हरियाणा में मानसून आज रात से फिर सक्रिय हो जाएगा। 13 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चौधरी चरणसिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मानसून की सक्रियता के कारण ज्यादातर क्षेत्रों में 11 से 13 जुलाई के दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। परंतु 14 व 15 जुलाई के दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता में थोड़ी कमी रहने की संभावना से उत्तरी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश तथा पश्चिमी व दक्षिणी जिलों में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट रहने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 10 दिनों में 73.5 MM बारिश हुई वहीं अभी तक मानसून की बात करें तो हरियाणा में 1 जून से 10 जुलाई तक कुल 73.5 मिली मिलीमिटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस दौरान पूरे राज्य में 84.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, जो सामान्य से 17% कम हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, हरियाणा राज्य में मानसून ब्रेक और कमजोर मानसून की स्थिति बनी हुई है। आधा से ज्यादा जिलों में मानसून बारिश में कमी बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिम में मेहरबान मानसून अभी तक हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में लगातार मानसून मेहरबान रहा है। यहां बारिश सामान्य से ज्यादा दर्ज हों रही है। जबकि उत्तरी और पूर्वी जिलों में अभी भी मानसून की झमाझम बारिश की दरकार बनीं हुईं हैं। हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर आज भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवातीय सर्कुलेशन (परिसंचरण तंत्र ) बना हुआ है। जिसका आंशिक असर देखने को मिलेगा। दक्षिण के जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात और सोनीपत में कहीं-कहीं बिखराव वाली छिटपुट बूंदा-बांदी/बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है। बता दें कि हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर मानसून का आगमन 28 जून को हुआ था। 11 जुलाई को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से एक चक्रवातीय सर्कुलेशन पंजाब पर बनेगा। इस दौरान मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य स्थिति यानी हरियाणा-एनसीआर पर पहुंचने की संभावना बन रही है। आज से 13 जुलाई तक हरियाणा-एनसीआर के उत्तरी और पूर्वी जिलों में मेघ गर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। जबकि शेष हरियाणा में इस दौरान हल्की बारिश बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। इस मौसम प्रणालियों द्वारा पिछली मौसम प्रणाली से विपरीत स्थानों पर बारिश की गतिविधियों की संभावना है। पिछली बार पश्चिमी और दक्षिणी जिलों पर ज्यादा असर रहा। इस बार उसके विपरीत उत्तरी और पूर्वी जिलों में ज्यादा असर देखने को मिलेगा। हरियाणा-एनसीआर में अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान 25.0 से 29.0 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा था। राज्य में एक दिन पहले अधिकतर स्थानों पर दिन का तापमान 35.0 से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। मानसून गतिविधियां न होने से धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी और प्रचुर मात्रा में नमी से आमजन को पसीने वाली उमस भरी गर्मी से रूबरू होना पड़ रहा है। हरियाणा में मानसून आज रात से फिर सक्रिय हो जाएगा। 13 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चौधरी चरणसिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मानसून की सक्रियता के कारण ज्यादातर क्षेत्रों में 11 से 13 जुलाई के दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। परंतु 14 व 15 जुलाई के दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता में थोड़ी कमी रहने की संभावना से उत्तरी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश तथा पश्चिमी व दक्षिणी जिलों में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट रहने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 10 दिनों में 73.5 MM बारिश हुई वहीं अभी तक मानसून की बात करें तो हरियाणा में 1 जून से 10 जुलाई तक कुल 73.5 मिली मिलीमिटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस दौरान पूरे राज्य में 84.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, जो सामान्य से 17% कम हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, हरियाणा राज्य में मानसून ब्रेक और कमजोर मानसून की स्थिति बनी हुई है। आधा से ज्यादा जिलों में मानसून बारिश में कमी बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिम में मेहरबान मानसून अभी तक हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में लगातार मानसून मेहरबान रहा है। यहां बारिश सामान्य से ज्यादा दर्ज हों रही है। जबकि उत्तरी और पूर्वी जिलों में अभी भी मानसून की झमाझम बारिश की दरकार बनीं हुईं हैं। हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर आज भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवातीय सर्कुलेशन (परिसंचरण तंत्र ) बना हुआ है। जिसका आंशिक असर देखने को मिलेगा। दक्षिण के जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात और सोनीपत में कहीं-कहीं बिखराव वाली छिटपुट बूंदा-बांदी/बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है। बता दें कि हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर मानसून का आगमन 28 जून को हुआ था। 11 जुलाई को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से एक चक्रवातीय सर्कुलेशन पंजाब पर बनेगा। इस दौरान मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य स्थिति यानी हरियाणा-एनसीआर पर पहुंचने की संभावना बन रही है। आज से 13 जुलाई तक हरियाणा-एनसीआर के उत्तरी और पूर्वी जिलों में मेघ गर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। जबकि शेष हरियाणा में इस दौरान हल्की बारिश बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। इस मौसम प्रणालियों द्वारा पिछली मौसम प्रणाली से विपरीत स्थानों पर बारिश की गतिविधियों की संभावना है। पिछली बार पश्चिमी और दक्षिणी जिलों पर ज्यादा असर रहा। इस बार उसके विपरीत उत्तरी और पूर्वी जिलों में ज्यादा असर देखने को मिलेगा। हरियाणा-एनसीआर में अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान 25.0 से 29.0 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा था। राज्य में एक दिन पहले अधिकतर स्थानों पर दिन का तापमान 35.0 से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। मानसून गतिविधियां न होने से धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी और प्रचुर मात्रा में नमी से आमजन को पसीने वाली उमस भरी गर्मी से रूबरू होना पड़ रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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शमशेर गोगी बोले-हुड्डा ने पार्टी को घटाने का काम किया:इनके नेतृत्व में हरियाणा में एक चुनाव नहीं जीते; कांग्रेस ही कांग्रेस से लड़ रही
शमशेर गोगी बोले-हुड्डा ने पार्टी को घटाने का काम किया:इनके नेतृत्व में हरियाणा में एक चुनाव नहीं जीते; कांग्रेस ही कांग्रेस से लड़ रही ‘भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 20 साल तक आजमा लिया है। साल 2005 में कांग्रेस की सरकार आई थी, तो 67 विधायक बने थे। इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में 3 इलेक्शन लड़े गए। उन्होंने पार्टी को घटाने का काम किया। पार्टी कभी उनके नेतृत्व में नहीं जीती। कांग्रेस को किसी दूसरे नेता को आजमाकर देखना चाहिए।’ यह बात कांग्रेस नेता और असंध से पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कही। उनका कहना है कि राज्य में कांग्रेस, कांग्रेस से लड़ रही है। उसकी भाजपा से लड़ाई ही नहीं है। भाजपा के लोग समाज को बांट रहे हैं। संविधान के खिलाफ बात करने वाले मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। मुझे नायब सैनी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। दैनिक भास्कर ने EVM में गड़बड़ी, कांग्रेस की हार, पार्टी में गुटबाजी, प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रहे विवाद को लेकर शमशेर सिंह गोगी से बातचीत की। पढ़िए गोगी से बातचीत के प्रमुख अंश… सवाल : वकालत की डिग्री हासिल कर चुके शमशेर सिंह गोगी राजनीतिक अखाड़े में कहां खता खा गए?
गोगी : नहीं, खता नहीं खाई है। मेरा उद्देश्य फेयर तरीके से इलेक्शन लड़ने का रहा है। मैंने जब पहला इलेक्शन जीता, तब भी मैंने एक भी शराब की बोतल किसी को नहीं दी थी। मैं इस तरीके में विश्वास नहीं रखता। आज लोकतंत्र में तंत्र जीत गया और लोकतंत्र हार गया। मैं लोकतंत्र में विश्वास रखता हूं और उसकी मर्यादा के हिसाब से मैंने इलेक्शन लड़ा। सवाल : करनाल में सुमिता सिंह और घरौंडा में वीरेंद्र राठौर EVM पर ठीकरा फोड़कर अब गायब हैं?
गोगी : देखो, हम तो रोज जनता के बीच जा रहे हैं। जनता के बिना हमारे पास क्या है? मैंने तो रिजल्ट के अगले दिन ही सभी वर्करों का धन्यवाद किया था और लगातार लोगों के सुख-दुख में शामिल हो रहा हूं। सवाल: CM नायब सैनी आपके बयानों को लेकर काफी ठहाके लगाते हुए तंज कसते हैं। चाहे आप हो, राहुल गांधी, या फिर कांग्रेस हो।
जवाब: नायब सैनी जी चीफ मिनिस्टर बन गए हैं, वह एक अलग बात है। नायब सिंह सैनी मुझे जानते नहीं हैं। मुझे सारी जनता जानती है। इस तरह के आदमियों से मुझे सर्टिफिकेट की भी जरूरत नहीं है। मैं इसके बारे में कुछ कहना नहीं चाहता। एक कहावत है- जो चोर होता है, उसे सारी दुनिया चोर ही नजर आती है। सवाल: आपने 6 महीने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बनने की इच्छा जताई। आप किस तरह पार्टी को एक प्लेटफॉर्म पर लाएंगे? कौन सा तरीका है, जिसे कांग्रेस अपनाकर आगे सत्ता में वापसी कर सकती है?
गोगी : देखो, मैंने 6 महीने के लिए नहीं कहा। मैंने कहा था कि हाईकमान को इस पर फैसला लेना है। मैंने तो एक उदाहरण के तौर पर कहा था कि अगर मुझे पार्टी का अध्यक्ष बना दिया जाए, तो मैं पार्टी को खड़ा कर दूंगा और उसके बाद जब इलेक्शन आएगा, 2 साल का समय बचा होगा, तब पार्टी जो भी करना चाहे, वह करे। सवाल: खेमेबंदी करने का आरोप हुड्डा पर लगता रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आप सैलजा गुट को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं?
गोगी : मैं कांग्रेस का आदमी हूं। मैं किसी गुट की बात ही नहीं करता। पार्टी के अंदर कोई न कोई नेता और कोई न कोई साथी एक-दूसरे की मदद करता है। सैलजा ने हमारी मदद की है। हम भी उसकी मदद करना चाहते हैं, वह एक अलग बात है। मैं पार्टी से ऊपर किसी नेता को नहीं मानता। मैं उन्हीं नेताओं के बारे में कह रहा हूं, जो अपने आप को पार्टी से ऊपर मान रहे हैं। सवाल: क्या कांग्रेस की हार का कारण कांग्रेस नेताओं के बयान हैं? आपने भी पहले अपना घर भरने वाला बयान दिया था?
जवाब: अगर मेरी हार का कारण मेरा बयान होता, तो मैं असंध शहर से कैसे जीतता? कैसे साढ़े 52 हजार वोट लोगों ने मुझे दिए? यह तो भाजपा वालों का बनाया हुआ है। पूरे देश और समाज को जिस बात पर शर्म आनी चाहिए, उस पर इनका चीफ मिनिस्टर आकर कहता है कि बंटोगे तो कटोगे। ये समाज को बांट रहे है। संविधान के खिलाफ बात करने वाले मुख्यमंत्री पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। अब महाराष्ट्र में भी इनके होर्डिंग लग गए। वहां भी ऐसा ही है। मतलब इन्हें आजादी मिली हुई। पता नहीं समाज के लोग कैसी विचारधारा में चले गए कि वे इन्हें समझ ही नहीं पा रहे हैं? जिस देश का समाज बंट गया और भाईचारा टूट गया, तो वह देश कैसे बचेगा? सवाल: चुनाव हारने के बाद भी पार्टी में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। क्या लगता है, पार्टी मजबूत हो पाएगी?
गोगी : मेरी पार्टी हाईकमान से रिक्वेस्ट है कि नई लीडरशिप के साथ पार्टी आगे आए। जिस आदमी (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) को पिछले 20 साल से आजमा लिया है। 2005 में कांग्रेस की सरकार आई थी, तो 67 MLA थे। उसके बाद जिनके नेतृत्व में 3 इलेक्शन लड़े गए, उन्होंने पार्टी को घटाने का काम किया है। पार्टी कभी भी उनके नेतृत्व में नहीं जीती। पार्टी किसी नए नेता को आजमाकर देखे। जात-बिरादरी इसमें मायने नहीं रखती। कांग्रेसी होना इसमें मायने रखता है। जो कांग्रेस को या फिर हाईकमान को ब्लैकमेल न करें, आंख न दिखाएं, अपने आप को पार्टी से ऊपर न समझें और जो खुद काे पार्टी का सिपाही समझें, ऐसे लोगों को आगे लेकर आओ। सवाल: अगर सुरजेवाला को अध्यक्ष बना दिया जाए, वह खेमेबंदी को खत्म कर पार्टी को एक मंच पर लेकर आ पाएंगे?
गोगी : मैं इसमें कुछ नहीं कह सकता। यह हाईकमान का फैसला होगा। मैंने तो अपना नाम भी उदाहरण के तौर पर लिया था। लोगों ने उसी को हव्वा बना दिया। मैने उदाहरण दिया था कि 3 साल पार्टी का काम करो और 2 साल इलेक्शन पर काम करो। सवाल: विधानसभा में आपने काफी मुद्दे उठाए। असंध को जिला बनाने का भी बड़ा मुद्दा था। चूंकि, अब आप चुनाव हार चुके हैं तो जनता के बीच में किस तरह से जाएंगे और क्या कार्यप्रणाली रहेगी?
गोगी : अभी मुद्दे हैं। जब मैं विधायक था, उस समय मनोहर लाल मुख्यमंत्री थे। उन्होंने विधानसभा में आश्वासन दिया था कि हम स्मार्ट सिटी के 735 करोड़ के प्रोजेक्ट की जांच कराएंगे, लेकिन आज तक उसकी कोई जांच नहीं हुई। मैं स्पीकर को चिट्ठी लिखूंगा और मांग करूंगा कि यह जो आश्वासन मनोहर लाल द्वारा दिया गया था, उसकी जांच करवाकर रिपोर्ट मुझे दी जाए। सवाल : कांग्रेस की लहर थी, एग्जिट पोल भी कांग्रेस के पक्ष में थे, लेकिन सरकार नहीं आई। अब कांग्रेस कैसे सत्ता में वापसी कर पाएगी?
गोगी : कांग्रेस को सबसे पहले भाजपा के खिलाफ लड़ना सीखना चाहिए। मैं 5 साल MLA रहा और उससे पहले भी जब मैं MLA बनने की तैयारी कर रहा था। पिछले 10 साल में मैंने एक चीज देखी है कि कांग्रेस, कांग्रेस से ही लड़ रही है। भाजपा से लड़ ही नहीं रही है, तो जीतेगी कैसे? सवाल: EVM में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी पहुंची थी, लेकिन कोर्ट ने फटकार लगा दी।
गोगी : देखो, वह एक अलग बात है। वह किस तरीके से हुआ, कैसे हुआ, वह एक लीगल मैटर है। मैं तो यह कहता हूं कि अगर EVM में गड़बड़ी नहीं है, तो इलेक्शन कमीशन की जिम्मेदारी है कि जो जनता की परसेप्शन है, उसका जवाब दे। लोकतंत्र में जनता ही मालिक है और जनता कह रही है कि EVM में गड़बड़ी है, तो इसका जवाब देना उनका काम है। एक बैटरी 70 प्रतिशत पर है और एक बैटरी 99 प्रतिशत पर है। या तो सारी बैटरी 70 आएं या फिर सारी 99 आएं। अगर यह अंतर है तो क्यों है? हालांकि मैं कोई मशीन का इंजीनियर नहीं हूं। इस मामले में एलन मस्क दुनिया का सबसे बड़ा आदमी है। वह कह रहा है कि मेरे को दो, मैं हैक करके दिखा देता हूं। तो सरकार को इसमें क्या इंटरेस्ट है? सवाल: आपके हिसाब से कौन सा नेता है जो खेमेबंदी को खत्म करके सबको एक मंच पर लेकर आ सकता है?
गोगी : ऐसा नहीं है, यह तो हालात के अनुसार होता है। पता नहीं जनता किसे नेता बना दे। जब जयप्रकाश नारायण की क्रांति आई थी तो पहले से जयप्रकाश नारायण तय थोड़े ही थे। जनता ने नेता बना दिया। यह तो हाईकमान को फैसला करना है। अब जो चले हुए कारतूस हैं, उनसे अलग भी कोई नए कारतूस खरीदने हैं या नहीं? सवाल: जनता के लिए कोई संदेश?
गोगी : आने वाला समय जनता के लिए अच्छा हो। भाजपा ने जो समाज बांटने वाले नारे दिए हैं और उन नारों पर अब भी महाराष्ट्र में इलेक्शन लड़ा जा रहा है। यह देश बांटने का नारा है। अगर इस देश का बंटवारा किसी दिन होगा तो यह RSS और BJP ही करेगी। इनकी मानसिकता ही खराब है। बाकी सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं। शमशेर सिंह गोगी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस हारी:एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती; सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए पूर्व कांग्रेस MLA बोले-हाईकमान अपनी कार्यप्रणाली पर विचार करे:किरण चौधरी के पार्टी छोड़ने से नुकसान हुआ, कैप्टन छोड़ रहे; मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाएं हरियाणा कांग्रेस उम्मीदवार बोले-सरकार बनेगी तो पहले अपना घर भरेंगे:दूसरे कैंडिडेट बोले- 50 वोट पर एक नौकरी मिलेगी; BJP बोली- पर्ची-खर्ची की तैयारी
हरियाणा में हलोपा-भाजपा के बीच गठबंधन:CM नायब सैनी का ऐलान; कांडा ने 15 सीटें मांगी थी 5 पर बन सकती है सहमति
हरियाणा में हलोपा-भाजपा के बीच गठबंधन:CM नायब सैनी का ऐलान; कांडा ने 15 सीटें मांगी थी 5 पर बन सकती है सहमति हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज सिरसा के दौरे पर हैं। वे सबसे पहले सिरसा में हलोपा सुप्रीमो एवं विधायक गोपाल कांडा के आवास पर पहुंचे। यहां नायब सैनी ने श्री तारा बाबा की कुटिया पर पूजा-अर्चना की। दौरे के दौरान नायब सैनी ने मीडिया को यह कहकर चौंका दिया कि हरियाणा में भाजपा गोपाल कांडा की हलोपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। गोपाल कांडा की हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा है। गौरतलब है कि सिरसा विधायक एवं हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख गोपाल कांडा ने पिछले दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं भाजपा के हरियाणा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की थी और एनडीए के हिस्से के तौर पर 15 सीटें मांगी थीं। मगर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हलोपा को सिरसा और फतेहाबाद की 9 विधानसभा में से 5 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अभी गठबंधन और मुद्दों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सिरसा में हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा से मुलाकात कर साथ मिलकर चुनाव लड़ने का बयान दिया है। खट्टर भी करना चाहते थे गठबंधन लेकिन शीर्ष नेतृत्व राजी नहीं हुआ आपको बता दें कि इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले हलोपा के साथ गठबंधन करना चाहते थे। पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने इसके लिए प्रयास किए थे। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने ऐसा नहीं होने दिया। तब उमा भारती ने ट्वीट कर ‘स्वच्छ’ छवि वाले नेताओं से समर्थन लेने की सलाह दी थी। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को दिए गए गोपाल कांडा के हलफनामे के मुताबिक, उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, आपराधिक साजिश, जालसाजी, धोखाधड़ी और चेक बाउंस समेत 9 आपराधिक मामले विभिन्न अदालतों में लंबित थे। हालांकि, चुनाव के बाद भी गोपाल कांडा ने बेशर्मी से हरियाणा की मनोहर सरकार का समर्थन किया था जो बहुमत से कम रही थी। भाजपा कांडा की वफादारी का इनाम उनके साथ गठबंधन करके दे रही है। कांडा को छोड़नी पड़ी थी कुर्सी जब गोपाल कांडा का नाम गीतिका आत्महत्या मामले में आया था, तब वे हरियाणा की हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री थे। गोपाल कांडा ने निर्दलीयों के साथ मिलकर हुड्डा सरकार को समर्थन दिया था। बदले में उन्हें हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री का पद मिला था। गीतिका आत्महत्या मामले में नाम आने के बाद गोपाल को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था और उन्हें तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था। हालांकि, पिछले साल 2023 में गोपाल कांडा को इस मामले से बरी कर दिया गया है। स्थानीय भाजपा नेताओं को लगेगा झटका गोपाल कांडा के हलोपा के साथ गठबंधन से हरियाणा भाजपा के सिरसा जिले के स्थानीय नेताओं को झटका लग सकता है। सिरसा की शहरी सीट से गोपाल कांडा की दावेदारी तय मानी जा रही है। ऐसे में सिरसा विधानसभा से भाजपा टिकट के दावेदार अमन चोपड़ा, भूपेश मेहता, प्रदीप रतुसरिया को झटका लग सकता है। वहीं गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा सिरसा की रानिया विधानसभा और फतेहाबाद सीट से दावा ठोक रहे हैं।
झज्जर में शादी में डीजे बजाने पर चली गोली:इलाज के दौरान युवक की मौत, 2 आरोपी पकड़े गए
झज्जर में शादी में डीजे बजाने पर चली गोली:इलाज के दौरान युवक की मौत, 2 आरोपी पकड़े गए झज्जर में शादी में डीजे बजाने पर हुई कहासुनी के बाद युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक को छाती में गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने आज दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। घटना गांव मांगावास की है। स्पेशल स्टाफ झज्जर प्रभारी उप निरीक्षक रिषिपाल ने बताया कि दलबीर ने शिकायत में बताया कि गांव में एक शादी समारोह के दौरान डीजे बज रहा था। मेरा भतीजा सचिन और मेरा भांजा गांव अहरी निवासी सौरभ के प्रोग्राम में गए हुए थे। तभी गांव मांगवाास निवासी संजय निवासी मांगावास के साथ डीजे पर कहासुनी हो गई। इसी कहासुनी की रंजिश में संजय ने दुनाली से सचिन की छाती में गोली मारी। गोली चलाने के बाद भागे
गोली चलाने के बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो में सवार होकर मौके से फरार हो गए। मैं अपने भतीजे सचिन को इलाज के लिए पीजीआई लेकर गया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिस सूचना पर आरोपियों के खिलाफ थाना बेरी में आपराधिक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस कमिश्नर सतीश बालन ने कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे। स्पेशल स्टाफ झज्जर में तैनात उप निरीक्षक राजेश कुमार की पुलिस टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। पकड़े गए आरोपियों की पहचान देवेंद्र निवासी मातन और मोहित निवासी डावंला के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें कोर्ट झज्जर में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश अनुसार दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया।