भास्कर न्यूज| लुधियाना। दिनभर काम करते हुए थकान महसूस होना आम बात है, लेकिन कुछ छोटे-छोटे बदलाव आपकी दिनचर्या को आसान बना सकते हैं और थकान को दूर कर ऊर्जा बनाए रख सकते हैं। आजकल की तेज-तर्रार जिंदगी में थकान हर किसी के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। लंबे समय तक काम करने, सही नींद न लेने और अनियमित दिनचर्या के कारण शारीरिक और मानसिक थकान महसूस होती है। हालांकि, कुछ आसान हैक्स अपनाकर इसे दूर किया जा सकता है। थकान को दूर करना मुश्किल नहीं है, बस अपनी दिनचर्या में छोटे बदलाव करें। ये टिप्स आपको एनर्जेटिक बनाए रखने और बेहतर काम करने में मदद करेंगे। भास्कर न्यूज| लुधियाना। दिनभर काम करते हुए थकान महसूस होना आम बात है, लेकिन कुछ छोटे-छोटे बदलाव आपकी दिनचर्या को आसान बना सकते हैं और थकान को दूर कर ऊर्जा बनाए रख सकते हैं। आजकल की तेज-तर्रार जिंदगी में थकान हर किसी के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। लंबे समय तक काम करने, सही नींद न लेने और अनियमित दिनचर्या के कारण शारीरिक और मानसिक थकान महसूस होती है। हालांकि, कुछ आसान हैक्स अपनाकर इसे दूर किया जा सकता है। थकान को दूर करना मुश्किल नहीं है, बस अपनी दिनचर्या में छोटे बदलाव करें। ये टिप्स आपको एनर्जेटिक बनाए रखने और बेहतर काम करने में मदद करेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कपूरथला में डेढ़ लाख की ड्रग मनी बरामद:महिला समेत 10 गिरफ्तार, दो स्विफ्ट कार-ट्रैक्टर और कई बाइक जब्त कपूरथला में नशा तस्करों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत जहां एक महिला समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं उनके कब्जे से डेढ़ लाख की नकदी, स्विफ्ट कार और करीब आधा दर्जन बाइकों को जब्त किया गया है। इसके अलावा भारी मात्रा में अवैध शराब भी बरामद हुई है। SSP कपूरथला वत्सला गुप्ता ने करते हुए बताया कि रविवार को चारों सब डिवीजनों में नशे के हॉटस्पॉट एरिया के लगभग 100 घरों की तलाशी ली गई थी। इस दौरान 50 ग्राम हेरोइन अलावा चंडीगढ़ में बिक्री होने वाली अवैध शराब की 45 बोतलों के अलावा 6 हजार लीटर शराब भी बरामद की गई है। एसएसपी ने बताया कि, थाना सुभानपुर के एक व्यक्ति डेढ़ लाख के करीब भारतीय करंसी बरामद की गई है। सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र के दो थानों की पुलिस ने 530 नशीले कैप्सूल बरामद किए। SSP ने बताया कि आतंकी लखविंदर सिंह लंडा गिरोह से जुड़े हुए लोग जो कि जिले में फोन पर रंगदारी मांग रहे हैं, फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले लोगों की भी तलाश की गई है। 5 हॉट स्पाट ड्रग एरिया में चलाया गया था आपरेशन SSP वत्सला गुप्ता ने बताया कि जिलें मे 5 हॉट स्पाट क्षेत्रों में CASO ऑपरेशन दौरान 6 मामलें दर्ज किए गए हैं, जिसमें 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से थाना सुभानपुर के अंतगर्त गांव डोगरावाल में रहने वाला बुआ सिंह पुत्र अजीत सिंह से बिना नंबर का ट्रैक्टर, एक स्विफट कार और करीब डेढ़ लाख की नकदी बरामद की गई है। थाना भुल्तथ के DSP सुरिंदर पाल धोगड़ी की टीम दवारा पकड़े गए बुआ सिंह के खिलाफ 5 मामलें NDPS के केस चल रहे हैं। बरामद किए गए ट्रैक्टर व कार की जांच की जाएगी कि उक्त व्यक्ति द्वारा नशा बेचकर दोनों वाहन खरीदे गए हैं। ट्रैक्टर और बाइक बरामद इसी तरह सतनाम सिंह उर्फ तोता पुत्र दरबारा सिंह निवासी गांव डोगरांवाल को गिरफ्तार किया। इस दौरान संदिग्ध व्हीकल स्विफ्ट कार एक ट्रैक्टर बिना नंबर, एक बुलेट बाइक, दो सप्लेंडर बाइक, एक प्लटीना बाइक , सप्लेंडर बाइक को कब्जे में लिया गया है।
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सुपर नटवरलाल पर दर्ज चोरी का केस हुआ बंद:चंडीगढ़ अदालत का फैसला, पांच महीने पहले हुई मौत, फर्जी जज भी बना था 40 दिन का नकली जज बनकर 2700 अपराधियों को जमानत देने वाले हरियाणा भिवानी जिले के धनीराम मित्तल पर 20 साल पहले चंडीगढ़ में दर्ज चाेरी के मामले को जिला अदालत ने बंद कर दिया है। क्योंकि धनीराम की करीब पांच महीने पहले 18 अप्रैल 2024 को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। जिस समय उसकी मौत हुई, उस समय वह 86 साल का था। वह देशभर ‘सुपर नटवरलाल’ और चोरों के उस्ताद था। धनीराम को ‘इंडियन चार्ल्स शोभराज’ के नाम से भी जाना जाता था। धनीराम आदतन एक ऐसा चोर था, जिसने अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव पर भी वारदातें करनी नहीं छोड़ी। 2004 में चंडीगढ़ में दर्ज हुआ थ केस धनी राम पर चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाना में 2004 में केस दर्ज हुआ था। आरोप था कि उसने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की पार्किंग से अशोक कुमार नाम के व्यक्ति की कार चुराई थी। तीन साल के बाद पुलिस ने कार को बरामद कर लिया था। तभी धनी राम का नाम सामने आया था। इसके बाद उस पर चोरी और ठगी का मामला चल रहा था। हालांकि बाद मे उसे पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। लेकिन वह बीमार रहता था। साथ ही उम्र ज्यादा हो गई थी। ऐसे में उसे जमानत मिल गई थी। 40 दिनों तक जज बनकर बैठा रहा मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1970 से 1975 के बीच की बात है धनीराम ने एक अखबार में हरियाणा के झज्जर में एडिशनल जज के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश की खबर पढ़ी। इसके बाद उसने कोर्ट परिसर जाकर जानकारी ली और एक चिट्ठी टाइप कर सीलबंद लिफाफे में वहां रख दिया। उसने इस चिट्ठी पर हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार की फर्जी स्टैंप लगाई, हूबहू साइन किए और विभागीय जांच वाले जज के नाम से इसे पोस्ट कर दिया। इस लेटर में उस जज को 2 महीने की छुट्टी भेजने का आदेश था। इस फर्जी चिट्ठी और उस जज ने सही समझ लिया और छुट्टी पर चले गए। इसके अगले दिन झज्जर की उसी कोर्ट में हरियाणा हाईकोर्ट के नाम से एक और सीलबंद लिफाफा आया, जिसमें उस जज के 2 महीने छुट्टी पर रहने के दौरान उनका काम देखने के लिए नए जज की नियुक्ति का आदेश था। इसके बाद धनीराम खुद ही जज बनकर कोर्ट पहुंच गया। सभी कोर्ट स्टाफ ने उन्हें सच में जज मान लिया। वह 40 दिन तक मामलों की सुनवाई करता रहा और हजारों केस का निपटारा कर दिया। धनीराम ने इस दौरान 2700 से ज्यादा आरोपियों को जमानत भी दे दी। बताया ये भी जाता है कि धनीराम मित्तल ने फर्जी जज बनकर अपने खिलाफ केस की खुद ही सुनवाई की और खुद को बरी भी कर दिया। इससे पहले कि अधिकारी समझ पाते कि क्या हो रहा है, मित्तल पहले ही भाग चुका था। इसके बाद जिन अपराधियों को उसने रिहा किया या जमानत दी थी, उन्हें फिर से खोजा गया और जेल में डाल दिया गया।