सोलन में नशे में धुत पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिसकर्मी नशे में धुत होकर ठेके के बाहर शराब की मांग करता नजर आ रहा है। पुलिसकर्मी की इस हरकत ने न सिर्फ विभाग की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खुद कानून की रखवाली करने वाले कैसे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ठेका बंद होने के बावजूद बिक रही शराब चंबाघाट स्थित ठेके के बाहर यह घटना रात के समय की है, जब ठेका बंद था। जिसके बावजूद अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही थी। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई- SP वहीं, इस मामले पर एसपी सोलन गौरव सिंह से बात की, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बात कही। SP गौरव सिंह ने कहा कि संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की ला रही है। सोलन में नशे में धुत पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिसकर्मी नशे में धुत होकर ठेके के बाहर शराब की मांग करता नजर आ रहा है। पुलिसकर्मी की इस हरकत ने न सिर्फ विभाग की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खुद कानून की रखवाली करने वाले कैसे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ठेका बंद होने के बावजूद बिक रही शराब चंबाघाट स्थित ठेके के बाहर यह घटना रात के समय की है, जब ठेका बंद था। जिसके बावजूद अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही थी। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई- SP वहीं, इस मामले पर एसपी सोलन गौरव सिंह से बात की, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बात कही। SP गौरव सिंह ने कहा कि संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की ला रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चंबा में खाई में गिरी कार:हादसे में 2 लोगों की मौत, 4 घायल, पहाड़ी से पत्थर गिरने से हुआ हादसा
चंबा में खाई में गिरी कार:हादसे में 2 लोगों की मौत, 4 घायल, पहाड़ी से पत्थर गिरने से हुआ हादसा चंबा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पतोगान में शनिवार दोपहर को एक अल्टो कार पत्थर की चपेट में आने से दुर्घटना का शिकार हो गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, वहीं 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए चंबा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने जेसीबी चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कार के ऊपर गिरा पत्थर जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब 12 बजे यह घटना उस वक्त हुई जब चुराह उपमंडल मुख्यालय के चल रहे एक सरकारी भवन निर्माण में जुटी मशीन से एक पत्थर पतोगन गांव की तरफ लुढ़क गया। तीसा-बैरागढ़ मार्ग से गुजर रही एक कार पत्थर की चपेट में आने से सड़क से नीचे खाई में जा गिरी। इस दुर्घटना में दो कार सवार लोगों की मौत हो गई जिसमें एक महिला व एक पुरुष शामिल है। घायल चार लोगों में दो पुरुष, एक महिला व एक लड़की शामिल है। पुलिस ने इस मामले में जेसीबी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार की राशि जारी मृतकों की पहचान 33 वर्षीय क्यूम खान पुत्र शेर खान निवासी गांव थनेईकोठी व 38 वर्षीय मान देई पत्नी चैन लाल निवासी गांव थनेईकोठी के रूप में हुई। वहीं घायलों की पहचान केहर सिंह पुत्र मोती राम निवासी थनेईकोठी, कमालदीन पुत्र करीम, पूजा पुत्री मान सिंह व मनीषा पत्नी केसू निवासी गांव थनेईकोठी के रूप में हुई है। प्रशासन की तरफ से मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार तो घायलों को 5-5 हजार रुपए की राशि जारी की गई है।
हिमाचल में 22 से बारिश-बर्फबारी:स्पीति में कड़ाके की सर्दी; सामान्य से 4 डिग्री नीचे गिरेगा पारा, पोस्ट-मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बारिश
हिमाचल में 22 से बारिश-बर्फबारी:स्पीति में कड़ाके की सर्दी; सामान्य से 4 डिग्री नीचे गिरेगा पारा, पोस्ट-मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बारिश हिमाचल प्रदेश में 4 दिन बाद मौसम करवट बदलेगा। इससे 4 जिलों में लंबा ड्राइ स्पेल टूटने के आसार है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 22 नवंबर से वेस्टर्न-डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होने से लाहौल स्पीति, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिला की ऊंची चोटियों पर हल्की बारिश बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि 22 से WD एक्टिव जरूर हो रहा है। मगर बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। पहाड़ों पर इससे हल्की बारिश व बर्फबारी का ही पूर्वानुमान है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में दो प्रमुख कारणों से अच्छी बारिश बर्फबारी नहीं हुई। पहली वजह WD आए ही नहीं। दूसरा कारण जो WD आए, वह बिन बरसे लेह-लद्दाख की ओर बढ़ गए। 49 दिन से बारिश-बर्फबारी नहीं यही वजह है कि बरसात के बाद 49 दिन से बारिश-बर्फबारी नहीं है। प्रदेश में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। एक अक्टूबर से 19 नवंबर तक 0.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में 35.3 मिलीमीटर बारिश होती है। इससे हालात खराब होते जा रहे है। 90% जमीन पर गेंहू की बुवाई नहीं हो सकी किसानों पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है। राज्य में इस बार 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुवाई कर पाए है। कृषि विभाग के अनुसार, प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुवाई होती है, लेकिन इस बार लगभग 30 हजार हैक्टेयर जमीन पर ही किसान गेंहू बीज पाए हैं। अब गेंहू की बुवाई का उचित समय भी बीत गया है। एक महीने तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं शोभित कटियार ने बताया कि अगले एक महीने तक भी बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। जाहिर है कि प्रदेश वासियों को सूखे से बहुत जल्दी छुटकारा मिलने के आसार नहीं है, जबकि सूखे ने पहले ही प्रदेश के लोगों की चिंता बढ़ा रखी है। शोभित कटियार ने बताया कि अगले दो सप्ताह तक प्रदेश में तापमान नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस कम व ज्यादा रहेगा, जबकि इस अवधि में स्पीति के कुछेक क्षेत्रों में खूब ठंड पड़ेगी और तापमान नॉर्मल से तीन-चार डिग्री तक नीचे गिर सकता है। क्या होता है वेस्टर्न डिस्टरबेंस? वेस्टर्न डिस्टरबेंस भू-मध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाला एक तूफान है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भागों में अचानक सर्दियों में बारिश लाता है, यह बरसात मानसून की बरसात से अलग होती है। आने वाले तूफान या कम दबाव वाले क्षेत्र भू-मध्यसागरीय क्षेत्र, यूरोप के अन्य भागों और अटलांटिक महासागर में उत्पन्न होते हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान ज्यादातर शहरों का सामान्य से नीचे गिर गया है। लाहौल स्पीति के ताबो का तापमान माइनस 5.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। दो जिलों में धुंध का अलर्ट मौमस विभाग ने बिलासपुर और मंडी जिला के कुछेक स्थानों पर अगले तीन दिन तक धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मंडी में एचआरटीसी पेंशनरों की बैठक:सरकार को अल्टीमेटम, जल्द पेंशन जारी नहीं की तो बजट सत्र में करेंगे आंदोलन
मंडी में एचआरटीसी पेंशनरों की बैठक:सरकार को अल्टीमेटम, जल्द पेंशन जारी नहीं की तो बजट सत्र में करेंगे आंदोलन मंडी में बुधवार को एचआरटीसी पेंशनर कल्याण संगठन की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) के पेंशनरों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगामी बजट सत्र में सड़कों पर उतर आंदोलन करेंगे। संगठन के प्रधान अनूप कपूर ने बताया कि पेंशनरों को कई महीनों से समय पर पेंशन नहीं मिल पा रही है। लोहड़ी का त्योहार भी पेंशन के बिना फीका रहा, जबकि सेवारत कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल गया। उप मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकार हर माह निगम को वेतन और पेंशन के लिए 67 करोड़ रुपए दे रही है, लेकिन पेंशनरों को उनका पैसा नहीं मिल रहा है। अनूप ने बताया कि उनकी मुख्य मांगों में सरकारी पेंशनरों की तरह समय पर पेंशन और पेंशन लाभ, बजट में पेंशन के लिए अलग से राशि का प्रावधान, संशोधित पेंशन के एरियर की पहली किस्त 50,000 रुपए का भुगतान और दूसरी किस्त की अदायगी शामिल हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री द्वारा अक्टूबर 2024 में स्वर्ण जयंती समारोह में चिकित्सा बिलों के लिए घोषित 9 करोड़ रुपए का भुगतान भी अभी तक नहीं किया गया है। विशेष रूप से चिंता का विषय यह है कि मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को 10 महीने से पेंशन नहीं मिली है, जिससे वे आर्थिक और मानसिक परेशानी झेल रहे हैं। संगठन ने सरकार से तत्काल समस्याओं का समाधान करने और पदाधिकारियों से संवाद स्थापित करने की मांग की है। पेंशनर्स ने मांगें माने जाने तक संघर्ष जारी रखने की चेतावनी दी है।