हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को जिला कोर्ट की चौथी मंजिल से युवक कूद गया। नीचे गिरते ही उसकी मौके पर मौत हो गई। युवक लूटपाट और आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपी था। पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने के लिए कोर्ट में लेकर आई थी। युवक ने पुलिस कर्मचारियों से हाथ छुड़ा लिया और भाग गया। जिस ओर वह भागा, वहां रास्ता नहीं था। पीछे के रास्ते वह सीधा चौथी मंजिल से नीचे जा गिरा। इसके बाद पुलिस तुरंत उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया है। मृतक की पहचान सौदापुर गांव के रहने वाले सौरव (30) के रूप में हुई है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे है… हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को जिला कोर्ट की चौथी मंजिल से युवक कूद गया। नीचे गिरते ही उसकी मौके पर मौत हो गई। युवक लूटपाट और आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपी था। पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने के लिए कोर्ट में लेकर आई थी। युवक ने पुलिस कर्मचारियों से हाथ छुड़ा लिया और भाग गया। जिस ओर वह भागा, वहां रास्ता नहीं था। पीछे के रास्ते वह सीधा चौथी मंजिल से नीचे जा गिरा। इसके बाद पुलिस तुरंत उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया है। मृतक की पहचान सौदापुर गांव के रहने वाले सौरव (30) के रूप में हुई है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे है… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में नाबालिग स्टूडेंट के साथ रेप:इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती, मिलने बुलाया फिर वारदात की पलवल में नाबालिग छात्रा के साथ रेप का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, वारदात 16 सितंबर की है, जिसकी शिकायत पर शुक्रवार को केस दर्ज हुआ है। छात्रा की कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर नाबालिग लड़कों से दोस्ती हुई थी। चांदहट थाना प्रभारी मलखान सिंह के अनुसार, पिता ने दी शिकायत में कहा है कि उसकी 15 साल की बेटी गांव के स्कूल में पढ़ाई करती है। उसकी बेटी की इंस्टाग्राम पर बडौली के एक लड़के से दोस्ती हो गई। दोस्ती होने पर उसकी बेटी को आरोपी बडौली के लड़के ने फोन कर मिलने के लिए बुलाया। उसकी बेटी अपनी सहेली को साथ लेकर लड़के से मिलने के लिए चली गई। पिता का आरोप है कि उक्त लड़के ने उसकी बेटी के साथ गलत काम किया। उसकी बेटी ने जब विरोध किया तो उसे जान से मारने की धमकी दी। जिससे डर कर उसकी बेटी घर आ गई और आपबीती अपने पिता को बताई। पिता ने इसकी शिकायत चांदहट थाना पुलिस को दी। पुलिस ने पिता की शिकायत पर नाबालिग एक लड़की व दो लड़कों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर वाटर कैनन का मुंह मोड़ने वाला वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा जेल से बाहर आ गया है। करीब 111 दिन जेल में रहने के बाद नवदीप कल यानी मंगलवार को रिहा हुआ। नवदीप को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद नवदीप ने हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई प्रताड़ना पर आपबीती सुनाई है। नवदीप ने कहा- गिरफ्तारी के तुरंत बाद मुझे रिमांड पर ले लिया गया। रिमांड रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। रिमांड के दौरान मेरे साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया। मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- मुझे पहले ही पता चल गया था कि पुलिस मुझे तलाश रही है। अंबाला में भी पुलिस ने मेरी गाड़ी के पीछे गाड़ी लगा दी, जब हम घर से निकले ही थे। पुलिस काफी देर से हमें तलाश रही थी। किसान आंदोलन के दौरान लेह लद्दाख से कुछ किसान हमारे साथ प्रदर्शन के लिए आए थे। मैं मोहाली से फ्लाइट से लेह गया। वहां मेरी मुलाकात सोनम वांगचुक से हुई जो लेह में प्रदर्शन कर रहे थे, वहां हमने भी सोनम वांगचुक के प्रदर्शन का समर्थन किया। इसके बाद मुझे मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। मुंह को पानी में डुबोया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- कुछ कर्मचारी मुझे गिरफ्तार करने आए थे। गिरफ्तारी के बाद मुझे अंबाला लाया गया। जब मुझे अंबाला के रिमांड रूम में लाया गया तो उक्त रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। गिरफ्तारी के बाद मेरा फोन तुरंत वापस ले लिया गया। सबसे पहले उन्होंने आते ही मुझसे पगड़ी और कपड़े उतारने को कहा। नवदीप जलबेड़ा ने बताया- मेरे सामने एक सरदार अधिकारी मौजूद था, जिसने आदेश दिया कि मेरे हाथ-पैर बांध दिए जाएं। मेरे हाथ-पैर बांधने के बाद उक्त अधिकारियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मेरे साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने मुझसे कहा- तुम बहुत बोलते हो, हम तुम्हें सबक सिखाएंगे। जिसके बाद मेरे मुंह को पानी में डुबाया गया। केंद्रीय एजेंसियों के लोग भी पूछताछ के लिए पहुंचे
नवदीप ने आगे कहा- गिरफ्तारी के बाद मुझे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड दी। इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों NIA और CBI के अधिकारी भी पूछताछ के लिए आए। इस दौरान उन्होंने मुझसे भी पूछताछ की।वे सुबह से ही पूछताछ शुरू कर देते थे। मुझसे पूछा जाता था कि पैसा कहां से आ रहा है। किसान आंदोलन के लिए फंडिंग कहां से आ रही है। मेरे बैंक अकाउंट समेत सारी जानकारी मुझसे ली गई। बैंक अकाउंट की खूब जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। मेडिकल भी नहीं कराया, वैसे भी हस्ताक्षर ले लिए गए। उसके आधार पर मेडिकल करा लेते थे। सभी झूठे मामलों में न तो पुलिस को कुछ मिला और न ही एजेंसियों को कुछ मिला। मेरे खिलाफ कुल 16 मामले दर्ज किए गए
नवदीप ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे खिलाफ करीब 16 मामले दर्ज किए। इनमें चार मामले ऐसे थे, जिनमें हत्या के प्रयास की धाराएं लगाई गई थीं और कुछ में दंगा फैलाने की धाराएं जोड़ी गई थीं। कोर्ट ने जब सभी मामलों की सुनवाई शुरू की तो उसने कहा कि ऐसा लगता है कि सभी मामले झूठे बनाए गए हैं क्योंकि सभी मामले एक जैसे हैं। नवदीप ने कहा- पुलिस हर तरह से क्रूर रही है, लेकिन मैं अपने समुदाय के लिए खड़ा रहा हूं और आगे भी खड़ा रहूंगा। जब मेरे साथ क्रूरता हो रही थी, तब मैं होश में था। जब दर्द बहुत बढ़ गया तो मैं वाहेगुरु का नाम लेता था। जेल की जिंदगी ने मुझे भगवान की तरफ धकेला
नवदीप जलबेड़ा ने कहा- मैंने जेल में 111 दिन बिताए हैं। इस दौरान मैंने कई बदलाव देखे हैं। सबसे बड़ा बदलाव वाहेगुरु की भक्ति में आया है। पहले मैं सिर्फ गुरु को मानता था। लेकिन जेल के अंदर मैंने रोजाना पाठ करना शुरू कर दिया। मैं जेल में रोजाना 3 बाणियों का जाप करता था। जेल के अंदर एक गुरुद्वारा था, मैं वहां जाता था। नवदीप ने कहा- मैं जेल में रोजाना श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री आनंदपुर साहिब का पाठ करता था। जेल में मैंने अपने समुदाय का पूरा इतिहास पढ़ा। जेल में बनी लाइब्रेरी के अंदर मैंने वो सब पढ़ा जो हमारे समुदाय के शहीदों ने हमारे लिए किया। जेल हमें बहुत कुछ सिखाती है, मैंने भी वही सीखा। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता
नवदीप ने कहा कि कोई व्यक्ति तब जेल जाता है जब वह कोई बुरा काम करता है। साथ ही, कोई व्यक्ति उन पांच कामों को करने पर भी जेल जाता है जो बाबा जी को पसंद नहीं हैं। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता। सभी मिलजुल कर रहते हैं। एक बैरक में करीब 50 लोग रहते हैं। नवदीप ने कहा- कोई किसी का धर्म के आधार पर साथ नहीं देता। सब एक दूसरे को भाई मानते हैं। कोई जात-पात की बात नहीं करता। सब एक दूसरे की थाली में खाते हैं। सब एक दूसरे का दर्द सुनते हैं और अपना दर्द बताते हैं। मैंने जेल के अंदर विनम्र रहना सीखा है। मैं जितने भी समय जेल में रहा हूं, हमेशा ऊपर की ओर बढ़ा हूं। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि जेल जाने के बाद मैं पीछे हट जाऊंगा। अगर सरकार ऐसा सोच रही है तो वह गलत है। मैं अपनी कौम के लिए कभी पीछे नहीं हटूंगा। जब बदन पर कफन होगा तो डर लगेगा, उससे पहले कोई डर नहीं है। कौम के लिए अगर मुझे पूरी जिंदगी जेल में रहना पड़े तो भी रहूंगा।
दुष्यंत के लेटर पर भड़के जजपा MLA सुरजाखेड़ा:बोले- ये दबाव की राजनीति; ये सोचते हम इनके बंधे गुलाम, राज्यसभा में हम सरकार के साथ
दुष्यंत के लेटर पर भड़के जजपा MLA सुरजाखेड़ा:बोले- ये दबाव की राजनीति; ये सोचते हम इनके बंधे गुलाम, राज्यसभा में हम सरकार के साथ हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और जेजेपी की तरफ से अपने विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने पर जजपा विधायक रामनिवास सुरजा खेड़ा भड़क गए हैं। उन्होंने जजपा के लेटर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये दबाव बनाने की राजनीति है, ये सोचते हैं इनके बंधे गुलाम हैं हम, हम बंधे गुलाम थोड़े हैं किसी के। दुष्यंत की तरफ से कार्रवाई करने की बात बिल्कुल गलत है, ये सभी के साथ गलत कर रहे हैं। सुरजाखेड़ा ने कहा है कि पहले जेजेपी भाजपा का गठबंधन था, तब साथ ही थे, हम सरकार ने जो काम किए, वे जनता को बता रहे हैं उसमें बुराई क्या है? सुरजाखेड़ा ने कहा कि ये तो अंतरात्मा की बात होती हैं, अगर राज्यसभा चुनाव की लिए वोटिंग हुई तो हम सरकार के साथ हैं, ये हमारा मौलिक अधिकार हैं, जिसे अंतरात्मा कहेगी उसे वोट देंगे। जजपा ने स्पीकर को भेजा रिमाइंडर जननायक जनता पार्टी ने अपने चुनाव निशान पर विधायक बने दो MLA जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की अपनी विधानसभा अध्यक्ष से की है। पार्टी कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने रिमाइंडर याचिका के जरिए विधानसभा अध्यक्ष से दोनों विधायकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की है। इससे पहले जजपा की ओर से 17 मई को लेटर लिखकर दोनों विधायकों के खिलाफ दल बदल कानून के तहत विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोध किया काम जजपा के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान इन दोनों विधायकों ने जननायक जनता पार्टी के खिलाफ काम किया और अन्य राजनीतिक दल के उम्मीदवारों का प्रचार किया। साथ ही दोनों ने अन्य राजनीतिक दल के कार्यक्रम का मंच सांझा किया और भाषण दिया। जेजेपी ने दल बदल कानून के तहत मान्य विभिन्न सुबूत पहले ही विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिए हैं।रणधीर सिंह ने कहा कि दोनों विधायकों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत हैं और विधानसभा अध्यक्ष को चाहिए कि जल्द सुनवाई कर दोनों को दलबदल कानून के तहत दोषी करार देकर अयोग्य घोषित करें। राज्यसभा चुनाव से पहले कार्रवाई की मांग जजपा के कार्यालय सचिव रणधीर सिंह के कहा कि अगले माह संभावित राज्यसभा चुनाव के मद्देनज़र विधानसभा में ऐसे विधायकों के खिलाफ जल्द कार्रवाई होनी चाहिए जो सदस्य रहने की योग्यता और नैतिकता खो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही जेजेपी के वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधिमंडल स्पीकर से मुलाकात कर फिर से तुरंत कार्रवाई की अपील करेगा।