हरियाणा के भिवानी में छात्रा के सुसाइड मामले में आज लोहारू से कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया को पूछताछ के लिए DSP ऑफिस बुलाया गया। यहां उन्हें करीब 4 घंटे तक बैठाए रखा गया। पूछताछ के बाद जब वह बाहर आए तो उन्होंने कहा कि उन्हें कॉलेज की बेटियों ने बताया है कि उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि जेल हो जाएगी। पुलिस प्रशासन पर बेटियों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए विधायक ने कहा कि एक बेटी हमारे बीच से चली गई है। ऐसे में बार-बार बेटियों को पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा है। यदि कुछ अनहोनी हुई तो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि भिवानी जिले के गांव सिंघानी स्थित शारदा महिला कॉलेज की BA फाइनल ईयर की छात्रा दीक्षा ने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। वह आर्थिक तंगी के कारण कॉलेज की फीस नहीं भर पाई थी। इसके चलते उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था। विधायक फरटिया इस कॉलेज के मालिक हैं। इस मामले में भिवानी के SP नीतीश अग्रवाल, SIT टीम के इंचार्ज दलीप कुमार और लोहारू थाना प्रभारी शिव कुमार की मौजूदगी में उनसे पूछताछ की गई। साथ ही आरोपी कॉलेज प्रशासन को भी ऑफिस बुलाया गया था। यहां उनके भी बयान दर्ज किए गए। विधायक बोले- इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
कांग्रेस विधायक ने कहा कि छात्रा के सुसाइड की बात से मन बहुत दुखी है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विजन को मैं लेकर चला था जो विजन प्रदेश सरकार का भी है। बीते वर्षों में मैंने कोशिश की है कि बेटियों को निशुल्क शिक्षा दी जाए। मेरा कॉलेज प्रदेश में एक ऐसा कॉलेज है, जिसमें बेटियों को फ्री शिक्षा दी जाती है। आज कुछ राजनेता इस पर कीचड़ उछाल रहे हैं जो बहुत ही दुख का विषय है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा खेल उनका रचा हुआ है। मुझमें कोई कमी है तो मुझे सजा मंजूर है। प्रशासन भी इस जांच को लंबा खींच रहा है। इसमें यह ढूंढ़ा जा रहा है कि कोई आकर यह कह दे कि इसमें राजबीर फरटिया भी शामिल है, ताकि ये लोग मुझे जेल में डाला जाए। इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ… छात्रा के पिता के बयान पर केस दर्ज
24 दिसंबर 2024 को छात्रा दीक्षा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उसे 35 हजार रुपए फीस न भरने के बाद कॉलेज से निकाल दिया गया था। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया, जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। छात्रा गांव भीमा फरटिया की रहने वाली थी। उसके पिता के बयान पर पुलिस ने कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया था। मंत्री मिलने पहुंचे, गले लगकर रोए माता-पिता
बीते शुक्रवार को प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी मृतक स्टूडेंट के गांव भीमा फरटिया पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए न्याय का भरोसा दिलाया। मंत्री कृष्ण बेदी ने FIR दर्ज करने में देरी करने वाले लोहारू थाना के SHO को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए। इसके तुरंत बाद SP नीतीश अग्रवाल ने SHO को लाइन हाजिर कर दिया। इस दौरान मृतका की मां और पिता मंत्री से गले लगकर रोने लगे। मंत्री ने कहा था कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मृतका बेटी को न्याय दिलवाया जाएगा। रेनू भाटिया बोलीं- मामले को दबने नहीं दिया जाएगा
इसी बीच शुक्रवार को ही हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया लोहारू पहुंचीं। उन्होंने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जाएगी। उन्होंने कॉलेज में जाकर स्टाफ के सदस्यों से स्टूडेंट आत्महत्या मामले में पूछताछ की। इसके बाद वह मृतका के घर पहुंचीं और परिजनों से भी विस्तार से बातचीत की। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मामले को लेकर फीस से संबंधित और आरोपी से संबंधित पूरा विवरण इकट्ठा किया जा रहा है। उसके उपरांत ही आगामी निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मृतका को न्याय दिलाया जाएगा और मामले को किसी भी सूरत में दबने नहीं दिया जाएगा। मामले की सच्चाई सबके सामने लाई जाएगी। राजनीति भी तेज, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
इस मामले में राजनीति भी गरमाई। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने इस पर कहा कि भाजपा शासित राज्यों में वंचित समाज के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं, उन्हें रोकने में सरकारें नाकाम साबित हो रही हैं। वंचितों की सुनवाई तक नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि वंचित उत्पीड़न की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। इसी तरह सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमारे संविधान की प्रस्तावना में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की बात की गई है। लेकिन अफसोस है कि हरियाणा में एक वंचित बिटिया को परीक्षा की फीस न दे पाने की वजह से आत्महत्या करनी पड़ती है। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि बेहद शर्मनाक है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। ॰॰॰॰॰॰॰ छात्रा के सुसाइड मामले की ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR भिवानी छात्रा सुसाइड केस में सामने आया कॉलेज प्रशासन:प्रिंसिपल बोली- एग्जाम से नहीं रखा वंचित, केवल एडमिशन फीस ली; लोग राजनीति कर रहे स्टूडेंट सुसाइड केस में लोहारू एसएचओ लाइन हाजिर:FIR दर्ज करने में देरी, पीड़ित परिवार से मिलकर मंत्री बेदी ने दी सांत्वना लोहारू पहुंची महिला आयोग की चेयरपर्सन:रेनू भाटिया बोली-स्टूडेंट सुसाइड मामले की बारीकी से होगी जांच, मृतका बेटी को मिलेगा न्याय हरियाणा के भिवानी में छात्रा के सुसाइड मामले में आज लोहारू से कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया को पूछताछ के लिए DSP ऑफिस बुलाया गया। यहां उन्हें करीब 4 घंटे तक बैठाए रखा गया। पूछताछ के बाद जब वह बाहर आए तो उन्होंने कहा कि उन्हें कॉलेज की बेटियों ने बताया है कि उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि जेल हो जाएगी। पुलिस प्रशासन पर बेटियों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए विधायक ने कहा कि एक बेटी हमारे बीच से चली गई है। ऐसे में बार-बार बेटियों को पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा है। यदि कुछ अनहोनी हुई तो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि भिवानी जिले के गांव सिंघानी स्थित शारदा महिला कॉलेज की BA फाइनल ईयर की छात्रा दीक्षा ने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। वह आर्थिक तंगी के कारण कॉलेज की फीस नहीं भर पाई थी। इसके चलते उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था। विधायक फरटिया इस कॉलेज के मालिक हैं। इस मामले में भिवानी के SP नीतीश अग्रवाल, SIT टीम के इंचार्ज दलीप कुमार और लोहारू थाना प्रभारी शिव कुमार की मौजूदगी में उनसे पूछताछ की गई। साथ ही आरोपी कॉलेज प्रशासन को भी ऑफिस बुलाया गया था। यहां उनके भी बयान दर्ज किए गए। विधायक बोले- इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
कांग्रेस विधायक ने कहा कि छात्रा के सुसाइड की बात से मन बहुत दुखी है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विजन को मैं लेकर चला था जो विजन प्रदेश सरकार का भी है। बीते वर्षों में मैंने कोशिश की है कि बेटियों को निशुल्क शिक्षा दी जाए। मेरा कॉलेज प्रदेश में एक ऐसा कॉलेज है, जिसमें बेटियों को फ्री शिक्षा दी जाती है। आज कुछ राजनेता इस पर कीचड़ उछाल रहे हैं जो बहुत ही दुख का विषय है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा खेल उनका रचा हुआ है। मुझमें कोई कमी है तो मुझे सजा मंजूर है। प्रशासन भी इस जांच को लंबा खींच रहा है। इसमें यह ढूंढ़ा जा रहा है कि कोई आकर यह कह दे कि इसमें राजबीर फरटिया भी शामिल है, ताकि ये लोग मुझे जेल में डाला जाए। इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ… छात्रा के पिता के बयान पर केस दर्ज
24 दिसंबर 2024 को छात्रा दीक्षा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उसे 35 हजार रुपए फीस न भरने के बाद कॉलेज से निकाल दिया गया था। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया, जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। छात्रा गांव भीमा फरटिया की रहने वाली थी। उसके पिता के बयान पर पुलिस ने कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया था। मंत्री मिलने पहुंचे, गले लगकर रोए माता-पिता
बीते शुक्रवार को प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी मृतक स्टूडेंट के गांव भीमा फरटिया पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए न्याय का भरोसा दिलाया। मंत्री कृष्ण बेदी ने FIR दर्ज करने में देरी करने वाले लोहारू थाना के SHO को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए। इसके तुरंत बाद SP नीतीश अग्रवाल ने SHO को लाइन हाजिर कर दिया। इस दौरान मृतका की मां और पिता मंत्री से गले लगकर रोने लगे। मंत्री ने कहा था कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मृतका बेटी को न्याय दिलवाया जाएगा। रेनू भाटिया बोलीं- मामले को दबने नहीं दिया जाएगा
इसी बीच शुक्रवार को ही हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया लोहारू पहुंचीं। उन्होंने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जाएगी। उन्होंने कॉलेज में जाकर स्टाफ के सदस्यों से स्टूडेंट आत्महत्या मामले में पूछताछ की। इसके बाद वह मृतका के घर पहुंचीं और परिजनों से भी विस्तार से बातचीत की। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मामले को लेकर फीस से संबंधित और आरोपी से संबंधित पूरा विवरण इकट्ठा किया जा रहा है। उसके उपरांत ही आगामी निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मृतका को न्याय दिलाया जाएगा और मामले को किसी भी सूरत में दबने नहीं दिया जाएगा। मामले की सच्चाई सबके सामने लाई जाएगी। राजनीति भी तेज, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
इस मामले में राजनीति भी गरमाई। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने इस पर कहा कि भाजपा शासित राज्यों में वंचित समाज के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं, उन्हें रोकने में सरकारें नाकाम साबित हो रही हैं। वंचितों की सुनवाई तक नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि वंचित उत्पीड़न की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। इसी तरह सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमारे संविधान की प्रस्तावना में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की बात की गई है। लेकिन अफसोस है कि हरियाणा में एक वंचित बिटिया को परीक्षा की फीस न दे पाने की वजह से आत्महत्या करनी पड़ती है। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि बेहद शर्मनाक है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। ॰॰॰॰॰॰॰ छात्रा के सुसाइड मामले की ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR भिवानी छात्रा सुसाइड केस में सामने आया कॉलेज प्रशासन:प्रिंसिपल बोली- एग्जाम से नहीं रखा वंचित, केवल एडमिशन फीस ली; लोग राजनीति कर रहे स्टूडेंट सुसाइड केस में लोहारू एसएचओ लाइन हाजिर:FIR दर्ज करने में देरी, पीड़ित परिवार से मिलकर मंत्री बेदी ने दी सांत्वना लोहारू पहुंची महिला आयोग की चेयरपर्सन:रेनू भाटिया बोली-स्टूडेंट सुसाइड मामले की बारीकी से होगी जांच, मृतका बेटी को मिलेगा न्याय हरियाणा | दैनिक भास्कर