हरियाणा की महिला को मिलेगा नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड:9 गायों से शुरू किया था फार्म, अब 350 से ज्यादा, 12 देशों में जाता है देसी घी

हरियाणा की महिला को मिलेगा नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड:9 गायों से शुरू किया था फार्म, अब 350 से ज्यादा, 12 देशों में जाता है देसी घी

हरियाणा के झज्जर के फरमाण गांव की रेणु सांगवान को 26 नवंबर को राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार नीति आयोग और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) पूसा के सहयोग से दिया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री लल्लन यादव और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। यह पुरस्कार भी देश में पहली बार किसी महिला को दिया जाएगा। रेणु को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। रेणु के पति कृष्ण पहलवान का साल 2018 में निधन हो गया था। इसके बाद रेणु ने पति के सपने को पूरा करने की ठानी। इसके लिए पहले बेटे विनय को वेटनरी का कोर्स कराया। फिर 9 देसी गायों के साथ गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की संस्था बनाकर गोपालन शुरू किया। अब उनके पास 350 गोवंश हैं। अब हर दिन करीब 750 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इनकी गायों का दूध दिल्ली में 120 रुपए प्रति लीटर बिकता है। घी भी 12 देशों को भेजा जाता है। यहां गायों को बांसुरी की धुन सुनाई जाती है खुले बाड़े में रखी जाती हैं गायें
गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की गायों को खुले बाड़े में रखा जाता है। उन्हें उनके ही खेतों में तैयार किया गया हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा गायों को रोजाना 300 एकड़ से अधिक की पंचायती जमीन पर चराने के लिए भी ले जाया जाता है। गाय को चारा खिलाने और बाहर निकालने के समय बांसुरी की धुन बजाई जाती है। इस समय गोशाला में हरियाणवी, साहीवाल, थारपारकर, राठी और गिर नस्ल की गायें हैं। प्रेरित होकर 20 लोगों ने शुरू किया गोपालन
उनके काम से प्रेरित होकर आसपास के गांव के 20 लोगों ने भी गोपालन शुरू किया। उनके पास 500 गायें हैं। रेनू सांगवान को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2024 के लिए भी चुना गया है। 12 देशों में जाता है देसी घी
रेनू विलोना विधि से गाय का घी तैयार करती हैं। इसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, जर्मनी, अमेरिका और फिलीपींस जैसे 12 देशों में 3500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से घी बेचा जाता है। सालाना टर्नओवर करीब 3-4 करोड़ रुपए है। गोसंरक्षण और गोपालन का लक्ष्य
रेनू सांगवान ने बताया कि हमारा अगला लक्ष्य गो संरक्षण और गोपालन है। इसके लिए हम हर गांव में गोपालन के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। —————————– हरियाणा से जुड़ी खबर भी पढ़ें… डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक, एक गाय 67 लीटर दूध दे रही जीवन में लक्ष्य बनाकर चलें तो मुकाम हासिल हो ही जाता है, इस कहावत को करनाल के गुढा गांव के रहने वाले गुरमेश उर्फ डिम्पल दहिया (35) ने सच साबित किया है। आठवीं क्लास पास करने के बाद जब गुरमेश ने पढ़ाई छोड़ी तो कई लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, कई लोगों ने उनसे ये तक कहा कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन आज गुरमेश डेयरी फार्मिंग के जरिए करोड़पति बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा के झज्जर के फरमाण गांव की रेणु सांगवान को 26 नवंबर को राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार नीति आयोग और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) पूसा के सहयोग से दिया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री लल्लन यादव और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। यह पुरस्कार भी देश में पहली बार किसी महिला को दिया जाएगा। रेणु को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। रेणु के पति कृष्ण पहलवान का साल 2018 में निधन हो गया था। इसके बाद रेणु ने पति के सपने को पूरा करने की ठानी। इसके लिए पहले बेटे विनय को वेटनरी का कोर्स कराया। फिर 9 देसी गायों के साथ गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की संस्था बनाकर गोपालन शुरू किया। अब उनके पास 350 गोवंश हैं। अब हर दिन करीब 750 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इनकी गायों का दूध दिल्ली में 120 रुपए प्रति लीटर बिकता है। घी भी 12 देशों को भेजा जाता है। यहां गायों को बांसुरी की धुन सुनाई जाती है खुले बाड़े में रखी जाती हैं गायें
गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की गायों को खुले बाड़े में रखा जाता है। उन्हें उनके ही खेतों में तैयार किया गया हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा गायों को रोजाना 300 एकड़ से अधिक की पंचायती जमीन पर चराने के लिए भी ले जाया जाता है। गाय को चारा खिलाने और बाहर निकालने के समय बांसुरी की धुन बजाई जाती है। इस समय गोशाला में हरियाणवी, साहीवाल, थारपारकर, राठी और गिर नस्ल की गायें हैं। प्रेरित होकर 20 लोगों ने शुरू किया गोपालन
उनके काम से प्रेरित होकर आसपास के गांव के 20 लोगों ने भी गोपालन शुरू किया। उनके पास 500 गायें हैं। रेनू सांगवान को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2024 के लिए भी चुना गया है। 12 देशों में जाता है देसी घी
रेनू विलोना विधि से गाय का घी तैयार करती हैं। इसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, जर्मनी, अमेरिका और फिलीपींस जैसे 12 देशों में 3500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से घी बेचा जाता है। सालाना टर्नओवर करीब 3-4 करोड़ रुपए है। गोसंरक्षण और गोपालन का लक्ष्य
रेनू सांगवान ने बताया कि हमारा अगला लक्ष्य गो संरक्षण और गोपालन है। इसके लिए हम हर गांव में गोपालन के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। —————————– हरियाणा से जुड़ी खबर भी पढ़ें… डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक, एक गाय 67 लीटर दूध दे रही जीवन में लक्ष्य बनाकर चलें तो मुकाम हासिल हो ही जाता है, इस कहावत को करनाल के गुढा गांव के रहने वाले गुरमेश उर्फ डिम्पल दहिया (35) ने सच साबित किया है। आठवीं क्लास पास करने के बाद जब गुरमेश ने पढ़ाई छोड़ी तो कई लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, कई लोगों ने उनसे ये तक कहा कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन आज गुरमेश डेयरी फार्मिंग के जरिए करोड़पति बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें   हरियाणा | दैनिक भास्कर