हरियाणा में बेटा-बेटी का हत्यारा दूसरी शादी करना चाहता था:बच्चे नहीं माने तो रास्ते से हटाया, फिर जहर खाने का भी ड्रामा रचा

हरियाणा में बेटा-बेटी का हत्यारा दूसरी शादी करना चाहता था:बच्चे नहीं माने तो रास्ते से हटाया, फिर जहर खाने का भी ड्रामा रचा

हरियाणा के भिवानी में बेटा-बेटी की हत्या करने वाले केस में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पत्नी की मौत के बाद सुभाष दूसरी शादी करना चाहता था। इसे लेकर उसने दोनों बच्चों से बात भी की, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया। बच्चे दूसरी शादी में रोड़ा बन रहे थे, इसलिए दोनों को मौत के घाट उतार दिया। उसने जहर की गोलियां खाने का भी ड्रामा रचा, ताकि लगे कि वह परेशान था। वहीं सुभाष के परिवार से पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि सुभाष ने कुछ दिन पहले ही 35 लाख रुपए का बीमा कराया था, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उधर, सोमवार को रोहतक PGI से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस ने सुभाष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुभाष ने पहले अपनी मां मेवा देवी और पिता आजाद सिंह को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। मेवा देवी ने सुभाष पर मारपीट कर घर से बाहर निकालने और पोता-पोती की हत्या करने का मामला दर्ज कराया था। 4 पॉइंट्स में जानिए सुभाष ने पुलिस को क्या बताया… 1. पत्नी की मौत के बाद बनाया था दूसरी शादी करने का मन
मुंढाल पुलिस चौकी के इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि धनाना गांव के सुभाष को रोहतक PGI से छुट्‌टी मिलने के बाद उससे पूछताछ की गई। इसमें सुभाष ने खुलासा किया कि वह दूसरी शादी करना चाहता था। 8 मई 2025 को पत्नी सरोज की मौत हो गई थी। इसके कुछ समय बाद ही उसने दूसरी शादी करने का मन बना लिया था। 2. बच्चे बड़े हो गए थे, इसलिए कर रहे थे विरोध
चौकी इंचार्ज के मुताबिक, सुभाष ने बताया कि दूसरी शादी करने की बात उसने दोनों बच्चों बसंत (17) और आरुषि (16) के सामने रखी थी। मगर, दोनों बच्चों ने यह कहते हुए विरोध किया था कि वे अब बड़े हो गए हैं, दूसरी मां नहीं चाहिए। क्या पता कि दूसरी मां कैसी हो, उन्हें ढंग से रखे या न रखे। मां सरोज उन्हें बहुत याद आती है। 3. बच्चों की बात नहीं हुई सहन, मौत के घाट उतारा
चौकी इंचार्ज ने आगे बताया, सुभाष दोनों बच्चों की यह बात सुनकर गुस्से में आ गया था। हालांकि उस वक्त उसने बच्चों को कुछ नहीं कहा, लेकिन परेशान रहने लग गया। एक-दो बार और उसने इस बारे में बच्चों से बात की थी, लेकिन दोनों अपनी बात पर अड़े रहे। इसके बाद दोनों को मारने की प्लानिंग की। इसलिए 8 जून को दोनों बच्चों को मैंगो शेक में नींद की गोलियां मिलाकर दे दीं। इसके बाद ब्रेक की तार से उनका गला घोंट दिया। 4. खुद नहीं खाया था जहर, रचा था ड्रामा
पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चों की हत्या की बाद जब सुभाष फांसी का फंदा लगाने की तैयारी कर रहा था, तो पड़ोसी की भाभी ने उसे देख कर शोर मचा दिया। इकट्‌ठे हुए लोगों को उसने बताया था कि उसने जहर की 2 गोलियां खाई हैं। हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान सामने आया कि उसने कोई जहरीला पदार्थ नहीं निगला था। वह सिर्फ ड्रामा कर रहा था। जानिए सुभाष के पिता आजाद सिंह ने क्या बताया… शादी के बाद से करता रहता था मारपीट
सुभाष के पिता आजाद सिंह ने बताया कि 20 साल पहले उन्होंने सुभाष की शादी सरोज के साथ की थी। दोनों के 2 बच्चे बसंत और आरुषि हुए। मेरे पोता-पोती बहुत सुंदर थे। दोनों 12वीं कक्षा में पढ़ते थे। पढ़ाई में भी अच्छे थे। मगर, बेटा सुभाष शादी के बाद से ही हमारे साथ मारपीट करता था। बहू सरोज की मौत के बाद से तो दोनों को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। कोई काम नहीं करता था, रोजाना मारपीट करता
आजाद सिंह ने आरोप लगाया गया कि सुभाष कोई काम नहीं करता था। मैं खुद खेतीबाड़ी करता था। एकाध बार सुभाष खेतीबाड़ी में मदद करता था, वह भी जब उसके मन में होती तब। एक महीना भी ऐसा नहीं जाता था जब वह हम दोनों (माता-पिता) के साथ मारपीट न की हो। वह कहता था कि तुम काम नहीं करते। बैठे टिक्कड़ (खाना) खा रहे हो, पैसे कहां से आएंगे। इस बात का ताना सुभाष दिन में हर काम में मारता था। रसोई से रोटी लेकर खाने की हिम्मत नहीं थी
आजाद सिंह ने आगे बताया कि सुभाष की शादी के बाद हमें उम्मीद थी कि बेटा-बहू उन्हें सुख देंगे। मगर, सुभाष ने तो जीना मुहाल कर दिया। अक्सर मारपीट और धमकियों का ही असर था कि हम डर के कारण रिश्तेदारियों में रहने लगे थे। हमारी हिम्मत तो रसोई से रोटी लेकर खाने तक की भी नहीं थी। सुभाष जो भी आरोप उन पर लगा रहा है, वे सब झूठे हैं। 7 मई को बेटे ने मां को पीटा
आजाद सिंह ने बताया कि 7 मई को मैं खेत में गया हुआ था। इसी बीच पीछे से बेटे-बहू ने अपनी सास मेवा देवी के साथ मारपीट की। जब मैं खेत से लौटा तो मेवा देवी घर पर नहीं मिली। वह डर के मारे पड़ोसी के यहां चली गई। जब मैं लौटा तो मेवा ने पूरी घटना के बारे में बताया। इस पर मैंने सुभाष को मार दिया। उस वक्त सुभाष कुछ नहीं बोला। मगर, 8 मई को मेरे साथ मारपीट की। इससे डरकर मेवा देवी अपने मायके चली गई। BP लो होने पर बिगड़ी थी बहू की तबीयत
आजाद सिंह ने आगे बताया कि इस झगड़े के बाद बहू सरोज की तबीयत खराब हो गई। मैंने सुभाष को सरोज को संभालने के लिए कहा तो उसने (सुभाष) नहीं संभाली। BP लो होने के कारण सरोज की मौत हो गई। इसके बाद सुभाष ने मारपीट करके मुझे भी घर से निकाल दिया। इसके बाद मैं अपनी बहन के यहां चला गया। सरोज को जहर देने के आरोप बिल्कुल गलत हैं। पत्नी की मौत के बाद बेची 2 भैंस
आजाद ने कहा कि सुभाष ने अपनी पत्नी सरोज की मौत के बाद 2 लाख रुपए में 2 भैंस बेच दीं। हम 5-7 भैंस रखते थे। जिनका अधिकतर काम मैं और पत्नी मेवा देवी करते थे। सुभाष इसमें जरा भी हाथ नहीं बंटाता था, बहू सरोज जरूर सहयोग करती थी। खेत का पूरा काम भी हम खुद ही करते थे। मेरा तो पूरा परिवार ही बिखर गया
आजाद सिंह का कहना है कि एक माह में उसका पूरा परिवार ही बिखर गया। पहले बहू सरोज की मौत हुई। फिर बेटे ने उनसे पोता-पोती का सहारा छीन लिया। दोनों बच्चों की हत्या के बाद अब बेटा भी जेल चला गया है। हम दोनों बूढ़ा-बूढ़ी तो अकेले रह गए। खाली-खाली घर खाने को दौड़ता है। परसों तक यहां दो बच्चे उछलते कूदते दिखाई देते थे, अब यहां केवल वीरानी सी छाई है। ————————- हरियाणा में बेटा-बेटी के मर्डर से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… भिवानी में बेटा-बेटी का मर्डर:पिता ने मैंगो शेक में नींद की गोलियां दीं, गला घोंटकर खुद जहर निगला; एक माह पहले पत्नी की मौत हुई हरियाणा के भिवानी में एक व्यक्ति ने अपने बेटा और बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे रोहतक PGI रेफर किया गया है। फिलहाल सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतकों की पहचान धनाना गांव के रहने वाले बसंत (17) और आरुषि (16) के रूप में हुई है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में ब्रेक वायर से घोंटा बेटा-बेटी का गला:हत्यारा बाप 1 महीने से कर रहा था प्लानिंग, धमकी से डरकर दादा-दादी ने घर छोड़ा हरियाणा में भिवानी के धनाना गांव में हुए बेटे और बेटी की हत्यारोपी पिता सुभाष को पुलिस ने पीजीआई रोहतक से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, 8 मई को पत्नी सरोज की मौत के बाद सुभाष ने बच्चों की हत्या और खुद को मारने की योजना बनानी शुरू कर दी थी। वह एक-एक, दो-दो करके नींद की गोलियां इकट्ठी कर रहा था। उसने जहर की गोलियां भी खरीद ली थीं। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा के भिवानी में बेटा-बेटी की हत्या करने वाले केस में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पत्नी की मौत के बाद सुभाष दूसरी शादी करना चाहता था। इसे लेकर उसने दोनों बच्चों से बात भी की, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया। बच्चे दूसरी शादी में रोड़ा बन रहे थे, इसलिए दोनों को मौत के घाट उतार दिया। उसने जहर की गोलियां खाने का भी ड्रामा रचा, ताकि लगे कि वह परेशान था। वहीं सुभाष के परिवार से पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि सुभाष ने कुछ दिन पहले ही 35 लाख रुपए का बीमा कराया था, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उधर, सोमवार को रोहतक PGI से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस ने सुभाष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुभाष ने पहले अपनी मां मेवा देवी और पिता आजाद सिंह को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। मेवा देवी ने सुभाष पर मारपीट कर घर से बाहर निकालने और पोता-पोती की हत्या करने का मामला दर्ज कराया था। 4 पॉइंट्स में जानिए सुभाष ने पुलिस को क्या बताया… 1. पत्नी की मौत के बाद बनाया था दूसरी शादी करने का मन
मुंढाल पुलिस चौकी के इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि धनाना गांव के सुभाष को रोहतक PGI से छुट्‌टी मिलने के बाद उससे पूछताछ की गई। इसमें सुभाष ने खुलासा किया कि वह दूसरी शादी करना चाहता था। 8 मई 2025 को पत्नी सरोज की मौत हो गई थी। इसके कुछ समय बाद ही उसने दूसरी शादी करने का मन बना लिया था। 2. बच्चे बड़े हो गए थे, इसलिए कर रहे थे विरोध
चौकी इंचार्ज के मुताबिक, सुभाष ने बताया कि दूसरी शादी करने की बात उसने दोनों बच्चों बसंत (17) और आरुषि (16) के सामने रखी थी। मगर, दोनों बच्चों ने यह कहते हुए विरोध किया था कि वे अब बड़े हो गए हैं, दूसरी मां नहीं चाहिए। क्या पता कि दूसरी मां कैसी हो, उन्हें ढंग से रखे या न रखे। मां सरोज उन्हें बहुत याद आती है। 3. बच्चों की बात नहीं हुई सहन, मौत के घाट उतारा
चौकी इंचार्ज ने आगे बताया, सुभाष दोनों बच्चों की यह बात सुनकर गुस्से में आ गया था। हालांकि उस वक्त उसने बच्चों को कुछ नहीं कहा, लेकिन परेशान रहने लग गया। एक-दो बार और उसने इस बारे में बच्चों से बात की थी, लेकिन दोनों अपनी बात पर अड़े रहे। इसके बाद दोनों को मारने की प्लानिंग की। इसलिए 8 जून को दोनों बच्चों को मैंगो शेक में नींद की गोलियां मिलाकर दे दीं। इसके बाद ब्रेक की तार से उनका गला घोंट दिया। 4. खुद नहीं खाया था जहर, रचा था ड्रामा
पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चों की हत्या की बाद जब सुभाष फांसी का फंदा लगाने की तैयारी कर रहा था, तो पड़ोसी की भाभी ने उसे देख कर शोर मचा दिया। इकट्‌ठे हुए लोगों को उसने बताया था कि उसने जहर की 2 गोलियां खाई हैं। हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान सामने आया कि उसने कोई जहरीला पदार्थ नहीं निगला था। वह सिर्फ ड्रामा कर रहा था। जानिए सुभाष के पिता आजाद सिंह ने क्या बताया… शादी के बाद से करता रहता था मारपीट
सुभाष के पिता आजाद सिंह ने बताया कि 20 साल पहले उन्होंने सुभाष की शादी सरोज के साथ की थी। दोनों के 2 बच्चे बसंत और आरुषि हुए। मेरे पोता-पोती बहुत सुंदर थे। दोनों 12वीं कक्षा में पढ़ते थे। पढ़ाई में भी अच्छे थे। मगर, बेटा सुभाष शादी के बाद से ही हमारे साथ मारपीट करता था। बहू सरोज की मौत के बाद से तो दोनों को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। कोई काम नहीं करता था, रोजाना मारपीट करता
आजाद सिंह ने आरोप लगाया गया कि सुभाष कोई काम नहीं करता था। मैं खुद खेतीबाड़ी करता था। एकाध बार सुभाष खेतीबाड़ी में मदद करता था, वह भी जब उसके मन में होती तब। एक महीना भी ऐसा नहीं जाता था जब वह हम दोनों (माता-पिता) के साथ मारपीट न की हो। वह कहता था कि तुम काम नहीं करते। बैठे टिक्कड़ (खाना) खा रहे हो, पैसे कहां से आएंगे। इस बात का ताना सुभाष दिन में हर काम में मारता था। रसोई से रोटी लेकर खाने की हिम्मत नहीं थी
आजाद सिंह ने आगे बताया कि सुभाष की शादी के बाद हमें उम्मीद थी कि बेटा-बहू उन्हें सुख देंगे। मगर, सुभाष ने तो जीना मुहाल कर दिया। अक्सर मारपीट और धमकियों का ही असर था कि हम डर के कारण रिश्तेदारियों में रहने लगे थे। हमारी हिम्मत तो रसोई से रोटी लेकर खाने तक की भी नहीं थी। सुभाष जो भी आरोप उन पर लगा रहा है, वे सब झूठे हैं। 7 मई को बेटे ने मां को पीटा
आजाद सिंह ने बताया कि 7 मई को मैं खेत में गया हुआ था। इसी बीच पीछे से बेटे-बहू ने अपनी सास मेवा देवी के साथ मारपीट की। जब मैं खेत से लौटा तो मेवा देवी घर पर नहीं मिली। वह डर के मारे पड़ोसी के यहां चली गई। जब मैं लौटा तो मेवा ने पूरी घटना के बारे में बताया। इस पर मैंने सुभाष को मार दिया। उस वक्त सुभाष कुछ नहीं बोला। मगर, 8 मई को मेरे साथ मारपीट की। इससे डरकर मेवा देवी अपने मायके चली गई। BP लो होने पर बिगड़ी थी बहू की तबीयत
आजाद सिंह ने आगे बताया कि इस झगड़े के बाद बहू सरोज की तबीयत खराब हो गई। मैंने सुभाष को सरोज को संभालने के लिए कहा तो उसने (सुभाष) नहीं संभाली। BP लो होने के कारण सरोज की मौत हो गई। इसके बाद सुभाष ने मारपीट करके मुझे भी घर से निकाल दिया। इसके बाद मैं अपनी बहन के यहां चला गया। सरोज को जहर देने के आरोप बिल्कुल गलत हैं। पत्नी की मौत के बाद बेची 2 भैंस
आजाद ने कहा कि सुभाष ने अपनी पत्नी सरोज की मौत के बाद 2 लाख रुपए में 2 भैंस बेच दीं। हम 5-7 भैंस रखते थे। जिनका अधिकतर काम मैं और पत्नी मेवा देवी करते थे। सुभाष इसमें जरा भी हाथ नहीं बंटाता था, बहू सरोज जरूर सहयोग करती थी। खेत का पूरा काम भी हम खुद ही करते थे। मेरा तो पूरा परिवार ही बिखर गया
आजाद सिंह का कहना है कि एक माह में उसका पूरा परिवार ही बिखर गया। पहले बहू सरोज की मौत हुई। फिर बेटे ने उनसे पोता-पोती का सहारा छीन लिया। दोनों बच्चों की हत्या के बाद अब बेटा भी जेल चला गया है। हम दोनों बूढ़ा-बूढ़ी तो अकेले रह गए। खाली-खाली घर खाने को दौड़ता है। परसों तक यहां दो बच्चे उछलते कूदते दिखाई देते थे, अब यहां केवल वीरानी सी छाई है। ————————- हरियाणा में बेटा-बेटी के मर्डर से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… भिवानी में बेटा-बेटी का मर्डर:पिता ने मैंगो शेक में नींद की गोलियां दीं, गला घोंटकर खुद जहर निगला; एक माह पहले पत्नी की मौत हुई हरियाणा के भिवानी में एक व्यक्ति ने अपने बेटा और बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे रोहतक PGI रेफर किया गया है। फिलहाल सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतकों की पहचान धनाना गांव के रहने वाले बसंत (17) और आरुषि (16) के रूप में हुई है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में ब्रेक वायर से घोंटा बेटा-बेटी का गला:हत्यारा बाप 1 महीने से कर रहा था प्लानिंग, धमकी से डरकर दादा-दादी ने घर छोड़ा हरियाणा में भिवानी के धनाना गांव में हुए बेटे और बेटी की हत्यारोपी पिता सुभाष को पुलिस ने पीजीआई रोहतक से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, 8 मई को पत्नी सरोज की मौत के बाद सुभाष ने बच्चों की हत्या और खुद को मारने की योजना बनानी शुरू कर दी थी। वह एक-एक, दो-दो करके नींद की गोलियां इकट्ठी कर रहा था। उसने जहर की गोलियां भी खरीद ली थीं। (पूरी खबर पढ़ें)   हरियाणा | दैनिक भास्कर