के दोनों के गला कटा हुआ था। महिला के हाथ पर भी वार किया हुआ था। शक है की मृतक ने पहले पत्नी का कत्ल किया और फिर खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली। इसी आधार पर सिकंदर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।