हरियाणा के NCR में प्रदूषण के चलते बंद किए गए स्कूलों में अब एक और दिन का अवकाश बढ़ा दिया गया है। सोनीपत व फरीदाबाद के डीसी ने रविवार को आदेश जारी किए कि 25 नवंबर को भी उनके यहां 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इससे पहले स्कूलों में 23 नवंबर तक छुटि्टयां थी और संडे की छुट्टी के बाद सोमवार को स्कूल खुलने थे। सोनीपत के डीसी डॉ. मनोज कुमार ने रविवार को बताया कि जिला में खराब वायु गुणवत्ता के चलते ग्रैप-4 लागू किया गया है। ऐसी स्थिति में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए 12वीं कक्षा तक के बच्चों की स्कूलों की छुट्टियां 25 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है। रविवार को वायु गुणवत्ता का आकलन करने पर इसे कमजोर (poor) श्रेणी की पाया गया। यह छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी नुकसानदायक है। डीसी ने कहा कि ऐसे में जिला सोनीपत में सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के 12वीं कक्षा तक के बच्चों की 25 नवंबर सोमवार तक छुट्टी के आदेश दिये हैं। आदेश में उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। फरीदाबाद में भी छुट्टी का ऐलान दूसरी तरफ फरीदाबाद में भी स्कूलों में सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है। फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि फरीदाबाद के सभी शहरी और ग्रामीण भागों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर अभी भी गंभीर श्रेणी में है। फरीदाबाद में बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के हित में यह निर्णय लिया गया है कि इस कार्यालय के आदेश संख्या 6848 दिनांक 18 नवम्बर 2024 के क्रम में, जिला फरीदाबाद के सभी क्षेत्रों (शहरी और ग्रामीण) में कक्षा 12 वीं तक के छात्रों के लिए सभी भौतिक कक्षाएं 25 नवंबर 2024 तक बंद रहेंगी। उपरोक्त कक्षाओं के लिए जिला फरीदाबाद के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में भौतिक कक्षाओं के बदले ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी। हरियाणा के NCR में प्रदूषण के चलते बंद किए गए स्कूलों में अब एक और दिन का अवकाश बढ़ा दिया गया है। सोनीपत व फरीदाबाद के डीसी ने रविवार को आदेश जारी किए कि 25 नवंबर को भी उनके यहां 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इससे पहले स्कूलों में 23 नवंबर तक छुटि्टयां थी और संडे की छुट्टी के बाद सोमवार को स्कूल खुलने थे। सोनीपत के डीसी डॉ. मनोज कुमार ने रविवार को बताया कि जिला में खराब वायु गुणवत्ता के चलते ग्रैप-4 लागू किया गया है। ऐसी स्थिति में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए 12वीं कक्षा तक के बच्चों की स्कूलों की छुट्टियां 25 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है। रविवार को वायु गुणवत्ता का आकलन करने पर इसे कमजोर (poor) श्रेणी की पाया गया। यह छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी नुकसानदायक है। डीसी ने कहा कि ऐसे में जिला सोनीपत में सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के 12वीं कक्षा तक के बच्चों की 25 नवंबर सोमवार तक छुट्टी के आदेश दिये हैं। आदेश में उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। फरीदाबाद में भी छुट्टी का ऐलान दूसरी तरफ फरीदाबाद में भी स्कूलों में सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है। फरीदाबाद के डीसी विक्रम सिंह की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि फरीदाबाद के सभी शहरी और ग्रामीण भागों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर अभी भी गंभीर श्रेणी में है। फरीदाबाद में बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के हित में यह निर्णय लिया गया है कि इस कार्यालय के आदेश संख्या 6848 दिनांक 18 नवम्बर 2024 के क्रम में, जिला फरीदाबाद के सभी क्षेत्रों (शहरी और ग्रामीण) में कक्षा 12 वीं तक के छात्रों के लिए सभी भौतिक कक्षाएं 25 नवंबर 2024 तक बंद रहेंगी। उपरोक्त कक्षाओं के लिए जिला फरीदाबाद के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में भौतिक कक्षाओं के बदले ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुरूक्षेत्र में महापंचायत करेंगे किसान:बोले- परमिशन की जरूरत नहीं; दिल्ली की सीमाएं खोलने की मांग कुरूक्षेत्र के पीपली में किसान जल्द ही एक बार फिर महापंचायत करेंगे। इससे पहले किसानों ने हरियाणा के जींद में भी महापंचायत की थी। किसानों का कहना है कि इस महापंचायत में भारी संख्या में देश की विभिन्न राज्यों से किसान पहुंचेंगे और दिल्ली की सीमाएं खोलने की मांग सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर मंथन करेंगे। किसान महापंचायत के बारे में जानकारी देते हुए बी के यू शहीद भगत सिंह के प्रधान अमरजीत सिंह मोहड़ी ने कहा कि मंडी किसानों की है और जब किसान मंडी में महापंचायत करना चाहते हैं तो उन्हें किसी प्रकार की परमिशन की जरूरत नहीं, फिर भी अगर प्रशासन उन्हें रोकने की कोशिश करता है तो वह इसके लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जींद में हुई महापंचायत में भी किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए थे। लेकिन बावजूद उसके भी भारी संख्या में किसान महापंचायत में पहुंचे थे।
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हरियाणा में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद का निधन:1 साल से थे बीमार, वार्षिक समागम रद्द; दोपहर 3.30 पर अंतिम दर्शन हरियाणा के सिरसा जिले में डेरा जगमाल वाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील का आज सुबह निधन हो गया। पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। डेरा प्रमुख की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। संत वकील करीब 1 साल से बीमार थे। आज दोपहर करीब 3.30 बजे उनका अंतिम दर्शन के लिए जगमाल वाली डेरा लाया जाएगा। डेरा प्रमुख के निधन की खबर के कारण डेरा में 3 से 4 अगस्त तक होने वाला वार्षिक समागम रद्द कर दिया गया है। ऐसा पहली बार होगा जब डेरा में कोई वार्षिक समागम नहीं हो रहा है। डेरा प्रमुख की गंभीर हालत के कारण उनके भक्तों में चिंता थी। इसे लेकर डेरा प्रबंधन कमेटी लगातार स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर भक्तों को सांत्वना दे रही थी। 31 जुलाई को डेरा प्रबंधन ने स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया था जिसमें कहा गया कि, “सतगुरु के प्रिय भक्त परम पूज्य महाराज जी का इलाज बहुत अनुभवी और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा किया जा रहा है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बनी हुई है। इसलिए भक्तों से अनुरोध है कि वे अस्पताल आने के बजाय महाराज जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अधिक से अधिक सिमरन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।” हिसार और चंडीगढ़ में की पढ़ाई संत बहादुर चंद (वकील साहिब जी) मूल रूप से गांव चौटाला के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 दिसंबर 1944 को गांव चौटाला में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में की। स्कूल पास करने के बाद उन्होंने हिसार के दयानंद कॉलेज में दाखिला लिया। जहां वे लाजपत राय छात्रावास में रहे और आर्य समाज प्रचारणी सभा के अध्यक्ष बने। फिर उन्होंने चंडीगढ़ के लॉ कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1968 में अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे डेरा जगमालवाली में शामिल हो गए। 9 अगस्त 1998 को संत बहादुर चंद को डेरे की गद्दी सौंपी गई और तब से वे मस्ताना शाह बलूचिस्तानी डेरा जगमालवाली के प्रमुख हैं। देश-विदेश में प्रसिद्ध है डेरा कालांवाली मंडी से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव जगमालवाली करीब 300 साल पहले बसा था। डबवाली रोड पर स्थित यह छोटा सा गांव देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी प्रसिद्ध है और इसकी वजह है गांव में स्थित मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम। इसके अलावा गांव में शिवरात्रि पर्व पर मेला लगता है, जिसमें खेलकूद प्रतियोगिताएं होती हैं। बाबा मोती पुरी स्पोर्ट्स क्लब द्वारा रक्तदान समेत कई समाज कल्याण के कार्य भी किए जाते हैं। क्लब ने गांव में स्थित श्मशान घाट को भी खूबसूरत रूप दिया है। गांव का क्षेत्रफल करीब 5 हजार एकड़ है। यहां 3 गुरुद्वारे और 2 बड़े डेरे हैं। बलूचिस्तानी आश्रम आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र वर्ष 1964-65 में यहां के एक किसान बाबा सज्जन सिंह रूहल, जो फकीर और अविवाहित थे, ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को कई एकड़ जमीन दान में दी और उनसे यहां एक डेरा बनाने का अनुरोध किया। जिस पर संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने जहां मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। शुरू में छोटा सा यह आश्रम अब संत की प्रसिद्धि के कारण विशाल रूप ले चुका है। डेरे के अंदर करीब 100-100 फीट का एक बहुत ही भव्य सचखंड बनाया गया है, जिसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना है। वर्तमान में डेरे की गद्दी संत बहादुर चंद वकील साहिब के पास है। जिनका अब निधन हो गया। डेरा जगमालवाली का अगला मुखी कौन होगा? मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली के संस्थापक गुरुबख्श सिंह मैनेजर साहब ने अपनी वसीयत के अनुसार बहादुर चंद वकील साहब को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था, लेकिन वकील साहब के बाद डेरा का उत्तराधिकारी कौन होगा, इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है। बहादुर चंद को डेरा प्रमुख बनाए जाने के बाद गुरुबख्श सिंह के बेटे रघुबीर सिंह ने खुशपुर गोरीवाला में नया डेरा शुरू किया, जिसका प्रबंधन अब चंद महात्मा कर रहे हैं।
15 अक्टूबर को हरियाणा CM की शपथ संभव:तैयारियों में जुटे अधिकारी, पहले PM के विदेश दौरे के कारण टला, मंत्रीपद की लॉबिंग शुरू
15 अक्टूबर को हरियाणा CM की शपथ संभव:तैयारियों में जुटे अधिकारी, पहले PM के विदेश दौरे के कारण टला, मंत्रीपद की लॉबिंग शुरू हरियाणा के नए CM के तौर पर नायब सैनी 15 अक्टूबर को शपथ ले सकते हैं। इसके लिए सरकारी विभागों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। फिलहाल वे भी इसी डेट को फाइनल मान रहे हैं। पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी कहा कि दशहरे के बाद नई सरकार का शपथग्रहण होगा। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। वहीं दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर नायब सैनी गुरुवार शाम चंडीगढ़ पहुंच गए थे। जहां पर कई अधिकारियों और नेताओं ने उनसे मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दिल्ली में सैनी ने हरियाणा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मीटिंग की है जिसमें उन्होंने मंत्रिमंडल को लेकर काफी चर्चा की है। बता दें कि पहले नायब सैनी 12 अक्टूबर को शपथ लेने वाले थे। पंचकूला के परेड ग्राउंड में शपथ के लिए तैयारियां भी शुरू हो चुकी थीं। भीड़ जुटाने के लिए सरकारी बसें तक मांग ली गई थी। हालांकि PM नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे की वजह से इसे टाल दिया गया। वहीं शपथग्रहण से पहले डिप्टी CM और मंत्रीपद के लिए लॉबिंग शुरू हो चुकी है। पानीपत ग्रामीण से विधायक महिपाल ढांडा और इसराना से चुनाव जीते राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है। ढांडा डिप्टी सीएम पद के लिए जोर लगा रहे हैं। भाजपा यहां राजस्थान और यूपी की तर्ज पर 2 डिप्टी CM लगा सकती है। वहीं राज्य सभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी दिल्ली में नायब सैनी से दिल्ली में मुलाकात की है। कालका सीट से उनकी मां शक्ति रानी शर्मा ने चुनाव जीता है। इसके अलावा राज्यसभा सांसद किरण चौधरी भी तोशाम से चुनाव जीतीं बेटी श्रुति चौधरी के साथ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलीं। हरियाणा राज्य परिवहन की तरफ से जारी 2 लेटर… पहला लेटर… शपथ समारोह के लिए बसें उपलब्ध कराने बारे लिखा दूसरा लेटर… शपथ समारोह की डेट पक्की न होने के बारे में लिखा दिल्ली का दौरा कर चंडीगढ़ लौटे CM
चुनाव में जीत के बाद बुधवार काे हरियाणा के कार्यवाहक CM नायब सैनी दिल्ली दौरे पर थे। यहां उन्होंने सबसे पहले PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले। नड्डा के आवास पर CM नायब सैनी की हरियाणा के पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ मीटिंग भी हुई। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में शपथ ग्रहण की डेट और मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा की गई। दिल्ली में ही तय होगा मंत्रिमंडल
जानकारी के अनुसार, नायब सैनी अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए अपने वरिष्ठ नेतृत्व से सलाह-मशविरा कर सकते हैं। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद सत्तारूढ़ भाजपा ने हरियाणा में लगातार तीसरी जीत हासिल कर सत्ता बरकरार रखी, और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की वापसी की कोशिशों को रोक दिया। विधानसभा चुनावों के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए। हरियाणा में सरकार बनाने से संबंधित ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में एमपी-राजस्थान की तरह 2 डिप्टी CM होंगे:मंत्रिमंडल में 10 नए चेहरों को मिल सकती है जगह, सैनी ही होंगे मुख्यमंत्री हरियाणा में तीनों निर्दलीय विधायकों का BJP को समर्थन:इनमें देश की सबसे अमीर महिला भी शामिल; भाजपा के पास अब 51 MLA हुए