हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। आगामी आदेशों तक वे शिक्षा बोर्ड में चेयरमैन का कार्य भी संभालेंगे। पंकज अग्रवाल हरियाणा कैडर के ही 2000 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। पंकज अग्रवाल को 10 दिसंबर को ऑर्डर जारी करते हुए हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के कमीश्नर और सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग में यह चार्ज अतिरिक्त के तौर पर था। IAS पंकज अग्रवाल के पास हरियाणा क मुख्य निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी है। उन्हें इसी साल विधानसभा चुनाव से पहले जुलाई 2024 में हरियाणा के नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। पंकज अग्रवाल को निर्वाचन विभाग में आयुक्त व सचिव पद की भी जिम्मेदारी सौंपी गई। हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- पलवल में देसी कट्टा लेकर स्कूल में घुसा युवक पलवल में एक युवक अवैध हथियार लेकर सरकारी स्कूल में पहुंच गया। तीन युवकों की संदिग्ध गतिविधियों को देखकर अध्यापकों ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने अवैध हथियार रखने वाले आरोपी व उसको बेचने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया। हथीन थाना प्रभारी मनोज कुमार के अनुसार, शहीद शिवचरण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल घर्रोट के प्रिंसिपल रामदेव ने दी शिकायत में कहा कि 10 दिसंबर को दोपहर के समय स्कूल के पास तीन लड़के बाइक पर सवार होकर आए। स्कूल के स्टाफ को उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगी तो उन्हें काबू कर लिया। स्कूल स्टाफ ने काबू किए तीनों धीरनकी गांव निवासी साहिब, आदिल व सेविन को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस तलाशी के दौरान धीरनकी गांव निवासी साहिब के पास अवैध देसी कट्टा मिला (पढ़ें पूरी खबर..) हरियाणा और पंजाब में NIA की रेड, खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क को खंगाली रही केंद्रीय एजेंसी हरियाणा और पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क का पता लगाने के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने छापेमारी की है। आज सुबह 5 बजे से लेकर करीब सुबह 10 बजे तक यह रेड चली है। यह रेड पंजाब के मुक्तसर, बठिंडा और मोगा में की गई, साथ ही हरियाणा के पंजाब के साथ लगते डबवाली के इलाकों में भी छापेमारी की जा रही है। एजेंसी के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस की टीमें भी भेजी गई थी। मिली जानकारी के अनुसार ये रेड गैंगस्टर और आतंकियों के कनेक्शन को लेकर की गई है। मानसा में एनआईए की ओर से शहर में विशाल सिंह (पटियाला जेल में बंद) और मेहशी बॉक्सर (पूर्व खिलाड़ी) के लिंक आतंकी अर्श डल्ला और नशा तस्करों से होने का शक है। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। आगामी आदेशों तक वे शिक्षा बोर्ड में चेयरमैन का कार्य भी संभालेंगे। पंकज अग्रवाल हरियाणा कैडर के ही 2000 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। पंकज अग्रवाल को 10 दिसंबर को ऑर्डर जारी करते हुए हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के कमीश्नर और सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग में यह चार्ज अतिरिक्त के तौर पर था। IAS पंकज अग्रवाल के पास हरियाणा क मुख्य निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी है। उन्हें इसी साल विधानसभा चुनाव से पहले जुलाई 2024 में हरियाणा के नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। पंकज अग्रवाल को निर्वाचन विभाग में आयुक्त व सचिव पद की भी जिम्मेदारी सौंपी गई। हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- पलवल में देसी कट्टा लेकर स्कूल में घुसा युवक पलवल में एक युवक अवैध हथियार लेकर सरकारी स्कूल में पहुंच गया। तीन युवकों की संदिग्ध गतिविधियों को देखकर अध्यापकों ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने अवैध हथियार रखने वाले आरोपी व उसको बेचने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया। हथीन थाना प्रभारी मनोज कुमार के अनुसार, शहीद शिवचरण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल घर्रोट के प्रिंसिपल रामदेव ने दी शिकायत में कहा कि 10 दिसंबर को दोपहर के समय स्कूल के पास तीन लड़के बाइक पर सवार होकर आए। स्कूल के स्टाफ को उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगी तो उन्हें काबू कर लिया। स्कूल स्टाफ ने काबू किए तीनों धीरनकी गांव निवासी साहिब, आदिल व सेविन को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस तलाशी के दौरान धीरनकी गांव निवासी साहिब के पास अवैध देसी कट्टा मिला (पढ़ें पूरी खबर..) हरियाणा और पंजाब में NIA की रेड, खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क को खंगाली रही केंद्रीय एजेंसी हरियाणा और पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क का पता लगाने के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने छापेमारी की है। आज सुबह 5 बजे से लेकर करीब सुबह 10 बजे तक यह रेड चली है। यह रेड पंजाब के मुक्तसर, बठिंडा और मोगा में की गई, साथ ही हरियाणा के पंजाब के साथ लगते डबवाली के इलाकों में भी छापेमारी की जा रही है। एजेंसी के अधिकारियों की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस की टीमें भी भेजी गई थी। मिली जानकारी के अनुसार ये रेड गैंगस्टर और आतंकियों के कनेक्शन को लेकर की गई है। मानसा में एनआईए की ओर से शहर में विशाल सिंह (पटियाला जेल में बंद) और मेहशी बॉक्सर (पूर्व खिलाड़ी) के लिंक आतंकी अर्श डल्ला और नशा तस्करों से होने का शक है। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में लेडी HCS अफसर का फरमान:सरकारी दफ्तर में जींस पहनने पर रोक, फॉर्मल-ड्रेस ही पहन सकेंगे, हिसार में जॉइनिंग ली
हरियाणा में लेडी HCS अफसर का फरमान:सरकारी दफ्तर में जींस पहनने पर रोक, फॉर्मल-ड्रेस ही पहन सकेंगे, हिसार में जॉइनिंग ली हरियाणा के हिसार में लेडी HCS अफसर ने सरकारी कार्यालय में जींस पहनने पर रोक लगा दी है। आज ही लेडी अफसर ने एसडीएम के पद पर हिसार में जॉइनिंग ली और आज ही यह आदेश पारित कर दिया। एसडीएम ज्योति मित्तल के आदेशों से कर्मचारियों भी काना फूसी देखी गई। जींस पहनकर आए कई कर्मचारियों को एसडीएम ने टोका भी और अपने कार्यालय के लिए आदेश जारी कर दिए। अपने आदेशों में एसडीएम में कहा कि “एसडीएम कार्यालय हिसार में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को आदेशित किया जाता है कि ड्यूटी के दौरान औपचारिक परिधान (फॉर्मल ड्रेस) कार्यालय में पहनना सुनिश्चित करें। जींस इत्यादि कार्यालय में ड्यूटी के दौरान न पहनें व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निर्धारित वर्दी में पहन कर आएंगे। आदेशों की पालना दृढता से की जाए’। एसडीएम हिसार की ओर से जारी आदेश… आज ही हिसार में संभाला कार्यभार
HCS अधिकारी ज्योति मित्तल ने आज, मंगलवार को हिसार के उप मंडल अधिकारी (एसडीएम) के रूप में पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने उप मंडल के विकास व प्रशासनिक कार्यों को कुशलतापूर्वक आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों से टीम भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया और सभी विभागों के समन्वय से विकास कार्यों को गति देने पर जोर दिया। एसडीएम ज्योति मित्तल इसराना एसडीएम के पद से से ट्रांसफर होकर आई हैं। इससे पहले वे नगराधीश रोहतक, हिसार में जिला परिषद अतिरिक्त सीईओ, खरखौदा व गुहला चीका में एसडीएम और हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी की पहली महिला सचिव व चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान विभाग पंचकूला में संयुक्त निदेशक जैसे पद संभाल चुकी हैं। इससे पहले लेडी निगम कमिश्नर बैन कर चुकी जींस
करीब 4 महीने पहले IAS अधिकारी नगर निगम कमिश्नर वैशाली शर्मा ने जूनियर अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑन ड्यूटी जींस पहनने पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा था कि नगर निगम कर्मचारियों-अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान जींस के बजाय फॉर्मल ड्रेस में आना होगा। इन आदेशों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए गए थे। इस पर डॉक्टर वैशाली ने कहा था कि “जब मैं नगर निगम कार्यालय आई तो देखा कि कुछ कर्मचारी चप्पल और जींस में कार्यालय आए थे। मुझे अच्छा नहीं लगा। जब हम ऑफिस में आते हैं तो अच्छे से आना चाहिए। प्रॉपर शूज पैंट-शर्ट होने चाहिए। मैंने हिसार नगर निगम में ही इस तरह की बात नोटिस की। मैंने इससे पहले और जगह भी ड्यूटी दी है मगर ऐसा नहीं देखने को मिला। अगर हम बाकि लोगों की तरह ही ऑफिस में आएंगे तो लोगों व कर्मचारियों में क्या फर्क रह जाएगा।
रत्नावली में रसिया और सांग से जमाया रंग, आज होगा रागिनी कार्यक्रम
रत्नावली में रसिया और सांग से जमाया रंग, आज होगा रागिनी कार्यक्रम कुरुक्षेत्र | राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव के तीसरे दिन रविवार को कलाकारों ने रसिया ग्रुप डांस और सांग में रंग जमाया। रसिया ग्रुप डांस में बृज क्षेत्र में होली के अवसर पर होने वाले रसिया ग्रुप डांस को जीवंत कर दिया। लुप्त हो चुके रसिया ग्रुप डांस को रत्नावली महोत्सव ने कुछ साल पहले मंच दिया और अब यह रत्नावली महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण बन गया है। वहीं, ऑडिटोरियम के बाहर बने खुले मंच पर विद्यार्थियों ने राजा हरिश्चंद्र के जीवन पर आधारित सांग प्रस्तुत किया। सांग के माध्यम से छात्रों ने जीवन में सत्य का महत्व बताया कि किस तरह राजा हरिश्चंद्र राजा से नौकर बने। सांग में राजा हरिश्चंद्र की भूमिका बीए प्रथम वर्ष के छात्र मनदीप ने निभाई और रानी मदनावत की भूमिका छात्रा पूर्णिमा ने निभाई। महोत्सव में सोमवार को ओपन एयर थिएटर में सुबह-11 बजे रागिनी कार्यक्रम किया जाएगा, जिसमें कलाकार विकास पासोरिया, बाली शर्मा व नरेंद्र डांगी रागनी सुनाएंगे।
राव इंद्रजीत ने 7 विधानसभा सीटें मांगी:5 पर केंद्रीय नेतृत्व सहमत, पैनल में समर्थित नेताओं के नाम न होने पर भड़के थे
राव इंद्रजीत ने 7 विधानसभा सीटें मांगी:5 पर केंद्रीय नेतृत्व सहमत, पैनल में समर्थित नेताओं के नाम न होने पर भड़के थे हरियाणा के विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में घमासान मचा हुआ है। BJP के गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल बेल्ट में इसका असर ज्यादा देखने को मिल रहा है। यहां के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने टिकट वितरण के मामले में खुद को पूरी तरह एक्टिव किया हुआ है। राव इंद्रजीत सिंह की अहीरवाल की 11 सीटों पर खुद की पकड़ है, जिसके बलबूते राव 7 सीटों पर खुद के समर्थकों का हक जता रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व 5 सीटों पर उनकी रजामंदी से कैंडिडेट उतारने के लिए तैयार है, लेकिन राव अपने उन राजनीतिक धुर विरोधियों को निपटाने के लिए कुछ और भी शर्तें रख रहे हैं। BJP शीर्ष नेतृत्व जिन्हें मजबूत कैंडिडेट मानकर चुनावी मैदान में उतारने के लिए तैयार है वह अहीरवाल की 3 सीटें हैं। इन सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह चाहते हैं कि उनकी पसंद और संगठन दोनों को तवज्जो मिले। अहीरवाल बेल्ट से विरोधियों को निपटाना है असली लड़ाई
राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी की पहली वजह उनकी बेटी आरती राव की टिकट को लेकर मानी जा रही थी, लेकिन हकीकत ये है कि पार्टी नेतृत्व ने शुरू से ही आरती राव को टिकट देने में कोई संकोच नहीं रखा। राव इंद्रजीत सिंह की असली लड़ाई अहीरवाल बेल्ट में अपने राजनीतिक विरोधियों को निपटा कर ज्यादा से ज्यादा अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की रही है। BJP से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अगर राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी नहीं होती तो 27 या 28 अगस्त को ही कैंडिडेट की पहली लिस्ट जारी हो सकती थी। कई सीटों पर राव ने दी जीत की गारंटी
राव की नाराजगी को BJP ने पहले से ही भांप लिया था। उसके बाद राव को तवज्जो दी गई। सूत्र ये भी बताते हैं कि जिन सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगी उन पर उन्होंने जीत की गारंटी भी पार्टी नेतृत्व को दी है। अहीरवाल बेल्ट की 2 सीटें उनकी साख का सवाल बनी हुई हैं। इनमें एक पटौदी और दूसरी बावल सीट है। ये दोनों ही सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं और इन पर रामपुरा हाउस यानी राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का दबदबा रहा है। इन चार सीटों में राव की खास रुचि
नारनौल, बावल, कोसली, पटौदी ऐसी सीट हैं, जहां पर मौजूदा विधायकों की टिकट कटना लगभग तय ही माना जा रहा है। राव इंद्रजीत सिंह की इन चारों ही सीटों पर खास रुचि है। पिछले दिनों गुरुग्राम में हुई BJP की मीटिंग में 90 सीटों के कैंडिडेट को लेकर लंबी चर्चा हुई थी, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह अपने समर्थकों का पैनल में नाम ही नहीं होने से नाराज हो गए थे। जिसके बाद पूरे मामले में शीर्ष नेतृत्व ने हस्ताक्षेप किया। वीटो का इस्तेमाल कर पैनल में शामिल कराए नाम
राव इंद्रजीत सिंह ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर न केवल अपने समर्थित नेताओं के नाम पैनल में शामिल कराए बल्कि एक दिन पहले केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर चर्चा भी हुई। BJP की तरफ से हरियाणा की 90 सीटों में से 55 सीटों पर उम्मीदवार के नाम लगभग फाइनल कर लिए गए हैं। इनमें अहीरवाल बेल्ट में राव इंद्रजीत सिंह की पसंद के कुछ कैंडिडेट भी शामिल हैं। हालांकि उम्मीदवारों की लिस्ट को अमित शाह की रैली के चलते रोका गया है। बादशाहपुर में सुधा टॉप पर
गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट भी अहीरवाल बेल्ट में ही आती है। इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और वर्तमान सीएम नायब सैनी के सबसे करीबी राव नरबीर सिंह प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। इसके अलावा खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव, मनीष यादव भी टिकट मांग रहे हैं, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह इस सीट पर खुद के समर्थक नेता को चुनावी मैदान में उतारने के मूड में हैं। गुरुग्राम में 4 दिन पहले हुई बैठक में BJP पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्य और पूर्व सांसद सुधा यादव द्वारा सीनियर नेताओं के सामने राव नरबीर सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग उठाना उनके लिए काफी फायदेमंद रहा। BJP सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व सुधा यादव को बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ाना चाहता था, जिस पर राव इंद्रजीत सिंह ने भी किसी भी तरह का विरोध नहीं किया। इससे साफ ही कि राव नरबीर का टिकट काटकर BJP सुधा यादव को बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ा सकती है। 2019 के चुनाव में भी BJP ने राव नरबीर सिंह की टिकट काट दी थी। नरबीर सिंह उस वक्त मनोहर लाल की कैबिनेट में तीसरे नंबर के पावरफुल मंत्री थे। नरबीर सिंह के समर्थकों ने टिकट कटवाने का आरोप राव इंद्रजीत सिंह पर लगाया था। 2019 में भी इस्तेमाल की थी वीटो पावर राव इंद्रजीत सिंह 2014 में BJP में शामिल हुए थे। विधानसभा चुनाव में BJP की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने के बाद मनोहर लाल से उनके रिश्तों में खटास बनी रही। 2019 के विधानसभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर जिन्हें चुनाव लड़ाना चाहते थे, उन पर वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने उनकी टिकट ही कटवा दी थी। इसमें बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह, रेवाड़ी से रणधीर सिंह कापड़ीवास, अटेली से संतोष यादव के अलावा कुछ अन्य नेता थे। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी पसंद के मुताबिक रेवाड़ी और बादशाहपुर में प्रत्याशी उतारे, लेकिन इन दोनों ही सीट पर BJP को हार मिली। केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज राव राव इंद्रजीत केंद्र में तीसरी बार केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं। वह खुद भी कह चुके हैं कि मैं इतिहास में ऐसा नेता हूं, जिसने केंद्र में राज्य मंत्री बनने का रिकॉर्ड बना दिया है। राव इंद्रजीत को मोदी 3.0 सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। इसके बाद से उनकी नाराजगी कई मौकों पर सामने आ चुकी है।