सोनीपत में पुलिस से भिड़ी महिलाएं:3 महीने से धरने पर बैठे किसानों को जबरन उठाया; तेल लाइन का काम शुरू

सोनीपत में पुलिस से भिड़ी महिलाएं:3 महीने से धरने पर बैठे किसानों को जबरन उठाया; तेल लाइन का काम शुरू

हरियाणा के सोनीपत के गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला में 3 महीने से धरने पर बैठे किसानों के धरने को मंगलवार को प्रशासन ने जबरन खत्म करा दिया। भारी संख्या में पुलिस बल धरना स्थल पर भेजा गया था। कई घंटे तक यहां माहौल तनावपूर्ण रहा। धरने पर बैठी महिलाओं व पुलिस के बीच झड़प भी हुई। ुपिलस ने बल पूर्वक किसानों को यहां से उठाया और हिरासत में लेकर बसों में भर कर ले गई। हालांकि कई घंटे बाद किसानों को रिहा कर दिया गया। गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला व इसके आसपास के दर्जन भर गांवों में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा खेतों से तेल की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। ग्रामीण 3 महीने से मुआवजा कम दिए जाने के आरोप लगाकर लगातार विरोध कर रहे हैं। कोहला, जागसी, नूरन खेड़ा, बुटाना,गंगाना,घड़वाल समेत कई अन्य गांव के किसान तीन महीने से पाइप लाइन बिछाने के काम को रोक कर धरने पर बैठे हैं। देखें कोहला गांव में धरना स्थल पर कार्रवाई के PHOTOS… किसान अपने खेतों से गुजरने वाली पाईप के बदले उचित मुवावजे की मांग कर रहे थे। किसानों का कहना है कि तेल कंपनी उनको ढाई लाख से चार लाख तक मुआवजा दे रही है। जबकि पानीपत में 10 लाख रुपए से ज्यादा मुआवजा दिया गया है। इसी को लेकर पिछले दिनों एक 7 सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई थी। लेकिन तेल कंपनी और किसानों के बीच समझौता नहीं हुआ। मंगलवार को आज तेल कंपनी के कर्मचारी पुलिस के साथ गांव कोहला में पहुंचे। भारी संख्या में यहां तैनात किया गया था। इसके बाद धरने पर बैठे किसानों को जबरदस्ती बलपूर्वक उठाया गया। कुछ किसानों को कुछ घंटे के लिए हिरासत में भी रखा गया है। इसके बाद पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इस को लेकर किसानों में काफी विरोध भी है। हरियाणा के सोनीपत के गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला में 3 महीने से धरने पर बैठे किसानों के धरने को मंगलवार को प्रशासन ने जबरन खत्म करा दिया। भारी संख्या में पुलिस बल धरना स्थल पर भेजा गया था। कई घंटे तक यहां माहौल तनावपूर्ण रहा। धरने पर बैठी महिलाओं व पुलिस के बीच झड़प भी हुई। ुपिलस ने बल पूर्वक किसानों को यहां से उठाया और हिरासत में लेकर बसों में भर कर ले गई। हालांकि कई घंटे बाद किसानों को रिहा कर दिया गया। गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला व इसके आसपास के दर्जन भर गांवों में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा खेतों से तेल की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। ग्रामीण 3 महीने से मुआवजा कम दिए जाने के आरोप लगाकर लगातार विरोध कर रहे हैं। कोहला, जागसी, नूरन खेड़ा, बुटाना,गंगाना,घड़वाल समेत कई अन्य गांव के किसान तीन महीने से पाइप लाइन बिछाने के काम को रोक कर धरने पर बैठे हैं। देखें कोहला गांव में धरना स्थल पर कार्रवाई के PHOTOS… किसान अपने खेतों से गुजरने वाली पाईप के बदले उचित मुवावजे की मांग कर रहे थे। किसानों का कहना है कि तेल कंपनी उनको ढाई लाख से चार लाख तक मुआवजा दे रही है। जबकि पानीपत में 10 लाख रुपए से ज्यादा मुआवजा दिया गया है। इसी को लेकर पिछले दिनों एक 7 सदस्यीय कमेटी भी बनाई गई थी। लेकिन तेल कंपनी और किसानों के बीच समझौता नहीं हुआ। मंगलवार को आज तेल कंपनी के कर्मचारी पुलिस के साथ गांव कोहला में पहुंचे। भारी संख्या में यहां तैनात किया गया था। इसके बाद धरने पर बैठे किसानों को जबरदस्ती बलपूर्वक उठाया गया। कुछ किसानों को कुछ घंटे के लिए हिरासत में भी रखा गया है। इसके बाद पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इस को लेकर किसानों में काफी विरोध भी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर