हरियाणा निकाय चुनाव, कांग्रेस उम्मीदवार का पति गिरफ्तार:पुराने चेक बाउंस केस में करनाल पुलिस ने पकड़ा; टिकट न मिलने पर BJP छोड़ी थी

हरियाणा निकाय चुनाव, कांग्रेस उम्मीदवार का पति गिरफ्तार:पुराने चेक बाउंस केस में करनाल पुलिस ने पकड़ा; टिकट न मिलने पर BJP छोड़ी थी

हरियाणा में करनाल नगर निगम में कांग्रेस की महिला उम्मीदवार के पति विकास कंबोज को पुलिस ने अचानक गिरफ्तार कर लिया। वह टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद महिलाओं के लिए रिजर्व वार्ड 2 से कंबोज की पत्नी को टिकट मिला था। कंबोज की पत्नी आरती कंबोज ने बताया कि शनिवार सुबह सेक्टर 32,33 थाना के एक महिला व एक पुलिस कर्मी उनके घर पर पहुंचे। उस समय विकास घर पर नहीं था। पुलिस कर्मी ने उसे कहा कि 1 घंटे के अंदर विकास को थाने में लेकर पहुंच जाना। गिरफ्तारी की बात सुनकर कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा, पूर्व विधायक राकेश कंबोज व अन्य नेता विकास कंबोज के आवास पर पहुंच गए थे। जब वह विकास को थाने में लेकर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें किसी पुराने चेक बाउंस के मामले में गिरफ्तार कर लिया। विकास कंबोज ने बताया कि बीजेपी के लोग मुझ पर जानबूझ कर दबाव बना रहे हैं। जब से मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं तब से मुझे लगातार परेशान किया जा रहा, सुबह भी आज भी कुछ लोग उन पर दबाव बनाने के लिए आए थे। उसके बाद जब मैं घर पर नहीं था तो पुलिस मेरे घर गई और उन्हें डराने की कोशिश की। एसपी ऑफिस से भी कॉल करवाया गया था। आईजी ऑफिस से भी अलग से फोन करवाया गया। फरीदाबाद में AAP टिकट ठुकराने वाली कांग्रेस कैंडिडेट BJP में शामिल हरियाणा के फरीदाबाद में नगर निगम चुनाव के बीच एक दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां महिला नेता हरविंदर कौर मेहंदीरत्ता ने पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट ठुकराई। फिर कांग्रेस से नामांकन भरा। इसके बाद वोटिंग से पहले ही BJP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। हरविंदर कौर वार्ड-9 से कांग्रेस की उम्मीदवार थीं। उनका कहना है कि समाज के हित में हमने यह फैसला लिया। हरविंदर कौर ने साल 2024 में आम आदमी पार्टी (AAP) को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। अब वह वार्ड से BJP की उम्मीदवार संगीता भाटिया के लिए वोट मांगेंगी। हरविंदर के फैसले से कांग्रेस इस वार्ड में बिना लड़े ही चुनाव से बाहर हो गई है। सिलसिलेवार पढ़िए, नेता के लगातार दल बदलने की कहानी… 2022 में AAP जॉइन की, 2024 में कांग्रेस का हाथ थामा
फरीदाबाद के वार्ड-9 की रहने वाली हरविंदर कौर के पति हरजिंदर सिंह ने 2022 में AAP की सदस्यता ली थी। पार्टी ने उन्हें वार्ड अध्यक्ष बना दिया था। हालांकि, विधानसभा चुनाव-2024 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। कांग्रेस के फरीदाबाद NIT से उम्मीदवार रहे नीरज शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। लेकिन, जब चुनाव संपन्न हो गए और कांग्रेस हार गई तो हरजिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी और वापस AAP में शामिल हो गए। तब से हरजिंदर सिंह AAP के ही कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन निकाय चुनाव की घोषणा होते ही उनका फिर से रंग बदल गया। निकाय चुनाव में दोनों पार्टियों ने टिकट दिया
जब निकाय चुनावों की घोषणा हुई तो हरजिंदर सिंह ने अपनी पत्नी हरविंदर कौर के लिए AAP से पार्षद का टिकट मांगा। जब 15 फरवरी को AAP ने अपने उम्मीदवार घोषित किए तो वार्ड-9 से हरविंदर कौर को टिकट मिला था। हालांकि, हरजिंदर सिंह ने अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस पार्टी से भी टिकट मांगा था। इसलिए, जब 16 फरवरी को कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की तो वार्ड-9 से हरविंदर कौर को ही प्रत्याशी बनाया गया था। इस तरह हरविंदर कौर को 2 पार्टियों से टिकट मिल गया। कांग्रेस के टिकट पर नामांकन किया
17 फरवरी को हरविंदर कौर नामांकन भरने के लिए पहुंचीं। उस समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नामांकन किया और AAP की दावेदारी को ठुकरा दिया। उस समय उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस से नामांकन करने पहुंची हैं। हरविंदर कौर ने कहा- मेरा नाम AAP की लिस्ट में कैसे आ गया, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं तो कांग्रेस की कार्यकर्ता हूं, और उसी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली हूं। जरूर कोई गलतफहमी हुई होगी, जिससे मेरा नाम AAP की लिस्ट में आया। मैं कांग्रेस की बहुत आभारी हूं, जिसने मुझे चुनाव लड़ने का मौका दिया। कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने ली थी चुटकी
हरविंदर कौर के कांग्रेस में जाने पर AAP ने कांग्रेस पर उनका उम्मीदवार छीनने का आरोप लगाया था। इस पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने हंसते हुए कहा था- AAP में आम तो बचा नहीं, अब सिर्फ गुठली ही रह गई है। उनकी गुठलियों पर कौन जाएगा। उदयभान ने कहा था कि उम्मीदवार ने कांग्रेस के टिकट के लिए अप्लाई किया था। चुनाव कमेटी ने उन्हें वेरिफाई किया और टिकट दिया। यह आम आदमी पार्टी को सोचना चाहिए कि उनका कैंडिडेट उनकी पार्टी से ही चुनाव नहीं लड़ना चाहता। 21 फरवरी को भाजपा का दामन थाम लिया
इसके बाद हरजिंदर कौर ने कांग्रेस की उम्मीदवार होते हुए BJP की पार्षद उम्मीदवार संगीता भाटिया को अपना समर्थन दे दिया। उन्हें उनके पति हरजिंदर सिंह की उपस्थिति में स्थानीय भाजपा नेताओं ने भाजपा का पटका पहनाया। BJP की कैंडिडेट संगीता भाटिया को समर्थन देने के बाद हरविंदर कौर के पति हरजिंदर सिंह ने कहा, ‘हमने अपने समाज के हित को देखते हुए यह फैसला किया है। हम कांग्रेस कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन जब हमारे समाज (सिख समाज) ने हमें BJP को समर्थन देने के लिए कहा तो हमने अपने समाज की बात मानी है।’ हरियाणा में करनाल नगर निगम में कांग्रेस की महिला उम्मीदवार के पति विकास कंबोज को पुलिस ने अचानक गिरफ्तार कर लिया। वह टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके बाद महिलाओं के लिए रिजर्व वार्ड 2 से कंबोज की पत्नी को टिकट मिला था। कंबोज की पत्नी आरती कंबोज ने बताया कि शनिवार सुबह सेक्टर 32,33 थाना के एक महिला व एक पुलिस कर्मी उनके घर पर पहुंचे। उस समय विकास घर पर नहीं था। पुलिस कर्मी ने उसे कहा कि 1 घंटे के अंदर विकास को थाने में लेकर पहुंच जाना। गिरफ्तारी की बात सुनकर कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा, पूर्व विधायक राकेश कंबोज व अन्य नेता विकास कंबोज के आवास पर पहुंच गए थे। जब वह विकास को थाने में लेकर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें किसी पुराने चेक बाउंस के मामले में गिरफ्तार कर लिया। विकास कंबोज ने बताया कि बीजेपी के लोग मुझ पर जानबूझ कर दबाव बना रहे हैं। जब से मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं तब से मुझे लगातार परेशान किया जा रहा, सुबह भी आज भी कुछ लोग उन पर दबाव बनाने के लिए आए थे। उसके बाद जब मैं घर पर नहीं था तो पुलिस मेरे घर गई और उन्हें डराने की कोशिश की। एसपी ऑफिस से भी कॉल करवाया गया था। आईजी ऑफिस से भी अलग से फोन करवाया गया। फरीदाबाद में AAP टिकट ठुकराने वाली कांग्रेस कैंडिडेट BJP में शामिल हरियाणा के फरीदाबाद में नगर निगम चुनाव के बीच एक दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां महिला नेता हरविंदर कौर मेहंदीरत्ता ने पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट ठुकराई। फिर कांग्रेस से नामांकन भरा। इसके बाद वोटिंग से पहले ही BJP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। हरविंदर कौर वार्ड-9 से कांग्रेस की उम्मीदवार थीं। उनका कहना है कि समाज के हित में हमने यह फैसला लिया। हरविंदर कौर ने साल 2024 में आम आदमी पार्टी (AAP) को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। अब वह वार्ड से BJP की उम्मीदवार संगीता भाटिया के लिए वोट मांगेंगी। हरविंदर के फैसले से कांग्रेस इस वार्ड में बिना लड़े ही चुनाव से बाहर हो गई है। सिलसिलेवार पढ़िए, नेता के लगातार दल बदलने की कहानी… 2022 में AAP जॉइन की, 2024 में कांग्रेस का हाथ थामा
फरीदाबाद के वार्ड-9 की रहने वाली हरविंदर कौर के पति हरजिंदर सिंह ने 2022 में AAP की सदस्यता ली थी। पार्टी ने उन्हें वार्ड अध्यक्ष बना दिया था। हालांकि, विधानसभा चुनाव-2024 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली। कांग्रेस के फरीदाबाद NIT से उम्मीदवार रहे नीरज शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। लेकिन, जब चुनाव संपन्न हो गए और कांग्रेस हार गई तो हरजिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी और वापस AAP में शामिल हो गए। तब से हरजिंदर सिंह AAP के ही कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन निकाय चुनाव की घोषणा होते ही उनका फिर से रंग बदल गया। निकाय चुनाव में दोनों पार्टियों ने टिकट दिया
जब निकाय चुनावों की घोषणा हुई तो हरजिंदर सिंह ने अपनी पत्नी हरविंदर कौर के लिए AAP से पार्षद का टिकट मांगा। जब 15 फरवरी को AAP ने अपने उम्मीदवार घोषित किए तो वार्ड-9 से हरविंदर कौर को टिकट मिला था। हालांकि, हरजिंदर सिंह ने अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस पार्टी से भी टिकट मांगा था। इसलिए, जब 16 फरवरी को कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की तो वार्ड-9 से हरविंदर कौर को ही प्रत्याशी बनाया गया था। इस तरह हरविंदर कौर को 2 पार्टियों से टिकट मिल गया। कांग्रेस के टिकट पर नामांकन किया
17 फरवरी को हरविंदर कौर नामांकन भरने के लिए पहुंचीं। उस समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नामांकन किया और AAP की दावेदारी को ठुकरा दिया। उस समय उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस से नामांकन करने पहुंची हैं। हरविंदर कौर ने कहा- मेरा नाम AAP की लिस्ट में कैसे आ गया, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं तो कांग्रेस की कार्यकर्ता हूं, और उसी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली हूं। जरूर कोई गलतफहमी हुई होगी, जिससे मेरा नाम AAP की लिस्ट में आया। मैं कांग्रेस की बहुत आभारी हूं, जिसने मुझे चुनाव लड़ने का मौका दिया। कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने ली थी चुटकी
हरविंदर कौर के कांग्रेस में जाने पर AAP ने कांग्रेस पर उनका उम्मीदवार छीनने का आरोप लगाया था। इस पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने हंसते हुए कहा था- AAP में आम तो बचा नहीं, अब सिर्फ गुठली ही रह गई है। उनकी गुठलियों पर कौन जाएगा। उदयभान ने कहा था कि उम्मीदवार ने कांग्रेस के टिकट के लिए अप्लाई किया था। चुनाव कमेटी ने उन्हें वेरिफाई किया और टिकट दिया। यह आम आदमी पार्टी को सोचना चाहिए कि उनका कैंडिडेट उनकी पार्टी से ही चुनाव नहीं लड़ना चाहता। 21 फरवरी को भाजपा का दामन थाम लिया
इसके बाद हरजिंदर कौर ने कांग्रेस की उम्मीदवार होते हुए BJP की पार्षद उम्मीदवार संगीता भाटिया को अपना समर्थन दे दिया। उन्हें उनके पति हरजिंदर सिंह की उपस्थिति में स्थानीय भाजपा नेताओं ने भाजपा का पटका पहनाया। BJP की कैंडिडेट संगीता भाटिया को समर्थन देने के बाद हरविंदर कौर के पति हरजिंदर सिंह ने कहा, ‘हमने अपने समाज के हित को देखते हुए यह फैसला किया है। हम कांग्रेस कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन जब हमारे समाज (सिख समाज) ने हमें BJP को समर्थन देने के लिए कहा तो हमने अपने समाज की बात मानी है।’   हरियाणा | दैनिक भास्कर