जींद में 20 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि:गेहूं-सरसों में नुकसान; सोलर प्लेटें टूटी, 10 तक दर्ज कराएं शिकायत

जींद में 20 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि:गेहूं-सरसों में नुकसान; सोलर प्लेटें टूटी, 10 तक दर्ज कराएं शिकायत

हरियाणा के जींद में शुक्रवार रात को ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई। 20 से ज्यादा गांवों में लगातार 15 से 20 मिनट तक ओले पड़े, जिसके चलते खेतों में खड़ी सरसों की फसल का फल झड़ गया तो तेज हवाओं से गेहूं की फसल बिछ गई। खेतों में सौर ऊर्जा सबमर्सिबल के लिए लगाई प्लेटें टूट गई। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग के अनुसार जिन किसानों को नुकसान हुआ है, वह सरकार द्वारा खोले गए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 10 मार्च से पहले अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। शुक्रवार देर शाम को उचाना क्षेत्र के बुडायन, भौंगरा, दुर्जनपुर, उचाना कलां, खापड़, बरसोला, खटकड़, बड़ौदा, रोजखेड़ा, घोघड़ियां, कुचराना कलां, कुचराना खुर्द, छात्तर, बधाना, नगूरां समेत 20 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। जींद के घोघड़ियां गांव के दुकानदार संजय कौशिक ने बताया कि ओलावृष्टि के दौरान उन्होंने इलेक्ट्रिक कांटे पर ओले का वजन किया तो यह 180 ग्राम का था। इससे भी भारी वजनी ओले पड़ रहे थे, जो जमीन पर गिरकर बिखर रहे थे। तेज हवा के साथ ओलावृष्टि से गेहूं व सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान हुआ है। किसान राकेश, राजू ने बताया कि ओलावृष्टि से उनके खेत में लगी सोलर प्लेट भी टूट गई। 20 फरवरी को भी उचाना क्षेत्र में ही हुई थी ओलावृष्टि
इससे पहले 20 फरवरी को भी वर्षा के साथ नरवाना, उचाना और जींद के 40 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि हुई थी। जिसकी शिकायत दर्ज करवाने के लिए सरकार की तरफ से क्षति पूर्ति पोर्टल खोला गया है। 10 मार्च तक किसान पोर्टल पर फसल में हुए नुकसान की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। गेहूं की अगेती फसल में बालियों में दाना बनना शुरू हो चुका है। ऐसे में फसल गिरने से और ओलावृष्टि से उत्पादन घटेगा। वहीं सरसों की फसल पकने वाली है। ओले की वजह से सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान है। पिछले 24 घंटों में कहां कितनी वर्षा हुई
खंड – वर्षा हुई
जींद -2.2 एमएम
नरवाना -05 एमएम
सफीदों -02 एमएम
जुलाना -बूंदाबांदी
उचाना -05 एमएम
पिल्लूखेड़ा -02 एमएम
अलेवा -05.4 एमएम आगे मौसम खुश्क व परिवर्तनशील रहेगा
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र पांडू पिंडारा से मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में नरवाना, उचाना, जींद सहित अन्य स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है। उचाना में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी सूचना है। ओलावृष्टि और तेज हवा से गेहूं व सरसों की फसल में नुकसान हो सकता है। आगामी दिनों में मौसम खुश्क व परिवर्तनशील रहने की संभावना है। हरियाणा के जींद में शुक्रवार रात को ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई। 20 से ज्यादा गांवों में लगातार 15 से 20 मिनट तक ओले पड़े, जिसके चलते खेतों में खड़ी सरसों की फसल का फल झड़ गया तो तेज हवाओं से गेहूं की फसल बिछ गई। खेतों में सौर ऊर्जा सबमर्सिबल के लिए लगाई प्लेटें टूट गई। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग के अनुसार जिन किसानों को नुकसान हुआ है, वह सरकार द्वारा खोले गए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 10 मार्च से पहले अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। शुक्रवार देर शाम को उचाना क्षेत्र के बुडायन, भौंगरा, दुर्जनपुर, उचाना कलां, खापड़, बरसोला, खटकड़, बड़ौदा, रोजखेड़ा, घोघड़ियां, कुचराना कलां, कुचराना खुर्द, छात्तर, बधाना, नगूरां समेत 20 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। जींद के घोघड़ियां गांव के दुकानदार संजय कौशिक ने बताया कि ओलावृष्टि के दौरान उन्होंने इलेक्ट्रिक कांटे पर ओले का वजन किया तो यह 180 ग्राम का था। इससे भी भारी वजनी ओले पड़ रहे थे, जो जमीन पर गिरकर बिखर रहे थे। तेज हवा के साथ ओलावृष्टि से गेहूं व सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान हुआ है। किसान राकेश, राजू ने बताया कि ओलावृष्टि से उनके खेत में लगी सोलर प्लेट भी टूट गई। 20 फरवरी को भी उचाना क्षेत्र में ही हुई थी ओलावृष्टि
इससे पहले 20 फरवरी को भी वर्षा के साथ नरवाना, उचाना और जींद के 40 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि हुई थी। जिसकी शिकायत दर्ज करवाने के लिए सरकार की तरफ से क्षति पूर्ति पोर्टल खोला गया है। 10 मार्च तक किसान पोर्टल पर फसल में हुए नुकसान की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। गेहूं की अगेती फसल में बालियों में दाना बनना शुरू हो चुका है। ऐसे में फसल गिरने से और ओलावृष्टि से उत्पादन घटेगा। वहीं सरसों की फसल पकने वाली है। ओले की वजह से सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान है। पिछले 24 घंटों में कहां कितनी वर्षा हुई
खंड – वर्षा हुई
जींद -2.2 एमएम
नरवाना -05 एमएम
सफीदों -02 एमएम
जुलाना -बूंदाबांदी
उचाना -05 एमएम
पिल्लूखेड़ा -02 एमएम
अलेवा -05.4 एमएम आगे मौसम खुश्क व परिवर्तनशील रहेगा
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र पांडू पिंडारा से मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में नरवाना, उचाना, जींद सहित अन्य स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है। उचाना में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की भी सूचना है। ओलावृष्टि और तेज हवा से गेहूं व सरसों की फसल में नुकसान हो सकता है। आगामी दिनों में मौसम खुश्क व परिवर्तनशील रहने की संभावना है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर