हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच शाब्दिक युद्ध छिड़ गया है। इस बार विवाद का कारण सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट है, जिसमें भाजपा विधायक एक टूटी नहर में उतरकर कस्सी से पानी रोकने की कोशिश करते दिख रहे हैं। कांग्रेस नेता अनिल मान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा विधायक को जमकर खरी खोटी सुनाई हैं। विधायक को अनपढ़ बताया गया है। अनिल मान ने पोस्ट में लिखा कि ” इतनी बड़ी टूटी हुई नहर में नलवा विधायक का खुद नहर में उतरकर कस्सी से पानी रोकने की कोशिश करना अक्लमंदी नहीं बल्कि सिर्फ फोटो खिंचवाने और पब्लिसिटी ड्रामा करने का तरीका है, विधायक से ठीक और समझदार तो संजीव गंगवा (मंत्री रणबीर गंगवा का बेटा) ही रहा, कम से कम लोगों की हंसी का पात्र तो नहीं बना। संजीव ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से जानकारी ली और अपनी राय देकर वापस आ गया, न कि बिना सोचे-समझे नहर में उतरकर कस्सी चलाई। पढ़े-लिखे इंसान और अनपढ़ में सिर्फ यही एक फर्क है”। अनिल मान के बयान पर हिसार की राजनीति गर्म हो गई है। इससे पहले रणधीर पनिहार की ग्रीवेंस बैठक में आदमपुर से कांग्रेस विधायक चंद्रप्रकाश और पनिहार के बीच नोक झोंक हो चुकी है। बालसमंद ब्रांच टूटने पर दौरा करने गए थे
दरअसल, भाजपा के विधायक रणधीर पनिहार रायपुर के पास बालसमंद ब्रांच टूटने पर निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान वह खुद कस्सी लेकर तटबंध को बांधने लगे। वह पायजामा ऊपर करके पानी में उतरते दिखे। बाकायदा इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर उनकी टीम द्वारा पोस्ट किया गया। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता ने उनको आड़े हाथों ले लिया और इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया। हालांकि रणधीर पनिहार ने उनके बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं रणधीर पनिहार
1. ग्रीवेंस मीटिंग में कांग्रेस विधायक से भिड़ चुके
4 दिन पहले हुई ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में आदमपुर से कांग्रेस विधायक चंद्रप्रकाश और नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनिहार हलके के काम को लेकर भिड़ गए थे। मीटिंग में ड्रेनेज सफाई का मुद्दा उठा था। शिकायककर्ता ओमप्रकाश ने कहा कि मैं कई साल से शिकायत लगा रहा हूं, लेकिन HAU से लेकर लुदास गांव तक ड्रेनेज कभी साफ नहीं हुई। इस पर विधायक चंद्रप्रकाश ने कहा कि यह मेरे गांव का मैटर है, इसे मैं देख लूंगा। ये सुनकर भाजपा विधायक रणधीर परिहार ने कहा कि आर्यनगर मेरे नलवा हलके में पड़ता है। इसका काम मैं कराऊंगा। 2. देवेंद्र बिश्नोई ने लगाए थे मारपीट के आरोप
पनिहार पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान रह चुके देवेंद्र बिश्नोई ने मारपीट के आरोप थे। बिश्नोई ने आरोप लगाया था कि रणधीर पनिहार ने दिल्ली के हरियाणा भवन में उनको बंधक बनाने का प्रयास किया और मारपीट की। वह किसी तरह पनिहार के चंगुल से बचकर भाग निकले थे। इस विवाद ने काफी तूल पकड़ा था। राजस्थान में बिश्नोई समाज ने पनिहार से माफी मांगने को भी कहा था। 3. शाह के मंच से नीचे उतार दिया था
पनिहार को अग्रोहा में गृह मंत्री अमित शाह के मंच से भी नीचे उतार दिया गया था। करीब 2 महीने पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुए कार्यक्रम में आए थे। यहां शाह के साथ मंच पर बैठने को लिए सियासत देखने को मिली थी। कुलदीप बिश्नोई के साथी नलवा से विधायक रणधीर पनिहार को मंच से नीचे उतार दिया गया था। हिसार की SDM ज्योति मित्तल ने पनिहार को नीचे जाकर बैठने के लिए बोल दिया था। इसके बाद पनिहार नीचे उतर गए थे। बाद में मामला तूल ना पकड़े मुख्यमंत्री अपने साथ पनिहार को हैलिकॉप्टर में ले गए थे। हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच शाब्दिक युद्ध छिड़ गया है। इस बार विवाद का कारण सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट है, जिसमें भाजपा विधायक एक टूटी नहर में उतरकर कस्सी से पानी रोकने की कोशिश करते दिख रहे हैं। कांग्रेस नेता अनिल मान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा विधायक को जमकर खरी खोटी सुनाई हैं। विधायक को अनपढ़ बताया गया है। अनिल मान ने पोस्ट में लिखा कि ” इतनी बड़ी टूटी हुई नहर में नलवा विधायक का खुद नहर में उतरकर कस्सी से पानी रोकने की कोशिश करना अक्लमंदी नहीं बल्कि सिर्फ फोटो खिंचवाने और पब्लिसिटी ड्रामा करने का तरीका है, विधायक से ठीक और समझदार तो संजीव गंगवा (मंत्री रणबीर गंगवा का बेटा) ही रहा, कम से कम लोगों की हंसी का पात्र तो नहीं बना। संजीव ने मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से जानकारी ली और अपनी राय देकर वापस आ गया, न कि बिना सोचे-समझे नहर में उतरकर कस्सी चलाई। पढ़े-लिखे इंसान और अनपढ़ में सिर्फ यही एक फर्क है”। अनिल मान के बयान पर हिसार की राजनीति गर्म हो गई है। इससे पहले रणधीर पनिहार की ग्रीवेंस बैठक में आदमपुर से कांग्रेस विधायक चंद्रप्रकाश और पनिहार के बीच नोक झोंक हो चुकी है। बालसमंद ब्रांच टूटने पर दौरा करने गए थे
दरअसल, भाजपा के विधायक रणधीर पनिहार रायपुर के पास बालसमंद ब्रांच टूटने पर निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान वह खुद कस्सी लेकर तटबंध को बांधने लगे। वह पायजामा ऊपर करके पानी में उतरते दिखे। बाकायदा इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर उनकी टीम द्वारा पोस्ट किया गया। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता ने उनको आड़े हाथों ले लिया और इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया। हालांकि रणधीर पनिहार ने उनके बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं रणधीर पनिहार
1. ग्रीवेंस मीटिंग में कांग्रेस विधायक से भिड़ चुके
4 दिन पहले हुई ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में आदमपुर से कांग्रेस विधायक चंद्रप्रकाश और नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनिहार हलके के काम को लेकर भिड़ गए थे। मीटिंग में ड्रेनेज सफाई का मुद्दा उठा था। शिकायककर्ता ओमप्रकाश ने कहा कि मैं कई साल से शिकायत लगा रहा हूं, लेकिन HAU से लेकर लुदास गांव तक ड्रेनेज कभी साफ नहीं हुई। इस पर विधायक चंद्रप्रकाश ने कहा कि यह मेरे गांव का मैटर है, इसे मैं देख लूंगा। ये सुनकर भाजपा विधायक रणधीर परिहार ने कहा कि आर्यनगर मेरे नलवा हलके में पड़ता है। इसका काम मैं कराऊंगा। 2. देवेंद्र बिश्नोई ने लगाए थे मारपीट के आरोप
पनिहार पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान रह चुके देवेंद्र बिश्नोई ने मारपीट के आरोप थे। बिश्नोई ने आरोप लगाया था कि रणधीर पनिहार ने दिल्ली के हरियाणा भवन में उनको बंधक बनाने का प्रयास किया और मारपीट की। वह किसी तरह पनिहार के चंगुल से बचकर भाग निकले थे। इस विवाद ने काफी तूल पकड़ा था। राजस्थान में बिश्नोई समाज ने पनिहार से माफी मांगने को भी कहा था। 3. शाह के मंच से नीचे उतार दिया था
पनिहार को अग्रोहा में गृह मंत्री अमित शाह के मंच से भी नीचे उतार दिया गया था। करीब 2 महीने पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुए कार्यक्रम में आए थे। यहां शाह के साथ मंच पर बैठने को लिए सियासत देखने को मिली थी। कुलदीप बिश्नोई के साथी नलवा से विधायक रणधीर पनिहार को मंच से नीचे उतार दिया गया था। हिसार की SDM ज्योति मित्तल ने पनिहार को नीचे जाकर बैठने के लिए बोल दिया था। इसके बाद पनिहार नीचे उतर गए थे। बाद में मामला तूल ना पकड़े मुख्यमंत्री अपने साथ पनिहार को हैलिकॉप्टर में ले गए थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
