हरियाणा में हिसार गौरव नाम का क्लोन मुर्रा झोटा सुर्खियों में है। बीते कल यानी मंगलवार (10 दिसंबर) को उसका हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) में जन्मदिन मनाया गया। वैज्ञानिकों ने केक काटा। इस क्लोन झोटे को CIRB ने ही तैयार किया है। उसकी उम्र 10 साल हो गई है। इसके सीमन की काफी डिमांड है। क्लोन प्रोजेक्ट इंचार्ज PS यादव के मुताबिक चीन भी उसके सीमन को खरीदने के लिए 2019 से प्रयास कर रहा है, लेकिन रिश्ते ठीक न होने पर केंद्र सरकार ने अप्रूवल नहीं दी है। झोटे का वजन 1 टन यानी 1 हजार किलो है। इसे रोजाना रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) के पानी से नहाया जाता है। उसे खाने में दलिया, चना, बाजरा और जौ आदि दिए जाते हैं। 2015 में जन्म, 22000 डोज का उत्पादन
जानकारी के मुताबिक हिसार गौरव का जन्म 11 दिसंबर 2015 को हिसार में हुआ। अब तक इस भैंसे ने सीमन की 22000 डोज का उत्पादन किया है। इन डोज का इस्तेमाल कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया गया। हिसार गौरव के सीमन से पैदा हुए 2 भैंसों ने अब तक 2 लाख से ज्यादा डोज उपलब्ध करवाई हैं। वहीं, इसकी डोज से पैदा हुईं भैंसों ने दूध उत्पादन में अच्छी खासी बढ़ोतरी की है। भैंसों ने प्रति ब्यांत 300 से 600 लीटर तक दूध दिया है। इसके सीमन से 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान
गौरव के सीमन से भैसों का 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान हुआ, जोकि ब्रीडिंग बुल के बराबर है। हिसार गौरव के सीमन का उपयोग करने वाले किसानों ने भी बताया है कि उनके यहां दूध उत्पादन में सुधार हुआ है। किसानों ने इसके और भी लाभ गिनाए, जैसे- सीमन से आनुवंशिक सुधार को बढ़ावा मिला, पशुधन उत्पादकता बढ़ी और पशुओं की अगली पीढ़ी में उच्च प्रजनन क्षमता में सुधार हुआ। खाने का ध्यान रखने को डाइटीशियन, RO के पानी से नहाता है
झोटे को वजन के हिसाब से दाना-पानी दिया जाता है। उसका वजन 1000 किलो है। इस हिसाब से इसे एक बार में 5 किलो दाना और हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा प्रोटीन की मात्रा का भी डाइटीशियन ध्यान रखता है। CIRB में एक न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट है, जहां के डाइटीशियन हिसार गौरव का खास ख्याल रखते हैं। झोटे को दिन में एक बार RO के पानी से नहलाया जाता है। इसके पानी के टीडीएस का विशेष ध्यान रखते हैं। एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए
हिसार गौरव के एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए है। एक डोज में 0.25 एमएल का स्ट्रॉ होता है। इसमें 2 करोड़ स्पर्म सेल्स होते हैं। अब तक हिसार गौरव से 22 हजार डोज बनाकर इस्तेमाल किए जा चुके हैं। पूरी वैज्ञानिकों की टीम पहुंची
इस क्लोनिंग प्रोजेक्ट के PI डॉ. प्रेम सिंह यादव अपनी टीम के साथ कार्य कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा क्लोन पैदा किए जा सकें। हर साल की तरह इस साल भी 10 दिसंबर 2024 को हिसार गौरव का जन्मदिन केक काट कर मनाया गया। इस मौके पर संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. आरके सेठी, फिजियोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसके जिंदल, संस्थान के वर्तमान निदेशक डॉ. टीके दत्ता, डॉ. यशपाल शर्मा, प्रोजेक्ट के पीआई डॉ. पीएस यादव और उनकी पूरी टीम इकट्ठी हुई और हिसार गौरव का बर्थडे मनाया। संस्थान में क्लोनिंग की जागरूकता के लिए एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया, जिसमें हाईटेक डेयरी सिरसा के डेयरी मैनेजर व उनकी टीम और क्लोन सीमन उपयोग करने वाले किसान भी शामिल हुए। संस्थान के सभी वैज्ञानिक और कर्मचारी भी इस सेमिनार में शामिल हुए, ताकि क्लोनिंग से संबंधित सही जानकारी किसानों तक पहुंचाई जा सके। ————————– पशुपालन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा की महिला को मिला नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड, बेटे को वेटरनरी कोर्स करवाकर साथ जोड़ा, 300 गायें; विदेशों में घी की सप्लाई हरियाणा के झज्जर की महिला रेनू सांगवान को मंगलवार (26 नवंबर) को नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। ये अवॉर्ड उन्हें दिल्ली में केंद्रीय मंत्री लल्लन यादव ने दिया। रेनू को शॉल के साथ मोमेंटो और 5 लाख का चेक दिया गया। इसके साथ रेनू को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। वह झज्जर के गांव फरमाना गांव की रहने वाली हैं। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा में हिसार गौरव नाम का क्लोन मुर्रा झोटा सुर्खियों में है। बीते कल यानी मंगलवार (10 दिसंबर) को उसका हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) में जन्मदिन मनाया गया। वैज्ञानिकों ने केक काटा। इस क्लोन झोटे को CIRB ने ही तैयार किया है। उसकी उम्र 10 साल हो गई है। इसके सीमन की काफी डिमांड है। क्लोन प्रोजेक्ट इंचार्ज PS यादव के मुताबिक चीन भी उसके सीमन को खरीदने के लिए 2019 से प्रयास कर रहा है, लेकिन रिश्ते ठीक न होने पर केंद्र सरकार ने अप्रूवल नहीं दी है। झोटे का वजन 1 टन यानी 1 हजार किलो है। इसे रोजाना रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) के पानी से नहाया जाता है। उसे खाने में दलिया, चना, बाजरा और जौ आदि दिए जाते हैं। 2015 में जन्म, 22000 डोज का उत्पादन
जानकारी के मुताबिक हिसार गौरव का जन्म 11 दिसंबर 2015 को हिसार में हुआ। अब तक इस भैंसे ने सीमन की 22000 डोज का उत्पादन किया है। इन डोज का इस्तेमाल कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया गया। हिसार गौरव के सीमन से पैदा हुए 2 भैंसों ने अब तक 2 लाख से ज्यादा डोज उपलब्ध करवाई हैं। वहीं, इसकी डोज से पैदा हुईं भैंसों ने दूध उत्पादन में अच्छी खासी बढ़ोतरी की है। भैंसों ने प्रति ब्यांत 300 से 600 लीटर तक दूध दिया है। इसके सीमन से 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान
गौरव के सीमन से भैसों का 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान हुआ, जोकि ब्रीडिंग बुल के बराबर है। हिसार गौरव के सीमन का उपयोग करने वाले किसानों ने भी बताया है कि उनके यहां दूध उत्पादन में सुधार हुआ है। किसानों ने इसके और भी लाभ गिनाए, जैसे- सीमन से आनुवंशिक सुधार को बढ़ावा मिला, पशुधन उत्पादकता बढ़ी और पशुओं की अगली पीढ़ी में उच्च प्रजनन क्षमता में सुधार हुआ। खाने का ध्यान रखने को डाइटीशियन, RO के पानी से नहाता है
झोटे को वजन के हिसाब से दाना-पानी दिया जाता है। उसका वजन 1000 किलो है। इस हिसाब से इसे एक बार में 5 किलो दाना और हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा प्रोटीन की मात्रा का भी डाइटीशियन ध्यान रखता है। CIRB में एक न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट है, जहां के डाइटीशियन हिसार गौरव का खास ख्याल रखते हैं। झोटे को दिन में एक बार RO के पानी से नहलाया जाता है। इसके पानी के टीडीएस का विशेष ध्यान रखते हैं। एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए
हिसार गौरव के एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए है। एक डोज में 0.25 एमएल का स्ट्रॉ होता है। इसमें 2 करोड़ स्पर्म सेल्स होते हैं। अब तक हिसार गौरव से 22 हजार डोज बनाकर इस्तेमाल किए जा चुके हैं। पूरी वैज्ञानिकों की टीम पहुंची
इस क्लोनिंग प्रोजेक्ट के PI डॉ. प्रेम सिंह यादव अपनी टीम के साथ कार्य कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा क्लोन पैदा किए जा सकें। हर साल की तरह इस साल भी 10 दिसंबर 2024 को हिसार गौरव का जन्मदिन केक काट कर मनाया गया। इस मौके पर संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. आरके सेठी, फिजियोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसके जिंदल, संस्थान के वर्तमान निदेशक डॉ. टीके दत्ता, डॉ. यशपाल शर्मा, प्रोजेक्ट के पीआई डॉ. पीएस यादव और उनकी पूरी टीम इकट्ठी हुई और हिसार गौरव का बर्थडे मनाया। संस्थान में क्लोनिंग की जागरूकता के लिए एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया, जिसमें हाईटेक डेयरी सिरसा के डेयरी मैनेजर व उनकी टीम और क्लोन सीमन उपयोग करने वाले किसान भी शामिल हुए। संस्थान के सभी वैज्ञानिक और कर्मचारी भी इस सेमिनार में शामिल हुए, ताकि क्लोनिंग से संबंधित सही जानकारी किसानों तक पहुंचाई जा सके। ————————– पशुपालन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा की महिला को मिला नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड, बेटे को वेटरनरी कोर्स करवाकर साथ जोड़ा, 300 गायें; विदेशों में घी की सप्लाई हरियाणा के झज्जर की महिला रेनू सांगवान को मंगलवार (26 नवंबर) को नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। ये अवॉर्ड उन्हें दिल्ली में केंद्रीय मंत्री लल्लन यादव ने दिया। रेनू को शॉल के साथ मोमेंटो और 5 लाख का चेक दिया गया। इसके साथ रेनू को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। वह झज्जर के गांव फरमाना गांव की रहने वाली हैं। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा | दैनिक भास्कर