हरियाणा में 4 दिन बाद मानसून लौट आया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल शामिल हैं। चरखी-दादरी के ग्रामीण इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है। हालांकि कई जिले ऐसे भी हैं जहां मौसम साफ है। पंचकूला में भी मौसम साफ है। हालांकि हवा चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, वहां बारिश के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। मौसम विभाग ने इन शहरों में बिजली गिरने का भी खतरा जताया है। कहां कितनी बारिश हरियाणा में पिछले 24 घंटों में महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां 12.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। सोनीपत में 6.0 मिमी, रोहतक में 3.0 मिमी, गुरुग्राम में 2.5 मिमी, पंचकूला और जींद में 0.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश और हवा के कारण तापमान में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसलिए बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से बंगाल की खाड़ी से मानसून की सक्रियता बढ़ने के आसार हैं। जिसके कारण 9 अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। जिसके कारण तापमान में गिरावट आ सकती है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर की ओर सामान्य स्थिति में होने के कारण अगस्त के मध्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 सालों में सबसे कम बारिश इस बार हरियाणा में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों पर गौर करें तो 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। कम बारिश के कारण राज्य के धान उत्पादक किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल के जरिए सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा में 4 दिन बाद मानसून लौट आया है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल शामिल हैं। चरखी-दादरी के ग्रामीण इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है। हालांकि कई जिले ऐसे भी हैं जहां मौसम साफ है। पंचकूला में भी मौसम साफ है। हालांकि हवा चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, वहां बारिश के दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। मौसम विभाग ने इन शहरों में बिजली गिरने का भी खतरा जताया है। कहां कितनी बारिश हरियाणा में पिछले 24 घंटों में महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां 12.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। सोनीपत में 6.0 मिमी, रोहतक में 3.0 मिमी, गुरुग्राम में 2.5 मिमी, पंचकूला और जींद में 0.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश और हवा के कारण तापमान में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसलिए बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से बंगाल की खाड़ी से मानसून की सक्रियता बढ़ने के आसार हैं। जिसके कारण 9 अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है। जिसके कारण तापमान में गिरावट आ सकती है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर की ओर सामान्य स्थिति में होने के कारण अगस्त के मध्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 सालों में सबसे कम बारिश इस बार हरियाणा में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों पर गौर करें तो 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। कम बारिश के कारण राज्य के धान उत्पादक किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल के जरिए सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा
हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 7 अगस्त से प्रदेश में मानसून फिर सक्रिय होगा। इस बार मानसून प्रदेश से रूठा रहा, यही कारण है कि 1 जून से 2 अगस्त तक मात्र 162.1 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। जबकि सामान्य तौर पर प्रदेश में 217 एमएल बारिश होनी चाहिए थी। मौसम विभाग ने आज यानी शनिवार को प्रदेश के कुछ जिलों में बूंदाबांदी की संभावना जताई है। 4 अगस्त से प्रदेश में मानसून की सक्रियता कम हो जाएगी। शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश चरखी दादरी में हुई। यहां 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 10 और जिलों में बारिश दर्ज की गई। 6 अगस्त तक कोई अलर्ट नहीं हरियाणा में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण मौसम विभाग ने 6 अगस्त तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहने के कारण 3 अगस्त को प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। 4 से 6 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। इसलिए 6 से 9 अगस्त को बन रहे बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसूनी सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिसके प्रभाव से छह से नौ अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। 5 सालों में जुलाई में सबसे कम बारिश हरियाणा में इस बार जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकडों को देखे तो 2018 में549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
हरियाणा में JJP अध्यक्ष के बिगड़े बोल:कहा- हुड्डा को सोनिया की धोती, राहुल का कुर्ता, प्रियंका की चुनरी उठानी पड़ेगी
हरियाणा में JJP अध्यक्ष के बिगड़े बोल:कहा- हुड्डा को सोनिया की धोती, राहुल का कुर्ता, प्रियंका की चुनरी उठानी पड़ेगी हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही नेताओं के एक-दूसरे पर विवादित बयान सामने आने लगे हैं। बुधवार को JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला का एक आपत्तिजनक बयान सामने आया है, जिसमें वह पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर टिप्पणी कर रहे हैं। चौटाला ने कहा है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनकी खुद की टिकट के लाले भी पड़ सकते हैं। भूपेंद्र हुड्डा को टिकट पाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की धोती उठानी पड़ेगी, राहुल गांधी का कुर्ता पकड़ना पड़ेगा, प्रियंका गांधी की चुनरी और केसी वेणुगोपाल की चप्पल उठानी पड़ेगी। तब जाकर हुड्डा को टिकट मिल पाएगा। चौटाला ने यह बयान फतेहाबाद की एक सभा में दिया था। वह जाट धर्मशाला में JJP कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। मौके पर पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला भी मौजूद थे। वहीं इस बयान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिन लोगों का हरियाणा में अस्तित्व खत्म हो चुका है, वो हमारी क्या बात करेंगे। जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखा देगी। प्रदेश में यह पार्टी खत्म हो चुकी है। यहां पढ़िए चौटाला का पूरा बयान…
अजय चौटाला ने मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज कल भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहते फिर रहे हैं कि वह 70 सीटें जीतेंगे। मैं पूछना चाहता हूं भूपेंद्र सिंह हुड्डा से कि क्या प्रदेश आपके नाम है? यहां प्रजातंत्र है। किसी राजा का राज नहीं, जिसमें जिसे चाहो उसे कुर्सी पर बैठा दो। यह फैसला जनता करती है कि किसे चुन कर भेजना है, किसे घर भेजना है। इनकी तो अभी यह भी तसल्ली नहीं कि इन्हें टिकट मिलेगी या नहीं। इन्हें तो टिकट भी कांग्रेस हाईकमान से मांग कर लानी है। उसके लिए वह (हुड्डा) पहले सोनिया गांधी की धोती उठाएंगे, राहुल गांधी का कुर्ता पकड़ेंगे, प्रियंका गांधी की चुनरी और केसी वेणुगोपाल की चप्पल उठाएंगे। उसके बाद उन्हें टिकट मिलेगी। हमें तो हस्ताक्षर कर अपने प्रतिनिधि को टिकट दे देनी है।’ बागी विधायकों को भी खरी-खोटी सुनाई
अजय चौटाला ने कहा कि इनेलो के समय संपत सिंह को हम अपनी सीट छोड़कर बिठाते थे, लेकिन जब वह इनेलो छोड़ कांग्रेस में गए तो वहां उन्हें पूछने वाला तक नहीं बचा। वहीं, अब JJP को निशान सिंह छोड़ गए हैं। जब वह आते थे तो हम कहते थे कि आओ सरदार निशान सिंह, बैठो। अब सैलजा भी उनकी राम-राम नहीं सुनती। विधानसभा चुनाव और निकल जाएं तो उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिलेगी। उन्होंने बागी तेवर अपनाने वाले JJP विधायक व पूर्व मंत्री बबली पर भी निशाना साधा। कहा कि यह बबली-लवली भी कुछ दिनों बाद नहीं मिलेंगे। पहले ही लागू कर देनी चाहिए थीं योजनाएं
सभा में चौटाला ने प्रदेश सरकार को भी लपेटा। कहा कि सरकार अब जो घोषणाएं कर रही है, उन्हें पहले ही लागू कर देना चाहिए था। उस समय किसी ने उनकी कलम थोड़े ही पकड़ी थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जो क्रीमीलेयर और आरक्षण संबंधी घोषणा करके गए हैं, वह तो पहले ही हो चुकी है। इसमें नया कुछ नहीं था। पूर्व CM खट्टर पर भी भड़के थे अजय चौटाला
करीब 3 महीने पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के दुष्यंत चौटाला के खिलाफ जांच कराने के बयान पर अजय चौटाला भड़क गए थे। चौटाला ने कहा था कि मनोहर लाल खट्टर की हैसियत क्या है कि वह ये कहते हैं कि मैं जांच कराऊंगा। मुख्यमंत्री तो नायब सिंह सैनी हैं।अजय चौटाला ने कहा था कि अगर जांच होती है तो फिर खट्टर के खिलाफ भी होगी। वह लोगों को मूर्ख बना रहे।
सोहना में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर विवाद:नप ने पत्थर की बजाय खड़ा किया फाइबर का पुतला; लोगों में रोष
सोहना में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर विवाद:नप ने पत्थर की बजाय खड़ा किया फाइबर का पुतला; लोगों में रोष हरियाणा के गुरुग्राम के सोहना में फव्वारा चौक पर लगने वाली शहीद भगत सिंह की प्रतिमा को लेकर बवाल मचा हुआ है। नगर परिषद ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा की जगह, फाइबर का पुतला लगा दिया। इसको लेकर लोगों में प्रशासन के खिलाफ भारी रोष है। मामले को तूल पकड़ते देख परिषद ने शाहिद भगत सिंह की दूसरी मूर्ति लगाने की कवायद शुरू कर दी है। बता दें कि सोहना में फव्वारा चौक के सौंदर्यकरण के लिए 2 करोड़ 5 लाख का ठेका परिषद द्वारा छोड़ा गया था। वहीं दूसरी तरफ परिषद में ऐतिहासिक फव्वारा चौक का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है। इसका निर्माण कार्य अधर में लटक कर रह गया है। हैरत की बात है कि निर्धारित ड्राइंग में अधिकारियों ने फव्वारे के निर्माण को भी नहीं दर्शाया है। परिषद पर बजट के दुरुपयोग का आरोप है। इसके निर्माण पर घटिया सामग्री लगाए जाने के आरोप भी लगने लगे हैं। परिषद ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पत्थर की बनाने की बजाय फाइबर की लगा कर इति श्री कर डाली है। इसके अलावा पानी निकासी व पुलिया निर्माण का कार्य भी अभी तक नहीं किया है। इससे व्यापारियों को बरसाती मौसम में लाखों रुपए का नुकसान होने की संभावना है। यही नहीं अस्पताल रोड पर द्वार होने के बावजूद भी दूसरा द्वार बनवा डाला है। नगरपरिषद सोहना की ईओ सुमनलता कहती हैं कि एजेंसी को निर्माण कार्य नियमित रूप से करने को कह दिया है। कार्य संतुष्टि पूर्ण न होने पर राशि नहीं दी जाएगी। वही शहीद भगत सिंह की दूसरी प्रतिमा लगाई जाएगी।