सोनीपत में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की DFSC की एक युवती से मारपीट के मामले में नया खुलासा हुआ है। खुद की पिटाई के बाद बाद हरवीर रावत ने सिविल लाइन थाने में दोनों युवतियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद युवती ने मारपीट के पीछे हरवीर रावत पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। पीड़िता ने सीएम नायब सैनी, सीएम विंडो और पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत दी है। मामले की जांच एसपी राहुल देव को सौंपी गई है।
एफआईआर क्यों दर्ज की गई? सोनीपत के सिविल लाइन थाने में सोनीपत के डीएफएससी हरवीर सिंह ने पुलिस को बताया था कि दो लड़कियां राशन कार्ड और परिवार पहचान पत्र से जुड़ी समस्या लेकर उनके कार्यालय में आई थीं। डीएफएससी के मुताबिक, पिछली बार जब लड़की उनके पास आई थी, तो उसने पूछा था कि समाधान शिविर में उसे क्या बताना है। अधिकारी ने उसे फिर से पूरी प्रक्रिया बताई। इसके बाद लड़की दरवाजे की तरफ चली गई। फिर अचानक वह पीछे मुड़ी। लड़की ने टेबल पर रखे सामान को धक्का दिया, जिससे वहां रखा पानी का गिलास, डीएफएससी का फोन आदि सब कुछ फर्श पर गिर गया। इसके बाद लड़की ने चिल्लाते हुए डीएफएससी को थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। उसने अपने साथियों को भी बुलाना शुरू कर दिया। कार्यालय में शोर सुनकर अधीक्षक भी वहां पहुंच गए। इसके बाद अन्य स्टाफ सदस्य भी उनके कमरे में आ गए। डीएफएससी का कहना है कि लड़की अधीक्षक के सामने भी उन्हें थप्पड़ मारती रही। बड़ी मुश्किल से लड़कियों को वहां से हटाया गया। पीडित लड़की ने लगाए आरोप और बोली जिस लड़की ने DFSC हरवीर सिंह की पिटाई की थी। उस लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपनी दोस्त मोना उर्फ मोनिका के साथ पीला कार्ड बनवाने के लिए खाद्य एवं पूर्ति विभाग के ऑफिस में गई थी। कार्यालय पहुंची तो उनके कार्यालय में कोई बैठा हुआ था और उन्होंने कुछ देर इंतजार करने के लिए बोला और कुछ देर बाद DFSC हरवीर सिंह द्वारा अंदर बुलाने के लिए कहा गया। पीड़ित लड़की ने बताया कि उनके माता-पिता नहीं है और उन्होंने डीएफसी से पीला कार्ड बनवाने के लिए पूछा कि कहां और कैसे बनेगा। इस दौरान DFSC हरवीर सिंह ने पूछा कि वह क्या करती है तो लड़की ने कहा वह एक एक स्पोर्ट्स पर्सन है। इस पर उन्होंने अपना नंबर देते यह कहा कि 1 घंटे का इंतजार करो, मैं आपको बताऊंगा। एक से डेढ़ घंटा उन्होंने इंतजार किया और इस दौरान भी वहां पर बैठी थी तो उसकी फ्रेंड अपने फोन पर बात कर रही थी और 1 घंटे बाद उसे दोबारा अंदर बुलाया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे अंदर बुलाने के बाद उन्होंने कहा कि आप एक स्पोर्ट्स पर्सन है। रात को आकर मेरे घर पर आप मिलो आपके पास मेरा नंबर आ गया है। मेरे घर का यहां से 10 मिनट का रास्ता है। रात को आकर मेरे घर पर आप मिलो। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि DFSC हरवीर सिंह द्वारा उसे ₹15000 का लालच दिया गया और कहा कि तुझे हर महीने ₹15000 दे दूंगा। यह भी बताया कि उन्होंने उसे यह कहा था कि आपको पीला कार्ड की कोई टेंशन करने की जरूरत नहीं है। राशन की मैं आपकी मौज कर दूंगा। यह सभी बातें होने के बाद डीएफसी द्वारा उसका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया। लड़की ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि डीएफसी रावत द्वारा उसके शरीर पर कई जगह पर गलत हाथ लगाया गया है। पीड़ित लड़की ने यह भी बताया कि छेड़खानी के दौरान उन्होंने अपना बचाव करते हुए डीएफसी की पिटाई की थी। न्याय नहीं मिला तो करूंगी सुसाइड
पीड़ित लड़की ने बताया उन्होंने आज अपनी सीएम विंडो में भी शिकायत दी है और उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर अपील करती हूं। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाते हैं। लेकिन मैं वहां से तो बच गई और उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जयवीर रावत एक अधिकारी है तो हर जगह सुनवाई हो रही है। पीड़िता का कहना है कि न तो कहीं पर उसकी सुनवाई हो रही है और ना ही उसकी शिकायत दर्ज की गई है। लड़की ने कहा कि अगर वह एक अफसर है तो ऐसा नहीं है कि वह किसी के साथ गलत कर देगा किसी की बेटी को छेड़ देगा। वहीं पीड़िता ने यह भी कहा है कि इस दौरान उसने डायल 112 पर भी कॉल की थी। अधिकारी के शिकायत करने के बाद लड़कियों को पहले ही पकड़ कर लिया गया था और फिर उनकी एफ आई आर कटवा दी। रोहतक में भी है मामला दर्ज वहीं पीड़ित लड़की के खिलाफ आपराधिक रिकार्ड की चर्चा को लेकर पीड़िता ने कहा है कि वह 4 साल पुराना एक मामला है, जब वह रोहतक रहती थी। वह एक खिलाडी रही है। उसने बताया कि वह 306 का एक मामला है। पीड़ित लड़की ने बताया कि वह एक लड़के से बातचीत करती थी। आर्मी में लगा हुआ था। वह लड़का उसको शादी के लिए कह रहा था उसने मना कर दिया। जिसके चलते लड़के ने उसके घर पर आकर सुसाइड कर लिया था और लड़के के परिजनों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था। पीड़िता ने बताया कि उसे दौरान उन्होंने ही डॉक्टर और उनके परिजनों को सूचना दी थी। पीड़िता द्वारा मांग की गई है। अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह भी खुद को मार लेगी। DFSC का आरोप- ये सोची समझी साजिश का हिस्सा डीएफएससी ने दावा किया कि उनको लगता है कि दोनों लड़कियों ने किसी सोची-समझी साजिश के तहत यह कृत्य (हंगामा-मारपीट) की है। उसने दोनों लड़कियों के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की अपील की। एसपी राहुल देव को सौंपी जांच मामले को लेकर एसपी राहुल देव को जांच सौंपी गई है। मामले में राहुल देव ने कहा है कि मामले में सबूत जुटाएं जाएंगे और खाद्य एवं पूर्ति विभाग में स्टॉप से पूछताछ की जाएगी और उसके आधार पर आगे की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सोनीपत में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की DFSC की एक युवती से मारपीट के मामले में नया खुलासा हुआ है। खुद की पिटाई के बाद बाद हरवीर रावत ने सिविल लाइन थाने में दोनों युवतियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद युवती ने मारपीट के पीछे हरवीर रावत पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। पीड़िता ने सीएम नायब सैनी, सीएम विंडो और पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत दी है। मामले की जांच एसपी राहुल देव को सौंपी गई है।
एफआईआर क्यों दर्ज की गई? सोनीपत के सिविल लाइन थाने में सोनीपत के डीएफएससी हरवीर सिंह ने पुलिस को बताया था कि दो लड़कियां राशन कार्ड और परिवार पहचान पत्र से जुड़ी समस्या लेकर उनके कार्यालय में आई थीं। डीएफएससी के मुताबिक, पिछली बार जब लड़की उनके पास आई थी, तो उसने पूछा था कि समाधान शिविर में उसे क्या बताना है। अधिकारी ने उसे फिर से पूरी प्रक्रिया बताई। इसके बाद लड़की दरवाजे की तरफ चली गई। फिर अचानक वह पीछे मुड़ी। लड़की ने टेबल पर रखे सामान को धक्का दिया, जिससे वहां रखा पानी का गिलास, डीएफएससी का फोन आदि सब कुछ फर्श पर गिर गया। इसके बाद लड़की ने चिल्लाते हुए डीएफएससी को थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। उसने अपने साथियों को भी बुलाना शुरू कर दिया। कार्यालय में शोर सुनकर अधीक्षक भी वहां पहुंच गए। इसके बाद अन्य स्टाफ सदस्य भी उनके कमरे में आ गए। डीएफएससी का कहना है कि लड़की अधीक्षक के सामने भी उन्हें थप्पड़ मारती रही। बड़ी मुश्किल से लड़कियों को वहां से हटाया गया। पीडित लड़की ने लगाए आरोप और बोली जिस लड़की ने DFSC हरवीर सिंह की पिटाई की थी। उस लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपनी दोस्त मोना उर्फ मोनिका के साथ पीला कार्ड बनवाने के लिए खाद्य एवं पूर्ति विभाग के ऑफिस में गई थी। कार्यालय पहुंची तो उनके कार्यालय में कोई बैठा हुआ था और उन्होंने कुछ देर इंतजार करने के लिए बोला और कुछ देर बाद DFSC हरवीर सिंह द्वारा अंदर बुलाने के लिए कहा गया। पीड़ित लड़की ने बताया कि उनके माता-पिता नहीं है और उन्होंने डीएफसी से पीला कार्ड बनवाने के लिए पूछा कि कहां और कैसे बनेगा। इस दौरान DFSC हरवीर सिंह ने पूछा कि वह क्या करती है तो लड़की ने कहा वह एक एक स्पोर्ट्स पर्सन है। इस पर उन्होंने अपना नंबर देते यह कहा कि 1 घंटे का इंतजार करो, मैं आपको बताऊंगा। एक से डेढ़ घंटा उन्होंने इंतजार किया और इस दौरान भी वहां पर बैठी थी तो उसकी फ्रेंड अपने फोन पर बात कर रही थी और 1 घंटे बाद उसे दोबारा अंदर बुलाया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे अंदर बुलाने के बाद उन्होंने कहा कि आप एक स्पोर्ट्स पर्सन है। रात को आकर मेरे घर पर आप मिलो आपके पास मेरा नंबर आ गया है। मेरे घर का यहां से 10 मिनट का रास्ता है। रात को आकर मेरे घर पर आप मिलो। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि DFSC हरवीर सिंह द्वारा उसे ₹15000 का लालच दिया गया और कहा कि तुझे हर महीने ₹15000 दे दूंगा। यह भी बताया कि उन्होंने उसे यह कहा था कि आपको पीला कार्ड की कोई टेंशन करने की जरूरत नहीं है। राशन की मैं आपकी मौज कर दूंगा। यह सभी बातें होने के बाद डीएफसी द्वारा उसका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया। लड़की ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि डीएफसी रावत द्वारा उसके शरीर पर कई जगह पर गलत हाथ लगाया गया है। पीड़ित लड़की ने यह भी बताया कि छेड़खानी के दौरान उन्होंने अपना बचाव करते हुए डीएफसी की पिटाई की थी। न्याय नहीं मिला तो करूंगी सुसाइड
पीड़ित लड़की ने बताया उन्होंने आज अपनी सीएम विंडो में भी शिकायत दी है और उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर अपील करती हूं। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाते हैं। लेकिन मैं वहां से तो बच गई और उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जयवीर रावत एक अधिकारी है तो हर जगह सुनवाई हो रही है। पीड़िता का कहना है कि न तो कहीं पर उसकी सुनवाई हो रही है और ना ही उसकी शिकायत दर्ज की गई है। लड़की ने कहा कि अगर वह एक अफसर है तो ऐसा नहीं है कि वह किसी के साथ गलत कर देगा किसी की बेटी को छेड़ देगा। वहीं पीड़िता ने यह भी कहा है कि इस दौरान उसने डायल 112 पर भी कॉल की थी। अधिकारी के शिकायत करने के बाद लड़कियों को पहले ही पकड़ कर लिया गया था और फिर उनकी एफ आई आर कटवा दी। रोहतक में भी है मामला दर्ज वहीं पीड़ित लड़की के खिलाफ आपराधिक रिकार्ड की चर्चा को लेकर पीड़िता ने कहा है कि वह 4 साल पुराना एक मामला है, जब वह रोहतक रहती थी। वह एक खिलाडी रही है। उसने बताया कि वह 306 का एक मामला है। पीड़ित लड़की ने बताया कि वह एक लड़के से बातचीत करती थी। आर्मी में लगा हुआ था। वह लड़का उसको शादी के लिए कह रहा था उसने मना कर दिया। जिसके चलते लड़के ने उसके घर पर आकर सुसाइड कर लिया था और लड़के के परिजनों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था। पीड़िता ने बताया कि उसे दौरान उन्होंने ही डॉक्टर और उनके परिजनों को सूचना दी थी। पीड़िता द्वारा मांग की गई है। अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह भी खुद को मार लेगी। DFSC का आरोप- ये सोची समझी साजिश का हिस्सा डीएफएससी ने दावा किया कि उनको लगता है कि दोनों लड़कियों ने किसी सोची-समझी साजिश के तहत यह कृत्य (हंगामा-मारपीट) की है। उसने दोनों लड़कियों के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की अपील की। एसपी राहुल देव को सौंपी जांच मामले को लेकर एसपी राहुल देव को जांच सौंपी गई है। मामले में राहुल देव ने कहा है कि मामले में सबूत जुटाएं जाएंगे और खाद्य एवं पूर्ति विभाग में स्टॉप से पूछताछ की जाएगी और उसके आधार पर आगे की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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