हरियाणा में दादा-दादी और पोते ने जहर खाकर सुसाइड किया:ठेके पर खेती करता था परिवार; हिसार के जमीन मालिक ने रुपए नहीं दिए

हरियाणा में दादा-दादी और पोते ने जहर खाकर सुसाइड किया:ठेके पर खेती करता था परिवार; हिसार के जमीन मालिक ने रुपए नहीं दिए

हरियाणा के हिसार में मंगलवार को परिवार के 3 सदस्यों ने जहर निगलकर सुसाइड कर लिया। घटना ढंढूर गांव की है। मरने वालों में दादा-दादी व पोता शामिल हैं। परिवार करीब 10 साल से गांव के पास बीड़ के खेतों को ठेके पर लेकर खेती करता था। यह जमीन हिसार निवासी किसी व्यक्ति की है। पड़ोसियों के अनुसार, ठेके पर जमीन लेकर खेती करने के बाद भी जब जमीन मालिक ने हिसाब नहीं किया तो परिवार ने परेशान होकर जहर खा लिया। तीनों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान पहले पोते ने दम तोड़ दिया। इसके बाद दादा-दादी की भी मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रताप (65), बिमला (60) और नसीब के रूप में हुई है। डाबड़ा का रहने वाला था प्रताप पुलिस के अनुसार, प्रताप मूल रूप से डाबड़ा गांव का रहने वाला था। वह ढंढूर गांव में रह कर ठेके पर जमीन लेकर खेती करता था। वह पूरे खेत संभालता था और बदले में उसे पैदावार का 10वां हिस्सा मिलता था। इससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का बेटा नशे का आदि है। इस कारण प्रताप का पोता नसीब, दादा-दादी के पास ही रहता था। प्रताप का बेटा कई दिनों तक नशे के कारण घर नहीं आता था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रताप के ऊपर ही थी। नसीब के माता-पिता का तलाक हो चुका नसीब के माता-पिता का कई साल पहले तलाक हो चुका है। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी की और वह भी नहीं चल सकी। इसके बाद पिता नशे का आदि हो गया। जब परिवार ने जहर निगला तो बेटा घर पर नहीं था। सदर थाना पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है। हरियाणा के हिसार में मंगलवार को परिवार के 3 सदस्यों ने जहर निगलकर सुसाइड कर लिया। घटना ढंढूर गांव की है। मरने वालों में दादा-दादी व पोता शामिल हैं। परिवार करीब 10 साल से गांव के पास बीड़ के खेतों को ठेके पर लेकर खेती करता था। यह जमीन हिसार निवासी किसी व्यक्ति की है। पड़ोसियों के अनुसार, ठेके पर जमीन लेकर खेती करने के बाद भी जब जमीन मालिक ने हिसाब नहीं किया तो परिवार ने परेशान होकर जहर खा लिया। तीनों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान पहले पोते ने दम तोड़ दिया। इसके बाद दादा-दादी की भी मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रताप (65), बिमला (60) और नसीब के रूप में हुई है। डाबड़ा का रहने वाला था प्रताप पुलिस के अनुसार, प्रताप मूल रूप से डाबड़ा गांव का रहने वाला था। वह ढंढूर गांव में रह कर ठेके पर जमीन लेकर खेती करता था। वह पूरे खेत संभालता था और बदले में उसे पैदावार का 10वां हिस्सा मिलता था। इससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का बेटा नशे का आदि है। इस कारण प्रताप का पोता नसीब, दादा-दादी के पास ही रहता था। प्रताप का बेटा कई दिनों तक नशे के कारण घर नहीं आता था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रताप के ऊपर ही थी। नसीब के माता-पिता का तलाक हो चुका नसीब के माता-पिता का कई साल पहले तलाक हो चुका है। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी की और वह भी नहीं चल सकी। इसके बाद पिता नशे का आदि हो गया। जब परिवार ने जहर निगला तो बेटा घर पर नहीं था। सदर थाना पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर