हरियाणा में सभी राशन डिपो पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे डिपो पर होने वाली चोरी और राशन न मिलने वाली शिकायतों पर काफी हद तक कमी आएगी। इन सीसीटीवी कैमरों को सेंट्रालइज्ड किया जाएगा। आज चंडीगढ़ में हरियाणा निवास पर हरियाणा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राज्यमंत्री राजेश नागर ने की। मंत्री ने राशन डिपो पर खाद्य सामग्री के समय पर वितरण करने के लिए निर्देश। मंत्री ने कहा कि पूरे महीने राशन की दुकानें समय से खुलेंगी। अगर किसी की शिकायत आती है और राशन डिपो कोई नहीं खोल रहा तो, उसका लाईसेंस रद्द किया जाएगा। दिन में दो बार खोलेंगे राशन डिपो मंत्री राजेश नागर ने मीटिंग के बाद मीडिया से रुबरू होते हुए कहा कि आम लोगों को किसी तरह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा। सर्दियों में अब सुबह 8 से 12 और शाम को 5 से 8 बजे के दौरान राशन डिपो खुले मिलेंगे। डिपो पर पूरा राशन मिलेगा। राशन वितरण में कोताही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गरीबों को उनका हक समय पर मिले, सरकार की पहली प्राथमिकता है। मंत्री ने कहा कि राशन वितरण प्रणाली में आने वाली कमियों को जल्द दूर किया जाएगा। समय पर राशन वितरण के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी। 32 लाख परिवारों को मिल रहा लाभ प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 32 लाख परिवार पीडीएस योजना का लाभ उठा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में उचित मूल्य की 9434 दुकाने हैं, जिन पर स्वचालित पीओएस मशीनों द्वारा लोगों को राशन दिया जा रहा है। सरकार ने उचित मूल्य की 33 प्रतिशत दुकानें महिलाओं को देने का पिछले दिनों फैसला भी लिया था। हरियाणा में सभी राशन डिपो पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे डिपो पर होने वाली चोरी और राशन न मिलने वाली शिकायतों पर काफी हद तक कमी आएगी। इन सीसीटीवी कैमरों को सेंट्रालइज्ड किया जाएगा। आज चंडीगढ़ में हरियाणा निवास पर हरियाणा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राज्यमंत्री राजेश नागर ने की। मंत्री ने राशन डिपो पर खाद्य सामग्री के समय पर वितरण करने के लिए निर्देश। मंत्री ने कहा कि पूरे महीने राशन की दुकानें समय से खुलेंगी। अगर किसी की शिकायत आती है और राशन डिपो कोई नहीं खोल रहा तो, उसका लाईसेंस रद्द किया जाएगा। दिन में दो बार खोलेंगे राशन डिपो मंत्री राजेश नागर ने मीटिंग के बाद मीडिया से रुबरू होते हुए कहा कि आम लोगों को किसी तरह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा। सर्दियों में अब सुबह 8 से 12 और शाम को 5 से 8 बजे के दौरान राशन डिपो खुले मिलेंगे। डिपो पर पूरा राशन मिलेगा। राशन वितरण में कोताही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गरीबों को उनका हक समय पर मिले, सरकार की पहली प्राथमिकता है। मंत्री ने कहा कि राशन वितरण प्रणाली में आने वाली कमियों को जल्द दूर किया जाएगा। समय पर राशन वितरण के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी। 32 लाख परिवारों को मिल रहा लाभ प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 32 लाख परिवार पीडीएस योजना का लाभ उठा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में उचित मूल्य की 9434 दुकाने हैं, जिन पर स्वचालित पीओएस मशीनों द्वारा लोगों को राशन दिया जा रहा है। सरकार ने उचित मूल्य की 33 प्रतिशत दुकानें महिलाओं को देने का पिछले दिनों फैसला भी लिया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में मंत्री की मीटिंग में BJP नेता-डीसी में बहस:जमीन कब्जे के सबूत मांगे; वेद फुलां बोले- अपनी चलानी है तो हम चले जाएंगे हरियाणा के फतेहाबाद में सोमवार (16 दिसंबर) को जिला लोक संपर्क एवं लोक परिवाद समिति की बैठक के दौरान भाजपा नेता एवं हरको चेयरमैन वेद फुलां और डीसी मंदीप कौर के बीच बहस हो गई। भाजपा नेता वेद फुलां शिकायतकर्ता का पक्ष रखते हुए कह रहे थे कि राजस्व विभाग ने रात के अंधेरे में उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इस पर डीसी ने कहा कि विभाग रात में कार्रवाई नहीं करता, अगर किया है तो सबूत लेकर आएं। भाजपा नेता वेद फुलां ने यहां तक कह दिया कि अगर आपको अपनी चलानी है तो हम यहां से चले जाएंगे। इस बैठक में राज्य मंत्री श्रुति चौधरी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। श्रुति चौधरी ने मीटिंग कहीं 2 बड़ी बातें… 1.शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं
जिस पर मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि यहां बहुत कन्फ्यूजन है। इस मामले को निपटाएं, लेकिन शिकायतकर्ता को इधर-उधर न दौड़ाएं, यानी शिकायतकर्ता को एक विभाग से दूसरे विभाग में न दौड़ाएं। बैठक में विधायक बलवान दौलतपुरिया, चेयरमैन भारत भूषण मिढ़ा, भाजपा नेता वेद फुलां सहित सभी कमेटी सदस्य और पदाधिकारी मौजूद रहे। 2.किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं
बहस के बाद मंत्री श्रुति चौधरी ने बोलना शुरू किया और कहा कि यहां किसी का पक्ष लेना हमारा काम नहीं है। यह जनपरिवाद समिति इसलिए बनाई गई है ताकि लोगों को न्याय मिले और लोगों को न्याय मिलेगा। इस मामले में प्रशासन को दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय करना चाहिए। डीसी ने कहा- सबूत लाओ
गांव तामसपुरा निवासी जगदीश ने शिकायत की कि उसकी व उसके भाई की 14 कनाल 18 मरला जमीन पर कब्जा है। तीर्थ राम व राजेश ने तहसीलदार रतिया की अदालत में बंटवारे का दावा दायर किया, लेकिन आवेदक की अनुपस्थिति में बिना उसकी सुनवाई के ही बंटवारा कर दिया गया। उन्होंने जमीन पर धान की फसल बोई थी और प्रशासन ने रातों-रात कब्जा ले लिया। इस पर भाजपा नेता वेद फुलां ने भी आपत्ति जताई और कहा कि रात के अंधेरे में कब्जे की कार्रवाई नहीं की जा सकती। शिकायतकर्ता के वकील व अधिकारी अभी मामले में अपना पक्ष रख ही रहे थे कि डीसी मंदीप कौर ने भी कहा कि अगर अधिकारी रात को कब्जा लेने गए हैं तो इसका सबूत दें। रात में ऐसा काम नहीं होता। सीवरेज ब्लॉक की समस्या पर झाड़ा पल्ला
वहीं, इससे पहले रतिया मॉडल टाऊन रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन रतिया प्रधान सतपाल मंगला द्वारा शिकायत दी गई कि मॉडल टाऊन में समय -समय पर सीवरेज ब्लाक होती है और पानी लीक होकर सड़क पर बहता रहता है। इस मामले में न तो नगर पालिका, न हुडा और न ही पब्लिक हेल्थ विभाग सुनवाई कर रहा। जब मंत्री ने अधिकारियों से पक्ष जानना चाहा तो तीनों विभाग के अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आए। डीएमसी ने कहा कि पूरे हरियाणा में कहीं भी नगर पालिका या नगर परिषद सीवरेज के काम नहीं देखती। पब्लिक हेल्थ इस पर काम करता है। वहीं मॉडल टाऊन की देखरेख करने वाले हुडा विभाग ने भी पब्लिक हेल्थ विभाग पर पल्ला झाड़ दिया। पब्लिक हेल्थ हुडा पर मामला डालता नजर आया। जिस पर मंत्री ने कहा कि मामले में काफी कन्फ्यूजन है। प्रशासन इस मामले को सुलझाएं और जब तक मामला नहीं सुलझता तब तक गंदे पानी निकासी की समस्या को समय-समय पर दुरुस्त करें। इस तरह शिकायतकर्ता को चक्करी न बनाएं। बैठक में कुल 17 मामले उठाए गए। इनमें से एक मामला फर्जी एनओसी का था। जिसमें किरढ़ान निवासी शिकायतकर्ता देवेंद्र की पांच साल पुरानी शिकायत पर प्रशासन द्वारा पूर्व क्लर्क ओपी सिहाग के खिलाफ आज बैठक से पहले एफआईआर दर्ज की गई थी। जब शिकायतकर्ता द्वारा यह मामला उठाया गया तो प्रशासन ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
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पानीपत में पुलिस से तंग आकर युवक ने सुसाइड किया:हेड कांस्टेबल 5000 रिश्वत मांग रहा था, जेल भेजने की धमकी देता; थाने के बाहर जहर पिया हरियाणा के पानीपत में पुलिस प्रताड़ना से परेशान एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक को 5 दिन पहले जहर खाने के बाद गंभीर हालत में करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करवाने और शव लेने से इनकार कर दिया। परिजन अपनी शिकायत लेकर पानीपत एसपी के कार्यालय पहुंचे। यहां परिजनों ने एसपी को चार पन्नों की लिखित शिकायत देकर हेड कांस्टेबल समेत तीन लोगों पर परेशान करने, रिश्वत मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने परिजनों से कहा कि वह मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। लेकिन परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक वह शव नहीं लेंगे। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा घटनाक्रम… गांव के ही व्यक्ति के साथ हुआ था झगड़ा एसपी को दी शिकायत में मामन राम ने बताया कि वह गांव बिंझौल का रहने वाला है। उसका पोता गुरमीत(24) था। जिसका गांव के रहने वाले राजपाल के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान राजपाल को चोट लगी थी। जिसकी शिकायत राजपाल ने 8 मरला चौकी पुलिस को दी थी। जिसके बाद राजपाल को 5 हजार रुपए देकर आपसी समझौता कर लिया था। लेकिन बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल अभिमन्यु, राजपाल व सुरेश ने मिलीभगत करके उस पर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। कहा कि राजपाल के द्वारा दी हुई दरख़्वास्त को दफ्तर दाखिल करवाना है तो 5 हजार रुपए देने होंगे। मृतक ने अपना मोबाइल बेचकर रिश्वत देने का वक्त मांगा था जिस पर गुरमीत ने हेड कॉन्सटेबल अभिमन्यु व सुरेश को कहीं से उधार लेकर 3 हजार रुपए दिए। बाकी 2 हजार रुपए देने के लिए अभिमन्यु से समय मांगा। लेकिन अभिमन्यु ने कहा कि बाद में कहां से पैसे आएंगे, देने अभी भी है और बाद में भी। इसलिए अभी दे दो। तब गुरमीत ने अभिमन्यु को कहा कि वह अपना मोबाइल फोन बेच देगा, जिसके बाद उन्हें पैसे देगा। इसके बाद अभिमन्यु तैश में आ गया। और कहा कि ज्यादा दिन नहीं है तेरे पास, अगर देरी की तो तुझे राजपाल के द्वारा दी हुई दरखास्त पर मुकदमा दर्ज करके जेल के अंदर डाल दूंगा। इसके बाद गुरमीत अपने घर आ गया। इसके बाद अभिमन्यु आए दिन गुरमीत को लगातार फोन करके परेशान व तंग करता रहा और लगातार मुकदमा दर्ज करने की धमकियां देता रहा। गुरमीत इसे नजर अंदाज करता रहा। लेकिन अभिमन्यु ने उसे फोन करना और धमकाना जारी रखा। रिश्वत नहीं देने पर चौकी में बुला कर डंडों से पीटा 25 दिसंबर को गुरमीत को चौकी में बुलाया, जहां अभिमन्यु ने उसकी थप्पड़ों व डंडों से पिटाई की। डराने लगा कि वह अभी उसे हवालात के अंदर कर देगा। सुबह से शाम तक उसे चौकी में बैठाकर रखा। इसके बाद राजपाल ने अभिमन्यु को कॉल किया और इस शर्त पर छोड़ा कि वह सुबह चौकी में पेश होकर 2 हजार रुपए दे देगा। 26 दिसंबर को गुरमीत, राजपाल और सुरेश के साथ चौकी में गया और अभिमन्यु को कहा कि उसके पास पैसे नहीं है, उसे थोड़ा और समय दे दो। राजपाल और सुरेश ने भी समय देने को कहा। गुरमीत वहां से चला गया। लेकिन कुछ ही देर बाद अभिमन्यु ने राजपाल और सुरेश के कहने पर गुरमीत को फोन किया और कहा कि वह उसे अंदर करेगा। अगर अंदर नहीं जाना, तो पैसे लेकर जल्दी आ आए। दुकान से लिया जहर, चौकी के बाहर पिया तंग होकर गुरमीत ने बाहर दुकान से जहर लेकर पैसे न होने के कारण 8 मरला चौकी के सामने अभिमन्यु को कहा कि उसे परेशान मत करो। अभिमन्यु ने कहा कि पैसे तो देने ही होंगे, नहीं तो अभी जेल में डाल दूंगा। जिसके बाद गुरमीत ने 8 मरला चौकी के सामने जहर खा लिया। गुरमीत के भाई नीरज के पास कहीं से फोन आया कि गुरमीत ने जहर खा लिया है और वह 8 मरला चौकी के सामने बिना कपड़ों के पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। गुरमीत को वहां से सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गई।
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कैथल में महिला की संदिग्ध हालात में मौत:2 दिन से थी लापता, तालाब में मिला शव; पति-बेटे पर हत्या के आरोप हरियाणा के कैथल में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला के मायके के लोगों ने उसके पति और बेटे पर हत्या करने के आरोप लगाए हैं। महिला की शादी को 25 साल हो चुके थे। पुलिस परिजनों के बयान दर्ज कर कार्रवाई में लगी है। महिला दो दिन से लापता थी। उसका शव गांव काकौल में एक तालाब में मिला है। मृतक महिला की पहचान चंद्रकांता निवासी गांव काकौत के रूप में हुई है। चंद्रकांता के भाई पवन ने बताया कि उसकी बहन की शादी 25 वर्ष पहले गांव काकौत में हुई थी। ससुराल पक्ष के लोग चंद्रकांता को दो दिन से लापता बता रहे थे। ससुराल वालों ने बताया कि चंद्रकांता कूड़ा डालने गई थी। इसके बाद घर नहीं आई। इस पर उन्होंने एक दिन इंतजार करके अपने स्तर पर जांच शुरू की। मृतका के भाई ने आगे बताया कि उन्होंने काकौत गांव में आकर नहर से लेकर गांव तक सभी लोगों से चंद्रकांता के बारे में पूछा, लेकिन किसी से कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई। इसके बाद सभी ऑटो वालों से पूछताछ की, लेकिन कहीं से कोई सुराग हमें नहीं लगा। इसके बाद उनके भांजे ने उन्हें बताया कि गांव में तालाब के किनारे एक तसला रखा हुआ है। जब तालाब पर जाकर देखा तो वहां पर चंद्रकांता का शव मिला। मृतका के भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि चंद्रकांता की हत्या की है। उसकी बहन की गर्दन पर चोट के निशान मिले हैं।