हरियाणा के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट:ओले भी गिर सकते हैं; 13 जनवरी से सर्दी और बढ़ेगी, शीतलहर चलेगी

हरियाणा के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट:ओले भी गिर सकते हैं; 13 जनवरी से सर्दी और बढ़ेगी, शीतलहर चलेगी

हरियाणा में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर आज भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने आज उत्तरी इलाके के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, अंबाला और पंचकूला शामिल हैं। कुछेक स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से आने वाले दिनों में हरियाणा में कोहरे, कोल्ड वेव और कोल्ड डे की स्थिति देखने को मिलेगी। कुछ जगहों पर धुंध भी पड़ सकती है। 13 जनवरी से फिर मौसम में बदलाव होगा। तापमान और गिरेगा और शीतलहर चलेगी। बारिश से तापमान में आई गिरावट
राज्य में बादलों की आवाजाही और बारिश से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। वहीं रात के तापमान में हल्का उछाल देखने को मिला है। बारिश के कारण प्रदेश का अधिकतम तापमान 8 डिग्री तक लुढ़क गया है। दिन और रात के तापमान का अंतर कम होने से ठिठुरन बढ़ गई है। हिसार में रात का तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा तो वहीं दिन का तापमान 12.0 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 7.8 डिग्री कम है। वहीं रोहतक में दिन का तापमान 13.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.4 डिग्री कम रहा। रोहतक में न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री दर्ज किया गया था। 20 दिन चलेगी शीतलहर हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 13 जनवरी से तेज सर्दी का तीसरा दौर फिर से आरंभ होगा। इस महीने 20 दिन तक शीतलहर चलेगी। 13 जनवरी से तापमान में और गिरावट आएगी। पिछली 4 रात से पारा काफी नीचे लुढ़का है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फ पिघलने से ठंड का असर बढ़ेगा। वहीं, हवा की रफ्तार भी बढ़ेगी। एक दिन पहले 9 जिलों में बारिश हुई कल 11 जनवरी को प्रदेश में राज्य में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हुआ था। 9 जिलों में बारिश रिकॉर्ड की गई। इनमें रेवाड़ी, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, नारनौल (महेंद्रगढ़), रोहतक, जींद, सोनीपत और पानीपत शामिल हैं। पानीपत और सिरसा में रात तक बारिश चली। हिसार में सुबह 10 बजे बारिश शुरू हुई थी, जो शाम को 5 बजे बंद हुई। गेहूं-सरसों के लिए लाभदायक हल्की बारिश मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह बारिश और ठंडा मौसम गेहूं, सरसों समेत सभी फसलों के लिए लाभदायक है। बारिश रुक-रुक कर हो रही है, यह और भी अच्छा है। इससे फसल की बढ़वार अच्छी होगी। सरसों की फलियां बन रही हैं, वह अच्छी बनेगी, क्योंकि इस समय बारिश की जरूरत थी। गेहूं में भी बालियां निकलने का समय है। हल्की बारिश से पूरे प्रदेश में उपज बढ़ेगी। हरियाणा में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर आज भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने आज उत्तरी इलाके के 7 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, अंबाला और पंचकूला शामिल हैं। कुछेक स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से आने वाले दिनों में हरियाणा में कोहरे, कोल्ड वेव और कोल्ड डे की स्थिति देखने को मिलेगी। कुछ जगहों पर धुंध भी पड़ सकती है। 13 जनवरी से फिर मौसम में बदलाव होगा। तापमान और गिरेगा और शीतलहर चलेगी। बारिश से तापमान में आई गिरावट
राज्य में बादलों की आवाजाही और बारिश से दिन के तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। वहीं रात के तापमान में हल्का उछाल देखने को मिला है। बारिश के कारण प्रदेश का अधिकतम तापमान 8 डिग्री तक लुढ़क गया है। दिन और रात के तापमान का अंतर कम होने से ठिठुरन बढ़ गई है। हिसार में रात का तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा तो वहीं दिन का तापमान 12.0 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 7.8 डिग्री कम है। वहीं रोहतक में दिन का तापमान 13.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 6.4 डिग्री कम रहा। रोहतक में न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री दर्ज किया गया था। 20 दिन चलेगी शीतलहर हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 13 जनवरी से तेज सर्दी का तीसरा दौर फिर से आरंभ होगा। इस महीने 20 दिन तक शीतलहर चलेगी। 13 जनवरी से तापमान में और गिरावट आएगी। पिछली 4 रात से पारा काफी नीचे लुढ़का है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फ पिघलने से ठंड का असर बढ़ेगा। वहीं, हवा की रफ्तार भी बढ़ेगी। एक दिन पहले 9 जिलों में बारिश हुई कल 11 जनवरी को प्रदेश में राज्य में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हुआ था। 9 जिलों में बारिश रिकॉर्ड की गई। इनमें रेवाड़ी, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, नारनौल (महेंद्रगढ़), रोहतक, जींद, सोनीपत और पानीपत शामिल हैं। पानीपत और सिरसा में रात तक बारिश चली। हिसार में सुबह 10 बजे बारिश शुरू हुई थी, जो शाम को 5 बजे बंद हुई। गेहूं-सरसों के लिए लाभदायक हल्की बारिश मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यह बारिश और ठंडा मौसम गेहूं, सरसों समेत सभी फसलों के लिए लाभदायक है। बारिश रुक-रुक कर हो रही है, यह और भी अच्छा है। इससे फसल की बढ़वार अच्छी होगी। सरसों की फलियां बन रही हैं, वह अच्छी बनेगी, क्योंकि इस समय बारिश की जरूरत थी। गेहूं में भी बालियां निकलने का समय है। हल्की बारिश से पूरे प्रदेश में उपज बढ़ेगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर