भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ हकेंवि की टीम को भारतीय ज्ञान परम्परा के इंटर्नशिप कार्यक्रम 2024-2025 के अंतर्गत पशुधन के घाव के उपचार के लिए माथा थैलम के नए फॉर्मुलेशन की संशोधित रोगाणु रोधी क्षमता की खोज के लिए परियोजना को मंजूरी मिली है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आईकेएस, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार से अनुदान प्राप्त करने के लिए परियोजना टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियों को बढ़ावा देगा। साथ ही भारतीय ज्ञान प्रणालियों को बढ़ाने में भी यह मददगार साबित होगा। परियोजना हेतु विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग की डॉ. मनीषा पांडे को प्रधान अन्वेषक, माइक्रोबायोलॉजी विभाग से प्रो. सुरेन्द्र सिंह तथा फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग से डॉ. तरुण कुमार को सह-प्रधान अन्वेषक नियुक्त किया गया है। विश्वविद्यालय की समकुलपति, प्रो. सुषमा यादव, कुलसचिव सुनील कुमार, शोध अधिष्ठाता प्रो. पवन कुमार शर्मा, स्कूल ऑफ इंटडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस के अधिष्ठाता प्रो. दिनेश कुमार गुप्ता एवं फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार ने भी परियोजना टीम को बधाई दी। भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ हकेंवि की टीम को भारतीय ज्ञान परम्परा के इंटर्नशिप कार्यक्रम 2024-2025 के अंतर्गत पशुधन के घाव के उपचार के लिए माथा थैलम के नए फॉर्मुलेशन की संशोधित रोगाणु रोधी क्षमता की खोज के लिए परियोजना को मंजूरी मिली है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आईकेएस, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार से अनुदान प्राप्त करने के लिए परियोजना टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियों को बढ़ावा देगा। साथ ही भारतीय ज्ञान प्रणालियों को बढ़ाने में भी यह मददगार साबित होगा। परियोजना हेतु विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग की डॉ. मनीषा पांडे को प्रधान अन्वेषक, माइक्रोबायोलॉजी विभाग से प्रो. सुरेन्द्र सिंह तथा फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग से डॉ. तरुण कुमार को सह-प्रधान अन्वेषक नियुक्त किया गया है। विश्वविद्यालय की समकुलपति, प्रो. सुषमा यादव, कुलसचिव सुनील कुमार, शोध अधिष्ठाता प्रो. पवन कुमार शर्मा, स्कूल ऑफ इंटडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस के अधिष्ठाता प्रो. दिनेश कुमार गुप्ता एवं फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार ने भी परियोजना टीम को बधाई दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं
हरियाणा में गंगाजल देख नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री:डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांगी; सीधे शिकायत की तो बोला- मैं कसम खाता हूं हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहा नायब तहसीलदार गंगाजल सामने देखकर डर गया। जमीन के मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत मांगने की बात से मुकर रहा था, इसलिए व्यक्ति ने अधिकारी की टेबल पर गंगाजल लाकर रख दिया और कसम खाने के लिए कहा। इसके बाद अधिकारी ने तुरंत व्यक्ति को जमीन की रजिस्ट्री निकालकर दे दी। यह मामला सिरसा के डबवाली एरिया का है। पीड़ित का आरोप है कि उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। जबकि, आरोपी का कहना है कि उसने कोई रिश्वत नहीं मांगी। डीड राइटर ने नायब तहसीलदार के नाम पर मांगी रिश्वत
डबवाली निवासी दर्शन मोंगा ने बताया है कि वह सब्जी बेचते हैं। उनके आवासीय प्लॉट की रजिस्ट्री 7 जून को हुई। वह रजिस्ट्री की कॉपी पाने के लिए तहसील के चक्कर काट रहे थे। जब वह जमीन के डीड राइटर के पास गए तो उसने कहा कि साहब को 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। इसके बाद ही रजिस्ट्री मिलेगी। साहब ने रजिस्ट्री अपने पास रख ली है। इसके बाद दर्शन नायब तहसीलदार रणबीर सिंह के पास पहुंच गए। उन्होंने तहसीलदार से कहा कि वह रजिस्ट्री के लिए 10 हजार रुपए नहीं देंगे। इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि वह रिश्वत नहीं मांग रहे। यह भी कहा कि उन्होंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। वह गंगाजल की कसम खा सकते हैं। गंगाजल देखकर अधिकारी ने कर दिया काम
जब उनसे कहा गया कि जब रिश्वत नहीं मांगी तो रजिस्ट्री दे दें। इस पर अधिकारी आनाकानी कर रहा था। इसके बाद 19 जून को दर्शन गंगाजल लेकर तहसील कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने गंगाजल नायब तहसीलदार की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा। इससे नायब तहसीलदार के होश उड़ गए। उन्होंने संबंधित डीड राइटर और प्रॉपर्टी डीलर को बुलाया। नायब तहसीलदार की बुलाने पर सामने आए प्रॉपर्टी डीलर ने कहा कि डीड राइटर ने कहा था कि साहब 10 हजार रुपए मांगते हैं। वहीं, डीड राइटर ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद नायब तहसीलदार ने गंगाजल से कसम नहीं खाई, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री दे दी। SDM बोले- मामले को देखा जाएगा
इस प्रकरण पर डबवाली के SDM अभय सिंह जांगड़ा ने कहा कि डीड रायटर के पास जाने की कोई जरूरत नहीं थी। ऑनलाइन आवेदन भरकर रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। मैं इस व्यवस्था को दोबारा चेक करवा रहा हूं। मामला क्या है, इसे भी देखता हूं। वहीं, नायब तहसीलदार रणबीर सिंह ने कहा कि मैंने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। मैं तो खुद कहता हूं कि दलालों से बचकर रहो। जो व्यक्ति काम करवाने आता है, उसका काम बिना रुकावट किया जाता है। रजिस्ट्री कराने में किसी तरह की कोई परेशानी या देरी नहीं हो रही।
पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले-देवीलाल परिवार के पल्ले कुछ नहीं:कहा- दुष्यंत चौटाला रिजेक्ट हो चुका, लोकसभा में मां को 5 हजार वोट दिला पाया
पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले-देवीलाल परिवार के पल्ले कुछ नहीं:कहा- दुष्यंत चौटाला रिजेक्ट हो चुका, लोकसभा में मां को 5 हजार वोट दिला पाया हरियाणा में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि देवीलाल परिवार के पल्ले राजनीति में अब कुछ भी नहीं रहा हैं। लोकसभा चुनाव में जजपा नेता पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला हिसार से लड़ीं अपनी मां नैना चौटाला को 5 हजार वोट भी नहीं दिला पाया। जनता ने दुष्यंत चौटाला को रिजेक्ट कर दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनेलो, जेजेपी के नेता उचाना हलके में हमारी ताकत को कमजोर करने आ रहे हैं। आज दुष्यंत चौटाला को उचाना में लोग नहीं मिल रहे हैं। वह दादरी, बाढड़ा, भिवानी, सिरसा से लोगों को लेकर उचाना आ रहे हैं। चौधरी बीरेंद्र सिंह ने ये बातें जींद के उचाना में एक कार्यक्रम में कहीं। 90 टिकटों के लिए 2550 आवेदन आए
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस की 90 टिकटों के लिए 2550 आवेदन आए हैं। इन सब की बात सुनी जाएगी। अब तक पार्टी के महामंत्री 1500 टिकटार्थियों से बात भी कर चुके हैं। 26 अगस्त से स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक शुरू हो जाएगी। उससे पहले हरियाणा की जो चुनाव कमेटी है। वह सभी टिकटों के नाम की स्क्रीनिंग करके पैनल बनाकर भेजेगी। उन्होंने बताया कि 30 अगस्त तक स्क्रीनिंग कमेटी अपनी सिफारिश केंद्रीय चुनाव कमेटी को भेज देगी, उसके बाद टिकट घोषणा की जाएगी। जब कांग्रेस की टिकट घोषित हो जाएगी, तब युवा, महिला, किसान, मजदूर, व्यापारी सब कांग्रेस के साथ नजर आएंगे। प्रचंड बहुमत से कांग्रेस सत्ता में आएगी। बीरेंद्र सिंह कह चुके- बेटा लड़ेगा चुनाव
बीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि- ”हमारा परिवार चुनाव लड़ेगा। बेटे ने उचाना विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में आवेदन किया है। यहां से मैं 5 बार विधायक रहा। एक बार मेरी पत्नी प्रेमलता विधायक रहीं। मैं समझता हूं कि उससे उपयुक्त कैंडिडेट नहीं है। मैंने भी ये समझा कि राजनीति के इस युग में युवाओं को और पार्टिसिपेट करने का मौका मिलना चाहिए।” अब जानिए क्या है उचाना सीट का विवाद
2019 के विधानसभा चुनावों से पहले दुष्यंत चौटाला ने INLD से अलग होकर अपनी JJP पार्टी बनाई थी। जींद की उचाना विधानसभा सीट से दुष्यंत चौटाला ने चुनाव लड़ था। यहां भाजपा की प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता को उन्होंने करीब 47 हजार वोटों से मात दी थी। 2019 में भाजपा को 40 सीट मिली थी। उन्होंने 10 सीट वाली जजपा के साथ गठबंधन कर हरियाणा में सरकार बना ली थी। बीरेंद्र सिंह ने कहा था- गठबंधन रहा तो पार्टी छोड़ दूंगा
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीरेंद्र सिंह ने जींद में ‘मेरी आवाज सुनो’ कार्यक्रम किया था। जिसमें उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन किया तो वह BJP को छोड़ देंगे। BJP को ये गलतफहमी है कि JJP उन्हें वोट दिलाएगी, जबकि सच्चाई ये है कि JJP काे तो खुद ही वोट नहीं मिलने वाले। वह BJP को क्या दिलवाएगी। इसके बाद बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि उसके बाद भाजपा और जजपा का भी गठबंधन टूट गया। देवीलाल कुनबे के अधिकतर सदस्य राजनीति में सक्रिय ताऊ देवीलाल के 4 बेटे हैं। इसमें ओमप्रकाश चौटाला, प्रताप चौटाला, रणजीत चौटाला और जगदीश चौटाला है। चारों की ही राजनीतिक राहें अलग-अलग हैं। ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं जबकि रणजीत चौटाला विधायक रह चुके हैं। इसी तरह, ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला विधायक हैं। ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला की पत्नी नैना चौटाला और बेटे दुष्यंत चौटाला विधायक हैं। देवीलाल के भतीजे डॉ. केवी सिंह के बेटे अमित सिहाग भी विधायक हैं।
पानीपत में दुकानदार की हत्या:लेनदेन के विवाद में सांस थमने तक लाठी-डंडों से पीटा, कत्ल के बाद आरोपी फरार
पानीपत में दुकानदार की हत्या:लेनदेन के विवाद में सांस थमने तक लाठी-डंडों से पीटा, कत्ल के बाद आरोपी फरार हरियाणा के पानीपत के गांव सौंदापुर में एक दुकानदार को उसके जानकार ने लाठी-डंडों से खूब पीटा। दुकानदार चिल्लाता रहा, लेकिन आरोपी उस पर ताबड़तोड़ हमला करता रहा। इसके बाद दुकानदार की चीख खामोशी में बदल गई। उसे अचेत छोड़कर आरोपी जानकार मौके से फरार हो गया। दुकानदार को अचेत अवस्था में परिजन तुरंत सिविल अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस प्रारंभिक जांच में मरने वाले की पहचान 55 से 60 वर्षीय नरसिंह के रूप में हुई है। वारदात जाटल रोड पर एलएसबीटी वाली गली की है। यहां नरसिंह के एक जानकार ने ही लेन-देन के विवाद में उसकी हत्या कर दी। घटना तब हुई जब नरसिंह अपनी अपनी दुकान पर बैठा था।
पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में जुटी
वारदात के बाद मौके पर पुलिस की टीमें पहुंची। जिनमें पुराना औद्योगिक थाना पुलिस, तीनों सीआइए यूनिट, साइबर एक्सपर्ट टीम शामिल रही। सभी टीमें हर एंगल पर मामले की जांच कर रही है। मौके पर पूछताछ से मिले कुछ इनपुट के आधार पर टीमें आरोपी की पहचान और तलाश में जुट गई है। साथ ही मौके के थाना डीएसपी भी पहुंचे। जिन्होंने टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।