हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा अक्टूबर-2024 में ली गई सेकेंडरी/सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक व मुक्त स्कूल पूरक परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। सेकेंडरी शैक्षिक परीक्षा का परिणाम 62.80 प्रतिशत और सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक परीक्षा का परिणाम 59.19% रहा। सेकेंडरी मुक्त विद्यालय परीक्षा में 67.23 प्रतिशत और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा में 46.08% बच्चे पास हुए हैं। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर परिणाम अपलोड किया गया है। भिवानी बोर्ड के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि सेकेंडरी शैक्षिक पूरक परीक्षा का परिणाम 62.80 प्रतिशत रहा। इस परीक्षा में 5022 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 3154 उत्तीर्ण हुए और 1621 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट (EIOP) आयी है। परीक्षा में प्रविष्ट हुए 3138 छात्रों में से 62.46 पास प्रतिशतता के साथ 1960 छात्र पास हुए और 1884 छात्राओं मे से 63.38 पास प्रतिशतता के साथ 1194 छात्राएं पास हुई हैं। 12वीं में 2647 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट उन्होंने आगे बताया कि सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक पूरक परीक्षा का परिणाम 59.19 प्रतिशत रहा। इस परीक्षा में 6900 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 4084 उत्तीर्ण हुए तथा 2647 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में 4543 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें से 2717 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 59.81 रही। प्रविष्ट हुई 2357 छात्राओं मे से 1367 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 58.00 रही। ओपन स्कूल का परिणाम सेकेंडरी मुक्त विद्यालय पूरक परीक्षा का परिणाम 67.23 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 16976 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 11413 उत्तीर्ण हुए तथा 5563 परीक्षार्थियों की रि-अपीयर आयी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में भाग लेने वाले 9787 छात्रों में से 6570 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 67.13 रही तथा 7188 प्रविष्ट हुई छात्राओं मे से 4843 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 67.38 रही। उन्होंने आगे बताया कि इसी प्रकार सीनियर सेकेंडरी मुक्त विद्यालय पूरक परीक्षा का परिणाम 46.08 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में प्रविष्ट हुए 21692 परीक्षार्थियों में से 9996 उत्तीर्ण हुए तथा 11696 परीक्षार्थियों की रि-अपीयर आयी है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में 14102 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें से 6503 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 46.11 रही तथा प्रविष्ट हुई 7590 छात्राओं मे से 3493 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 46.02 रही। आवेदन के लिए 20 दिन का समय उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक अपनी उत्तर पुस्तिका की पुन:जांच/पुनर्मुल्यांकन हेतु निर्धारित शुल्क सहित बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा अक्टूबर-2024 में ली गई सेकेंडरी/सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक व मुक्त स्कूल पूरक परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। सेकेंडरी शैक्षिक परीक्षा का परिणाम 62.80 प्रतिशत और सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक परीक्षा का परिणाम 59.19% रहा। सेकेंडरी मुक्त विद्यालय परीक्षा में 67.23 प्रतिशत और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा में 46.08% बच्चे पास हुए हैं। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर परिणाम अपलोड किया गया है। भिवानी बोर्ड के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि सेकेंडरी शैक्षिक पूरक परीक्षा का परिणाम 62.80 प्रतिशत रहा। इस परीक्षा में 5022 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 3154 उत्तीर्ण हुए और 1621 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट (EIOP) आयी है। परीक्षा में प्रविष्ट हुए 3138 छात्रों में से 62.46 पास प्रतिशतता के साथ 1960 छात्र पास हुए और 1884 छात्राओं मे से 63.38 पास प्रतिशतता के साथ 1194 छात्राएं पास हुई हैं। 12वीं में 2647 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट उन्होंने आगे बताया कि सीनियर सेकेंडरी शैक्षिक पूरक परीक्षा का परिणाम 59.19 प्रतिशत रहा। इस परीक्षा में 6900 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 4084 उत्तीर्ण हुए तथा 2647 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में 4543 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें से 2717 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 59.81 रही। प्रविष्ट हुई 2357 छात्राओं मे से 1367 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 58.00 रही। ओपन स्कूल का परिणाम सेकेंडरी मुक्त विद्यालय पूरक परीक्षा का परिणाम 67.23 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 16976 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए थे, जिनमें से 11413 उत्तीर्ण हुए तथा 5563 परीक्षार्थियों की रि-अपीयर आयी है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में भाग लेने वाले 9787 छात्रों में से 6570 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 67.13 रही तथा 7188 प्रविष्ट हुई छात्राओं मे से 4843 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 67.38 रही। उन्होंने आगे बताया कि इसी प्रकार सीनियर सेकेंडरी मुक्त विद्यालय पूरक परीक्षा का परिणाम 46.08 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में प्रविष्ट हुए 21692 परीक्षार्थियों में से 9996 उत्तीर्ण हुए तथा 11696 परीक्षार्थियों की रि-अपीयर आयी है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में 14102 छात्रों ने भाग लिया, जिसमें से 6503 छात्र पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 46.11 रही तथा प्रविष्ट हुई 7590 छात्राओं मे से 3493 छात्राएं पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 46.02 रही। आवेदन के लिए 20 दिन का समय उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक अपनी उत्तर पुस्तिका की पुन:जांच/पुनर्मुल्यांकन हेतु निर्धारित शुल्क सहित बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा
हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ा:7 अगस्त से एक्टिव होगा; आज कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी, 3 दिन की बारिश से पारा 7 डिग्री गिरा हरियाणा में मानसून फिर कमजोर पड़ गया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 7 अगस्त से प्रदेश में मानसून फिर सक्रिय होगा। इस बार मानसून प्रदेश से रूठा रहा, यही कारण है कि 1 जून से 2 अगस्त तक मात्र 162.1 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। जबकि सामान्य तौर पर प्रदेश में 217 एमएल बारिश होनी चाहिए थी। मौसम विभाग ने आज यानी शनिवार को प्रदेश के कुछ जिलों में बूंदाबांदी की संभावना जताई है। 4 अगस्त से प्रदेश में मानसून की सक्रियता कम हो जाएगी। शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश चरखी दादरी में हुई। यहां 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 10 और जिलों में बारिश दर्ज की गई। 6 अगस्त तक कोई अलर्ट नहीं हरियाणा में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण मौसम विभाग ने 6 अगस्त तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून की अक्षय रेखा उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहने के कारण 3 अगस्त को प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। 4 से 6 अगस्त के बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हो सकती है। इसलिए 6 से 9 अगस्त को बन रहे बारिश के आसार पंजाब के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसूनी सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिसके प्रभाव से छह से नौ अगस्त के बीच भी हरियाणा के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है। कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। 5 सालों में जुलाई में सबसे कम बारिश हरियाणा में इस बार जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकडों को देखे तो 2018 में549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
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हरियाणा में INDIA गठबंधन पर कांग्रेस में घमासान:बीरेंद्र बोले- लोकसभा में देख चुके असर; हुड्डा बोले- हमारे पक्ष में है माहौल हरियाणा में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस महागठबंधन की तैयारी कर रही है। इसलिए कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह I.N.D.I.A गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन करने जा रही है। हालांकि इसको लेकर पार्टी के दो नेता आमने-सामने आ गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह AAP के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गठबंधन को लेकर अपना विरोध प्रकट किया है। हालांकि राहुल गांधी चाहते हैं कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह गठबंधन का धर्म निभाया जाए। हालांकि हरियाणा में कांग्रेस विधानसभा की 90 सीटों में से सहयोगी दलों को सिंगल डिजिट सीट ही देने को राजी है। इसको लेकर कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया और AAP नेताओं के बीच 2 दौर की मीटिंग भी हो चुकी है। ये कांग्रेस का गठबंधन प्लान पार्टी सूत्रों के मुताबिक इसमें कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह सहयोगी दलों को सिंगल डिजिट सीट ही दे सकते हैं। गठबंधन फॉर्मूले के तहत कांग्रेस AAP को 5 और सीपीआई, सीपीएम, सपा और NCP को एक-एक सीट देने को राजी है। हालांकि AAP 10 सीटों की मांग कर रही है। AAP से गठबंधन को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं- “हम उनसे बात कर रहे हैं। कोई भी समझौता तभी संभव है जब दोनों पक्षों के लिए जीत वाली स्थिति हो। हम ऐसे समाधान पर काम कर रहे हैं जिससे दोनों पक्षों को फायदा हो। एक दो दिन में इस पर स्थिति साफ होगी। यदि बात नहीं बनती है तो छोड़ देंगे। 3 मेंबरी कमेटी बना चुकी कांग्रेस इस गठबंधन की पहल लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने की है। एक दिन पहले यानी मंगलवार को राहुल गांधी ने AAP से बातचीत के लिए 4 सदस्यों की कमेटी बनाई। जिसमें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी रखा गया है। वहीं गठबंधन की पहल से हरियाणा में कांग्रेस के लिहाज से राहुल गांधी ने 3 बड़े मैसेज दिए हैं। पहला मैसेज पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के लिए है कि अपने स्तर पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कहकर वह खुद को कांग्रेस से बड़ा नेता न समझें। विस्तार से पढ़ें, गठबंधन से राहुल गांधी के 3 निशाने 1. भूपेंद्र हुड्डा को भी इशारा किया हरियाणा में कांग्रेस के भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा-रणदीप सुरजेवाला के 2 गुट हैं। संगठन पर अभी हुड्डा की पकड़ है। प्रधान चौधरी उदयभान भी हुड्डा के करीबी हैं। हुड्डा लगातार कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने की पैरवी करते रहे। उन्होंने लोकसभा चुनाव के वक्त भी कहा कि विधानसभा में AAP से गठबंधन नहीं होगा। हुड्डा के हाईकमान को इग्नोर कर सीधे दावे करने के बाद राहुल गांधी का गठबंधन की तरफ बढ़ना उनके लिए बड़ा झटका है। यह भी मैसेज दिया गया कि हुड्डा खुद को हरियाणा कांग्रेस न समझें, बल्कि पार्टी उनसे ऊपर है। यह भी माना जा रहा है कि पिछले दिनों कुमारी सैलजा के CM पद पर दावा ठोकना भी हुड्डा को झटका देने की रणनीति का ही हिस्सा है। खास बात यह है कि सैलजा जहां उनके चुनाव लड़ने से लेकर सीएम चुनने तक का फैसला हाईकमान पर छोड़ती रही हैं, वहीं हुड्डा अपने स्तर पर किसी भी पार्टी से गठबंधन की बात को नकारते आ रहे हैं। 2. एंटी इनकंबेंसी वाले वोटों का बिखराव रोकेंगे भाजपा 10 साल से प्रदेश में सरकार चला रही है। ऐसे में सत्ता के प्रति एक स्वाभाविक एंटी इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) नजर आ रही है। अगर कांग्रेस और AAP अलग-अलग लड़ते हैं तो वोटों का बिखराव होना तय है। खास तौर पर पंजाब में कांग्रेस के प्रति एंटी इनकंबेंसी का सीधा फायदा AAP को पहुंचा। आप ने वहां 117 में से 92 सीटें जीत ली। कांग्रेस 18 पर सिमट गई। सत्ता के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी के वोट का विकल्प आप बनी तो कांग्रेस को नुकसान होना तय है। ऐसे में राहुल गांधी गठबंधन से इसे भी रोकना चाहते हैं। 3. भाजपा की गैर जाट पॉलिटिक्स का तोड़ हरियाणा में भाजपा गैर जाट पॉलिटिक्स करती है। 10 साल में पहले पंजाबी CM मनोहर लाल खट्टर और अब लोकसभा चुनाव से पहले OBC चेहरे नायब सैनी को सीएम बना दिया। भाजपा इस चुनाव में भी गैर जाट वोट बैंक के लिए ग्राउंड लेवल पर रणनीति बना रही है। इसके उलट कांग्रेस की पॉलिटिक्स जाट वोट बैंक पर निर्भर है। हुड्डा हरियाणा में सबसे बड़े जाट चेहरे हैं। हालांकि जाट वोट बैंक भी एकमुश्त कांग्रेस को मिले, यह भी संभव नहीं है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) और अभय चौटाला की इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) की सेंधमारी होगी। दूसरा कांग्रेस को SC वोट बैंक से उम्मीद है। लेकिन उसमें भी इनेलो के बसपा और JJP के चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी से गठबंधन के बाद सेंध लग सकती है। ऐसी सूरत में कांग्रेस आप को साथ लेकर उनके पक्ष के वोट बैंक को साधना चाहती है। जहां कांग्रेस मजबूत, वहां भी विपक्षी एकता का मैसेज हरियाणा में गठबंधन से राहुल गांधी की नजर फ्यूचर पॉलिटिक्स पर है। वह इसके जरिए I.N.D.I.A. ब्लॉक में शामिल उन छोटे-बड़े दलों को भरोसा देना चाहते हैं जिनमें कांग्रेस के प्रति भरोसे की कमी है। राहुल इससे सहयोगी दलों में कांग्रेस के साथ के प्रति भरोसा बढ़ाना चाहते हैं। इसके जरिए राहुल दूसरे राज्यों के दलों को भी मैसेज देना चाहते हैं। वहीं यह भी बताना चाहते हैं कि भले ही हरियाणा में 10 साल से सरकार चला रही BJP के प्रति एंटी इनकंबेंसी से कांग्रेस मजबूत होने का दावा कर रही है। लेकिन वह कमजोर दलों का साथ नहीं छोड़ रही। मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस पर इसको लेकर आरोप भी लगे थे कि सपा के साथ आखिरी वक्त तक बातचीत कर भी गठबंधन नहीं किया गया। दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव में गठबंधन हरियाणा के जरिए राहुल गांधी अगले साल 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को भी साधना चाहते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस ने शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते 1998 से लेकर 2013 तक सरकार बनाई। इसके बाद 2013 और 2015 में हुए चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई। इस बार कांग्रेस हरियाणा में AAP को साथ लेकर दिल्ली में उनके साथ गठबंधन को लेकर दबाव बना सकती है। पहले निगम में कांग्रेस की सपोर्ट से AAP का मेयर बना चंडीगढ़ नगर निगम के 35 वार्डों के लिए इसी साल मार्च महीने में चुनाव हुआ था। इसका चुनाव तो AAP और कांग्रेस ने अलग-अलग लड़ा। जिसमें AAP के 13 पार्षद और कांग्रेस के 7 पार्षद जीत गए। भाजपा के 14 और एक पार्षद अकाली दल का बना। मेयर के लिए सबसे बड़ी पार्टी भाजपा बनी। हालांकि I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत आप-कांग्रेस ने मेयर चुनाव में गठबंधन कर लिया। जिसके बाद यहां कुलदीप कुमार आम आदमी पार्टी (AAP) के मेयर चुने गए। देश भर में I.N.D.I.A. ब्लॉक के आपस में मिलकर लड़ने और भाजपा को हराने का यह पहला चुनाव था।
हिसार लोकसभा सीट पर मतगणना शुरू:उचाना विधानसभा की काउंटिंग जारी, देवीलाल परिवार से 3 सदस्य आमने-सामने
हिसार लोकसभा सीट पर मतगणना शुरू:उचाना विधानसभा की काउंटिंग जारी, देवीलाल परिवार से 3 सदस्य आमने-सामने हरियाणा के हिसार लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती जारी है। पहले पोस्टल बैलेट की काउंटिंग की जा रही है। इसके बाद पहला रूझान आएगा। उम्मीद की जा रही है कि दोपहर 2 बजे तक हिसार सीट पर हार जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। इस सीट के लिए 25 मई को वोटिंग हुई थी। पहले राउंड के नतीजे करीब 10 बजे तक जारी होंगे। इससे पहले सुबह 7 बजे कैंडिडेट मतगणना केंद्र पर पहुंच जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना के लिए 14-14 टेबलें लगाई गई हैं और प्रत्येक टेबल पर मतगणना टीम के अलावा एक-एक माइक्रो ऑब्जर्वर भी नियुक्त किया गया है। महावीर स्टेडियम एवं पंचायत भवन में मतगणना प्रक्रिया शुरू होगी। बरवाला, नलवा, आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना का कार्य 13-13 राउंड में पूरा होना है, जबकि हिसार विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना 11 राउंड में, नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना 16 राउंड में और उकलाना व हांसी विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना का कार्य 15-15 राउंड में पूरा करवाया जाएगा। मतगणना के दौरान केवल अधिकृत व्यक्ति का काउंटिंग सेंटर में प्रवेश होगा। हिसार पहले और बवानीखेड़ा का परिणाम अंत में आएगा
हिसार में 148 बूथों के वोट को गिनने में 11 राउंड होंगे। इसका परिणाम सबसे पहले जारी होगा। इसके अलावा बवानीखेड़ा का सबसे बाद में परिणाम आ सकता है। उसका कारण है कि वहां सबसे ज्यादा 229 बूथ हैं। जिसकी गिनती पूरी होने में 16 राउंड के बाद चार टेबल पर गिनती होगी। हिसार लोकसभा की आठ विधानसभा में 14-14 टेबल पर गिनती होती है तो जींद के उचाना कलां के लिए 16 टेबल लगाई गई हैं। EVM से पहले होगी बैलेट पेपर की गिनती
EVM की गिनती शुरू होने से पहले बैलेट पेपर से गिनती होगी। हिसार लोकसभा में इस बार 65.27% मतदान हुआ। 2019 में इस सीट पर 72.42% वोटिंग हुई थी। पिछली बार के मुकाबले इस बार मतदान 7.15% कम है। हिसार में कांग्रेस और भाजपा का है मुकाबला
यहां इस बार देवीलाल परिवार के तीन सदस्य अलग-अलग पार्टियों से एक दूसरे के आमने-सामने हैं। भाजपा से ताऊ देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला मैदान में है तो वहीं पूर्व CM ओपी चौटाला की पुत्रवधू नैना चौटाला जजपा से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं इंडियन नेशनल लोकदल इनेलो से ओमप्रकाश चौटाला के छोटे भाई प्रताप चौटाला की पुत्रवधू सुनैना चौटाला मैदान में है। रणजीत चौटाला रिश्ते में चाचा ससुर हैं तो नैना और सुनैना चौटाला देवरानी-जेठानी हैं। उधर, कांग्रेस ने हिसार से 3 बार सांसद रहे जयप्रकाश उर्फ जेपी पर दांव लगाया है।