हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में स्थित कन्या महाविद्यालय (कॉलेज) में सरकार द्वारा दिए जा रही सहायता राशि (अनुदान) में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप लगे हैं कि मेनेजमेंट व PMKVY प्रोजेक्ट से जुड़े कोर्स में अयोग्य लड?के लड़कियों को एडमिशन दिलाया गया। प्रोजेक्ट में मिली राशि को अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने मैनेजमेंट व एसबी फर्म रोहतक से जुड़े 4 व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। कॉलेज को मिला था PMKVY प्रोजेक्ट सीएम फ्लाइंग के SI राज सिंह ने खरखौदा थाना में दी शिकायत में कहा कि कन्या महाविद्यालय में जांच के दौरान पाया गया कि PMKVY केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट है। इस स्कीम में एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा (ट्रेनिंग सेंटर कन्या महाविद्यालय खरखौदा) में वर्ष 2017 में 5 कोर्स चले। इनको लेकर ट्रेनिग पार्टनर को 30 प्रतिशत पेमेंट मान्य उम्मीदवार का प्रशिक्षण बैच प्रारंभ होने पर, 50 प्रतिशत प्रशिक्षुओं के सफल प्रमाणीकरण और शेष 20 प्रतिशत राशि प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी। महाविद्यालय में इन 5 कोर्सों में ट्रेनिंग कन्या महाविद्यालय खरखौदा में सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स में 236 सीटें, हैंड एम्ब्रॉयडर में 235 सीटें, स्पोर्ट्स मसाजर में 239 सीटें, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में 117 सीटें और मल्टी कर्सिन कुक कोर्स में 111 सीटें दी गई थी। SB फर्म को मिले 68.56 लाख रुपए उन्होंने बताया कि इस स्कीम में वे बेरोजगार यूथ जो स्कूल कालेज ड्रोप कर चुके हैं भाग लेने के योग्य थे। वर्ष 2016-17 में PMKVY ये प्रोजेक्ट एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 6-ए प्रथम तल गोपाल कॉम्प्लेक्स रोहतक को दिया गया। इस फर्म में अंकित गर्ग व वसुन्धरा डायरेक्टर थे। फर्म का खाता कर्नाटका बैंक सिविल लाईन रोहतक में है। इसमें PMKVY प्रोजेक्ट के द्वारा 68 लाख 56 हजार 821 रुपए वर्ष 2017 में जारी किए गए। 300 लड़कियों का कोर्स में दाखिला अवैध फर्म डायरेक्टर अकिंत गर्ग ने एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा को PMKVY स्कीम के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए चुना। जो NSDC की ट्रेनिंग सेंटर आईडी TPHR161310 के अनुसार मान्य ट्रेनिंग सैन्टर है। इसमें कन्या महाविद्यालय खरखौदा ट्रेनिंग सेंटर पर विभिन्न 6 कोसों में कुल 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दी। इसमें करीब 300 से ज्यादा लड़किया कन्या महाविद्यालय खरखौदा में पढ़ रही थी। जबकि पॉलिसी के नियमानुसार ये कालेज में पड़ने वाली लड़कियां वैध केंडिडेट नहीं थी। क्योकि स्कूल/कालेज में पढ़ने वालों के लिए यह स्कीम नहीं थी। इसलिए फर्म ने वैध केंडिडेट तलाशने में शॉर्टकट् रास्ता अपना कर बिना वैध केंडिडेट के ही 300 से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनका पैसा गलत तरीके से प्राप्त किया। यह कार्य केन्द्र सरकार की तरफ से NSDC, SSC’s अलग-2 एजेंसियो की देखरेख में आनलाईन व आफलाईन किया गया है। फार्म आनलाईन भरे गए। किन्तु इन अवैध कैंडिडेट के फार्म को वेरीफाई करके रिजक्ट नही किया गया। संस्था के विवादित खातों में डाले गए रुपए सब इंस्पेक्टर राज सिंह के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि HDFC बैंक खरखौदा में जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के नाम से एक अकाउंट तत्कालीन महासचिव धर्मपाल रोहिल्ला के नाम पर खुलवाया हुआ है। यह एक प्राइवेट संस्था है। धर्मपाल रोहिल्ला ने यह खाता वर्ष 2016 में इस स्कीम के पैसों के लिए अलग से खुलवाया हुआ है। जबकि एजुकेशन सोसाईटी का पहले से ही बैंक में खाता है। बोले- सरकार का नहीं, ये रुपए संसाधनों के बदले लिए रोहतक की एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी ने 32 लाख 41 हजार 337 रुपए एजुकेशन सोसाईटी के विवादित खाते में डाले हुए हैं। एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा का कहना है कि उन्होंने PMKVY स्कीम का सरकार से कोई पैसा नही लिया। एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनसे सुविधा ली थी। उन्होंने इस फर्म को महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए जगह दी थी। जिसके लिए किचन व रेस्टोरेंट के लिए नवीनीकरण करना पड़ा। कोर्स के लिए टीचिंग स्टाफ उपलब्ध व सभी जरूरत की वस्तुए मंगवाई। स्टेशनरी, मशीन आदि अनेक सुविधाओं में खर्च हुआ। जिसकी एवज में एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनको 32 लाख 41 हजार 337 रुपए दिए। फर्म ने इस ट्रेनिग सेंटर में स्वयं कुछ भी खर्च नहीं किया। यह खाता प्राइवेट निजी खाता है। प्रिंसिपल को 6 लाख दिए, 4 लाख लौटाए जांच रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के विवादित खाता में से 25 लाख 65 हजार रुपए पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के संदर्भ में जारी किए गए। इस खाता से निकासी का अधिकार तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा को ही था। पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के निजी खाते में 6 लाख रुपए लिपिकीय त्रुटी से डाले जाने बताए गए। बैंक से प्राप्त डिटेल अनुसार चेक नंबर 189841 से 2 लाख रुपए व चेक नंबर 189842 से 2 लाख रुपए HDFC बैंक के उपरोक्त खाता में वापस आने पाए गए। सुरेश बूरा द्वारा 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए चेक के द्वारा वापस किए गए। इसके अतिरिक्त विवादित खाता से 8,80,000 रुपए कन्या महाविद्यालय के खाता में, एक लाख रुपए एजुकेशन सोसाइटी के खाता में, 1,48,000 रुपए SB फर्म को दिए गए हैं। जो एफिलेशन फीस के दिए जाने बताए गए। कई बिलों पर डेट नहीं, कुछ करो बताया मिसप्लेस खाते का हिसाब पूरा करने के लिए करीब 12 लाख 53 हजार रुपए के बिल दिये गए हैं। इनमें कई बिलों पर डेट ही दर्ज नही है। करीब 6,20,000 रुपए का प्रबंधन कमेटी का पास कोई रिकार्ड नही है। जांच टीम को इस बारे कहा गया कि कुछ बिल मिसपलेस हो गए। यह मामला 6/7 साल पुराना है। कुछ पैसा बिना बिल भी खर्च किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 938 लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई। उनकी हाज़री से संबधित रिकार्ड कि इतनी लड़की कोर्स में आई, ट्रेनिंग ली या केवल एग्जाम दिलवाए गए। इस बात की पुष्टि के लिए एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज फर्म के डायरेक्टर अंकित गर्ग, प्रबंधन कमेटी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा द्वारा कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। जांच रिपोर्ट में 32 लाख का गबन बताया जांच उपरान्त पाया गया कि एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक, जिसके डायरेक्टर अकिंत गर्ग है, को वर्ष 2016-17 में PMKVY स्कीम का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ। यह स्कीम पूर्ण रूप से केन्द्र सरकार की स्कीम है। अंकित गर्ग के माध्यम से एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा कन्या महाविद्यालय में PMKVY का ट्रेनिंग सैन्टर बना। इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग 5 कोर्स में 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई। किन्तु इस PMKVY स्कीम में करीब 300 से ज्यादा लडकियां इसमें योग्य नहीं थी। अयोग्य लड़के व लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाकर गलत तरीके से केन्द्र सरकार की PMKVY स्कीम का पैसा प्राप्त किया गया है। कॉलेज में पढ़ने वाले करीब 300 बच्चो को ट्रेनिंग दिया जाना दर्शाकर आपराधिक षडयंत्र के तहत आपसी मिलीभगत करके सरकार से प्राप्त 32 लाख 41 हजार 337 रुपए की राशि का गबन किया गया है। इन 4 के खिलाफ केस दर्ज जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने खरखौदा थाना में अंकित गर्ग निवासी जनता कालोनी रोहतक, वसुन्धरा किला रोड रोहतक, डा. सुरेश बूरा पूर्व प्राचार्य कन्या महाविद्यालय खरखौदा व धर्मपाल महासचिव एजुकेशन सोसायटी खरखौदा के खिलाफ धारा 316,318,338,336,340,61(i) भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है। हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में स्थित कन्या महाविद्यालय (कॉलेज) में सरकार द्वारा दिए जा रही सहायता राशि (अनुदान) में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप लगे हैं कि मेनेजमेंट व PMKVY प्रोजेक्ट से जुड़े कोर्स में अयोग्य लड?के लड़कियों को एडमिशन दिलाया गया। प्रोजेक्ट में मिली राशि को अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने मैनेजमेंट व एसबी फर्म रोहतक से जुड़े 4 व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। कॉलेज को मिला था PMKVY प्रोजेक्ट सीएम फ्लाइंग के SI राज सिंह ने खरखौदा थाना में दी शिकायत में कहा कि कन्या महाविद्यालय में जांच के दौरान पाया गया कि PMKVY केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट है। इस स्कीम में एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा (ट्रेनिंग सेंटर कन्या महाविद्यालय खरखौदा) में वर्ष 2017 में 5 कोर्स चले। इनको लेकर ट्रेनिग पार्टनर को 30 प्रतिशत पेमेंट मान्य उम्मीदवार का प्रशिक्षण बैच प्रारंभ होने पर, 50 प्रतिशत प्रशिक्षुओं के सफल प्रमाणीकरण और शेष 20 प्रतिशत राशि प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी। महाविद्यालय में इन 5 कोर्सों में ट्रेनिंग कन्या महाविद्यालय खरखौदा में सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स में 236 सीटें, हैंड एम्ब्रॉयडर में 235 सीटें, स्पोर्ट्स मसाजर में 239 सीटें, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में 117 सीटें और मल्टी कर्सिन कुक कोर्स में 111 सीटें दी गई थी। SB फर्म को मिले 68.56 लाख रुपए उन्होंने बताया कि इस स्कीम में वे बेरोजगार यूथ जो स्कूल कालेज ड्रोप कर चुके हैं भाग लेने के योग्य थे। वर्ष 2016-17 में PMKVY ये प्रोजेक्ट एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 6-ए प्रथम तल गोपाल कॉम्प्लेक्स रोहतक को दिया गया। इस फर्म में अंकित गर्ग व वसुन्धरा डायरेक्टर थे। फर्म का खाता कर्नाटका बैंक सिविल लाईन रोहतक में है। इसमें PMKVY प्रोजेक्ट के द्वारा 68 लाख 56 हजार 821 रुपए वर्ष 2017 में जारी किए गए। 300 लड़कियों का कोर्स में दाखिला अवैध फर्म डायरेक्टर अकिंत गर्ग ने एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा को PMKVY स्कीम के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए चुना। जो NSDC की ट्रेनिंग सेंटर आईडी TPHR161310 के अनुसार मान्य ट्रेनिंग सैन्टर है। इसमें कन्या महाविद्यालय खरखौदा ट्रेनिंग सेंटर पर विभिन्न 6 कोसों में कुल 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दी। इसमें करीब 300 से ज्यादा लड़किया कन्या महाविद्यालय खरखौदा में पढ़ रही थी। जबकि पॉलिसी के नियमानुसार ये कालेज में पड़ने वाली लड़कियां वैध केंडिडेट नहीं थी। क्योकि स्कूल/कालेज में पढ़ने वालों के लिए यह स्कीम नहीं थी। इसलिए फर्म ने वैध केंडिडेट तलाशने में शॉर्टकट् रास्ता अपना कर बिना वैध केंडिडेट के ही 300 से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनका पैसा गलत तरीके से प्राप्त किया। यह कार्य केन्द्र सरकार की तरफ से NSDC, SSC’s अलग-2 एजेंसियो की देखरेख में आनलाईन व आफलाईन किया गया है। फार्म आनलाईन भरे गए। किन्तु इन अवैध कैंडिडेट के फार्म को वेरीफाई करके रिजक्ट नही किया गया। संस्था के विवादित खातों में डाले गए रुपए सब इंस्पेक्टर राज सिंह के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि HDFC बैंक खरखौदा में जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के नाम से एक अकाउंट तत्कालीन महासचिव धर्मपाल रोहिल्ला के नाम पर खुलवाया हुआ है। यह एक प्राइवेट संस्था है। धर्मपाल रोहिल्ला ने यह खाता वर्ष 2016 में इस स्कीम के पैसों के लिए अलग से खुलवाया हुआ है। जबकि एजुकेशन सोसाईटी का पहले से ही बैंक में खाता है। बोले- सरकार का नहीं, ये रुपए संसाधनों के बदले लिए रोहतक की एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी ने 32 लाख 41 हजार 337 रुपए एजुकेशन सोसाईटी के विवादित खाते में डाले हुए हैं। एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा का कहना है कि उन्होंने PMKVY स्कीम का सरकार से कोई पैसा नही लिया। एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनसे सुविधा ली थी। उन्होंने इस फर्म को महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए जगह दी थी। जिसके लिए किचन व रेस्टोरेंट के लिए नवीनीकरण करना पड़ा। कोर्स के लिए टीचिंग स्टाफ उपलब्ध व सभी जरूरत की वस्तुए मंगवाई। स्टेशनरी, मशीन आदि अनेक सुविधाओं में खर्च हुआ। जिसकी एवज में एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनको 32 लाख 41 हजार 337 रुपए दिए। फर्म ने इस ट्रेनिग सेंटर में स्वयं कुछ भी खर्च नहीं किया। यह खाता प्राइवेट निजी खाता है। प्रिंसिपल को 6 लाख दिए, 4 लाख लौटाए जांच रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के विवादित खाता में से 25 लाख 65 हजार रुपए पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के संदर्भ में जारी किए गए। इस खाता से निकासी का अधिकार तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा को ही था। पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के निजी खाते में 6 लाख रुपए लिपिकीय त्रुटी से डाले जाने बताए गए। बैंक से प्राप्त डिटेल अनुसार चेक नंबर 189841 से 2 लाख रुपए व चेक नंबर 189842 से 2 लाख रुपए HDFC बैंक के उपरोक्त खाता में वापस आने पाए गए। सुरेश बूरा द्वारा 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए चेक के द्वारा वापस किए गए। इसके अतिरिक्त विवादित खाता से 8,80,000 रुपए कन्या महाविद्यालय के खाता में, एक लाख रुपए एजुकेशन सोसाइटी के खाता में, 1,48,000 रुपए SB फर्म को दिए गए हैं। जो एफिलेशन फीस के दिए जाने बताए गए। कई बिलों पर डेट नहीं, कुछ करो बताया मिसप्लेस खाते का हिसाब पूरा करने के लिए करीब 12 लाख 53 हजार रुपए के बिल दिये गए हैं। इनमें कई बिलों पर डेट ही दर्ज नही है। करीब 6,20,000 रुपए का प्रबंधन कमेटी का पास कोई रिकार्ड नही है। जांच टीम को इस बारे कहा गया कि कुछ बिल मिसपलेस हो गए। यह मामला 6/7 साल पुराना है। कुछ पैसा बिना बिल भी खर्च किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 938 लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई। उनकी हाज़री से संबधित रिकार्ड कि इतनी लड़की कोर्स में आई, ट्रेनिंग ली या केवल एग्जाम दिलवाए गए। इस बात की पुष्टि के लिए एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज फर्म के डायरेक्टर अंकित गर्ग, प्रबंधन कमेटी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा द्वारा कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। जांच रिपोर्ट में 32 लाख का गबन बताया जांच उपरान्त पाया गया कि एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक, जिसके डायरेक्टर अकिंत गर्ग है, को वर्ष 2016-17 में PMKVY स्कीम का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ। यह स्कीम पूर्ण रूप से केन्द्र सरकार की स्कीम है। अंकित गर्ग के माध्यम से एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा कन्या महाविद्यालय में PMKVY का ट्रेनिंग सैन्टर बना। इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग 5 कोर्स में 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई। किन्तु इस PMKVY स्कीम में करीब 300 से ज्यादा लडकियां इसमें योग्य नहीं थी। अयोग्य लड़के व लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाकर गलत तरीके से केन्द्र सरकार की PMKVY स्कीम का पैसा प्राप्त किया गया है। कॉलेज में पढ़ने वाले करीब 300 बच्चो को ट्रेनिंग दिया जाना दर्शाकर आपराधिक षडयंत्र के तहत आपसी मिलीभगत करके सरकार से प्राप्त 32 लाख 41 हजार 337 रुपए की राशि का गबन किया गया है। इन 4 के खिलाफ केस दर्ज जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने खरखौदा थाना में अंकित गर्ग निवासी जनता कालोनी रोहतक, वसुन्धरा किला रोड रोहतक, डा. सुरेश बूरा पूर्व प्राचार्य कन्या महाविद्यालय खरखौदा व धर्मपाल महासचिव एजुकेशन सोसायटी खरखौदा के खिलाफ धारा 316,318,338,336,340,61(i) भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार किसी भी पार्टी को लगातार 2 चुनाव (लोकसभा व विधानसभा) में निर्धारित वोट नहीं मिलते हैं तो स्टेट पार्टी का दर्जा छिन जाता है। लोकसभा चुनाव में 6% वोट और एक सीट या 8% वोट की जरूरत होती है। विधानसभा में 6% वोट और 2 सीटें होनी चाहिए। नियम के अनुसार, अगर लगातार 2 चुनाव (2 लोस व 2 विस) में ये सब नहीं होता है तो पार्टी का चुनाव चिह्न भी छिन सकता है। इनेलो का चुनाव में प्रदर्शन
विभाजन से पहले हरियाणा में इनेलो का मत प्रतिशत ठीक रहा है। इनेलो लगातार लोकसभा चुनाव में 15 से 28 प्रतिशत वोट हासिल करती रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में इनेलो के दो सांसद थे और उन्हें 24.4 प्रतिशत वोट मिले थे। 2019 में विभाजन के बाद इनेलो का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और उसे मात्र 1.9 प्रतिशत वोट मिले। 2019 के लोकसभा चुनाव में जजपा का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। उसे केवल 4.9 प्रतिशत ही वोट मिले थे। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ 1.47% की वोट शेयर मिला। 2016 में मिल चुकी राहत
2016 में चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश में संशोधन से INLD को राहत जरूर मिली है। संशोधन के बाद अब किसी राजनीतिक दल को अगले लोकसभा या राज्य विधानसभा चुनावों में मान्यता खोने के बाद भी ‘स्टेट पार्टी’ या ‘नेशनल पार्टी’ का टैग बनाए रखने की अनुमति मिलती है। हालांकि, अगर पार्टी राज्य विधानसभा या लोकसभा के लिए होने वाले चुनावों में अपनी पात्रता हासिल करने में विफल रहती है, तो वह राज्य या राष्ट्रीय पार्टी का अपना दर्जा खो देगी। कानूनी विश्लेषकों का कहना है कि INLD फिलहाल इसी श्रेणी में आती है। इसकी पुष्टि विधानसभा के पूर्व अतिरिक्त सचिव राम नारायण यादव ने की है। पूर्व डिप्टी PM देवीलाल ने बनाई थी INLD
पूर्व डिप्टी PM ताऊ देवीलाल ने 1987 में इंडियन नेशनल लोकदल के नाम से क्षेत्रीय दल बनाया था, जिसके अध्यक्ष अब उनके बेटे व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला हैं। वर्तमान में हरियाणा में इनेलो और जजपा ही दो क्षेत्रीय दल हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 सीटों हिसार व सिरसा पर जीत दर्ज करने वाली INLD 2019 के आम चुनावों में अधिकतर सीटों पर जमानत नहीं बचा पाई थी। इसी तरह विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ अभय सिंह चौटाला ही जीत दर्ज कर सके, जो इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के बेटे हैं।
हरियाणा में लगे बोर्ड-यहां रोहिंग्या-बांग्लादेशियों की नो एंट्री:बजरंग दल ने कहा- व्यापार के बहाने चोरी-डकैती करते हैं, पुलिस बोली- किसने लगाए, जांच करेंगे
हरियाणा में लगे बोर्ड-यहां रोहिंग्या-बांग्लादेशियों की नो एंट्री:बजरंग दल ने कहा- व्यापार के बहाने चोरी-डकैती करते हैं, पुलिस बोली- किसने लगाए, जांच करेंगे हरियाणा के भिवानी में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुस्लिमों की कुड़ल गांव में एंट्री बैन की गई है। इसके लेकर गांव के बाहर बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड लगाने की जिम्मेदारी बजरंग दल के जिला सुरक्षा प्रमुख प्रदीप उर्फ जोनी ने ली है। कुड़ल गांव के बाहर लगे बोर्ड में लिखा है, ‘रोहिंग्या मुसलमानों व बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों का गांव में व्यापार करना वर्जित है। अगर गांव में कहीं मिलता है तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। भाईचारे वाले लोग अपना ज्ञान अपने पास रखें। सौजन्य से- समस्त ग्रामवासी गांव कुड़ल।’ बजरंग दल के प्रदीप उर्फ जोनी ने कहा कि भारत में लगातार रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों की तादाद ज्यादा हो गई है। वे यहां आकर चोरी डकैती कर रहे हैं। आने वाले समय में ये किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। बोर्ड लगाने का उद्देश यही है कि यदि गांव में कोई ऐसा व्यक्ति घूमता दिखाई दे ताे उससे पूछताछ की जाए। जो हमने बोर्ड लगाने का फैसला लिया है, यह पूरे गांव की सहमति से हुई है। ये लोग अपने किसी व्यापार के बहाने यहां आते हैं। जैसे अब राखी का त्योहार आ रहा है, ये राखी बेचने के बहाने आते हैं और वीडियो रिकॉर्डिंग करते हैं। बाद में यहां चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों को रोकने के लिए यह मैसेज है। कहा- हम मुसलमानों से नफरत नहीं करते जोनी ने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि हमें मुसलमानों से नफरत है। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का हम बहुत सम्मान करते हैं। निजामुद्दीन डॉ. सुभाष चंद्र बोस के साथी थे, वे हमारे आदरणीय हैं। हमें उनसे दिक्कत हैं जो रोहिंग्या और बांग्लादेशी यहां आकर गलत काम करते हैं। हमारी पूरी टीम इस मामले में अलर्ट है। जब भी गांव में काई परेशानी आती है तो हमारी टीम हर संभव मदद करती है। आसपास के ग्रामीणों से भी अपील है कि वे भी ऐसा कदम उठाएं, जिससे कोई गलत काम होने से बच जाए। SP बोले- बोर्ड लगाने की जानकारी नहीं SP वरुण सिंगला ने कहा कि उन्हें बोर्ड लगाए जाने की जानकारी नहीं है। वह इस बारे में तोशाम थाना प्रभारी की टीम से जानकारी हासिल कर रहे हैं। अभी तनाव जैसा कोई इनपुट नहीं है। BJP नेता बोले- घुसपैठियों से खतरा बना है उधर, सोमवार को भिवानी में भाजपा ने तिरंगा यात्रा निकाली। भाजपा युवा नेता शिवराज बागड़ी ने कहा कि भारत में बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों से खतरा बना हुआ है। हमें बचपन से पढ़ाया गया है कि अंग्रेज व्यापार करने के बहाने भारत आए थे। ये लोग भी वही नीति अपना रहे हैं। इसलिए सरकार व प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि देश की सुरक्षा बनी रहे।