हरियाणा निकाय चुनाव, BJP जॉइन करने की होड़:4 बड़े कांग्रेस नेता शामिल हो चुके, पूर्व MLA तैयार; अपने बागियों के लिए भाजपा की ‘नो एंट्री’

हरियाणा निकाय चुनाव, BJP जॉइन करने की होड़:4 बड़े कांग्रेस नेता शामिल हो चुके, पूर्व MLA तैयार; अपने बागियों के लिए भाजपा की ‘नो एंट्री’

हरियाणा निकाय चुनाव के बहाने कांग्रेस नेताओं में BJP में शामिल होने की होड़ मची हुई है। कोई टिकट न मिलने के बहाने बना रहा है तो किसी को कांग्रेस में घुटन हो रही है। इनमें पूर्व MLA से लेकर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट पाने वाले नेता भी शामिल हैं। चूंकि चुनाव का टाइम है, इसलिए भाजपा भी उन्हें पटका पहनाने में देरी नहीं कर रही। करनाल से अब पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और जिला प्रवक्ता सतीश राणा ने भी भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। आज मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद सांगवान और राणा के घर पर पहुंचकर उन्हें पार्टी में शामिल करवाएंगे। एक और दिलचस्प बात यह है कि भाजपा अपनी पार्टी के बागियों को वापस लेने को तैयार नहीं है। हिसार में पूर्व मेयर गौतम सरदाना और पूर्व जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन की वापसी लगभग तय थी। इसके लिए CM नायब सैनी का मंगलवार यानी आज का कार्यक्रम भी फाइनल था। मगर, ऐन मौके पर पूर्व मंत्री कमल गुप्ता ने अड़ंगा लगा दिया। सरदाना-जैन की वजह से गुप्ता को विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा था इसलिए उन्होंने CM का दौरा ही कैंसिल करवा दिया। अब बीजेपी जॉइन करने वाले नेताओं के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… सबसे पहले पूर्व विधायक सैनी ने पार्टी छोड़ी
12 फरवरी को यमुनानगर की रादौर विधानसभा से पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस को अलविदा कहा था। इसके बाद उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस छोड़ने का कारण पार्टी के बड़े नेताओं की आपसी फूट बताया था। उन्होंने कहा था कि जब भी कांग्रेस का राजपाट आने लगता है तो पार्टी के बड़े नेता आपस में लड़ाई करने लग जाते हैं, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट जाता है। अब कार्यकर्ता हताश और मायूस थे। कांग्रेस नेता राड़ा पहले बागी, फिर भाजपा में शामिल हुए
19 फरवरी को हिसार से कांग्रेस के पूर्व कैंडिडेट रामनिवास राड़ा ने चंडीगढ़ में BJP जॉइन की थी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया था। वह सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के करीबी थे। दरअसल, राड़ा कांग्रेस से मेयर का टिकट मांग रहे थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार प्रवीन पोपली को समर्थन दे दिया। पिछले साल विधानसभा चुनाव में हार के बाद राड़ा ने पूर्व CM हुड्‌डा के गुट पर ही उन्हें हराने का आरोप लगाया था। इसकी रिपोर्ट भी उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को भेजी थी​​​​​। राड़ा ने कहा था, “हुड्डा के कांग्रेस गुट ने मुझे चुनाव में हराने का काम किया। इसमें भूपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, कांग्रेस नेता बजरंग दास गर्ग, बीर सिंह ख्याली समेत कई अन्य नेता शामिल हैं। इन्होंने चुनाव में सावित्री जिंदल की मदद की और मेरा विरोध किया।” करनाल में 4 कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़ी
18 फरवरी को करनाल में सीएम नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले त्रिलोचन सिंह, अशोक खुराना, प्रवेश गाबा व एडवोकेट अरविंद मान उर्फ नीटू मान भाजपा में शामिल हो गए थे। इन सभी को नायब सैनी ने पार्टी जॉइन कराई थी। अशोक खुराना व प्रवेश गाबा दोनों ही मेयर का टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने दोनों की जगह मनोज वधवा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अशोक ने भाजपा में शामिल होने के दौरान कहा था- “वधवा का नाम सामने आने के बाद मैंने भूपेंद्र हुड्डा को अपना फैसला बता दिया था। अगर मुझे मनाने के लिए कोई आ जाता तो शायद मैं कांग्रेस छोड़कर नहीं जाता।” वहीं, त्रिलोचन सिंह ने कहा था कि “कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहा था। मुझ पर झूठे इल्जाम लगाए जा रहे थे कि मैंने विधानसभा चुनावों में भाजपा का साथ दिया। इसके साथ ही निकाय चुनाव में टिकटों का बंटवारा भी सही नहीं हुआ।” फरीदाबाद में AAP टिकट ठुकराने वाली कांग्रेस कैंडिडेट BJP में शामिल
फरीदाबाद में दिलचस्प मामला सामने आया था। यहां महिला नेता हरविंदर कौर मेहंदीरत्ता ने पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट ठुकराई। फिर कांग्रेस से नामांकन भरा। इसके बाद वोटिंग से पहले ही BJP में शामिल हो गईं। हरविंदर कौर वार्ड-9 से कांग्रेस की पार्षद उम्मीदवार थीं। उनका कहना था कि समाज के हित में हमने यह फैसला लिया। हरविंदर कौर ने साल 2024 में आम आदमी पार्टी (AAP) को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। अब वह वार्ड से BJP की उम्मीदवार संगीता भाटिया के लिए वोट मांगेंगी। कुरुक्षेत्र में 7 पार्षद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए
कुरुक्षेत्र की पिहोवा नगर पालिका में कांग्रेस के 7 पार्षदों ने 23 फरवरी को भाजपा जॉइन कर ली। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा देख इन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी, लेकिन इसके बाद काम अटकने लगे तो इन्होंने भाजपा जॉइन करने का फैसला लिया। इनमें वार्ड 3 से विकास चोपड़ा, वार्ड 8 से गगनदीप टांक, वार्ड 9 से रविकांत कौशिक, वार्ड 11 से जयपाल कौशिक बब्बी, वार्ड 13 से महंत दीपक प्रकाश, वार्ड 16 से राजेश गोयल और वार्ड 17 से प्रिंस गर्ग शामिल हैं। इनके साथ ही पूर्व पार्षद योगेश शर्मा लक्की और ठेकेदार वरुण नागरथ ने भी भाजपा का हाथ थामा। रॉकी मित्तल ने सियासी पलटी मारी
हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल ने फिर सियासी पलटी मारी है। विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस का माहौल देख उसमें शामिल हो गए थे। उस दौरान रॉकी ने भरे स्टेज से राहुल गांधी को भाई बताते हुए माफी भी मांगी थी। हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। अब निकाय चुनाव में वह टोहाना में भाजपा के चेयरमैन उम्मीदवार सुरेंद्र मित्तल का प्रचार करते हुए नजर आए। इस दौरान रॉकी के निशाने पर राहुल गांधी रहे। रॉकी ने कहा कि राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं, लेकिन उनके पास प्यार का खोखा तक नहीं है। हरियाणा निकाय चुनाव के बहाने कांग्रेस नेताओं में BJP में शामिल होने की होड़ मची हुई है। कोई टिकट न मिलने के बहाने बना रहा है तो किसी को कांग्रेस में घुटन हो रही है। इनमें पूर्व MLA से लेकर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट पाने वाले नेता भी शामिल हैं। चूंकि चुनाव का टाइम है, इसलिए भाजपा भी उन्हें पटका पहनाने में देरी नहीं कर रही। करनाल से अब पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान और जिला प्रवक्ता सतीश राणा ने भी भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। आज मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद सांगवान और राणा के घर पर पहुंचकर उन्हें पार्टी में शामिल करवाएंगे। एक और दिलचस्प बात यह है कि भाजपा अपनी पार्टी के बागियों को वापस लेने को तैयार नहीं है। हिसार में पूर्व मेयर गौतम सरदाना और पूर्व जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन की वापसी लगभग तय थी। इसके लिए CM नायब सैनी का मंगलवार यानी आज का कार्यक्रम भी फाइनल था। मगर, ऐन मौके पर पूर्व मंत्री कमल गुप्ता ने अड़ंगा लगा दिया। सरदाना-जैन की वजह से गुप्ता को विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा था इसलिए उन्होंने CM का दौरा ही कैंसिल करवा दिया। अब बीजेपी जॉइन करने वाले नेताओं के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… सबसे पहले पूर्व विधायक सैनी ने पार्टी छोड़ी
12 फरवरी को यमुनानगर की रादौर विधानसभा से पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस को अलविदा कहा था। इसके बाद उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। बिशन लाल सैनी ने कांग्रेस छोड़ने का कारण पार्टी के बड़े नेताओं की आपसी फूट बताया था। उन्होंने कहा था कि जब भी कांग्रेस का राजपाट आने लगता है तो पार्टी के बड़े नेता आपस में लड़ाई करने लग जाते हैं, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट जाता है। अब कार्यकर्ता हताश और मायूस थे। कांग्रेस नेता राड़ा पहले बागी, फिर भाजपा में शामिल हुए
19 फरवरी को हिसार से कांग्रेस के पूर्व कैंडिडेट रामनिवास राड़ा ने चंडीगढ़ में BJP जॉइन की थी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन्हें पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया था। वह सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के करीबी थे। दरअसल, राड़ा कांग्रेस से मेयर का टिकट मांग रहे थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार प्रवीन पोपली को समर्थन दे दिया। पिछले साल विधानसभा चुनाव में हार के बाद राड़ा ने पूर्व CM हुड्‌डा के गुट पर ही उन्हें हराने का आरोप लगाया था। इसकी रिपोर्ट भी उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को भेजी थी​​​​​। राड़ा ने कहा था, “हुड्डा के कांग्रेस गुट ने मुझे चुनाव में हराने का काम किया। इसमें भूपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, कांग्रेस नेता बजरंग दास गर्ग, बीर सिंह ख्याली समेत कई अन्य नेता शामिल हैं। इन्होंने चुनाव में सावित्री जिंदल की मदद की और मेरा विरोध किया।” करनाल में 4 कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़ी
18 फरवरी को करनाल में सीएम नायब सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले त्रिलोचन सिंह, अशोक खुराना, प्रवेश गाबा व एडवोकेट अरविंद मान उर्फ नीटू मान भाजपा में शामिल हो गए थे। इन सभी को नायब सैनी ने पार्टी जॉइन कराई थी। अशोक खुराना व प्रवेश गाबा दोनों ही मेयर का टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने दोनों की जगह मनोज वधवा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अशोक ने भाजपा में शामिल होने के दौरान कहा था- “वधवा का नाम सामने आने के बाद मैंने भूपेंद्र हुड्डा को अपना फैसला बता दिया था। अगर मुझे मनाने के लिए कोई आ जाता तो शायद मैं कांग्रेस छोड़कर नहीं जाता।” वहीं, त्रिलोचन सिंह ने कहा था कि “कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहा था। मुझ पर झूठे इल्जाम लगाए जा रहे थे कि मैंने विधानसभा चुनावों में भाजपा का साथ दिया। इसके साथ ही निकाय चुनाव में टिकटों का बंटवारा भी सही नहीं हुआ।” फरीदाबाद में AAP टिकट ठुकराने वाली कांग्रेस कैंडिडेट BJP में शामिल
फरीदाबाद में दिलचस्प मामला सामने आया था। यहां महिला नेता हरविंदर कौर मेहंदीरत्ता ने पहले आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट ठुकराई। फिर कांग्रेस से नामांकन भरा। इसके बाद वोटिंग से पहले ही BJP में शामिल हो गईं। हरविंदर कौर वार्ड-9 से कांग्रेस की पार्षद उम्मीदवार थीं। उनका कहना था कि समाज के हित में हमने यह फैसला लिया। हरविंदर कौर ने साल 2024 में आम आदमी पार्टी (AAP) को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। अब वह वार्ड से BJP की उम्मीदवार संगीता भाटिया के लिए वोट मांगेंगी। कुरुक्षेत्र में 7 पार्षद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए
कुरुक्षेत्र की पिहोवा नगर पालिका में कांग्रेस के 7 पार्षदों ने 23 फरवरी को भाजपा जॉइन कर ली। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा देख इन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी, लेकिन इसके बाद काम अटकने लगे तो इन्होंने भाजपा जॉइन करने का फैसला लिया। इनमें वार्ड 3 से विकास चोपड़ा, वार्ड 8 से गगनदीप टांक, वार्ड 9 से रविकांत कौशिक, वार्ड 11 से जयपाल कौशिक बब्बी, वार्ड 13 से महंत दीपक प्रकाश, वार्ड 16 से राजेश गोयल और वार्ड 17 से प्रिंस गर्ग शामिल हैं। इनके साथ ही पूर्व पार्षद योगेश शर्मा लक्की और ठेकेदार वरुण नागरथ ने भी भाजपा का हाथ थामा। रॉकी मित्तल ने सियासी पलटी मारी
हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल ने फिर सियासी पलटी मारी है। विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस का माहौल देख उसमें शामिल हो गए थे। उस दौरान रॉकी ने भरे स्टेज से राहुल गांधी को भाई बताते हुए माफी भी मांगी थी। हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। अब निकाय चुनाव में वह टोहाना में भाजपा के चेयरमैन उम्मीदवार सुरेंद्र मित्तल का प्रचार करते हुए नजर आए। इस दौरान रॉकी के निशाने पर राहुल गांधी रहे। रॉकी ने कहा कि राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं, लेकिन उनके पास प्यार का खोखा तक नहीं है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर