सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी लेने वालों का एनकाउंटर:आगरा में पुलिस ने 2 के पैर में मारी गोली, खाने के विवाद में किया था मर्डर

सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी लेने वालों का एनकाउंटर:आगरा में पुलिस ने 2 के पैर में मारी गोली, खाने के विवाद में किया था मर्डर

आगरा में रेस्टोरेंट कर्मी गुलफाम की हत्या करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में अरेस्ट किया है। पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मारी है। मुठभेड़ में एक सिपाही गिरेंद्र भी घायल है। उसके बाएं हाथ में गोली लगी। तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हत्याकांड का मुख्य आरोपी फरार है। आरोपियों ने गुलफाम की हत्या करने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था। खुद को क्षत्रिय गोरक्षा दल का सदस्य बताते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हत्या का कनेक्शन पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ा था। पुलिस ने बताया, आगरा में ऐसा कोई संगठन नहीं है। आरोपियों ने फेमस होने के लिए वीडियो अपलोड किया था। गुलफाम की हत्या रेस्टोरेंट में खाने और लेनदेन के विवाद में की गई थी। पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीसरा आरोपी मनोज चौधरी है, उसके अकाउंट से वीडियो पोस्ट हुआ था। कमर में पिस्टल-चाकू लगाकर पोस्ट किया था VIDEO 24 अप्रैल को क्या हुआ था, पढ़िए… पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया, ताजनगरी थाना क्षेत्र में शाहिद अली का चिकन बिरयानी नाम से रेस्टोरेंट है। यहां पर उसके साथ चचेरे भाई मुन्ना, जीशान, सैफ अली और गुलफाम देखरेख करते हैं। 24 अप्रैल रात करीब 12 बजे स्कूटी से पुष्पेंद्र बघेल, शिवम बघेल और प्रियांश यादव रेस्टोरेंट पहुंचे। प्रियांश स्कूटी पर ही था। पुष्पेंद्र और शिवम रेस्टोरेंट गए। यहां पर गुलफाम ने दोनों से पूछा कि हां भाई क्या चाहिए। इस पर पुष्पेंद्र ने गुलफाम के सीने में तमंचे से गोली मार दी थी। वह वहीं गिर गया। सैफ अली ने शोर मचाया तो शिवम ने उस पर फायर किया था। गोली सैफ अली के छूते हुए निकल गई। वारदात के बाद हमलावर अपनी स्कूटी से शिल्पग्राम की ओर भाग निकले। गुलफाम के पिता इमाम बक्श की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। दो आरोपी मुठभेड़ में अरेस्ट, पैर में लगी गोली
पुलिस कमिश्नर ने बताया- सोमवार को हत्या में शामिल शिवम और प्रियांश को इनर रिंग रोड के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। अभी पुष्पेंद्र फरार है। वहीं, हत्या को बाद भड़काऊ वीडियो वायरल करने वाले मनोज चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया है। मनोज चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो अपलोड किया था। मनोज के खिलाफ भी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस हत्याकांड में मनोज की संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ समय वह लोग रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। तब खाना और खाने के पैसे के लेनदेन को लेकर गुलफाम से विवाद हुआ था। तब ही हत्या की प्लानिंग कर ली थी। फेमस होने के लिए सोशल मीडिया पर अपलोड किया वीडियो
आरोपियों ने बताया, वर्तमान में पहलगाम और करणी सेना जैसे मुद्दे चल रहे थे। इस बीच फेमस होने के लिए आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर हत्या करने की जिम्मेदारी ली थी। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हत्या करने का वीडियो बनाकर उसे अपलोड करने की भी योजना थी। प्रियांश को वीडियो बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। मगर उसने वीडियो नहीं बनाया। पुलिस ने बताया कि हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री है। मनोज चौधरी पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। पुष्पेंद्र पर भी एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का केस दर्ज है, जबकि प्रियांश का भी आपराधिक इतिहास है। आरोपियों ने वीडियो जारी कर ली थी हत्या की जिम्मेदारी
हत्या के बाद सोशल मीडिया पर सौहार्द बिगाड़ने के लिए एक वीडियो अपलोड किया गया। वीडियो में दिख रहे युवक हथियार से लैस थे। उनका कहना था कि उन्होंने हत्या की है। ये वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। हालांकि पुलिस ने वीडियो का खंडन किया था। पुलिस का कहना था कि संगठन का आगरा से कोई लेनादेना नहीं है। भड़काऊ पोस्ट डालने पर ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। …………………. ये खबर भी पढ़िए- अलीगढ़ में छात्र ने पाकिस्तानी झंडे को बताया राष्ट्रीय ध्वज, व्यापारियों ने सड़क पर झंडा लगवाया, यूरिन करवाई अलीगढ़ में छात्र ने पाकिस्तान के झंडे को राष्ट्रीय ध्वज बताया तो व्यापारियों ने उसे जमकर पीटा। उससे भारत माता की जय के नारे लगवाए। सड़क पर झंडा लगवाया। फिर झंडे पर उससे यूरिन करवाई। व्यापारियों ने छात्र से हाथ जोड़कर माफी मंगवाई। जब वह गिड़गिड़ाने लगा तब उसे वापस घर भेजा गया। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। मामला बन्नादेवी थाना क्षेत्र के रसलगंज इलाके का है। पढ़ें पूरी खबर आगरा में रेस्टोरेंट कर्मी गुलफाम की हत्या करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में अरेस्ट किया है। पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मारी है। मुठभेड़ में एक सिपाही गिरेंद्र भी घायल है। उसके बाएं हाथ में गोली लगी। तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हत्याकांड का मुख्य आरोपी फरार है। आरोपियों ने गुलफाम की हत्या करने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था। खुद को क्षत्रिय गोरक्षा दल का सदस्य बताते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हत्या का कनेक्शन पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ा था। पुलिस ने बताया, आगरा में ऐसा कोई संगठन नहीं है। आरोपियों ने फेमस होने के लिए वीडियो अपलोड किया था। गुलफाम की हत्या रेस्टोरेंट में खाने और लेनदेन के विवाद में की गई थी। पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीसरा आरोपी मनोज चौधरी है, उसके अकाउंट से वीडियो पोस्ट हुआ था। कमर में पिस्टल-चाकू लगाकर पोस्ट किया था VIDEO 24 अप्रैल को क्या हुआ था, पढ़िए… पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया, ताजनगरी थाना क्षेत्र में शाहिद अली का चिकन बिरयानी नाम से रेस्टोरेंट है। यहां पर उसके साथ चचेरे भाई मुन्ना, जीशान, सैफ अली और गुलफाम देखरेख करते हैं। 24 अप्रैल रात करीब 12 बजे स्कूटी से पुष्पेंद्र बघेल, शिवम बघेल और प्रियांश यादव रेस्टोरेंट पहुंचे। प्रियांश स्कूटी पर ही था। पुष्पेंद्र और शिवम रेस्टोरेंट गए। यहां पर गुलफाम ने दोनों से पूछा कि हां भाई क्या चाहिए। इस पर पुष्पेंद्र ने गुलफाम के सीने में तमंचे से गोली मार दी थी। वह वहीं गिर गया। सैफ अली ने शोर मचाया तो शिवम ने उस पर फायर किया था। गोली सैफ अली के छूते हुए निकल गई। वारदात के बाद हमलावर अपनी स्कूटी से शिल्पग्राम की ओर भाग निकले। गुलफाम के पिता इमाम बक्श की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। दो आरोपी मुठभेड़ में अरेस्ट, पैर में लगी गोली
पुलिस कमिश्नर ने बताया- सोमवार को हत्या में शामिल शिवम और प्रियांश को इनर रिंग रोड के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है। अभी पुष्पेंद्र फरार है। वहीं, हत्या को बाद भड़काऊ वीडियो वायरल करने वाले मनोज चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया है। मनोज चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो अपलोड किया था। मनोज के खिलाफ भी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस हत्याकांड में मनोज की संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ समय वह लोग रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। तब खाना और खाने के पैसे के लेनदेन को लेकर गुलफाम से विवाद हुआ था। तब ही हत्या की प्लानिंग कर ली थी। फेमस होने के लिए सोशल मीडिया पर अपलोड किया वीडियो
आरोपियों ने बताया, वर्तमान में पहलगाम और करणी सेना जैसे मुद्दे चल रहे थे। इस बीच फेमस होने के लिए आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर हत्या करने की जिम्मेदारी ली थी। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हत्या करने का वीडियो बनाकर उसे अपलोड करने की भी योजना थी। प्रियांश को वीडियो बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। मगर उसने वीडियो नहीं बनाया। पुलिस ने बताया कि हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री है। मनोज चौधरी पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। पुष्पेंद्र पर भी एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का केस दर्ज है, जबकि प्रियांश का भी आपराधिक इतिहास है। आरोपियों ने वीडियो जारी कर ली थी हत्या की जिम्मेदारी
हत्या के बाद सोशल मीडिया पर सौहार्द बिगाड़ने के लिए एक वीडियो अपलोड किया गया। वीडियो में दिख रहे युवक हथियार से लैस थे। उनका कहना था कि उन्होंने हत्या की है। ये वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। हालांकि पुलिस ने वीडियो का खंडन किया था। पुलिस का कहना था कि संगठन का आगरा से कोई लेनादेना नहीं है। भड़काऊ पोस्ट डालने पर ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। …………………. ये खबर भी पढ़िए- अलीगढ़ में छात्र ने पाकिस्तानी झंडे को बताया राष्ट्रीय ध्वज, व्यापारियों ने सड़क पर झंडा लगवाया, यूरिन करवाई अलीगढ़ में छात्र ने पाकिस्तान के झंडे को राष्ट्रीय ध्वज बताया तो व्यापारियों ने उसे जमकर पीटा। उससे भारत माता की जय के नारे लगवाए। सड़क पर झंडा लगवाया। फिर झंडे पर उससे यूरिन करवाई। व्यापारियों ने छात्र से हाथ जोड़कर माफी मंगवाई। जब वह गिड़गिड़ाने लगा तब उसे वापस घर भेजा गया। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। मामला बन्नादेवी थाना क्षेत्र के रसलगंज इलाके का है। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर