सोलन में विवाह समारोह में आए एक व्यक्ति की सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक छत पर फैले कचरे को उठा रहा था। इसी दौरान वह सीढ़ी से नीचे गिर गया। मृतक की पहचान विमलेश (39) उर्फ पंडित के नाम से हुई है। जो यूपी के गौंडा का रहने वाला था। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। घटना बीते दिन दोपहर के समय हुई। सोलन के एसपी गौरव सिंह के मुताबिक विमलेश कुमार धर्जा निवासी एक व्यक्ति के चूल्हे बनाने के कारखाने में काम करता था और ओच्छघाट में अपनी मां के साथ काम करता था। उसके मालिक के बेटे की 8 अक्टूबर को शादी थी। विमलेश इस शादी में अपनी भतीजियों व उनके बच्चों के साथ शामिल हुआ था। शादी समारोह समाप्त होने के बाद बीते दिन विमलेश अपनी भतीजियों के साथ डिस्पोजल सामग्री व अन्य सामान उठा रहा था। इसी दौरान वह सीढ़ियों से गिर गया और उसके सिर में काफी चोटें आ गई। मौका पर मौजूद लोग उसे उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल सोलन ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोलन में विवाह समारोह में आए एक व्यक्ति की सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक छत पर फैले कचरे को उठा रहा था। इसी दौरान वह सीढ़ी से नीचे गिर गया। मृतक की पहचान विमलेश (39) उर्फ पंडित के नाम से हुई है। जो यूपी के गौंडा का रहने वाला था। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। घटना बीते दिन दोपहर के समय हुई। सोलन के एसपी गौरव सिंह के मुताबिक विमलेश कुमार धर्जा निवासी एक व्यक्ति के चूल्हे बनाने के कारखाने में काम करता था और ओच्छघाट में अपनी मां के साथ काम करता था। उसके मालिक के बेटे की 8 अक्टूबर को शादी थी। विमलेश इस शादी में अपनी भतीजियों व उनके बच्चों के साथ शामिल हुआ था। शादी समारोह समाप्त होने के बाद बीते दिन विमलेश अपनी भतीजियों के साथ डिस्पोजल सामग्री व अन्य सामान उठा रहा था। इसी दौरान वह सीढ़ियों से गिर गया और उसके सिर में काफी चोटें आ गई। मौका पर मौजूद लोग उसे उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल सोलन ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में ट्रक ने तोड़ा मंदिर का गेट:पजेरो-ब्रिजा समेत लग्जरी गाड़ियां क्षतिग्रस्त, 2 बाइकों को कुचला, एक घायल
हिमाचल में ट्रक ने तोड़ा मंदिर का गेट:पजेरो-ब्रिजा समेत लग्जरी गाड़ियां क्षतिग्रस्त, 2 बाइकों को कुचला, एक घायल हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के ठियोग में बीती रात सेब से लदे ट्रक ने 5 गाड़ियों, 2 बाइक, मंदिर के गेट और 1 शेड को तोड़ दिया। इससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका सिविल अस्पताल ठियोग में उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सेब से लदा ट्रक नंबर PB-05-AN-5676 वाया सैंज-राजगढ़-सोलन होते हुए चंडीगढ़ की ओर जा रहा था। ठियोग के गजेड़ी नामक गांव में यह रात लगभग पौने 3 बजे सड़क पर पलट गया। इसकी जोरदार टक्कर से एक गाड़ी सड़क से करीब 100 फीट नीचे पलट गई, जबकि 4 अन्य गाड़ियां जो सड़क किनारे पार्क थी, उन्हें भी भारी नुकसान हुआ है। ट्रक ने जब सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारी तो उस दौरान गाड़ी में एक व्यक्ति सो रहा था। उसे काफी चोटें आई है। घायल का ठियोग अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का चालक सेफ बताया जा रहा है। बागवानों और गाड़ी मालिकों को लाखों का नुकसान इस घटना में न केवल सेब बागवानों कों लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, बल्कि गाड़ी मालिकों को झटका लगा है, क्योंकि पजेरो-ब्रिजा जैसी महंगी व लग्जरी गाड़ियां इसकी चपेट में आई है। गजेड़ी देवता महासू के मंदिर गेट को भी नुकसान हुआ है। एक शेड को भी ट्रक की टक्कर से नुकसान पहुंचा है। प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा स्थानीय निवासी रामकृष्ण मदराड़ी ने इसका ठीकरा प्रशासन पर फोड़ा है। उन्होंने बताया कि यदि यह ट्रक बाइपास से गया होता तो हादसा नहीं होता। उन्होंने गजेड़ी बाइपास में पुलिस जवान तैनात करने की मांग की, ताकि सेब से लदे ट्रक बाइपास से भेजे जा सके। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तुगलकी फरमान सुनाया है। नारकंडा-किन्नौर से आ रहे सेब से लदे ट्रक भी वाया राजगढ़ भेजे जा रहे है। यह निर्णय सरासर गलत है। शिमला में ट्रैफिक जाम से बचने को इस तरह के निर्णय लेना सही नहीं है। शिमला में ट्रैफिक जाम से निजात पाने को सड़कें चौड़ी करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि माइपुल में सड़क पर लगा पुल पहले ही असुरक्षित है। मगर फिर भी यहां से 10 से 12 टन या इससे भी ज्यादा माल लदे ट्रक भेजे जा रहे हैं।
हिमाचल में श्रीखंड यात्रा में गए युवक की मौत:पैर फिसलने से खाई में गिरा, लंगर सेवा करने आया; 5 साल की बेटी, पत्नी गर्भवती
हिमाचल में श्रीखंड यात्रा में गए युवक की मौत:पैर फिसलने से खाई में गिरा, लंगर सेवा करने आया; 5 साल की बेटी, पत्नी गर्भवती हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में मशहूर श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान लंगर सेवा के लिए जा रहे एक सेवादार की पहाड़ी से गिरकर मौत हो गई। मृतक की पहचान रामपुर के रहने वाले सिद्धार्थ शर्मा (31) के रूप में हुई है। सिद्धार्थ को शुक्रवार शाम को ही रामपुर के खनेरी अस्पताल से IGMC शिमला रेफर किया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। सिद्धार्थ शर्मा अपने पीछे 5 साल की बेटी, गर्भवती पत्नी, माता-पिता और बहन को छोड़ गए हैं। परिजनों का घर पर रो रोकर बुरा हाल है। परिवार के मुताबिक सिद्धार्थ शर्मा श्रीखंड यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर सेवा के लिए घर से निकला था। सामान ले जाते वक्त गुरुवार दोपहर चढ़ाई चढ़ते वक्त बराहटी नाला के समीप पैर फिसलने के बाद करीब 50 मीटर गहरी खाई में जा गिरा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद सिद्धार्थ को सिंहगाड बेस कैंप तक पहुंचाया गया। यहां से गुरुवार रात करीब ढाई बजे उसे घायल अवस्था में निरमंड अस्पताल लाया गया। हालत खराब होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे खनेरी अस्पताल भेज दिया। यहां भी जब सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ तो शिमला IGMC रेफर किया गया। यहां उनकी मौत हो गई। पहले 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी बीते डेढ़ महीने में श्रीखंड यात्रा के दौरान यह पांचवें व्यक्ति की मौत हो गई है। चार श्रद्धालुओं की जान आधिकारिक यात्रा शुरू होने से पहले गई है। निरमंड पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। रामपुर में दुकान चलाता था सिद्धार्थ परिवार के मुताबिक सिद्धार्थ शर्मा रामपुर बाजार में दुकान चलाता था। वह रामपुर की एक समिति का भी सदस्य है। यह समिति हर साल श्रीखंड यात्रा के दौरान लंगर सेवा करती है। सिद्धार्थ सहित समिति के दूसरे सदस्य गुरुवार को लंगर के लिए सामान लेकर जा रहे था। इस दौरान सिद्धार्थ के साथ यह हादसा हो गया। 27 जुलाई तक चलेगी श्रीखंड यात्रा श्रीखंड यात्रा 14 जुलाई से शुरू हुई थी और 27 जुलाई तक चलेगी। श्रीखंड में महादेव रूप पिंडी समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर है। इस वजह से यात्रा को दुनिया की सबसे खतरनाक ट्रैकिंग वाली धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। श्रीखंड पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर के संकरे व खतरनाक रास्ते पर पैदल चलना पड़ता है। इस दौरान उन्हें बर्फ के 4 ग्लेशियर और चट्टाननुमा पहाड़ियां पार करनी पड़ती हैं। यही नहीं ढांक (खाई के ऊपर खड़ी पहाड़ी) से भी गुजरना पड़ता है। इस दौरान यहां ऑक्सीजन की भी कमी की दिक्कत होती है। खासकर, यात्रा के मार्ग में पार्वती बाग के आगे कुछ इलाकों में यह परेशानी ज्यादा होती है। ऐसी सूरत में श्रद्धालुओं को इलाज या फिर वापस नीचे उतारना पड़ जाता है। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रहता है। कैसे पहुंचे श्रीखंड श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू जिला के निरमंड होकर बागीपुल और जाओ तक गाड़ियों व बस में पहुंच सकते हैं। शिमला से रामपुर की दूरी 130 किमी, रामपुरा से निरमंड 17 किमी, निरमंड से बागीपुल 17 किमी और बागीपुल से जाओ की दूरी 12 किमी है। यहां से आगे 32 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होती है। श्रीखंड यात्रा को लेकर प्रशासन की तैयारियां…. 1. 5 जगह बेस कैंप, यहां स्वास्थ्य जांच के बाद आगे जाने की इजाजत यात्रा की कठिनाई को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहता है। श्रीखंड ट्रस्ट समिति और कुल्लू जिला प्रशासन ने यात्रा के रास्तों पर 5 जगह बेस कैंप बनाए गए हैं। पहला बेस कैंप सिंहगड़ है। इसके बाद थाचरू, कुनशा, भीम द्वार और पार्वती बाग में बेस कैंप बनाए गए हैं। इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी या इंचार्ज के अलावा मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू टीमें भी तैनात की गई हैं। यहां दवाओं और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था रहती है। जहां स्वास्थ्य जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को आगे भेजा जाएगा। यहां ठहरने व खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। ठहरने के लिए प्राइवेट टैंट तथा खाने के लिए ट्रस्ट द्वारा जगह-जगह लंगर लगाए गए हैं। 2. पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट तैनात इस यात्रा में पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट को पार्वती बाग में तैनात किया गया है, क्योंकि संकरे रास्ते की वजह से इस यात्रा के दौरान कई बार हादसे हो जाते हैं। खासकर बरसात की वजह से इस यात्रा में बाधा आती है। 3. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल बनाया किसी भी श्रद्धालु को बिना पंजीकरण के श्रीखंड नहीं भेजा जा रहा। बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल बनाया गया है। ऑफलाइन भी इसके लिए पंजीकरण किया जा रहा है। पंजीकरण की फीस 250 रुपए रखी गई है। श्रीखंड यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन की जांच करते पुलिसकर्मी। इसके बाद यहां से उन्हें पैदल आगे बढ़ने की परमिशन दी जाती है।
हिमाचल में सर्दी के मौसम में गर्मी तोड़ने लगी रिकॉर्ड:केलांग के तापमान में 8.5 डिग्री का उछाल; 11 शहरों का पारा 30 डिग्री पार
हिमाचल में सर्दी के मौसम में गर्मी तोड़ने लगी रिकॉर्ड:केलांग के तापमान में 8.5 डिग्री का उछाल; 11 शहरों का पारा 30 डिग्री पार हिमाचल प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 4 डिग्री ज्यादा और न्यूनतम पारा भी 1.4 डिग्री सामान्य से अधिक हो गया है। इससे पहले अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी। केलांग के तापमान में सबसे ज्यादा 8.5 डिग्री का उछाल आया है। यहां का तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इससे पहले कभी भी केलांग का पारा अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में इतना नहीं पहुंचा। 29 अक्टूबर 2018 को केलांग का रिकॉर्ड तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस था। वहीं धर्मशाला का तापमान भी नॉर्मल से 5.5 डिग्री ज्यादा के साथ 29.9 डिग्री पहुंच गया है। धर्मशाला का भी अक्टूबर के आखिरी सप्ताह का यह रिकॉर्ड तापमान है। शिमला, मनाली, सुंदरनगर, भुंतर, कांगड़ा में भी अक्टूबर के आखिरी सप्ताह का सबसे ज्यादा तापमान है। इसी तरह अन्य सभी शहरों के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगले 6 दिन बारिश के आसार नहीं मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर माह में इस बार सामान्य से 97 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इससे तापमान में उछाल आया है। अगले छह दिन भी तापमान नॉर्मल से ज्यादा बना रहेगा, क्योंकि 30 अक्टूबर तक बारिश के आसार नहीं है। प्रदेश में इससे सूखे जैसे हालात पनपने लगे है। 11 शहरों का पारा 30 डिग्री पार अमूमन पहाड़ों पर अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार दिन के वक्त खासकर मैदानी इलाकों में लोगों के पसीने छूट रहे है। 11 शहरों का पारा 30 डिग्री या इससे ज्यादा हो गया है। ऊना का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री हो गया है। 6 जिलों में पानी की बूंद तक नहीं गिरी मौमस विभाग के अनुसार इस बार अक्टूबर में बारिश नहीं हुई। 6 जिलों बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में एक बूंद भी नहीं बरसी। वहीं कांगड़ा में मात्र 1.5 मिलीमीटर, किन्नौर में 0.4 मिलीमीटर, लाहौल स्पीति में 0.1 मिलीमीटर, मंडी में 3.4 मिलीमीटर, शिमला में 0.2 मिलीमीटर, और ऊना में 8.6 मिलीमीटर बारिश हुई है।