भास्कर न्यूज | अमृतसर पढ़ाई का स्तर बेहतर करने और बच्चों को माता-पिता की ओर से घर पर भी बेहतर माहौल देने के उद्देश्य से मंगलवार को जिले के लगभग 1300 स्कूलों में मेगा पेरेंट्स टीचर मीट (पीटीएम) करवाई गई। इसमें 85 प्रतिशत पेरेंट्स मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान पेरेंट्स को पीपीटी के माध्यम से स्कूल की अचीवमेंट और मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी गई। शिक्षा विभाग ने मीट के दौरान 7,4 फीट का शपथ बोर्ड या सिग्नेचर बोर्ड लगाने को कहा था। इस पर एक शपथ- ‘मैं अपने बच्चे को हर रोज स्कूल भेजूंगा’ लिखा जाना था। इस पर पेरेंट्स की सहमति दर्ज कराने के लिए उनके हस्ताक्षर और अंगूठे लगवाए जाने थे। मगर कई स्कूलों में यह बोर्ड नहीं थे। रजिस्टर पर ही टीचरों के नाम लिखकर हस्ताक्षर करवा लिए गए। पेरेंट्स सुमन ने बताया कि पीटीएम उनकी बेटी करमपुरा स्कूल में पढ़ती है। उन्हें टीचरों की ओर से बच्चे की परफार्मेंस के बारे में बताया गया। साथ ही उनसे भविष्य में और बेहतर करने के लिए सजेशन भी मांगे गए। मकबूलपुरा की बिमला ने बताया कि बच्चों की शिक्षा के बारे में बताने के बाद उनसे एक फीडबैक फार्म भरवाया गया है। इसमें स्कूल के वातावरण समेत पढ़ाई को लेकर सुझाव देने थे। इस बार शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के लिए एजेंडा रखे गए थे। इसमें सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रोग्राम, नए सरपंचों का स्वागत और डिजास्टर मैनेजमेंट की जानकारी शामिल किए गए। टीचरों ने पेरेंट्स को जागरूक करने के लिए सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट कॉर्नर बनाया, इसमें पेरेंट्स को गीले सूखे कचरें को रेडयूज करने, रीयूज करने और रिसाइकल करने की जानकारी दी। भास्कर न्यूज | अमृतसर पढ़ाई का स्तर बेहतर करने और बच्चों को माता-पिता की ओर से घर पर भी बेहतर माहौल देने के उद्देश्य से मंगलवार को जिले के लगभग 1300 स्कूलों में मेगा पेरेंट्स टीचर मीट (पीटीएम) करवाई गई। इसमें 85 प्रतिशत पेरेंट्स मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान पेरेंट्स को पीपीटी के माध्यम से स्कूल की अचीवमेंट और मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी गई। शिक्षा विभाग ने मीट के दौरान 7,4 फीट का शपथ बोर्ड या सिग्नेचर बोर्ड लगाने को कहा था। इस पर एक शपथ- ‘मैं अपने बच्चे को हर रोज स्कूल भेजूंगा’ लिखा जाना था। इस पर पेरेंट्स की सहमति दर्ज कराने के लिए उनके हस्ताक्षर और अंगूठे लगवाए जाने थे। मगर कई स्कूलों में यह बोर्ड नहीं थे। रजिस्टर पर ही टीचरों के नाम लिखकर हस्ताक्षर करवा लिए गए। पेरेंट्स सुमन ने बताया कि पीटीएम उनकी बेटी करमपुरा स्कूल में पढ़ती है। उन्हें टीचरों की ओर से बच्चे की परफार्मेंस के बारे में बताया गया। साथ ही उनसे भविष्य में और बेहतर करने के लिए सजेशन भी मांगे गए। मकबूलपुरा की बिमला ने बताया कि बच्चों की शिक्षा के बारे में बताने के बाद उनसे एक फीडबैक फार्म भरवाया गया है। इसमें स्कूल के वातावरण समेत पढ़ाई को लेकर सुझाव देने थे। इस बार शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के लिए एजेंडा रखे गए थे। इसमें सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रोग्राम, नए सरपंचों का स्वागत और डिजास्टर मैनेजमेंट की जानकारी शामिल किए गए। टीचरों ने पेरेंट्स को जागरूक करने के लिए सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट कॉर्नर बनाया, इसमें पेरेंट्स को गीले सूखे कचरें को रेडयूज करने, रीयूज करने और रिसाइकल करने की जानकारी दी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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