हरियाणा में आज रात से मानसून फिर एक्टिव हो जाएगा। इसको लेकर मौसम विभाग ने 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम खराब रहेगा। बादल छाए रहने से लोगों को गर्मी का अहसास होगा। उमस खास तौर पर परेशान करेगी। 24 घंटे में बारिश की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत और महेंद्रगढ़ जिलों में हुई है। यहां 15.0 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने 12 जिलों में मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। हालांकि इन जिलों में बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इन जिलों में खराब रहेगा मौसम हरियाणा के जिन जिलों में मौसम खराब रहेगा, उनमें चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल जींद, सोनीपत और सोनीपत शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों को आइसोलेटेड कैटेगरी में रखा है, जहां 25% तक बारिश संभावना है। वहीं, कुछ जिले ऐसे भी हैं, जहां हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन जिलों को डार्क ग्रीन कैटेगरी में शामिल किया गया है। कहां कितनी हुई बारिश हरियाणा के 7 जिले ऐसे रहे जहां 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत और महेंद्रगढ़ में हुई, जहां 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अंबाला और करनाल में 13 एमएम, कुरुक्षेत्र में 4.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा पानीपत और जींद में भी हल्की बारिश हुई। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा में आज रात से मानसून फिर एक्टिव हो जाएगा। इसको लेकर मौसम विभाग ने 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आज भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम खराब रहेगा। बादल छाए रहने से लोगों को गर्मी का अहसास होगा। उमस खास तौर पर परेशान करेगी। 24 घंटे में बारिश की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत और महेंद्रगढ़ जिलों में हुई है। यहां 15.0 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने 12 जिलों में मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। हालांकि इन जिलों में बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इन जिलों में खराब रहेगा मौसम हरियाणा के जिन जिलों में मौसम खराब रहेगा, उनमें चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल जींद, सोनीपत और सोनीपत शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों को आइसोलेटेड कैटेगरी में रखा है, जहां 25% तक बारिश संभावना है। वहीं, कुछ जिले ऐसे भी हैं, जहां हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन जिलों को डार्क ग्रीन कैटेगरी में शामिल किया गया है। कहां कितनी हुई बारिश हरियाणा के 7 जिले ऐसे रहे जहां 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत और महेंद्रगढ़ में हुई, जहां 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अंबाला और करनाल में 13 एमएम, कुरुक्षेत्र में 4.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा पानीपत और जींद में भी हल्की बारिश हुई। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
पेरिस ओलिंपिक में हरियाणा की अंतिम पंघाल का पहला मैच:फोन पर माता-पिता से किया वादा, मेडल लेकर लौटूंगी; विश्व के दिग्गज खिलाड़ियों से मुकाबला
पेरिस ओलिंपिक में हरियाणा की अंतिम पंघाल का पहला मैच:फोन पर माता-पिता से किया वादा, मेडल लेकर लौटूंगी; विश्व के दिग्गज खिलाड़ियों से मुकाबला हरियाणा की धुरंधर पहलवान अंतिम पंघाल बुधवार को पेरिस ओलंपिक में अपना पहला मुकाबला खेलेंगी। हिसार में रहने वाले पहलवान अंतिम पंघाल के माता-पिता ने गांव भगाना के नागा बाबा मंदिर में जाकर बेटी की जीत की प्रार्थना की। अंतिम 53 किलोग्राम भार वर्ग में दमखम दिखाएंगी। मुकाबला दोपहर डेढ़ बजे शुरू होगा। अंतिम की बहन निशा उसका हौसला बढ़ाने के लिए पेरिस गई हैं। अंतिम के पिता रामनिवास ने बताया कि अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की गोल्ड मेडल विजेता पहलवान अंतिम ने माता-पिता से गोल्ड जीतने का वादा किया है। बड़ी बहन मीनू ने बताया कि सोमवार को अंतिम से बात हुई थी। अंतिम ने बताया कि वह बिल्कुल ठीक है। तैयारियां पूरी हैं। वह पदक जीतकर लौटेगी। वहीं अंतिम की मां कृष्णा ने कहा कि छोटी सी उम्र में बेटी ने कई पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। बेटी पहली बार ओलंपिक खेलेगी। बेटी पदक लेकर आएगी। मेरी तरफ से बेटी को शुभकामनाएं। विनेश फोगाट की जगह 53 किग्रा में खेलेंगी अंतिम
विनेश फोगाट के साथ, पंघाल ने पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए हाल ही में यूरोप में प्रशिक्षण लिया है। अनुभवी पहलवान विनेश फोगट की जगह महिलाओं की 53 किग्रा में भारत की शीर्ष पहलवान बनने के बाद, अंतिम पर पेरिस 2024 में सबकी नज़रें टिकी हैं। पंघाल आगामी ओलंपिक ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए विनेश के साथ यूरोप में प्रशिक्षण ले रही थीं, जो अपने पसंदीदा वजन वर्ग के बजाय 50 किग्रा में प्रतिस्पर्धा करेंगी। अंतिम पंघाल को महिलाओं की 53 किग्रा कुश्ती स्पर्धा में कुछ कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिसमें सबसे खास जापान की अकारी फुजिनामी हैं। मुश्किल है मुकाबला, लेकिन अंतिम का पलड़ा भारी
वह दो बार की विश्व चैंपियन, मौजूदा एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और दो बार की एशियाई चैंपियन भी हैं। वह वर्तमान में सौ से अधिक मैचों में अपराजित हैं। इस स्पर्धा में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की पैंग कियानयू भी शामिल हैं, जो टोक्यो 2020 की रजत पदक विजेता और दो बार की विश्व पदक विजेता हैं। वह दो बार की एशियाई चैंपियन और एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता भी हैं। पूर्व विश्व चैंपियन अमेरिका की डोमिनिक पैरिश, इक्वाडोर की लूसिया येपेज, ग्रीस की मारिया प्रेवोलारकी, रोमानिया की आंद्रेया एना और स्वीडन की जोना माल्मग्रेन महिलाओं की 53 किग्रा कुश्ती स्पर्धा में अन्य बड़े नाम होंगे।
हिसार में युवक-युवती ने निगला जहर:खेत में पड़ा मिला शव, दोनों एक ही गांव के, प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला
हिसार में युवक-युवती ने निगला जहर:खेत में पड़ा मिला शव, दोनों एक ही गांव के, प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला हरियाणा के हिसार के आदमपुर क्षेत्र की ढाणी मोहबतपुर में खेत में युवक-युवती ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। दोनों एक ही गांव के थे। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आदमपुर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लिया पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। घटना मामला प्रेम प्रसंग से जोड़कर देखा जा रहा है मृतक का नाम कुलदीप और कोमल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार ढाणी मोहब्बतपुर के महेंद्र के खेत में सुबह कुलदीप और कोमल के शव पड़े हुए मिले। महेंद्र रिश्ते में कोमल का चाचा लगता हैं। दोनों ने कीटनाशक निगला हुआ था। आदमपुर में कार मिस्त्री हैं कुलदीप के पिता सूचना मिलने पर पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार दोनों पड़ोसी है और बताया जा रहा है कि अल सुबह दोनों घर से निकले थे। जानकारी के अनुसार मृतक कुलदीप(23) और कोमल(21) दोनों 12वीं पास है कुलदीप 12वीं के बाद नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। कुलदीप के पिता आदमपुर में कार मिस्त्री हैं। कुलदीप का छोटा भाई पढ़ाई कर रहा है।
करनाल में जयप्रकाश गुप्ता ने बीजेपी छोड़ी:2019 में मनोहर लाल खट्टर पार्टी में लेकर आए थे; सीएम ने घर जाकर मांगा था समर्थन
करनाल में जयप्रकाश गुप्ता ने बीजेपी छोड़ी:2019 में मनोहर लाल खट्टर पार्टी में लेकर आए थे; सीएम ने घर जाकर मांगा था समर्थन हरियाणा के करनाल में वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने भाजपा पार्टी को छोड़ दिया है। जयप्रकाश करनाल विधानसभा से टिकट की डिमांड कर रहे थे और बीजेपी ने जगमोहन आनंद को टिकट दिया। जेपी अपना टिकट कटने से नाराज चल रहे थे। जयप्रकाश 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिन्हें शामिल करने के लिए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आए थे और संसदीय चुनाव में खुद नायब सैनी ने इनके घर आकर समर्थन मांगा था। क्यों छोड़ी बीजेपी…
जेपी ने कहा कि मैंने बड़ी आशा से और साथियों के दबाव में आकर बीजेपी जॉइन की थी। ताकि हम जनता के दुख दर्द बांटते रहे और जनता की सेवा करते रहे। लेकिन बीजेपी में मेरी उम्मीद पूरी नहीं हुई, जिस वजह से मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। जिस परिवार में किसी की सुनी नहीं जाती, जो पार्टी किसी परिवार की रक्षा नहीं कर सकती। मैं उस परिवार में नहीं रह सकता और मैं पार्टी से अलग हो रहा हूं। मैं उस परिवार की बुराई भी नहीं करूंगा, जिस परिवार या पार्टी में मैं रहा हूं। मैं जनता के बीच में जाऊंगा और जनता जो भी फैसला करेगी, वह मानूंगा। 7 बार लडे चुनाव, दो बार जीते
जेपी ने 3 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें से वे एक चुनाव जीते। 3 बार ही आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े, इसमें से वे एक चुनाव जीते। एक चुनाव उन्होंने हजकां की टिकट पर भी लड़ा था और हार गए थे। 1987 से लड़ते आ रहे है चुनाव, सिर्फ 2019 में नहीं लड़ा
जयप्रकाश गुप्ता ने 1987 में कांग्रेस की टिकट पर करनाल से इलेक्शन लड़ा था और 5201 वोटों से हार गए थे। 1991 में कांग्रेस की टिकट पर 19,687 वोटों से जीते। 1996 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े और 8418 वोटों से हार गए। 2000 में आजाद उम्मीदवार के तौर पर जयप्रकाश ने चुनाव लड़ा और 3733 वोटों से जीते। 2005 में फिर आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान में आए और 33,997 वोटों से हार गए। 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन 3731 वोटों से हार मिली। मनोहर लाल के सामने लड़ा था चुनाव
2014 में फिर आजाद प्रत्याशी के रूप में आए और बीजेपी के मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़े, हालांकि 63,773 वोटों से हार गए। 2019 में जयप्रकाश बीजेपी में शामिल हो गए थे और कोई चुनाव नहीं लड़ा। 2024 में उम्मीद थी कि जयप्रकाश को टिकट मिलेगा, लेकिन उनका टिकट काट दिया। जिससे नाराज होकर उन्होंने बीजेपी को अब अलविदा कह दिया और अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है। क्या अपने फायदे के लिए ज्वाइन करवा दी थी बीजेपी?
जयप्रकाश गुप्ता 2014 तक चुनाव लड़ते रहे। 2014 में उन्होंने मनोहर लाल के सामने चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। 2019 के चुनाव में भी मनोहर लाल मैदान में थे, ऐसे में दोबारा से जयप्रकाश गुप्ता चुनावी मैदान में न खड़े हो जाए और उन्हें टक्कर न दे दे, इसको देखते हुए मनोहर लाल ने उन्हें बीजेपी में शामिल करवा दिया। जिसका फायदा मनोहर लाल को मिला। अब जयप्रकाश बीजेपी से अलग हो चुके है और वह किसका समर्थन करते है, उससे बीजेपी के प्रत्याशी के लिए चुनावी राह की मुश्किलें बढ़ सकती है। देखना दिलचस्प होगा कि करनाल विधानसभा का चुनाव जेपी के बीजेपी छोड़ने से क्या मोड़ लेता है।