हरियाणा में ट्रंप की जीत के पोस्टर लगे:भाजपा नेता ने बधाई दी; राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में अमेरिका को मुद्दा बनाया था

हरियाणा में ट्रंप की जीत के पोस्टर लगे:भाजपा नेता ने बधाई दी; राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में अमेरिका को मुद्दा बनाया था

हरियाणा में भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप की जीत की खुशी मनाई जा रही है। हरियाणा के शहर कैथल में ट्रंप की जीत के पोस्टर इन दिनों देखे जा सकते हैं। यह पोस्टर कैथल के गुरप्रीत सैनी ने लगाए हैं। गुरप्रीत युवा भाजपा नेता हैं।
कैथल शहर में लगाए यह पोस्टर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। गुरप्रीत सैनी से जब पोस्टर लगाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गहरी दोस्ती है। इस कारण ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की उनको खुशी है और जीत की बधाई उन्होंने दी है, ताकि भारत और अमेरिका के रिश्ते और मजबूत हो। भाजपा नेता गुरप्रीत सैनी ने कैथल शहर में कई जगहों पर यह बैनर लगवाए हैं। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी अमेरिका का मुद्दा बना था। करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल और जींद से काफी युवा विदेश में नौकरी के लिए जाते हैं। इसलिए अमेरिका में चुनावी माहौल की तरह ही इन जिलों में भी चुनावी माहौल था। हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा हरियाणा चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि हरियाणा के युवा अमेरिका जाकर बड़ी तकलीफ में रहते हैं। वह अमेरिका जाने के लिए बड़ा खतरा उठाते हैं। वह तुर्की जाते हैं, यहां से कजाकिस्तान और कोलंबिया गए यहां कई देश होते हुए नदी के रास्ते से होते हुए खतरा लेकर अमेरिका जाते हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि हर साल हरियाणा के युवा नौकरी की तलाश में खेत बेचकर या साहुकार से 2 प्रतिशत ब्याज पर 50 लाख का लोन लेकर डोंकी के जरिए अमेरिका जाते हैं। क्योंकि हरियाणा में रोजगार नहीं मिलता। कैथल में रेलवे फाटक के ऊपर लगाए गए पोस्टर… हरियाणा के युवाओं में बढ़ रहा विदेश जाने का क्रेज हरियाणा जो कभी कृषि और अपने युवाओं को सेना में भेजने के लिए विख्यात था, अब भूमि बंट जाने और सेना की नौकरियों में कमी के कारण पंजाब के युवकों की भांति यहां के युवाओं में भी विदेश जाकर नौकरी करने का रुझान बढ़ा है। विदेशों में पलायन के चलते कई गांवों में केवल बूढ़े मां-बाप ही रह गए हैं। कुछ ने अपने घरों को प्रवासी लोगों को रहने के लिए दे दिया है। पहले ज्यादातर जमींदार या व्यापारी वर्ग ही अपने बच्चों को पढ़ाई या नौकरी के लिए विदेश भेजते थे। परंतु अब नौकरीपेशा लोग भी अपने बच्चों को विदेश भेजने लगे हैं। हरियाणा के युवक अमेरिका, कनाडा के अलावा फिजी, अफ्रीकी देश, अरब देश के साथ-साथ जर्मनी और इटली जैसे यूरोपियन देशों के अतिरिक्त आस्ट्रेलिया की ओर भी रुख करने लगे हैं। हरियाणा में भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप की जीत की खुशी मनाई जा रही है। हरियाणा के शहर कैथल में ट्रंप की जीत के पोस्टर इन दिनों देखे जा सकते हैं। यह पोस्टर कैथल के गुरप्रीत सैनी ने लगाए हैं। गुरप्रीत युवा भाजपा नेता हैं।
कैथल शहर में लगाए यह पोस्टर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। गुरप्रीत सैनी से जब पोस्टर लगाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गहरी दोस्ती है। इस कारण ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की उनको खुशी है और जीत की बधाई उन्होंने दी है, ताकि भारत और अमेरिका के रिश्ते और मजबूत हो। भाजपा नेता गुरप्रीत सैनी ने कैथल शहर में कई जगहों पर यह बैनर लगवाए हैं। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी अमेरिका का मुद्दा बना था। करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल और जींद से काफी युवा विदेश में नौकरी के लिए जाते हैं। इसलिए अमेरिका में चुनावी माहौल की तरह ही इन जिलों में भी चुनावी माहौल था। हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा हरियाणा चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि हरियाणा के युवा अमेरिका जाकर बड़ी तकलीफ में रहते हैं। वह अमेरिका जाने के लिए बड़ा खतरा उठाते हैं। वह तुर्की जाते हैं, यहां से कजाकिस्तान और कोलंबिया गए यहां कई देश होते हुए नदी के रास्ते से होते हुए खतरा लेकर अमेरिका जाते हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि हर साल हरियाणा के युवा नौकरी की तलाश में खेत बेचकर या साहुकार से 2 प्रतिशत ब्याज पर 50 लाख का लोन लेकर डोंकी के जरिए अमेरिका जाते हैं। क्योंकि हरियाणा में रोजगार नहीं मिलता। कैथल में रेलवे फाटक के ऊपर लगाए गए पोस्टर… हरियाणा के युवाओं में बढ़ रहा विदेश जाने का क्रेज हरियाणा जो कभी कृषि और अपने युवाओं को सेना में भेजने के लिए विख्यात था, अब भूमि बंट जाने और सेना की नौकरियों में कमी के कारण पंजाब के युवकों की भांति यहां के युवाओं में भी विदेश जाकर नौकरी करने का रुझान बढ़ा है। विदेशों में पलायन के चलते कई गांवों में केवल बूढ़े मां-बाप ही रह गए हैं। कुछ ने अपने घरों को प्रवासी लोगों को रहने के लिए दे दिया है। पहले ज्यादातर जमींदार या व्यापारी वर्ग ही अपने बच्चों को पढ़ाई या नौकरी के लिए विदेश भेजते थे। परंतु अब नौकरीपेशा लोग भी अपने बच्चों को विदेश भेजने लगे हैं। हरियाणा के युवक अमेरिका, कनाडा के अलावा फिजी, अफ्रीकी देश, अरब देश के साथ-साथ जर्मनी और इटली जैसे यूरोपियन देशों के अतिरिक्त आस्ट्रेलिया की ओर भी रुख करने लगे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर