हनुमान बेनीवाल के बयान पर भड़का राजपूत समाज, ‘अगर ऐसा हो गया होता तो…’

हनुमान बेनीवाल के बयान पर भड़का राजपूत समाज, ‘अगर ऐसा हो गया होता तो…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Hanuman Beniwal News:</strong> राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल के राजस्थान के राजाओं और योद्धाओं को लेकर दिए बयान से मचा बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. उनके बयान को लेकर राजपूत समाज में आक्रोश नजर आ रहा है. इस बीच राजपूत समाज के महासचिव केवी सिंह ने हनुमान बेनीवाल पर निशाना साधा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजपूत समाज के महासचिव केवी सिंह ने कहा, “अगर आम नागरिक होते हुए हनुमान बेनीवाल ये बयान देते तो बात अलग थी लेकिन एक सांसद होने के बावजूद उन्होंने इस तरह का बयान देना ये बहुत खेदजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बयान देकर उन्होंने अपने ज्ञान का स्तर बता दिया. “</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’राजाओं ने स्वाभिमान के लिए किया संघर्ष'</strong><br />केवी सिंह ने कहा, “राजस्थान का 1200 साल पुराना इतिहास रहा है. राजा, महाराजा, योद्धा और जितने भी मजबूत लोग थे उन्होंने अपनी मिट्टी, स्वाभिमान, न्याय, हिंदुत्व, मर्यादा और सर्वसमाज के लिए निरंतर संघर्ष किया. जो हनुमान बेनीवाल कह रहे हैं अगर ऐसा हो गया होता तो राजस्थान का भौगोलिक और सामाजिक ताना-बाना छिन्नबिन्न हो गया होता. जो सामाजिक व्यवस्था हम आज देख पा रहे हैं अगर वो नहीं होते तो आज ये संभव नहीं होता कि हम इस भूमि पर शांतिपूर्ण तरीके से कायम रहते.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बेनीवाल का बयान निंदनीय'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “हनुमान बेनीवाल का ये बयान बहुत ही निंदनीय और खेदजनक है. एक सांसद के रूप में उन्होंने ऐसा बयान दिया है कि राजस्थान में किसी में संघर्ष की क्षमता नहीं है. उनको विचार करना चाहिए कि जिनके बारे में सभी ये कहकर गए हैं कि राजस्थान रणबहादुरों की धरती है, जहां जौहर हुए हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’झूठ की राजनीति कर रहे बेनीवाल'</strong><br />उन्होंने ये भी कहा, “इस तरह के बयान देकर झूठ की राजनीति कर रहे हो. लोग अब आपकी विभाजनकारी राजनीति को समझ चुके हैं. पिछले 4-5 साल में उनकी जो सियासी गिरावट हुई है उसके पीछे इसका कारण उनका मानसिक दिवालियापन है. आज विधानसभा में उनका एक भी विधायक नहीं है, ये इसी की खीज है. हनुमान बेनीवाल बार बार ये तरीका अपना रहे हैं कि जातिगत वोटबैंक को कलेक्ट करने के लिए तुच्छ प्रयास कर रहे हैं.”&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Hanuman Beniwal News:</strong> राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल के राजस्थान के राजाओं और योद्धाओं को लेकर दिए बयान से मचा बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. उनके बयान को लेकर राजपूत समाज में आक्रोश नजर आ रहा है. इस बीच राजपूत समाज के महासचिव केवी सिंह ने हनुमान बेनीवाल पर निशाना साधा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजपूत समाज के महासचिव केवी सिंह ने कहा, “अगर आम नागरिक होते हुए हनुमान बेनीवाल ये बयान देते तो बात अलग थी लेकिन एक सांसद होने के बावजूद उन्होंने इस तरह का बयान देना ये बहुत खेदजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. ये बयान देकर उन्होंने अपने ज्ञान का स्तर बता दिया. “</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’राजाओं ने स्वाभिमान के लिए किया संघर्ष'</strong><br />केवी सिंह ने कहा, “राजस्थान का 1200 साल पुराना इतिहास रहा है. राजा, महाराजा, योद्धा और जितने भी मजबूत लोग थे उन्होंने अपनी मिट्टी, स्वाभिमान, न्याय, हिंदुत्व, मर्यादा और सर्वसमाज के लिए निरंतर संघर्ष किया. जो हनुमान बेनीवाल कह रहे हैं अगर ऐसा हो गया होता तो राजस्थान का भौगोलिक और सामाजिक ताना-बाना छिन्नबिन्न हो गया होता. जो सामाजिक व्यवस्था हम आज देख पा रहे हैं अगर वो नहीं होते तो आज ये संभव नहीं होता कि हम इस भूमि पर शांतिपूर्ण तरीके से कायम रहते.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बेनीवाल का बयान निंदनीय'</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “हनुमान बेनीवाल का ये बयान बहुत ही निंदनीय और खेदजनक है. एक सांसद के रूप में उन्होंने ऐसा बयान दिया है कि राजस्थान में किसी में संघर्ष की क्षमता नहीं है. उनको विचार करना चाहिए कि जिनके बारे में सभी ये कहकर गए हैं कि राजस्थान रणबहादुरों की धरती है, जहां जौहर हुए हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’झूठ की राजनीति कर रहे बेनीवाल'</strong><br />उन्होंने ये भी कहा, “इस तरह के बयान देकर झूठ की राजनीति कर रहे हो. लोग अब आपकी विभाजनकारी राजनीति को समझ चुके हैं. पिछले 4-5 साल में उनकी जो सियासी गिरावट हुई है उसके पीछे इसका कारण उनका मानसिक दिवालियापन है. आज विधानसभा में उनका एक भी विधायक नहीं है, ये इसी की खीज है. हनुमान बेनीवाल बार बार ये तरीका अपना रहे हैं कि जातिगत वोटबैंक को कलेक्ट करने के लिए तुच्छ प्रयास कर रहे हैं.”&nbsp;</p>  राजस्थान दिल्ली में फर्जी सरकारी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़, भर्ती के लिए देते थे विज्ञापन, मास्टरमाइंड गिरफ्तार