कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित योनेक्स सनराइज 77वीं इंटर स्टेट-इंटर जोनल एवं 86वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप-2024 में हरियाणा के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें हरियाणा की सीनियर महिला टीम ने गोल्ड मेडल जीतकर खिताब अपने नाम किया। हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र सिंह और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष एवं हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के महासचिव अजय सिंघानिया ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि हरियाणा की टीम इसी तरह का प्रदर्शन कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का परचम लहराएगी। अन्य लड़कियों को मिलेगी प्रेरणा अजय सिंघानिया ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को बेंगलुरु में आयोजित इस प्रतियोगिता में हरियाणा की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक उपलब्धि हरियाणा की अन्य लड़कियों को भी बैडमिंटन में आगे आने के लिए प्रेरित करेगी। ताकि अन्य लड़कियां भी खेल खेलने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित हो सकें। लड़कियों के लिए बैडमिंटन में अपना भविष्य बनाने का अवसर भी है। कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित योनेक्स सनराइज 77वीं इंटर स्टेट-इंटर जोनल एवं 86वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप-2024 में हरियाणा के बैडमिंटन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें हरियाणा की सीनियर महिला टीम ने गोल्ड मेडल जीतकर खिताब अपने नाम किया। हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र सिंह और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष एवं हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के महासचिव अजय सिंघानिया ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि हरियाणा की टीम इसी तरह का प्रदर्शन कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का परचम लहराएगी। अन्य लड़कियों को मिलेगी प्रेरणा अजय सिंघानिया ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को बेंगलुरु में आयोजित इस प्रतियोगिता में हरियाणा की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक उपलब्धि हरियाणा की अन्य लड़कियों को भी बैडमिंटन में आगे आने के लिए प्रेरित करेगी। ताकि अन्य लड़कियां भी खेल खेलने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित हो सकें। लड़कियों के लिए बैडमिंटन में अपना भविष्य बनाने का अवसर भी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में नवजात बेटे को कूड़े में फेंका:थैले में बंद था शिशु का शव, सुपरवाइजर की शिकायत पर केस दर्ज
रोहतक में नवजात बेटे को कूड़े में फेंका:थैले में बंद था शिशु का शव, सुपरवाइजर की शिकायत पर केस दर्ज रोहतक में एक महिला द्वारा जन्म के बाद नवजात लड़के को थैले में बंद करके कूड़े के ढेर में फेंकने का मामला सामने आया है। जब सफाई कंपनी के सुपरवाइजर ने उसे देखा तो इसका पता लगा और मामले की सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की और शिकायत के आधार पर अज्ञात महिला के खिलाफ पहचान छिपाने के लिए नवजात शिशु को फेंकने का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। रोहतक के गांव सांघी निवासी देवेंद्र ने शिवाजी कॉलोनी थाना में शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह सफाई वाली कंपनी में सुपरवाइजर पद पर कार्यरत है। वह SWTP प्लांट पर ड्यूटी करता है। 14 नवंबर को वह ड्रेन नंबर 8 के नजदीक कूड़े के ढेर के पास से गुजर रहा था। इसी दौरान उनकी नजर एक थैले पर पड़ी। जब थैले को खोलकर देखा तो उसमें एक नवजात शिशु मृत अवस्था में मिला। किसी अज्ञात महिला ने अपनी पैदाइश छिपाने के लिए लड़के के जन्म होते ही कूड़े के ढेर में फेंक दिया। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने किया केस दर्ज मामले की सूचना डायल 112 को दी गई। ड्रेन नंबर 8 के पास कूड़े के ढेर में नवजात शिशु का शव पड़ा होने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को मौके पर एक नवजात का शव पड़ा हुआ मिला। नवजात एक लड़का था। इसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात महिला के खिलाफ जन्म के बाद पहचान छिपाने के लिए नवजात बच्चे को फेंकने का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं महिला की तलाश की जा रही है।
रोहतक में महिला को ट्रक ने कुचला:पीजीआई में हुई मौत, बेटे के सामने हुआ एक्सीडेंट, बहु-बेटे संग घूमने गई थी
रोहतक में महिला को ट्रक ने कुचला:पीजीआई में हुई मौत, बेटे के सामने हुआ एक्सीडेंट, बहु-बेटे संग घूमने गई थी रोहतक जिले के गांव नयाबास में एक महिला को तेज रफ्तार ट्रक ने कुचल दिया। जिसे उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसा उस समय हुआ, जब महिला अपने बहु-बेटे के साथ खेतों की तरफ घूमने गई थी। इसी दौरान तीन बेटों की मां को ट्रक ने टक्कर मार दी। वहीं मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने जांच आरंभ कर दी। रोहतक के गांव नयाबास निवासी दलबीर ने सांपला थाना पुलिस को हादसे की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह शनिवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे अपनी मां करीब 54 वर्षीय शीला देवी व पत्नी प्रियंका के साथ खेतों की तरफ घूमने के लिए गए हुए थे। घूमने के बाद सुबह वापस घर लौट रहे थे। इसी दौरान वे गांव में ही हाईवे आउटर बाइपास सांपला पर पहुंचे तो एक ट्रक तेज रफ्तार में आया। जिसने उसकी मां शीला को सामने से टक्कर मार दी। वहीं महिला को कुचलते हुए तेज रफ्तार में फरार हो गया। बेटे के सामने एक्सीटेंड
दलबीर ने बताया कि उसके सामने ही यह एक्सीडेंट हुआ। इस एक्सीडेंट में उसकी मां शीला को गंभीर चोट आई। जिसे उपचार के लिए प्राइवेट वाहन का इंतजाम करके रोहतक पीजीआई में लेकर पहुंचे। जहां पर चिकित्सकों ने उसकी मां शीला को मृत घोषित कर दिया। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। शीला देवी 3 बेटों की मां थी और अपने बेटे-बहू के साथ घूमने के लिए गई थी। इसी दौरान उसका एक्सीडेंट हो गया। अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज
सांपला थाना के जांच अधिकारी मोनू ने बताया कि एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई थी। मृतका के बेटे के बयान दर्ज किए गए हैं। बयानों के आधार पर अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एक्सीडेंट करने वाले ट्रक चालक को जल्द ही पकड़ा जाएगा, जिसके लिए आगामी कार्रवाई की जा रही है।
पानीपत में युवक ने दिखाई इमानदारी:फल विक्रेता गत्तों में 1 लाख रखकर भूला, कबाड़ी को बेचा; एक माह में ढूंढकर श्रमिक ने लौटाए
पानीपत में युवक ने दिखाई इमानदारी:फल विक्रेता गत्तों में 1 लाख रखकर भूला, कबाड़ी को बेचा; एक माह में ढूंढकर श्रमिक ने लौटाए हरियाणा के पानीपत में एक गोदाम पर काम करने वाले श्रमिक ने इमानदारी की बड़ी मिशाल पेश की है। उसे हजारों नहीं बल्कि एक लाख की नकदी मिली, जिसे उसने उसके असल मालिक एक फल विक्रेता को लौटा कर इंसानियत और इमानदारी कायम की है। श्रमिक की इस इमानदारी पर मालिक ने खुश होकर उसे इनाम भी दिया है। साथ ही उसे इसी तरह इमानदारी के रास्ते पर हमेशा डटे रहने के लिए प्रेरित भी किया है।
फल विक्रेता ने कबाड़ी को और कबाड़ी ने गोदाम वाले को बेचे गत्ते
मामला शहर के तहसील कैंप का है। दरअसल, यहां कैंप मंडी में वहां का स्थानीय निवासी दीपक चौरसिया फल बेचने का काम करता है। वह क्षेत्र में रेहड़ी-फड़ी लगाकर फल बेचता है। उसने पाई-पाई कर बहुत मेहनत से 1 लाख रुपए जोड़े थे। करीब एक माह पहले पहले उसने ये रुपए वेस्ट के गत्तों में रखे थे। दिनभर काम करने के बाद वह रुपए इसी में रखने के बाद भूल गया था। उसने गत्ते ज्यादा इकट्ठे होने की वजह एक कबाड़ी को बेच दिए। एक दिन बाद उसे याद आया कि उसके गत्ते में रुपए रखे थे। आनन-फानन में वह दौड़ता हुआ कबाड़ी के पास गया। जहां कबाड़ी ने बताया कि उसने भी उक्त गत्ते आगे गोदाम में बेच दिए हैं। गोदाम मालिक ने श्रमिकों को कहा- अच्छे से चेक करे गत्ते
इसके बाद कबाड़ी ने गोदाम वाले से संपर्क किया। गोदाम मालिक ने इस बात पर गौर करते हुए अपनी सभी लेबर को एक-एक गत्ता व अन्य सभी कबाड़ का सामान बहुत अच्छे से चेक करने को कहा था। उसने लेबर को बताया था कि गत्तों के भीतर 1 लाख रुपए मिल सकते हैं। अब करीब एक माह बाद उक्त रुपए गत्तों के भीतर से मिल गए। गोदाम पर करने वाले श्रमिक ने रुपए मिलते ही तुरंत गोदाम मालिक को बताया। जिसके बाद कबाड़ी के जरिए फल विक्रेता से संपर्क किया गया। जिसके बाद उसे बुलाकर रुपए लौटाए गए। गोदाम के मालिक ने कहा कि वह अपनी लेबर पर पूरा भरोसा करता है और उसकी लेबर ईमानदार है। फल विक्रेता दीपक चौरसिया ने दुकानदार और श्रमिक का धन्यवाद किया।