रोहतक में झज्जर के ज्वैलर्स से लूट करने की वारदात सामने आई है। घटना उस समय हुई जब ज्वैलर्स स्कूटी पर सवार होकर घर वापस लौट लौट रहा था। इसी दौरान स्कूटी पर सवार होकर आए 2 युवकों ने रास्ता रोककर हथियार के बल पर आभूषण और कैश लूट लिए। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। झज्जर के गांव डीघल निवासी गोविंद राम ने रोहतक के शिवाजी कॉलोनी थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी गांव डीघल में सुनार की दुकान है। वह आभूषणों का काम करवाने के लिए रोहतक के रेलवे रोड स्थित सुनारों वाली गली में आया था। वह अपनी दुकान से एक काले रंग के बैग में आभूषण डालकर काम करवाने के लिए रोहतक आया था। रात को करीब 11 बजकर 40 मिनट पर काम करवाकर आभूषणों का बैग स्कूटी की डिग्गी में डालकर अपने घर के लिए निकला। हथियार के बल पर लूट उन्होंने बताया कि घर लौटते समय झज्जर रोड पर रुपया चौक से आगे मायना नहर के नजदीक पहुंचा तो 2 युवक स्कूटी पर सवार होकर आए। उन्होंने अपनी स्कूटी को आगे लगाकर रास्ता रोक लिया। उसके बाद आरोपियों ने पिस्तौलनुमा हथियार छाती पर लगा लिया और बोले कि जो कुछ है दे दो। उसके बाद आरोपियों ने उसकी जेब से 15 हजार रुपए और कागजात छीन लिए। वहीं उंगली से सोने का छल्ला निकाल लिया और स्कूटी की डिग्गी खोलकर आभूषणों का काला बैग निकाल लिया। बैग में 50 ग्राम सोने के कड़े, 2 सोने की चैन, 2 मंगलसूत्र, 2 जोड़ी सोने की बाली, सोने की अंगूठी और 200 ग्राम की चांदी की पाजेब आदि आभूषण हथियार के बल पर लूट लिए। पीछा करने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। रोहतक में झज्जर के ज्वैलर्स से लूट करने की वारदात सामने आई है। घटना उस समय हुई जब ज्वैलर्स स्कूटी पर सवार होकर घर वापस लौट लौट रहा था। इसी दौरान स्कूटी पर सवार होकर आए 2 युवकों ने रास्ता रोककर हथियार के बल पर आभूषण और कैश लूट लिए। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। झज्जर के गांव डीघल निवासी गोविंद राम ने रोहतक के शिवाजी कॉलोनी थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी गांव डीघल में सुनार की दुकान है। वह आभूषणों का काम करवाने के लिए रोहतक के रेलवे रोड स्थित सुनारों वाली गली में आया था। वह अपनी दुकान से एक काले रंग के बैग में आभूषण डालकर काम करवाने के लिए रोहतक आया था। रात को करीब 11 बजकर 40 मिनट पर काम करवाकर आभूषणों का बैग स्कूटी की डिग्गी में डालकर अपने घर के लिए निकला। हथियार के बल पर लूट उन्होंने बताया कि घर लौटते समय झज्जर रोड पर रुपया चौक से आगे मायना नहर के नजदीक पहुंचा तो 2 युवक स्कूटी पर सवार होकर आए। उन्होंने अपनी स्कूटी को आगे लगाकर रास्ता रोक लिया। उसके बाद आरोपियों ने पिस्तौलनुमा हथियार छाती पर लगा लिया और बोले कि जो कुछ है दे दो। उसके बाद आरोपियों ने उसकी जेब से 15 हजार रुपए और कागजात छीन लिए। वहीं उंगली से सोने का छल्ला निकाल लिया और स्कूटी की डिग्गी खोलकर आभूषणों का काला बैग निकाल लिया। बैग में 50 ग्राम सोने के कड़े, 2 सोने की चैन, 2 मंगलसूत्र, 2 जोड़ी सोने की बाली, सोने की अंगूठी और 200 ग्राम की चांदी की पाजेब आदि आभूषण हथियार के बल पर लूट लिए। पीछा करने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा भंग होने पर आज फैसला:2 कारणों से CM ने लिया फैसला; अर्जेंट बुलाई कैबिनेट, VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे मंत्री
हरियाणा विधानसभा भंग होने पर आज फैसला:2 कारणों से CM ने लिया फैसला; अर्जेंट बुलाई कैबिनेट, VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे मंत्री हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की माने तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय आज शाम 5 बजे तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान ? संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी हो गया है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
देश-विदेश के डेढ़ करोड़ लोग एक साथ पढ़ेंगे गीता पाठ:सीएम नायब सैनी रहे शामिल, 18 हजार बच्चे करेंगे श्लोक उच्चारण
देश-विदेश के डेढ़ करोड़ लोग एक साथ पढ़ेंगे गीता पाठ:सीएम नायब सैनी रहे शामिल, 18 हजार बच्चे करेंगे श्लोक उच्चारण कुरूक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता जयंती के अवसर पर आज वैश्विक गीता का पाठ कुरूक्षेत्र के थीम पार्क में किया जा रहा है। जिसमें 18 हजार बच्चे एक स्थान पर बैठकर गीता के मंत्रों का उच्चारण करेंगे, तो वही पूरे विश्व भर में डेढ़ करोड़ लोग ऑनलाइन माध्यम से वैश्विक गीता पाठ में जुड़ेंगे। ऑनलाइन प्रणाली से जुड़ेंगे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में थीम पार्क में एक मिनट एक साथ गीता पाठ का आयोजन शुरू हो चुका है। गीता का पाठ 12 बजे किया जाएगा। कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस गीता पाठ में पवित्र ग्रंथ गीता के पहले श्लोक, मध्यस्त और अंतिम श्लोक का उच्चारण होगा। इस वैश्विक गीता पाठ के साथ हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ – साथ देश के अन्य राज्यों व विदेशों सहित लगभग 1 करोड़ 50 लाख लोग ऑनलाइन प्रणाली के साथ जुड़ेगें। पहले भी बन चुका विश्व रिकॉर्ड यह वैश्विक गीता पाठ निश्चित ही अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अध्याय में एक नया इतिहास जोड़ेगा। इससे पहले भी कुरूक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कुरूक्षेत्र के थीम पार्क में ही 18 हजार बच्चों ने गीता के मंत्रों का उच्चारण एक स्थान पर बैठकर किया था, जो विश्व रिकॉर्ड बना था, एक बार फिर से विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है।
हरियाणा में बच्चे को रोहतक PGI रेफर करने पर हंगामा:पुलिस बुलानी पड़ी; परिवार बोला- दर्द से कराहता रहा नवजात, स्टाफ सो रहा था
हरियाणा में बच्चे को रोहतक PGI रेफर करने पर हंगामा:पुलिस बुलानी पड़ी; परिवार बोला- दर्द से कराहता रहा नवजात, स्टाफ सो रहा था हरियाणा के रोहतक में रविवार (15 दिसंबर) को सिविल अस्पताल में एक नवजात शिशु को PGI रेफर करने को लेकर हंगामा हो गया। परिजनों का आरोप है कि उनके नवजात की सही से देखभाल नहीं की गई। 3 दिन तक उसे बिना इलाज के रखा। कल रात 12 बजे बच्चा दर्द से कराह रहा था और स्टाफ सो रहा था। अब उन्हें बिना बताए बच्चे को रेफर किया जा रहा है। हमें बच्चे से मिलने भी नहीं दिया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की हालत में सुधार न होने पर उसे मदद के लिए बड़े अस्पताल में रेफर किया है। हंगामे के बाद पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। इसके बाद मामला शांत कराया गया। अभी बच्चे का PGI में इलाज चल रहा है। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… साइन करने का दबाव बनाया
जींद के पोली गांव निवासी राहुल ने बताया कि रविवार सुबह हम आए और स्टाफ से पूछा कि बच्चे का अल्ट्रासाउंड और एक्सरे हुआ या नहीं? इस पर स्टाफ ने कहा कि उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अब डॉक्टर खुद आरोप लगा रहे हैं कि ICU के अंदर 20 लोग जाते हैं। बिना कोई सूचना दिए डॉक्टरों ने एम्बुलेंस बुला ली और बच्चे को जबरन PGI रेफर करने लगे। मुझ पर भी साइन करने का दबाव बना रहे हैं। तीन दिन तक बच्चे की देखभाल नहीं की गई और अब उसकी हालत खराब हो गई है, इसलिए फाइल पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहे हैं। 4 दिन तक बच्चे से नहीं मिलने दिया
प्रदीप ने बताया कि उन्हें 4 दिन तक अपने बच्चे (पोते) से नहीं मिलने दिया। डॉक्टर ने इलाज नहीं किया। पहले कहा गया कि उसे जुकाम है और अब कह रहे हैं कि उसे इन्फेक्शन है। अब डॉक्टर जबरन कह रहे हैं कि बच्चे को ले जाओ। ऐसी लापरवाही किसी बच्चे के साथ नहीं होनी चाहिए। स्टाफ रात को सो रहा है और बच्चे बेचैन हो रहे हैं, वे बच्चों का ख्याल भी नहीं रख रहे। ऊपर से डॉक्टर दबाव बना रहे हैं। प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हंगामा होने पर क्या बोले डॉक्टर- हालत में सुधार न होने पर रेफर करना पड़ा
जिला अस्पताल के डॉ. रोहित कपूर ने बताया कि उन्हें बच्चे को रेफर करने के बाद भीड़ जुटने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर वह अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि डॉक्टरों ने बेहतरीन उपचार दिया है, लेकिन कुछ बच्चों में उम्मीद के मुताबिक सुधार नहीं होता। ऐसे में हमें बड़े अस्पताल की मदद लेनी पड़ती है। 20 लोगों को अंदर जाने की इजाजत नहीं
हम भी अपने तरीके से बच्चे को स्थिर करते हैं और फिर रेफर करते हैं। नवजात बच्चों के लिए विशेष एम्बुलेंस है, जिसमें रेफर करते हैं। फॉलोअप भी किया जाता है। फिलहाल 15 बच्चे भर्ती हैं। 20 लोगों को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। भीड़ होने पर महिला स्टाफ कैसे काम करेगी
लोगों की भीड़ होने पर महिला स्टाफ कैसे काम करेगी। अंदर ब्रेस्ट फीडिंग रूम भी है, ऐसे में पुरुषों को अंदर कैसे जाने दिया जा सकता है। महिलाओं को कभी नहीं रोका जाता। सुरक्षा और गोपनीयता के लिए पुरुषों को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाती। ————————— हरियाणा में अस्पताल से जुड़ी ये खबर पढ़ेंः- हरियाणा में जबरदस्ती डिलीवरी से जच्चा-बच्चा की मौत, ब्लीडिंग होने पर पंजाब रेफर किया; परिजन बोले- 4 घंटे झूठा आश्वासन देते रहे डॉक्टर हरियाणा के कैथल में चीका के प्राइवेट अस्पताल में जबरदस्ती डिलीवरी की कोशिश की गई, जिसमें जच्चे (मां) और बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर 3 से 4 घंटे तक ठीक होने का झूठा आश्वासन देते रहे। ज्यादा खून निकलने पर उसे पटियाला रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल में पहुंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। पढ़ें पूरी खबर