हरियाणा में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाली पूर्व मंत्री किरण चौधरी पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तीखा हमला बोला है। उदयभान ने कहा है कि उनके जाने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। वह कह रही थीं कि कांग्रेस का हरियाणा में कोई भविष्य नहीं है। उन्हें जहां अपना भविष्य सुरक्षित लगा वहां चली गईं। उदयभान ने सवाल किया कि उनकी बेटी को टिकट नहीं मिली, इसलिए छोड़कर चली गईं। उन्हें (किरण) हर बार टिकट मिली। उन्हें कांग्रेस ने विधायक दल का नेता बनाया। उनकी बेटी (श्रुति) को कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बनाया, टिकट देकर सांसद बनाया। इस बार दूसरे आदमी को टिकट दे दी तो उन्हें कांग्रेस में भविष्य सुरक्षित नहीं लगा। नैना को सपोर्ट कर बंसीलाल के बेटे को हरवाया
उदयभान ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही किरण चौधरी हैं, जिन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला और चौधरी धर्मबीर के साथ मिलकर नैना चौटाला को सपोर्ट किया और बंसीलाल के बड़े पुत्र चौधरी महेंद्रा को हरवाने का काम किया था। उनसे मिलकर एक आदमी को टिकट दिलाया, जो रिजर्व कैटेगरी का था। उदयभान बोले कि यह वहीं किरण चौधरी हैं, जिन्होंने अजय माकन को राज्यसभा चुनाव हरवाने का काम किया था। वह इस तरह से कांग्रेस में रहकर कांग्रेस के साथ विश्वासघात करने में लगी हुई थीं।वह पहले से BJP से मिली हुई थीं। जहां उनका तालमेल चल रहा था, वह वहीं पर गई हैं। यह सबको पहले से पता था। राव दानसिंह बोले- किरण का मन पहले से था
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव हारे कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह ने कहा है कि लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं। उन्होंने (किरण चौधरी) राज्यसभा चुनाव में भी BJP को सपोर्ट किया। 2014, 2019 और 2024 में तीनों चुनाव में कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया। यह बहुत पहले हो जाना था, लेकिन आज हुआ ठीक हुआ। वह 3 चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने का काम करती रहीं और सिर्फ अपनी सीट बचाती रहीं। भाजपा से मिलीभगत कर पार्टी विरोधी काम किया। इस चुनाव में भी जो भी वह कर सकती थीं, किया। उन्होंने भितरघात किया, यह जगजाहिर हो चुका है। किरण चौधरी का मन पहले से ही बीजेपी से मिला हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद माना कि उनका मन पहले से BJP में था। किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण पर निशाना साधा
किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण चौधरी के BJP में शामिल होने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चौधरी बंसीलाल भले ही शरीर से हमारे बीच में नहीं थे, लेकिन उनके विचार जिंदा थे। पूर्व मंत्री किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने BJP में शामिल होकर उनके विचारों की हत्या की है, और उनकी आत्मा का सौदा किया। इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। वीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत, अशोक तंवर, कुलदीप बिश्नाई, जो CM बनने के लिए BJP में गए, आज वे कहां हैं। दूसरी पार्टियों से नेता BJP में आते तो दिखते हैं, लेकिन उसके बाद किसी को दिखाई नहीं देते। किरण का BJP में शामिल होना आत्मघाती कदम है। उन्होंने तोशाम हलके की उम्मीदों पर पानी फेरा है। जनता वोट की चोट से जवाब देगी। भले ही दुष्यंत चौटाला हों या जयंत चौधरी ने पद और पैसा पा लिया हो, लेकिन किसान कौम में उनका कोई सम्मान नहीं है। भले ही किरण चौधरी घर बैठ जातीं, लेकिन वह किसानों के हत्यारों के साथ खड़ी हैं। हरियाणा में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाली पूर्व मंत्री किरण चौधरी पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तीखा हमला बोला है। उदयभान ने कहा है कि उनके जाने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। वह कह रही थीं कि कांग्रेस का हरियाणा में कोई भविष्य नहीं है। उन्हें जहां अपना भविष्य सुरक्षित लगा वहां चली गईं। उदयभान ने सवाल किया कि उनकी बेटी को टिकट नहीं मिली, इसलिए छोड़कर चली गईं। उन्हें (किरण) हर बार टिकट मिली। उन्हें कांग्रेस ने विधायक दल का नेता बनाया। उनकी बेटी (श्रुति) को कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बनाया, टिकट देकर सांसद बनाया। इस बार दूसरे आदमी को टिकट दे दी तो उन्हें कांग्रेस में भविष्य सुरक्षित नहीं लगा। नैना को सपोर्ट कर बंसीलाल के बेटे को हरवाया
उदयभान ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही किरण चौधरी हैं, जिन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला और चौधरी धर्मबीर के साथ मिलकर नैना चौटाला को सपोर्ट किया और बंसीलाल के बड़े पुत्र चौधरी महेंद्रा को हरवाने का काम किया था। उनसे मिलकर एक आदमी को टिकट दिलाया, जो रिजर्व कैटेगरी का था। उदयभान बोले कि यह वहीं किरण चौधरी हैं, जिन्होंने अजय माकन को राज्यसभा चुनाव हरवाने का काम किया था। वह इस तरह से कांग्रेस में रहकर कांग्रेस के साथ विश्वासघात करने में लगी हुई थीं।वह पहले से BJP से मिली हुई थीं। जहां उनका तालमेल चल रहा था, वह वहीं पर गई हैं। यह सबको पहले से पता था। राव दानसिंह बोले- किरण का मन पहले से था
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव हारे कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह ने कहा है कि लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं। उन्होंने (किरण चौधरी) राज्यसभा चुनाव में भी BJP को सपोर्ट किया। 2014, 2019 और 2024 में तीनों चुनाव में कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया। यह बहुत पहले हो जाना था, लेकिन आज हुआ ठीक हुआ। वह 3 चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने का काम करती रहीं और सिर्फ अपनी सीट बचाती रहीं। भाजपा से मिलीभगत कर पार्टी विरोधी काम किया। इस चुनाव में भी जो भी वह कर सकती थीं, किया। उन्होंने भितरघात किया, यह जगजाहिर हो चुका है। किरण चौधरी का मन पहले से ही बीजेपी से मिला हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद माना कि उनका मन पहले से BJP में था। किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण पर निशाना साधा
किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण चौधरी के BJP में शामिल होने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चौधरी बंसीलाल भले ही शरीर से हमारे बीच में नहीं थे, लेकिन उनके विचार जिंदा थे। पूर्व मंत्री किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने BJP में शामिल होकर उनके विचारों की हत्या की है, और उनकी आत्मा का सौदा किया। इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। वीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत, अशोक तंवर, कुलदीप बिश्नाई, जो CM बनने के लिए BJP में गए, आज वे कहां हैं। दूसरी पार्टियों से नेता BJP में आते तो दिखते हैं, लेकिन उसके बाद किसी को दिखाई नहीं देते। किरण का BJP में शामिल होना आत्मघाती कदम है। उन्होंने तोशाम हलके की उम्मीदों पर पानी फेरा है। जनता वोट की चोट से जवाब देगी। भले ही दुष्यंत चौटाला हों या जयंत चौधरी ने पद और पैसा पा लिया हो, लेकिन किसान कौम में उनका कोई सम्मान नहीं है। भले ही किरण चौधरी घर बैठ जातीं, लेकिन वह किसानों के हत्यारों के साथ खड़ी हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर