हरियाणा बीजेपी का आगामी रणनीति को लेकर दूसरे दिन भी मंथन जारी है। भाजपा मुख्यालय पंचकमलम में सुबह से ही मीटिंगों का दौर शुरू हो चुका है। कोर कमेटी की मीटिंग में मुख्यमंत्री नायब सैनी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ पहुंचे। इस मीटिंग में निकाय चुनाव को लेकर दिग्गज नेता मंथन करेंगे। साथ ही विधानसभा चुनाव में बागी नेताओं और अफसरों पर भी फैसला लेंगे। पहले दिन की मीटिंग में पार्टी नेताओं ने हारे हुए प्रत्याशियों से फीडबैक लिया था। पार्टी के सभी नेताओं से कहा गया है कि, आने वाले समय में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए वह सभी बूथों को मजबूत करने का काम करें। आज की बैठकों का ये रहेगा शेड्यूल हरियाणा बीजेपी की आज कई बैठकें बुलाई गई हैं। पहली बैठक कोर कमेटी के बाद दोपहर 12 बजे विधानसभा विस्तारक की बैठक होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर BJP नेताओं की अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव के परिणाम सहित अहम विषयों पर चर्चा की जाएगी। सदस्यता अभियान समेत कई अहम मुद्दों पर नेता मंथन करेंगे। दोपहर ढाई बजे सभी जिला अध्यक्षों के साथ पार्टी के नेता मीटिंग करेंगे। इसमें जिला प्रभारी, मंडल अध्यक्ष, विधानसभा संयोजक भी शामिल होंगे। अब यहां पढ़िए पहले दिन की मीटिंग में क्या क्या हुआ… 1. विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने चुनाव जीतने वाले व चुनाव हारने वालों की राय जान चुकी है। अधिकांश से पूछा गया है कि हार के प्रमुख कारण क्या रहे, भीतरघात हुआ तो किस स्तर तक हुआ। इनमें अपनों ने क्या विरोध किया, क्या चुप रहे, चुप भी नहीं और विरोध भी नहीं। 2. पार्टी के सूत्रों का कहना है कि भाजपा उन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी वर्करों को हताश या निराश नहीं होने देगी, जहां पार्टी के प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं। ऐसे सभी प्रत्याशियों को भी पार्टी हलकों में कार्य करने के लिए ड्यूटी लगाएगी। 3. पार्टी ने सभी नेताओं व पदाधिकारियों का आह्वान किया है कि आगामी समय में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारी में जुट जाएं । पार्टी इन चुनावों में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी। हर बूथ को मजबूत किया जाएगा। 4. पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी सतीश पूनिया के अलावा अन्य नेताओं ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हारने वाले नेताओं के साथ करीब तीन घंटे मंथन किया। सभी से चुनाव के अनुभव पूछे गए, चुनाव में पीछे क्यों रह गए। प्रबंधन के तौर पर क्या कमी रही, क्या अच्छा कर सकते थे । अफसरों को लेकर भी रिपोर्ट ली है। हरियाणा बीजेपी का आगामी रणनीति को लेकर दूसरे दिन भी मंथन जारी है। भाजपा मुख्यालय पंचकमलम में सुबह से ही मीटिंगों का दौर शुरू हो चुका है। कोर कमेटी की मीटिंग में मुख्यमंत्री नायब सैनी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ पहुंचे। इस मीटिंग में निकाय चुनाव को लेकर दिग्गज नेता मंथन करेंगे। साथ ही विधानसभा चुनाव में बागी नेताओं और अफसरों पर भी फैसला लेंगे। पहले दिन की मीटिंग में पार्टी नेताओं ने हारे हुए प्रत्याशियों से फीडबैक लिया था। पार्टी के सभी नेताओं से कहा गया है कि, आने वाले समय में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए वह सभी बूथों को मजबूत करने का काम करें। आज की बैठकों का ये रहेगा शेड्यूल हरियाणा बीजेपी की आज कई बैठकें बुलाई गई हैं। पहली बैठक कोर कमेटी के बाद दोपहर 12 बजे विधानसभा विस्तारक की बैठक होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर BJP नेताओं की अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव के परिणाम सहित अहम विषयों पर चर्चा की जाएगी। सदस्यता अभियान समेत कई अहम मुद्दों पर नेता मंथन करेंगे। दोपहर ढाई बजे सभी जिला अध्यक्षों के साथ पार्टी के नेता मीटिंग करेंगे। इसमें जिला प्रभारी, मंडल अध्यक्ष, विधानसभा संयोजक भी शामिल होंगे। अब यहां पढ़िए पहले दिन की मीटिंग में क्या क्या हुआ… 1. विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने चुनाव जीतने वाले व चुनाव हारने वालों की राय जान चुकी है। अधिकांश से पूछा गया है कि हार के प्रमुख कारण क्या रहे, भीतरघात हुआ तो किस स्तर तक हुआ। इनमें अपनों ने क्या विरोध किया, क्या चुप रहे, चुप भी नहीं और विरोध भी नहीं। 2. पार्टी के सूत्रों का कहना है कि भाजपा उन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी वर्करों को हताश या निराश नहीं होने देगी, जहां पार्टी के प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं। ऐसे सभी प्रत्याशियों को भी पार्टी हलकों में कार्य करने के लिए ड्यूटी लगाएगी। 3. पार्टी ने सभी नेताओं व पदाधिकारियों का आह्वान किया है कि आगामी समय में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं, इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारी में जुट जाएं । पार्टी इन चुनावों में पूरी तैयारी के साथ उतरेगी। हर बूथ को मजबूत किया जाएगा। 4. पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी सतीश पूनिया के अलावा अन्य नेताओं ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हारने वाले नेताओं के साथ करीब तीन घंटे मंथन किया। सभी से चुनाव के अनुभव पूछे गए, चुनाव में पीछे क्यों रह गए। प्रबंधन के तौर पर क्या कमी रही, क्या अच्छा कर सकते थे । अफसरों को लेकर भी रिपोर्ट ली है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार बारिश में बिजली के पोल में लगी आग:मीटर के अंदर पानी जाने से हुए धमाके, लोगों ने हटाए अपने वाहन
हिसार बारिश में बिजली के पोल में लगी आग:मीटर के अंदर पानी जाने से हुए धमाके, लोगों ने हटाए अपने वाहन हिसार जिले के अग्रोहा में आदमपुर रोड पर अल सुबह से ही रही बारिश के कारण पोल पर लगे बिजली के मीटरों में आग लग गई। गनीमत रही कि किसी प्रकार से जान माल की हानि नहीं हुई। मीटर के अंदर गया पानी दुकान संचालक सोनू बिजारणिया, राजकुमार जांगड़ा ने बताया कि सुबह से ही बारिश हो रही है। आदमपुर रोड़ पर कई दुकानदारों के मीटर दुकान के बाहर पोल पर लगे हुए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण बिजली के मीटरों पर भी बारिश का पानी गिर रहा था। इसी दौरान अचानक उनके मीटरों में धमाका हुआ और पोल पर लगे सभी मीटरों ने आग पकड़ ली। बिजली कर्मियों को दी सूचना सी दौरान दुकानों में सामान ले रहे लोगों ने पोल के पास खड़ी अपनी गाड़ियों को तत्परता से हटाया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। गनीमत रही कि किसी प्रकार से कोई जान माल की हानि नहीं हुई। दुकानदारों ने हादसे की सूचना अग्रोहा उपमंडल बिजली कार्यालय में दी गई है। फिलहाल अग्रोहा क्षेत्र में बिजली सप्लाई को बन्द कर दिया गया है।
हरियाणा में कांग्रेस ने भजनलाल परिवार का किला भेदा:खट्टर का बयान BJP पर भारी पड़ा; कुलदीप बिश्नोई ने हाथ तक जोड़े, वोटर नहीं माने
हरियाणा में कांग्रेस ने भजनलाल परिवार का किला भेदा:खट्टर का बयान BJP पर भारी पड़ा; कुलदीप बिश्नोई ने हाथ तक जोड़े, वोटर नहीं माने 56 साल से भजनलाल परिवार का अभेद दुर्ग कहे जाने वाले आदमपुर में इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट से भजनलाल 1968 में पहली बार विधायक बने थे। तब से जितने भी चुनाव हुए, सभी में भजनलाल परिवार ही आदमपुर से जीतता रहा था। दिवंगत भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं, और उनके बेटे भव्य बिश्नोई 2022 में यहां से भाजपा की टिकट पर विधायक चुने गए थे। हालांकि, इस बार भजनलाल परिवार का सदस्य इस सीट से उम्मीदवार नहीं था, लेकिन भाजपा के समर्थन में वोट जरूर करने की अपील की गई थी। इसके बाद भी हिसार से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को आदमपुर में 53156 वोट ही मिले। जबकि, कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी 59544 वोट पाने में कामयाब रहे। इस तरह जयप्रकाश जेपी 6384 वोट से आदमपुर जीत गए। कुलदीप ने बार-बार जनता के सामने हाथ जोड़े
कुलदीप बिश्नोई जानते थे कि आदमपुर में अगर वह हार गए तो इसका खामियाजा उनके राजनीतिक जीवन पर पड़ेगा। इस स्थिति को भांपते हुए वह बार-बार जनता के बीच गए और अपने दिवंगत पिता चौधरी भजनलाल से जुड़ाव को याद दिलाकर वोट मांगे। वह बार-बार जनता के बीच जाकर हाथ जोड़ते हुए भी नजर आए। कहते रहे, ‘लाज रख लेना, कहीं गलत कदम मल उठा लेना’। फिर भी लोगों ने कुलदीप बिश्नोई की अपील को अनसुना कर दिया। आदमपुर में कांग्रेस को बढ़त मिली और सबसे खास बात है कि बिश्नोइयों के गांव में जयप्रकाश जेपी आगे रहे। इसका कारण कुलदीप बिश्नोई से लोगों की नाराजगी को माना जा रहा है। बिश्नोई परिवार का आदमपुर में घटा जनाधार
आदमपुर में बिश्नोई परिवार का जनाधार लगातार कम हो रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भजनलाल के पौते भव्य बिश्नोई हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे। तब भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने भव्य को आदमपुर में हराया था। अब लोकसभा चुनाव में यह दूसरा मौका है जब बिश्नोई परिवार आदमपुर में हार गया हो। वहीं, दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव में भाजपा की ही टिकट पर भव्य आदमपुर से चुनाव लड़े और चुनाव जीते। मगर चुनाव जीत का मार्जिन कम हो गया। भव्य 15714 वोटों से ही जीत दर्ज कर पाए। बिश्नोई परिवार का आदमपुर ही नहीं, आसपास की सीटों पर भी प्रभाव देखने नहीं मिला। बिश्नोई परिवार के लिए अब आगे क्या
आदमपुर में हार ने बिश्नोई परिवार के लिए राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है। इसका खामियाजा उन्हें भाजपा में भुगतना पड़ सकता है। उनके पास भाजपा में ही रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। कुलदीप बिश्नोई यदि आदमपुर से भाजपा को जिताने में कामयाब होते तो उनके विधायक बेटे को रणजीत की जगह हरियाणा कैबिनेट में जगह मिल सकती थी। जानकार बताते हैं कि भाजपा की ओर से यह ऑफर भी दिया गया था, लेकिन कुलदीप भाजपा को जिता नहीं पाए। अब भव्य बिश्नोई को संगठन की जिम्मेदारी तक ही समित रखा जा सकता है। कुलदीप बिश्नोई को सख्त मैसेज पार्टी की ओर से दिया जा सकता है। 4 महीने बाद ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में बिश्नोई परिवार के सामने 56 साल पुराने राज को बचाने की चुनौती रहेगी। कुलदीप बिश्नोई अधिकतर समय आदमपुर में न रहकर दिल्ली में बिताते हैं। ऐसे में उन्हें अब आदमपुर में दोबारा सक्रिय होना पड़ेगा। आदमपुर में भाजपा की हार के कारण
हिसार लोकसभा में हुई पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर की जनसभा में चौधरी भजनलाल को लेकर दिए बयान ने भाजपा को बैकफुट पर ला दिया। इसे लेकर बिश्नोई परिवार तो असहज हुआ ही, बिश्नोई वोटर्स भी भाजपा से नाराज हो गए। कुलदीप बिश्नोई अंत तक इस बयान पर सफाई देते रहे, लेकिन लोगों में गलत मैसेज गया। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर 10 अप्रैल को हिसार में BJP कैंडिडेट रणजीत चौटाला के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। कैमरी गांव में हुई जनसभा को संबोधित करते हुए खट्टर ने मंच से कुछ किस्से सुनाए जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े हुए थे। इनमें से एक किस्सा चौधरी भजनलाल से जुड़ा था, जिससे लोग नाराज हो गए। टिकट कटने पर नाराज हुए तो कार्यकर्ताओं में गलत संदेश गया
हिसार से कुलदीप बिश्नोई को लोकसभा का टिकट नहीं मिला। वह नाराज होकर दिल्ली चले गए। उनके बेटे भव्य बिश्नाई ने आदमपुर में रणजीत चौटाला के लिए प्रचार बंद कर दिया। इसके बाद लोगों में यह संदेश चला गया कि भाजपा जानबूझकर बिश्नोई परिवार को टारगेट कर रही है। पहले भजनलाल पर बयान, फिर कुलदीप का टिकट काटना। इसके बाद कुलदीप को मनाने खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी दिल्ली गए। इससे यह मैसेज और क्लीयर हो गया कि कुलदीप बिश्नोई भाजपा से नाराज चल रहे हैं। इसके बाद कुलदीप की तो नाराजगी दूर हो गई, लेकिन उनके वर्कर अंत तक इसे भुला नहीं पाए। कुलदीप में राजनीतिक स्तिरता नहीं
चौधरी भजनलाल ने जहां राजनीतिक स्थिरता दी, वहीं कुलदीप बिश्नोई में राजनीतिक स्थिरता का अभाव दिखा। 2007 में कांग्रेस से अलग होकर चौधरी भजनलाल ने हजकां पार्टी बनाई। उनके देहांत के बाद कुलदीप बिश्नोई ने कुछ साल पार्टी को आगे बढ़ाया। हरियाणा में हजकां के 6 विधायक चुनकर आए, लेकिन वह उन्हें संभाल नहीं पाए और सभी विधायक कांग्रेस में चले गए। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई की हजका का भाजपा से गठबंधन हुआ, लेकिन वह भी ज्यादा समय नहीं चला। फिर कुलदीप बिश्नोई ने हजकां का कांग्रेस में विलय कर लिया। कांग्रेस में कुछ वर्ष बिताने के बाद वह फिर भाजपा में आ गए। अब हिसार लोकसभा से टिकट न मिलने पर कुलदीप भाजपा से भी नाराज हो गए थे।
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व MLA ने पार्टी छोड़ी:बोले- मुझे जलील किया, रुपए लेकर टिकट बांटे; तंवर पर गाली का आरोप लगाकर इस्तीफा दे चुके
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व MLA ने पार्टी छोड़ी:बोले- मुझे जलील किया, रुपए लेकर टिकट बांटे; तंवर पर गाली का आरोप लगाकर इस्तीफा दे चुके हरियाणा के सोनीपत में आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के राई से पूर्व विधायक एवं पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के करीबी रहे जयतीर्थ दहिया ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने आरोप लगाए कि राई की टिकट में पैसों का लेनदेन हुआ है। वह चुनाव के बाद अब आगे का फैसला लेंगे। समर्थकों को उनका संदेश पहुंच गया है कि वह अब कांग्रेस में नहीं हैं। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा गया जयतीर्थ का इस्तीफा… 2 बार राई के विधायक रहे
जयतीर्थ दहिया राई विधानसभा सीट से वर्ष 2009 और 2014 में लगातार 2 बार कांग्रेस के विधायक रहे हैं। उनके पिता चौधरी रिजक राम दहिया 1972 में कांग्रेस की टिकट पर और 1977 में जनता पार्टी की टिकट पर विधायक बने। वह मंत्री भी रहे। जयतीर्थ ने 3 दशकों से ज्यादा समय तक सोनीपत कोर्ट में वकालत की। 2014 के चुनाव में इनेलो के इंद्रजीत से मात्र 3 वोटों से चुनाव जीते थे। 5 साल पहले उन्होंने अशोक तंवर पर गाली देने का आरोप लगा कर इस्तीफा दे दिया था। इस बार उन्हें टिकट नहीं मिली। मैं टिकट का प्रबल दावेदार था
जयतीर्थ दहिया ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘यह तो पता ही है कि हमारे चुनाव आए हुए हैं। यह भी कि मैं राई हलके से विधायक रहा हूं और टिकट का प्रबल दावेदार था। मुझे जिस तरीके जलील कर पार्टी ने टिकट नहीं दिया, मैंने आज अपना त्यागपत्र डाक से पार्टी आलाकमान को भेज दिया है। यह ठीक है कि 2009 में मैं भूपेंद्र हुड्डा के सहयोग से विधायक बना था।’ कांग्रेस की हवा हुई खराब
उन्होंने कहा, ‘आज के दिन जो हालात चल रहे हैं, जिस तरीके से पैसों का लेनदेन हुआ है, पैसों से ही टिकट बांटे गए हैं, उससे मैं समझता हूं कि पार्टी की जो हवा थी, उस पर काफी असर पड़ा है। कांग्रेस ने मेरी अनदेखी की है। विधानसभा में जहां तक मुझे पता है, पैसों का खूब लेन-देन हुआ है। पैसे के आधार पर टिकट बांटे गए हैं। फिलहाल मैंने पार्टी छोड़ दी है। जलालत बर्दाश्त नहीं कर सका
जयतीर्थ दहिया ने कहा, ‘जिस तरह से मुझे जलील किया गया है, मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सका। मेरी टिकट कटवाने में, मुझे जलील करने में, पार्टी की हवा खराब करने में रुपयों का रोल है। मेरे साथ वही हुआ है, जो बरोदा हलके में डॉ. कपूर नरवाल के साथ हुआ। यह भी पढ़ें… हरियाणा में पूर्व कांग्रेस MLA का विवादित बयान:कहा- चमड़ी-दमड़ी के आधार पर टिकट बांटे; पार्टी ने पराग शर्मा को उम्मीदवार बनाया हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट न मिलने से नाराज निर्दलीय उम्मीदवार शारदा राठौर ने चुनाव प्रचार के दौरान एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि राज्य में टिकट चमड़ी और दमड़ी के दम पर बांटे गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…