हरियाणा में पानीपत से जिला परिषद की चेयपर्सन काजल देशवाल के पति संदीप देशवाल को वॉट्सऐप कॉल पर जाने से मारने की धमकी दी गई है। बदमाश ने कॉल कर कहा कि मैं तेरे परिवार के एक-एक सदस्य के बारे में अच्छे से जानता हूं। आराम से काम कर लो, नहीं तो पूरे परिवार को लालबत्ती चौक पर खत्म कर देंगे। इसके बाद गालियां देने के बाद बदमाश ने फोन काट दिया। इसके बाद चेयरपर्सन पति ने इसकी शिकायत सनौली थाना पुलिस को दी है। साथ ही रविवार को जिला परिषद के कई पार्षदों ने मीटिंग कर DC और SP से मुलाकात की। एसपी ने जल्द ही आरोपी को पकड़ने का आश्वासन देते हुए सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है। बोले- मेरी किसी से दुश्मनी नहीं कुराड़ गांव के रहने वाले संदीप ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कल (19 अक्टूबर) शाम 4 बजे विदेशी नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई थी। मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। उस समय मैं गाड़ी चला रहा था। इसके बाद हमने दोबारा कॉल की। इसके बाद हमने उसकी बात को रिकॉर्ड कर ली। सबसे बड़ी बात यह है कि कॉल करने वाला व्यक्ति मेरी रेकी कर रहा था। उसे यह पता था कि अब मैं DSP ऑफिस गया हूं। अब मैं इस जगह हूं। उसने मुझे सोचने के लिए मजबूर कर दिया। वह नाम से मेरे परिवार के सदस्यों को जानता था। उसने पत्नी और बच्चों को भी धमकी दी। कैमरे के सामने मैं उसके शब्दों के बारे में नहीं बता सकता। उसे कहा कि बैठकर अपना टाइम काट लो, नहीं तो लालबत्ती पर गोली मार देंगे। हमने उसकी रिकॉर्डिंग पुलिस को दे दी है। प्रशासन की तरफ से आश्वासन मिला है कि जल्द हम कॉल करने वालों को ट्रेस कर लेंगे। पुलिस की तरफ से उन्हें गनमैन मिल गया है। मुझे किसी पर शक नहीं है। मेरा हमेशा सरल स्वभाव रहा है। मैं शहर में भी मोटरसाइकिल पर घूमता रहता हूं। 14 जून को चेयरपर्सन बनी थी काजल 14 जून को संदीप देशवाल की पत्नी काजल देशवाल जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। 17 पार्षदों में 13 पार्षदों ने उन्हें समर्थन दिया। 6 मार्च को 17 में से 13 पार्षदों ने भाजपा की ज्योति शर्मा को चेयरपर्सन पद से हटा दिया था। लोकसभा चुनाव के बीच चेयरपर्सन का चुनाव नहीं करवाया गया। चेयरपर्सन को पद से हटाने के लिए पार्षदों को हाईकोर्ट भी जाना पड़ा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर 6 मार्च को बैठक बुलाई गई। इसके बाद जब प्रशासन ने चेयरपर्सन चुनाव की तिथि तय नहीं की तो पार्षद एक बार फिर हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने जवाब मांगा तो 7 जून की तिथि तय हुई। 7 जून को चुनाव नहीं हुआ। इसके बाद 14 जून को चुनाव की डेट तय हुई। हरियाणा में पानीपत से जिला परिषद की चेयपर्सन काजल देशवाल के पति संदीप देशवाल को वॉट्सऐप कॉल पर जाने से मारने की धमकी दी गई है। बदमाश ने कॉल कर कहा कि मैं तेरे परिवार के एक-एक सदस्य के बारे में अच्छे से जानता हूं। आराम से काम कर लो, नहीं तो पूरे परिवार को लालबत्ती चौक पर खत्म कर देंगे। इसके बाद गालियां देने के बाद बदमाश ने फोन काट दिया। इसके बाद चेयरपर्सन पति ने इसकी शिकायत सनौली थाना पुलिस को दी है। साथ ही रविवार को जिला परिषद के कई पार्षदों ने मीटिंग कर DC और SP से मुलाकात की। एसपी ने जल्द ही आरोपी को पकड़ने का आश्वासन देते हुए सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है। बोले- मेरी किसी से दुश्मनी नहीं कुराड़ गांव के रहने वाले संदीप ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कल (19 अक्टूबर) शाम 4 बजे विदेशी नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई थी। मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। उस समय मैं गाड़ी चला रहा था। इसके बाद हमने दोबारा कॉल की। इसके बाद हमने उसकी बात को रिकॉर्ड कर ली। सबसे बड़ी बात यह है कि कॉल करने वाला व्यक्ति मेरी रेकी कर रहा था। उसे यह पता था कि अब मैं DSP ऑफिस गया हूं। अब मैं इस जगह हूं। उसने मुझे सोचने के लिए मजबूर कर दिया। वह नाम से मेरे परिवार के सदस्यों को जानता था। उसने पत्नी और बच्चों को भी धमकी दी। कैमरे के सामने मैं उसके शब्दों के बारे में नहीं बता सकता। उसे कहा कि बैठकर अपना टाइम काट लो, नहीं तो लालबत्ती पर गोली मार देंगे। हमने उसकी रिकॉर्डिंग पुलिस को दे दी है। प्रशासन की तरफ से आश्वासन मिला है कि जल्द हम कॉल करने वालों को ट्रेस कर लेंगे। पुलिस की तरफ से उन्हें गनमैन मिल गया है। मुझे किसी पर शक नहीं है। मेरा हमेशा सरल स्वभाव रहा है। मैं शहर में भी मोटरसाइकिल पर घूमता रहता हूं। 14 जून को चेयरपर्सन बनी थी काजल 14 जून को संदीप देशवाल की पत्नी काजल देशवाल जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। 17 पार्षदों में 13 पार्षदों ने उन्हें समर्थन दिया। 6 मार्च को 17 में से 13 पार्षदों ने भाजपा की ज्योति शर्मा को चेयरपर्सन पद से हटा दिया था। लोकसभा चुनाव के बीच चेयरपर्सन का चुनाव नहीं करवाया गया। चेयरपर्सन को पद से हटाने के लिए पार्षदों को हाईकोर्ट भी जाना पड़ा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर 6 मार्च को बैठक बुलाई गई। इसके बाद जब प्रशासन ने चेयरपर्सन चुनाव की तिथि तय नहीं की तो पार्षद एक बार फिर हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने जवाब मांगा तो 7 जून की तिथि तय हुई। 7 जून को चुनाव नहीं हुआ। इसके बाद 14 जून को चुनाव की डेट तय हुई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
फरीदाबाद पहुंचे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा:बल्लभगढ़ में हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम को किया संबोधित, बोले- सरकार आने पर होगी 30 घोटालों की जांच
फरीदाबाद पहुंचे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा:बल्लभगढ़ में हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम को किया संबोधित, बोले- सरकार आने पर होगी 30 घोटालों की जांच फ़रीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम में पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा ने सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने के मुख्यमंत्री के ऐलान पर तंज कसते हुए कहा कि अब 35 दिन में कौन सी फसल आ रही है, जिसका ये एमएसपी देंगे, क्योंकि उसके बाद चुनाव में भाजपा की सरकार जा रही है और कांग्रेस की आ रही है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर भाजपा की 10 साल की सरकार में हुए करीब 30 घोटाले की जांच कराई जाएगी। मनोहर लाल और ओपी धनखड़ की कितनी बनती थी कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस एकजुट, जबकि यह सवाल भाजपा से पूछना चाहिए कि जब लड़ाई का वक्त(लोकसभा चुनाव) आया, तो उससे एक महीने पहले सेनापति को ही क्यों बदल दिया। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि साढ़े 9 साल सरकार चलाने के बाद ऐसा क्या हुआ कि उन्हें बदलना पड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भाजपा से यह पूछा जाए कि मनोहर लाल और ओपी धनखड़ की आपस में कितनी बनती थी।
हरियाणा DGP को सीएम ने दिया 7 दिन का समय:अपराध पर लगाम लगाएं; गैंगस्टर का नेटवर्क तोड़ें, एक सप्ताह बाद फिर बैठक
हरियाणा DGP को सीएम ने दिया 7 दिन का समय:अपराध पर लगाम लगाएं; गैंगस्टर का नेटवर्क तोड़ें, एक सप्ताह बाद फिर बैठक हरियाणा में अपराध पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सख्त निर्देश दिए हैं। गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने दो टूक कहा कि हरियाणा पुलिस के पास अपराध दर पर ब्रेक लगाने के लिए 7 दिन का समय है। इस दौरान वे गैंगस्टर नेटवर्क पर ब्रेक लगाएं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह बाद वे स्वयं पुलिस विभाग की दूसरी बैठक कर अपराध दर की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही सीएम ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फील्ड में बेहतर निगरानी रखकर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। प्रदेश में गैंगस्टरों और शातिर अपराधियों के खिलाफ अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। बैठक में फिरौती समेत अपराध की अन्य घटनाओं पर भी सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि फील्ड में पुलिस की मौजूदगी ऐसी होनी चाहिए कि इससे अपराधियों में डर पैदा हो और वे डर के कारण बाहर न निकलें। पुलिस को जन-हितैषी छवि बनाए रखनी चाहिए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पीड़ितों से मिलें, ताकि पुलिस के प्रति जनता का विश्वास और बढ़े। साथ ही, आम जनता के बीच पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने के लिए छोटी से छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता के तहत लागू किए गए तीन नए कानूनों के बारे में आम नागरिकों सहित युवा पीढ़ी को जानकारी देने के लिए कॉलेजों सहित सिविल सोसायटी के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएं।
करनाल में जमीन बेचने के नाम ठगी:रजिस्ट्री करवाने के लिए 17 लाख, अब दे रहा जान से मारने की धमकी
करनाल में जमीन बेचने के नाम ठगी:रजिस्ट्री करवाने के लिए 17 लाख, अब दे रहा जान से मारने की धमकी हरियाणा में करनाल के खिजराबाद में जमीन के नाम पर 17 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने रजिस्ट्री करवाने के नाम पर 15 लाख रुपए का ब्याना ले लिया और दो लाख रुपए जमीन का लोन क्लियर करने के लिए ले लिए। आरोपी रजिस्ट्री की तारीख बार-बार बदलते रहे। जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी मिली। अब न तो आरोपी जमीन की रजिस्ट्री करवा रहे है और न ही उसे पैसे वापिस कर रहे है। जिसके बाद पीड़ित ने असंध थाना पुलिस को मामले की शिकायत की है। असंध थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोनीपत के लड़सौली गांव का रहने वाला पीड़ित सोनीपत जिले के गांव लड़सौली निवासी अजीत सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने असंध के खिजराबाद में हरविन्द कौर और रूपिन्द्र कौर से सवा एक किला जमीन खरीदी थी। उन्होंने 12 सितंबर 2022 को ब्याना लिखवाकर 15 लाख रुपये दिए थे। आरोपियों ने जमीन पर 2 लाख का लोन होने की बात कहकर वह भी अलग से ले लिए। लेकिन, इसके बावजूद भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं करवाई गई। रजिस्ट्री की तारीख बार-बार बदली अजीत सिंह के अनुसार, 15 मार्च 2023 को रजिस्ट्री की तारीख तय की गई थी, लेकिन आरोपी लगातार टालमटोल करते रहे। आरोपी इतने चालाक निकले कि उन्होंने खुद कोर्ट में हाजिरी लगवाकर पीड़ित को ही नोटिस भिजवा दिया। इसके बाद पंचायती बैठकों में भी आरोपियों ने रजिस्ट्री करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन अंततः वे मुकर गए। प्रोपर्टी डीलरों पर भी आरोप पीड़ित ने बताया कि प्रोपर्टी डीलर पंजाब सिंह, मुख्तयार सिंह, और बंटी सिंह ने भी अपनी कमीशन ले ली, लेकिन अब वे कॉल तक नहीं उठा रहे। डीलर भी आरोपियों का साथ दे रहे हैं। पीड़ित ने कहा कि जब वे रजिस्ट्री के संदर्भ में आरोपियों के घर गए, तो उन्हें गाली-गलौच का सामना करना पड़ा। धमकी का आरोप अजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है। इसी डर से वह उसी जमीन के पास स्थित चार अन्य किलों को देखने तक नहीं जा पा रहे हैं। पुलिस ने दर्ज किया मामला असंध थाना जांच अधिकारी संजय ने बताया कि अजीत सिंह की शिकायत के आधार पर खिजराबाद निवासी हरविन्द कौर उर्फ रविन्द्र कौर, काबल सिंह, रूपिन्द्र कौर, जसबीर सिंह, रतक निवासी पंजाब सिंह, उरलाना निवासी मुख्तयार सिंह, और बंटी डीलर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।