सोलन में नशे में धुत पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिसकर्मी नशे में धुत होकर ठेके के बाहर शराब की मांग करता नजर आ रहा है। पुलिसकर्मी की इस हरकत ने न सिर्फ विभाग की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खुद कानून की रखवाली करने वाले कैसे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ठेका बंद होने के बावजूद बिक रही शराब चंबाघाट स्थित ठेके के बाहर यह घटना रात के समय की है, जब ठेका बंद था। जिसके बावजूद अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही थी। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई- SP वहीं, इस मामले पर एसपी सोलन गौरव सिंह से बात की, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बात कही। SP गौरव सिंह ने कहा कि संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की ला रही है। सोलन में नशे में धुत पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें पुलिसकर्मी नशे में धुत होकर ठेके के बाहर शराब की मांग करता नजर आ रहा है। पुलिसकर्मी की इस हरकत ने न सिर्फ विभाग की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि खुद कानून की रखवाली करने वाले कैसे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ठेका बंद होने के बावजूद बिक रही शराब चंबाघाट स्थित ठेके के बाहर यह घटना रात के समय की है, जब ठेका बंद था। जिसके बावजूद अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही थी। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई- SP वहीं, इस मामले पर एसपी सोलन गौरव सिंह से बात की, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बात कही। SP गौरव सिंह ने कहा कि संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की ला रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी में सराज टेलेन्ट एंड टूरिज्म फेस्टिवल:डिप्टी सीएम अग्निहोत्री हुए शामिल; बोले- सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए विदेशों में भेजे जाएंगे लोक कलाकार
मंडी में सराज टेलेन्ट एंड टूरिज्म फेस्टिवल:डिप्टी सीएम अग्निहोत्री हुए शामिल; बोले- सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए विदेशों में भेजे जाएंगे लोक कलाकार मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली (चोलूथाच) में सिविक सेंस सोसायटी के तत्वावधान में तीन दिवसीय सराज टेलेन्ट एंड टूरिज्म फेस्टिवल का समापन हो गया।जिसमें उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिरकत की। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि सोसायटी द्वारा इस महोत्सव के माध्यम से एक बहुत अच्छा प्रयास किया गया है। जिसमें स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय लोग अपनी परम्परागत वेश-भूषा और स्थानीय बोली में यहां की संस्कृति को संरक्षित करने में जुटे हैं। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए कार्यक्रमों के अंतर्गत हिमाचल के लोक सांस्कृतिक दलों को देश व विदेश में भेजा जाएगा। लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए सरकार कर रही काम उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोक संस्कृति एवं लोक मान्यताओं के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ को मान्यता एवं पहचान दिलाने तथा हिमाचल के गठन में प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार के प्रयासों को प्रदेशवासी कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने पहाड़ी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के प्रयासों को भी याद किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पहाड़ की संस्कृति आपस में गहरे से जुड़ी है और विशेषतौर पर कुल्लू व मंडी जिला की संस्कृति में काफी समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि ढाटू व टोपी हमारी पहचान हैं। आज राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचली वेशभूषा प्रसिद्ध है। लोक सांस्कृतिक दलों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए विदेश भेजा जाएगा उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के अंतर्गत हिमाचल के लोक सांस्कृतिक दलों को देश व विदेश में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बड़े मेलों में एक सांस्कृतिक संध्या स्थानीय कलाकारों के लिए समर्पित करने तथा इन कार्यक्रमों पर व्यय होने वाली राशि में से 50 प्रतिशत स्थानीय कलाकारों पर खर्च हो, ऐसे प्रयास भी भाषा संस्कृति विभाग द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने छतरी में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह तथा जंजैहली व थुनाग में बस अड्डों के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उन्होंने चौलूथाच में स्थित कामरू देवता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपए तथा इस तीन दिवसीय उत्सव के सफल आयोजन के लिए एक लाख रुपए आयोजक मंडल को देने की घोषणा।
शिमला पुलिस की गुरुग्राम में विमान कंपनी दफ्तर में दबिश:बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर से ले जाने संबंधित रिकॉर्ड मांगा; आज भी कार्रवाई जारी रहेगी
शिमला पुलिस की गुरुग्राम में विमान कंपनी दफ्तर में दबिश:बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर से ले जाने संबंधित रिकॉर्ड मांगा; आज भी कार्रवाई जारी रहेगी हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ वोट करने वाले नौ विधायकों को हवाई सेवाएं देने वाली हेलिकॉप्टर कंपनी तक जांच की आंच पहुंच गई है। बीती शाम को शिमला पुलिस ने गुरुग्राम में हवाई सेवाएं देने वाली एक कंपनी के दफ्तर में दबिश दी और कंपनी से रिकॉर्ड मांगा। पुलिस ने यह कार्रवाई कोर्ट से मिले सर्च वारंट के आधार पर की है। इस कार्रवाई में शिमला पुलिस हरियाणा पुलिस की भी मदद ले रही है। सूत्रों की माने तो आज भी पुलिस कंपनी दफ्तर जाकर पूछताछ और कुछ रिकॉर्ड मांग सकती है। पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि विधायकों को ले जाने के लिए 2 विमान कंपनियों की सेवाएं ली गई है। एक के दफ्तर में दबिश दे दी गई है,जबकि दूसरी कंपनी से भी जल्द रिकॉर्ड मांगा जा सकता है। राज्यसभा चुनाव के बाद हेलिकॉप्टर में ले जाने का मामला बता दें कि बीते 27 फरवरी को हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हुए। इसमें क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायकों को हेलिकॉप्टर से कभी पंचकूला, कभी ऋषिकेष और गुरुग्राम ले जाया गया। यही नहीं इस्तीफा देने वाले तीन निर्दलीय विधायक भी हेलिकॉप्टर में ही शिमला पहुंचे और वापस भी हेलिकॉप्टर से ही गुरुग्राम लौटें। इन विधायकों ने करा रखी है एफआईआर कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने शिमला के बालूगंज थाना में एफआईआर करा रखी है। यह एफआईआर पूर्व निर्वदलीय विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ है। इन पर सरकार को गिराने के लिए करोड़ों रुपए के लेन-देन, बागियों को फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराने जैसे गंभीर आरोप है। इन लोगों से पूछताछ कर चुकी पुलिस इस FIR में अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। यही वजह से इस केस में शिमला पुलिस कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, हरियाणा के पूर्व सीएम के प्रचार सलाहाकर तरुण भंडारी समेत कई लोगों को पूछताछ के शामिल कर चुकी है। अब बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर सेवाएं देने वाली कंपनी पर जांच के दायरे में आ गई है। बहुमत के बावजूद राज्यसभा सीट हारी थी कांग्रेस हिमाचल में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को कैंडिडेट बनाया था। यहां कुल 68 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 40 विधायकों की वजह से बहुमत था। भाजपा के पास 25 विधायक थे जबकि 3 निर्दलीय विधायक थे। भाजपा ने हर्ष महाजन को कैंडिडेट बनाया था। जब चुनाव हुआ तो 6 कांग्रेसी और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। जिस वजह से भाजपा और कांग्रेस कैंडिडेट के 34-34 वोट मिले। इसके बाद लॉटरी से भाजपा के हर्ष महाजन चुनाव जीत गए। इसके बाद सरकार पर संकट आ गया था।
मंडी में बंदरों व सुअरों से किसान परेशान:फसलों को कर रहे तबाह; रखवाली के लिए मनरेगा के तहत दिहाड़ी की मांग
मंडी में बंदरों व सुअरों से किसान परेशान:फसलों को कर रहे तबाह; रखवाली के लिए मनरेगा के तहत दिहाड़ी की मांग मंडी जिले में किसान जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। यहां दिन को बंदर सेना और रात को जंगली सुअरों ने किसानों को परेशान कर दिया है। जंगली जानवर मक्की सहित अन्य नगदी फसलों से भरे खेतों को तबाह कर रहे हैं। आलम इस क़द्र है कि कई खेतों में मक्की का नामोनिशान तक नहीं रहा है। ऐसे में दिन रात की मेहनत पर पानी फिरता देख किसान आंसू बहाने को मजबूर हुए हैं। द्रंग क्षेत्र की कटिंडी, तरयांबली, गरलोग, पाली, कुन्नू, डलाह, सियून, गवाली, उरला, चुक्कू, कुफरी, बड़ीधार, भड़वाहण, बह, शीलग, नौहली, बयूंह, भराड़ू और कस आदि पंचायतों में इन दिनों जंगली जानवरों ने खूब तबाही मचाई हुई है। दिन-रात खेतों की रखवाली कर रहे किसान किसानों की माने तो दिन में बंदरों की फौज खेतों में घुसती है, तो रात को जंगली सुअर मक्की की फसल को तबाह कर रहे हैं। किसान दिन-रात की रखवाली के बाद भी अपनी फसल को बचा नहीं पा रहे हैं। खेतों में फसल का नामोनिशान तक नहीं रह रहा है। ऐसे में किसान खेतों से मक्की की कच्ची फसल काट कर पालतू मवेशियों को चारे में देने को मजबूर हो गए हैं। बंदरों की संख्या कम करने के लिए प्रदेश सरकार की बंदर पकड़ने व नसबंदी करने की योजना भी फेल हो गई है। वन विभाग भी इस दिशा में अब कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है। जिस वजह से किसान खेतीबाड़ी के धंधे से हाथ पीछे खींचने को मजबूर हो गए हैं। खेती की रखवाली के लिए मनरेगा के तहत दिहाड़ी की मांग द्रंग के रुंझ गांव की निर्जला ठाकुर ने बताया कि बीते रोज जंगली सुअर आधा दर्जन खेतों से मक्की की खड़ी फसल पूरी तरह तबाह कर गए। जिससे खेत पूरी तरह खाली हो गए हैं। पंचायत समिति द्रंग की अध्यक्षा शीला ठाकुर, उपाध्यक्ष कृष्ण भोज, समिति सदस्य लेख राम ठाकुर, घनश्याम ठाकुर, कविता चौहान, कश्मीर सिंह, कृपाल सिंह, वीणा भारद्वाज सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने किसानों को खेती की रखवाली की एवज में मनरेगा के तहत दिहाड़ी उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है। वहीं जंगली जानवरों से फसलों को सुरक्षित बचाने के लिए ठोस योजना बनाने की भी मांग की है। इसके साथ हाल ही में किसानों की फसलों के हुए नुकसान का उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग सरकार से की है।