हरियाणा में आज फिर मानसून एक्टिव हो गया है। सूबे के 3 जिलों पंचकूला, यमुनानगर, करनाल में मौसम बदलने के आसार बन रहे हैं। इसके अलावा जीटी रोड बेल्ट के कुछ जिलों में भी बादल छाए रहने के साथ हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। हालांकि दिन में लगातार धूप खिलने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। हालात यह हो गए हैं कि पारा 38 के पार पहुंच गया है। 24 घंटे की बात करें तो चरखी-दादरी जिला सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में 1-2 डिग्री और बढ़ने के आसार हैं। आज से 29 तक मौसम में दिखेगा बदलाव मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने तथा नमी वाली हवाओं में कमी आने से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता में कमी से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खुश्क रहेगा। हालांकि उत्तरी जिलों पंचकूला, पूर्वी यमुनानगर, अंबाला, उत्तरी कुरुक्षेत्र, कैथल, उत्तरी जींद, उत्तरी फतेहाबाद, उत्तरी सिरसा में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान हवा उत्तर पश्चिमी रहने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन 25 सितंबर से 29 सितंबर तक बाद एक बार फिर नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में फिर से मानसून के एक्टिव होने के पूरे आसार हैं। बारिश नहीं होने से 5 डिग्री चढ़ा पारा हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। 24 घंटे में किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा चरखी-दादरी गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सूबे के अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया। क्या बोले मौसम विशेषज्ञ हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में अभी मानसून की 2 दिन वापसी नहीं होगी। 29 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश प्रदेशभर में मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। हरियाणा में आज फिर मानसून एक्टिव हो गया है। सूबे के 3 जिलों पंचकूला, यमुनानगर, करनाल में मौसम बदलने के आसार बन रहे हैं। इसके अलावा जीटी रोड बेल्ट के कुछ जिलों में भी बादल छाए रहने के साथ हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। हालांकि दिन में लगातार धूप खिलने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी जारी है। हालात यह हो गए हैं कि पारा 38 के पार पहुंच गया है। 24 घंटे की बात करें तो चरखी-दादरी जिला सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में 1-2 डिग्री और बढ़ने के आसार हैं। आज से 29 तक मौसम में दिखेगा बदलाव मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने तथा नमी वाली हवाओं में कमी आने से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता में कमी से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खुश्क रहेगा। हालांकि उत्तरी जिलों पंचकूला, पूर्वी यमुनानगर, अंबाला, उत्तरी कुरुक्षेत्र, कैथल, उत्तरी जींद, उत्तरी फतेहाबाद, उत्तरी सिरसा में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान हवा उत्तर पश्चिमी रहने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन 25 सितंबर से 29 सितंबर तक बाद एक बार फिर नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में फिर से मानसून के एक्टिव होने के पूरे आसार हैं। बारिश नहीं होने से 5 डिग्री चढ़ा पारा हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। 24 घंटे में किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा चरखी-दादरी गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सूबे के अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया। क्या बोले मौसम विशेषज्ञ हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में अभी मानसून की 2 दिन वापसी नहीं होगी। 29 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश प्रदेशभर में मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में DAP को लेकर घमासान:सुरजेवाला बोले- बंदूक की नोक पर बंट रही खाद, किसानों पर पुलिस कर रही लाठीचार्ज
हरियाणा में DAP को लेकर घमासान:सुरजेवाला बोले- बंदूक की नोक पर बंट रही खाद, किसानों पर पुलिस कर रही लाठीचार्ज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि हरियाणा-पंजाब सहित पूरे देश में DAP खाद को लेकर हाहाकार मचा है। रबी के सीजन में हरियाणा-पंजाब सहित देश का किसान ‘काली दिवाली’ मनाने को मजबूर हो गया। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लाखों किसान पूरी-पूरी रात व सुबह 4 बजे से लाईनों में खड़ा पिट रहा है। कहीं लाठीचार्ज का शिकार है, कहीं थानों में DAP खाद बांटा जा रहा है। कहीं किसान DAP खाद का एक बैग ब्लैक में 1900 रुपए पर लेने को मजबूर है, तो कहीं औने-पौने दामों पर कीटनाशक दवाई व बीज भी जबरन DAP खाद के साथ लेना पड़ रहा है। इन घटनाओं से सरकार को घेरा सुरजेवाला ने कुछ उदाहरण देते हुए भाजपा सरकार पर हमला बोला। 26 अक्टूबर, 2024 को उचाना, जिला जींद, हरियाणा में DAP खाद की लाईनों में लगे किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज हुआ, तो नरवाना में किसान धरने पर बैठने को मजबूर हुए। DAP की कमी के चलते गुहला-चीका व कैथल में भी किसानों ने धरना लगाया। 27 अक्टूबर, 2024 को भिवानी, चरखी दादरी, नारनौल में DAP की कमी व आंदोलन के चलते सीमित मात्रा में उपलब्ध DAP खाद को थानों में बांटना पड़ा। 4 नवंबर, 2024 को सिरसा में DAP खाद की कमी के चलते किसानों ने धरना लगाया। 5 नवंबर, 2024 को बाढड़ा, भिवानी में DAP संकट चरम पर पहुंचा, एसडीएम को पुलिस सहित दीवार पर खड़े होकर DAP खाद बंटवानी पड़ी। पंजाब सहित यूपी-एमपी सरकार पर हमला बोला सुरजेवाला ने कहा कि यही हाल पंजाब का है, व यही हाल मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान का है। यहां तक कि 20 अक्टूबर, 2024 को कृषि मंत्रियों की बैठक में उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार के कृषि मंत्री, सूर्य प्रताप साही ने देश के कृषि मंत्री, शिवराज चौहान व खाद मंत्री, जेपी नड्डा पर उत्तर प्रदेश के कोटे का केवल 25 प्रतिशत DAP खाद देने का इल्ज़ाम लगा डाला। इन सब संकटों के बावजूद भाजपा की केंद्र सरकार व प्रांतीय सरकारें किसान की बेबसी, बेजारी व लाचारी पर आंख मूंदें बैठी है। DAP संकट की वजह बताई कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद ने कहा कि DAP संकट का असली कारण है- मोदी सरकार द्वारा खाद की सब्सिडी 87,238 करोड़ काटकर कम कर देना। DAP खाद का आयात 15 लाख टन कम कर देना, DAP खाद की माहवार बिक्री में कटौती करना, DAP खाद के स्टॉक में 14 लाख टन की कमी कर देना। यह सब किसानों से बदला लेने के लिए किया जा रहा है। किसान को DAP खाद से वंचित करने के इस भाजपाई षडयंत्र का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने आंकड़ों के माध्यम से बताया कि भाजपा सरकार ने खाद की सब्सिडी’ में 87,238 करोड़ रुपए की कटौती व ‘न्यूट्रिएंट सब्सिडी’ में 41,122 करोड़ रुपए की कटौती कर दी है। साल 2024-25 में DAP के स्टॉक में 14 लाख टन की कमी आ चुकी है। केंद्रीय भाजपा सरकार द्वारा जानबूझकर 15 लाख टन DAP का आयात कम किया गया जिससे उनके किसान विरोधी षडयंत्र का साफ नजारा देखा जा सकता है। किसान को DAP की बिक्री में 17 लाख टन की कमी खेती के लिए घातक साबित हुई। भाजपा के किसान विरोध का सबूत यह है कि सिर्फ सितंबर 2024 में DAP की बिक्री 7.5 लाख टन कम हो चुकी है।4.35 के मुकाबले 1.85 लाख टन ही हुई सप्लाई सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में नवंबर माह तक 4.35 लाख टन जरूरत है, जबकि अक्टूबर तक 1.85 लाख टन डीएपी की सप्लाई हुई है। तो अकेले नवंबर में 2.50 लाख टन कहां से सप्लाई होगी, वो भी तब जब खुद हरियाणा सरकार मानती है कि 1 लाख टन से ज्यादा DAP उपलब्ध ही नहीं। उन्होंने कहा कि यह सब देश के किसान, खासतौर से हरियाणा व पंजाब के किसान से बदला लेने के लिए किया जा रहा है। यह छल अब मंजूर नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री व हरियाणा तथा पंजाब की सरकारें आगे आकर जवाब दें।
हरियाणा में लड़के के पेट में घुसा साइकिल का हैंडल:5 से 7 बोतल खून बहा, इलाज के दौरान इकलौते बेटे ने तोड़ा दम
हरियाणा में लड़के के पेट में घुसा साइकिल का हैंडल:5 से 7 बोतल खून बहा, इलाज के दौरान इकलौते बेटे ने तोड़ा दम हरियाणा के करनाल में 14 वर्षीय लड़के के पेट में साइकिल का हैंडल घुस गया। जिससे उसकी मौत हो गई। वह घर के बाहर साइकिल चला रहा था। तभी ये हादसा हुआ। मृतक लड़का माता-पिता का इकलौता बेटा था। लड़का कुंजपुरा के पास बाजिदपुर में मामा के घर रहता था। स्कूल में छुट्टियां होने के चलते मां से मिलने आया था। मृतक के मामा विक्रम शर्मा ने बताया कि बहन करनाल के कलंदरी गेट के पास रहती है, लेकिन भांजा भविष्य शर्मा करीब डेढ़ साल से मेरे पास रह रहा था और वहीं पढ़ाई कर रहा था। भविष्य को आज (18 जून) को 11 बजे मेरे पास आना था। उन्होंने बताया कि भांजा साइकिल चलाने का शौकीन था। बीते सोमवार (17 जून) को करीब 10 बजे वह साइकिल पर घूमने के लिए घर से निकला, लेकिन कुछ दूर जाने के बाद वह साइकिल से गिर गया। मेरी बहन भी घर के बाहर खड़ी थी। वह दौड़कर अपने बेटे के पास गई और देखा कि साइकिल का हैंडल उसके पेट में घुस गया था, तो वह बेहोश हो गई। इलाज के दौरान मौत जब बच्चे के पेट से हैंडल निकाला गया तो खून बहने लगा। करीब 5 से 7 बोतल खून बह चुका था। परिजनों ने तुरंत बच्चे को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। वहां से डॉक्टरों ने उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया। जब हम उसे रावल अस्पताल लेकर गए तो उन्होंने फोर्टिस अस्पताल रेफर कर दिया। तब तक बच्चे की सांसें चल रही थीं। शाहाबाद के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगी। आदेश अस्पताल था, बच्चे को वहीं भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। सीवरेज के ढक्कन भी उखड़े हुए चाचा ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां सड़क टूटी हुई है और सीवरेज के ढक्कन भी उखड़े हुए हैं। सड़क का एक हिस्सा खस्ता हालत में है। हादसा कलंदरी गेट से अर्जुन गेट की तरफ जाते समय हुआ। परिवार गहरे दुख में है। भविष्य परिवार का इकलौता बेटा था और उसकी एक बहन भी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल के सरकारी अस्पताल में भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
फतेहाबाद में 2 वर्षीय बच्ची की मौत:घर के बाहर खेलते हुए जोहड़ में गिरी; खेतों में काम करने गया था परिवार
फतेहाबाद में 2 वर्षीय बच्ची की मौत:घर के बाहर खेलते हुए जोहड़ में गिरी; खेतों में काम करने गया था परिवार हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना खण्ड के गांव नगली में रविवार देर शाम एक 2 वर्ष की बच्ची खेलते समय घर के बाहर बने जोहड़ में डूब गई। घर के लोग खेतों में काम पर गए हुए थे और पीछे से यह दर्दनाक हादसा हो गया। करीब डेढ़ घंटे बाद जब बच्चों की मां घर लौटी और बच्ची घर पर नहीं मिली तो उसकी खोजबीन की गई। बच्ची घर के सामने ही बने जोहड़ में पानी के ऊपर तैरती हुई नजर आई। बच्ची की मां ने जोहड़ में कूद कर बाहर निकाला, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पूरे गांव में मातम का माहौल है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। जानकारी के अनुसार टोहाना खंड के गांव नांगली में अमीन खान और सलमा की 2 वर्ष की बेटी अपने भाई व अन्य बच्चों के साथ शाम को घर के बाहर खेल रही थी। परिवार के लोग काम पर गए हुए थे। इसी दौरान बच्ची खेलते खेलते जोहड़ में जा गिरी।आरुषि के चाचा अमीन और मौसी सीमा ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे बाद सलमा घर आई तो उसे आरुषि नहीं मिली। जिसके बाद परीजनों ने इधर-उधर उसकी तलाश शुरू कर दी। जब परिजनों ने घर के बाहर कुछ ही दूरी पर बने जोहड़ में देखा तो आरुषि पानी के ऊपर तैरती हुई मिली। सलमा ने तुरंत जोहड़ में छलांग लगा दी और आरुषि को बाहर निकाल लाई उसे संभाल गया तो वह मृत अवस्था में मिली। जिससे वहां चीखो पुकार मच गई और गांव में सनसनी फैल गई। बच्ची के चाचा अमीन ने रोष प्रकट करते हुए बताया कि गांव में तीन अन्य जोहड़ भी है लेकिन सभी की चार दिवारी है लेकिन मात्र इसी जोहड़ की चार दिवारी नहीं की गई और रिहायशी क्षेत्र भी जोहड़ के बिल्कुल किनारे पर 10 फीट दूरी है। बहुत बार में सरपंचों से मांग कर चुके हैं कि जोहड़ की चार दीवारी करवाई जाए। साथ ही लोगों ने गुस्सा प्रकट करते हुए बताया कि जोहड़ की साफ सफाई भी ठीक ढंग से नहीं की जाती पूरे गांव की गंदगी इसी जोड़ में आती है।