केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नजर हरियाणा के एचपीएस अधिकारी पर है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री को निजी सचिव की जरूरत है, जिसके चलते केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को पत्र भेजकर अधिकारी के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। सीएस ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर की राय मांगी है। खट्टर के मंत्रालय की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा है कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल हरियाणा के एसपीएस अधिकारी हितेश यादव को अपने कार्यालय में अतिरिक्त निजी सचिव नियुक्त करना चाहते हैं। इसके लिए अधिकारी के संबंध में जानकारी मांगी गई है। खट्टर के एडीसी रह चुके हैं हितेश एक साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने कार्यकाल के दौरान एचपीएस हितेश यादव को मुख्यमंत्री के एडीसी (टूर) की जिम्मेदारी दी थी। हितेश इससे पहले भिवानी जिले के एएसपी के पद पर तैनात थे। हरियाणा के तत्कालीन मुख्य सचिव संजीव कौशल की ओर से उनकी नियुक्ति के संबंध में देर रात आदेश जारी किए गए। खट्टर के मंत्रालय ने हितेश का ये ब्यौरा मांगा केंद्रीय मंत्रालय ने हितेश यादव की शैक्षणिक योग्यता और पिछली पोस्टिंग का ब्यौरा मांगा है, जिसमें अधिकारी का जीवन परिचय, अधिकारी की सतर्कता और अनुशासनात्मक स्थिति और मेजर, माइनर पेनाल्टी सर्टिफिकेट (यदि कोई हो), अधिकारी का कैडर क्लीयरेंस, ऑफिस मेमोरेंडम नंबर डीओपीटी-दिशानिर्देश दिनांक 07.11.2022 के अनुसार किसी भी मंत्री के कार्यालय में अधिकारी द्वारा दी गई पिछली सेवाओं का ब्यौरा शामिल है। इसके अलावा, मंत्री के निजी स्टाफ में सह-अवधि के आधार पर प्रतिनियुक्ति के लिए नियुक्ति की शर्तें और नियम जिसके आधार पर नियुक्ति की जानी है, अधिकारी को मिलने वाला वर्तमान वेतन और परिलब्धियां और डीओपीटी का वेतनमान भी मांगा गया है। कानूनी समस्या होगी पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के विधि विश्लेषक हेमंत कुमार कहते हैं कि आम तौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाते हैं। राज्य सेवा के अधिकारी अंतर और प्रतिनियुक्ति कैडर पर जा सकते हैं। लेकिन राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी को आम तौर पर इस तरह से किसी मंत्री का अतिरिक्त निजी सचिव नियुक्त नहीं किया जाता। फिर भी यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर निर्भर करेगा। लेकिन बहुत कुछ केंद्रीय मंत्री और अधिकारी की इच्छा के साथ-साथ राज्य सरकार की इच्छा पर भी निर्भर करता है। डॉक्टर हैं HPS हितेश यादव हरियाणा के नारनौल निवासी हितेश यादव डॉक्टर भी हैं। हितेश ने मेडिकल लाइन से अपनी पढ़ाई शुरू की। इसके बाद उन्होंने एचपीएस की तैयारी शुरू की और 2011 में उन्हें सफलता मिली। उनकी पत्नी पंखुड़ी कुमारी भी एचपीएस अधिकारी हैं। 2021 में हरियाणा सरकार ने पति-पत्नी दोनों को पदोन्नत कर एएसपी के पद पर नियुक्त किया। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नजर हरियाणा के एचपीएस अधिकारी पर है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री को निजी सचिव की जरूरत है, जिसके चलते केंद्रीय आवास एवं शहरी मंत्रालय ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को पत्र भेजकर अधिकारी के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। सीएस ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर की राय मांगी है। खट्टर के मंत्रालय की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा है कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल हरियाणा के एसपीएस अधिकारी हितेश यादव को अपने कार्यालय में अतिरिक्त निजी सचिव नियुक्त करना चाहते हैं। इसके लिए अधिकारी के संबंध में जानकारी मांगी गई है। खट्टर के एडीसी रह चुके हैं हितेश एक साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने कार्यकाल के दौरान एचपीएस हितेश यादव को मुख्यमंत्री के एडीसी (टूर) की जिम्मेदारी दी थी। हितेश इससे पहले भिवानी जिले के एएसपी के पद पर तैनात थे। हरियाणा के तत्कालीन मुख्य सचिव संजीव कौशल की ओर से उनकी नियुक्ति के संबंध में देर रात आदेश जारी किए गए। खट्टर के मंत्रालय ने हितेश का ये ब्यौरा मांगा केंद्रीय मंत्रालय ने हितेश यादव की शैक्षणिक योग्यता और पिछली पोस्टिंग का ब्यौरा मांगा है, जिसमें अधिकारी का जीवन परिचय, अधिकारी की सतर्कता और अनुशासनात्मक स्थिति और मेजर, माइनर पेनाल्टी सर्टिफिकेट (यदि कोई हो), अधिकारी का कैडर क्लीयरेंस, ऑफिस मेमोरेंडम नंबर डीओपीटी-दिशानिर्देश दिनांक 07.11.2022 के अनुसार किसी भी मंत्री के कार्यालय में अधिकारी द्वारा दी गई पिछली सेवाओं का ब्यौरा शामिल है। इसके अलावा, मंत्री के निजी स्टाफ में सह-अवधि के आधार पर प्रतिनियुक्ति के लिए नियुक्ति की शर्तें और नियम जिसके आधार पर नियुक्ति की जानी है, अधिकारी को मिलने वाला वर्तमान वेतन और परिलब्धियां और डीओपीटी का वेतनमान भी मांगा गया है। कानूनी समस्या होगी पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के विधि विश्लेषक हेमंत कुमार कहते हैं कि आम तौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाते हैं। राज्य सेवा के अधिकारी अंतर और प्रतिनियुक्ति कैडर पर जा सकते हैं। लेकिन राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी को आम तौर पर इस तरह से किसी मंत्री का अतिरिक्त निजी सचिव नियुक्त नहीं किया जाता। फिर भी यह केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर निर्भर करेगा। लेकिन बहुत कुछ केंद्रीय मंत्री और अधिकारी की इच्छा के साथ-साथ राज्य सरकार की इच्छा पर भी निर्भर करता है। डॉक्टर हैं HPS हितेश यादव हरियाणा के नारनौल निवासी हितेश यादव डॉक्टर भी हैं। हितेश ने मेडिकल लाइन से अपनी पढ़ाई शुरू की। इसके बाद उन्होंने एचपीएस की तैयारी शुरू की और 2011 में उन्हें सफलता मिली। उनकी पत्नी पंखुड़ी कुमारी भी एचपीएस अधिकारी हैं। 2021 में हरियाणा सरकार ने पति-पत्नी दोनों को पदोन्नत कर एएसपी के पद पर नियुक्त किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में रोडवेज बस की टक्कर से युवक की मौत:हाईवे क्रॉस करते हुए हादसा; रिश्तेदार के घर शोक जताने गया था
हिसार में रोडवेज बस की टक्कर से युवक की मौत:हाईवे क्रॉस करते हुए हादसा; रिश्तेदार के घर शोक जताने गया था हरियाणा के हिसार में ढंडूर पुल के पास रोडवेज बस की चपेट में आने से जुगलान गांव के रहने वाले 28 वर्षीय युवक प्रवीण की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर डायल 112 की टीम पहुंची। हादसे के समय प्रवीण हाईवे पर सड़क क्रॉस कर रहा था। उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सदर थाना पुलिस मृतक के परिवार वालों के बयान पर कार्रवाई कर रही है। जुगलान गांव के रहने वाले रामपाल ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी करता है। बुधवार को उसका लड़का करीब 30 वर्षीय प्रवीण रिश्तेदार के घर शोक व्यक्त करने के लिए गया था। उन्हें सूचना मिली कि प्रवीण का ढंडूर पुल के पास एक्सीडेंट हो गया है। सूचना के बाद वह हिसार के नागरिक अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि प्रवीण की मौत हो चुकी है। उसने बताया कि प्रवीण बरवाला- हिसार बस से उतर कर अग्रोहा वाली बस में चढ़ने के लिए हाईवे रोड क्रॉस कर रहा था। इसी दौरान हरियाणा रोडवेज बस हिसार की तरफ से आई और प्रवीण को टक्कर मार दी। सदर थाना में बस ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने धारा 281,106 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
हरियाणा की नई सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग:13 नए मंत्री शामिल होंगे; प्रोटेम स्पीकर चुना जाएगा, विधानसभा सत्र की डेट पर लगेगी मुहर
हरियाणा की नई सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग:13 नए मंत्री शामिल होंगे; प्रोटेम स्पीकर चुना जाएगा, विधानसभा सत्र की डेट पर लगेगी मुहर हरियाणा मंत्रिमंडल के गठन के बाद हरियाणा कैबिनेट की पहली कैबिनेट बैठक सचिवालय में आज 11 बजे बुलाई गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद हरियाणा कैबिनेट की यह पहली बैठक होगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सभी 13 मंत्री शामिल होंगे। इस मीटिंग में सबसे प्रोटेम स्पीकर का चुनाव होगा। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल की इस पहली बैठक में जहां विधानसभा के सत्र को लेकर फैसला होगा। इस सत्र में विधानसभा के सभी नए सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि इससे पहले प्रोटेम स्पीकर का चयन होगा। जो सभी विधायकों को शपथ दिलाता है। वहीं विधानसभा के सबसे सीनियर नेता को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा होगा वहीं आज बैठक से पहले सभी नए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो सकता है। वहीं सभी मंत्री कल सचिवालय में अपने अपने कमरों में भी बैठ सकते हैं। जिसके बाद वे अपने विभागों का कार्यभार संभालने के साथ ही अपना कामकाज भी शुरू करेंगे। हरविंद्र कल्याण बन सकते हैं स्पीकर करनाल के घरौंडा से लगातार तीसरी बार जीते हरविंद्र कल्याण को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके कई कारण बताए जा रहे हैं। पहला करनाल जिले से कोई मंत्री पद नहीं मिला है। करनाल लोकसभा की भाजपा ने सभी 9 सीटें जीतीं। इनमें पानीपत जिले के 4 में से 2 विधायक मंत्री बनाए गए हैं। दूसरा रोड़ समाज से कोई मंत्री नहीं है। तीसरा हरविंद्र की गिनती मनोहर लाल खट्टर के भरोसेमंदों में होती है। वहीं डिप्टी स्पीकर के लिए रामकुमार गौतम के नाम की भी चर्चा है।
रेवाड़ी में चिरंजीव-लक्ष्मण ने नामांकन किया दाखिल:BJP प्रत्याशी संग राव इंद्रजीत रहे मौजूद, कांग्रेस कैंडिडेट के साथ पहुंचे पूर्व सीएम हुड्डा
रेवाड़ी में चिरंजीव-लक्ष्मण ने नामांकन किया दाखिल:BJP प्रत्याशी संग राव इंद्रजीत रहे मौजूद, कांग्रेस कैंडिडेट के साथ पहुंचे पूर्व सीएम हुड्डा हरियाणा के रेवाड़ी में सोमवार को दोनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस की तरफ से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव और बीजेपी की तरफ से लक्ष्मण यादव पर्चा दाखिल किया। कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन दाखिल कराने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी के साथ केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मौजूद रहे। लक्ष्मण सिंह यादव सुबह करीब 11 बजे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ सीधे पहले जिला सचिवालय पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान राव इंद्रजीत सिंह ने कैप्टन अजय यादव और भूपेंद्र सिंह हुड्डा दोनों पर निशाना साधा। इसके बाद वह हुड्डा बाइपास स्थित भाजपा कार्यालय से रोड शो करते हुए निकलते। ये रोड शो अभय सिंह चौक, धारूहेड़ा चुंगी, झज्जर चौक, घंटेश्वर मंदिर, अग्रसैन चौक वाया अनाज मंडी होते हुए जिला सचिवालय तक पहुंचा। वहीं चिरंजीव राव सुबह 10 बजे अपने मॉडल टाउन स्थित निवास से नामांकन दाखिल करने के लिए रवाना हुए। इससे पूर्व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अल्का लांबा और पिता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दोनों दूसरी बार लड़ रहे चुनाव बता दें कि चिरंजीव राव ने अपना पहला चुनाव 2019 में इसी सीट से लड़ा था। कांटे के मुकाबले में चिरंजीव राव ने बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर को हरा दिया था। वहीं दूसरी तरफ लक्ष्मण सिंह यादव ने कोसली से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर जीता था। इस बार लक्ष्मण सिंह यादव को बीजेपी ने कोसली से रेवाड़ी शिफ्ट कर दिया है। चुनावी मुकाबला इन दोनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच होने की संभावना हैं।